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आंवला (Gooseberry in Hindi) के उपयोग, फ़ायदे और न्यूट्रिशनल वैल्यू

By Dr. Nikita Toshi +2 more

परिचय

वानस्पतिक नाम

Gooseberry

एम्ब्लिका ऑफिसिनैलिस

आमतौर पर आंवला को इंडियन गूजबेरी (भारतीय करौंदा) कहा जाता है। इन पेड़ों की बेरी को इनके औषधीय गुणों के कारण औषधीय फार्मूलेशन में प्रयुक्त किया जाता है। आंवला के पेड़ पर छोटी बेरीज़ होती हैं जो गोल और पीले-हरे रंग की होती है। इसके कई स्वास्थ्य फ़ायदों के कारण इसे सुपरफूड कहा जाता है। प्राचीन आयुर्वेद में आंवला को खट्टा, नर्स, अमरता और माता जैसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है।

आंवला की एक अनोखी स्वाद विशेषता होती है, जिसमे पांच अलग-अलग स्वाद जैसे तीखा, कसैला, मीठा, कड़वा, खट्टा और इसके अलावा अन्य स्वाद भी भरे होते हैं। यह मन और शरीर के बेहतर स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। यही कारण है कि इसे एक दिव्य औषधि ”दिव्यौषदा” के रूप में जाना जाता है। आंवला को संस्कृत में अमालाकी कहा जाता है जिसका अर्थ है जीवन का अमृत।

आंवला की रासायनिक संरचना

आंवला का फल एस्कॉर्बिक एसिड (विटामिन सी), कैरोटीन का एक अच्छा स्रोत है। इसमें अलग-अलग पॉलीफेनोल्स होते हैं जैसे कि एलेजिक एसिड, गैलिक एसिड, एपिजेनिन, क्वेरसेटिन, ल्यूटोलिन एवं कोरिलागिन। आंवला की लगभग अनुमानित संरचना नीचे दी गई टेबल में दी गई है।

घटकमात्रा (प्रति 100 ग्राम)
कार्बोहाइड्रेट10 ग्राम
प्रोटीन0.80 ग्राम
फ़ैट0.50 ग्राम
कुल कैलोरी44 किलोकैलोरी
फ़ाइबर4.3 ग्राम
मैग्नीशियम10 मिलीग्राम
कैल्शियम25 मिलीग्राम
आयरन0.31 मिलीग्राम
पोटैशियम 198 मिलीग्राम
ज़िंक0.12 मिलीग्राम

आंवला के अन्य नाम

Amla (Gooseberry) ke anya naam

  • संस्कृत में इसे आमलकी, श्रीफला, शीतफला, धात्री, तिष्यफला के नाम से जाना जाता है।
  • हिंदी में इसे आंवला के नाम से जाना जाता है।
  • मराठी में इसे अवला के नाम से जाना जाता है।
  • अंग्रेजी में इसे इंडियन गूज़बेरी के नाम से जाना जाता है।
  • कन्नड़ में इसे नेल्ली के नाम से जाना जाता है।
  • तमिल में इसे नेल्लिकाई के नाम से जाना जाता है।
  • तेलुगु में इसे उशीरी काया के नाम से जाना जाता है।
  • मलयालम में इसे नेल्ली के नाम से जाना जाता है।

आंवला के औषधीय और स्वास्थ्य में फ़ायदे

1: आंवला और हाइपरटेंशन

आंवला विभिन्न एंटीऑक्सिडेंट का अच्छा स्रोत है। यह मानव के तनाव में होने के दौरान शरीर द्वारा निर्मित मुक्त रैडिकल को साफ करने के लिए जाना जाने वाला एक एंटीऑक्सिडेंट गुण है। आंवला में एंटीऑक्सिडेंट के साथ-साथ पोटैशियम भी काफ़ी मात्रा में होता है। इसलिए, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने की पोटैशियम की क्षमता के कारण, ब्लड प्रेशर की समस्याओं से पीड़ित रोगियों के आहार में इसका नियमित रूप से उपयोग किया जाता है। पोटैशियम द्वारा हाइपरटेंशन के प्रबंधन में शामिल मुख्य मकैनिज़्म ब्लड वेसल्स को फैलाना है, जो ब्लड प्रेशर की संभावनाओं को और कम कर देता है। इस स्थिति में आंवला का जूस पीना असरदार हो सकता है।

2: डायबिटीज़ में आंवला

परंपरागत रूप से, आंवला का उपयोग डायबिटीज़ को नियंत्रित करने के लिए घरेलू उपचार के रूप में किया जाता है। डायबिटीज़ के पीछे का मुख्य कारण तनाव होना है। आंवला विटामिन C का अच्छा स्रोत है। यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है जो मुक्त रेडिकल के बनाव और ऑक्सीडेटिव तनाव के असर को बदलने में मदद करेगा। आंवला के उत्पादों का नियमित सेवन डायबिटीज़ की संभावनाओं को रोक सकता है। अन्य मैकेनिज़्म में, आंवला के रेशे शरीर में अतिरिक्त शुगर को नियमित ब्लड शुगर के स्तर तक अवशोषित करने में मदद कर सकते हैं। इसलिए आंवला को अपने डायबिटीज़ डाइट प्लान में शामिल करने से डायबिटीज़ के असरदार प्रबंधन में मदद मिल सकती है।

3: आंवला और पाचन तंत्र

आंवला की बेरीज़ में पर्याप्त मात्रा में घुलनशील फाइबर होते हैं। ये फ़ाइबर आंतों की गति को विनियमित करने में भूमिका निभाते हैं, जो खराब बाउअल सिंड्रोम को कम करने में मदद कर सकते है। आंवले में विटामिन C की अधिक मात्रा होने के कारण, यह आवश्यक खनिजों की अच्छी मात्रा को अवशोषित करने में भी मदद करता है। इसलिए यह विभिन्न हेल्थ सप्लीमेंट के साथ तालमेल रखता है।

4: आंवला और मानसिक स्वास्थ्य

आंवला की बेरीज़ एंटीऑक्सिडेंट मुक्त रेडिकल को शमन करने की क्षमता रखती है, जो मस्तिष्क कोशिकाओं को क्षति से बचाने और याददाश्त को बढ़ाने में मदद कर सकती है। यही कारण है कि आंवला डिमेंशिया से पीड़ित रोगियों के इलाज में प्रभावी होता है।

5: आंवला और वज़न का घटना

फ़ैट जमा होने का कारण धीमा उपापचय हो सकता है। अनियमित रूप से खाने से अवांछित स्थानों पर फ़ैट जमा हो जाता है। आंवला फ़ैट बनने से बचाता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। आमतौर पर वज़न घटाने के लिए कच्चे आंवले, कैंडीज और गुनगुने पानी के साथ आंवले का पाउडर खाने की सलाह दी जाती है।

6: आंवला तेल और बालों का स्वास्थ्य

बालों की वृद्धि को बढ़ाने के लिए आंवला के तेल का उपयोग लंबे समय से घरेलू उपचार के रूप में किया जाता रहा है। बालों की मालिश के लिए नारियल तेल और आंवला के मिश्रण का नियमित रूप से उपयोग करने से बालों की बेहतर तरह से वृद्धि हो सकती है। आंवला तेल बालों के फॉलिकल्स को उनके बेहतर वृद्धि के लिए उत्तेजित कर सकता है। आंवले के तेल का प्रयोग करने से बालों की लंबाई और घनेपन में सुधार होता है। इसमें विटामिन C होता है जो कोलेजन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। यह सिर की त्वचा पर मृत बालों की कोशिकाओं को बदलकर नए बालों की वृद्धि को सीधे प्रभावित करता है। आंवला न केवल बालों के बढ़ने में मदद करता है बल्कि स्कैल्प को हाइड्रेट करके डैंड्रफ की समस्याओं को भी रोकता है। विटामिन C, अपने शक्तिशाली एंटी- इंफ्लेमेटरी और एंटी- बैक्टेरियल प्रभाव के कारण बालों को खुजली और पपड़ी से रोकता है। आयुर्वेद में कहा गया है कि समय से पहले सफेद बालों का कारण अत्यधिक पित्त का बनना होता है। इसलिए आंवला पित्त को कम करने में मदद करता है। यही कारण है कि आंवला अलग-अलग हेयर कलरिंग फॉर्मूलेशन में पाया जाता है।

7: स्वस्थ आंखें

आंवला विटामिन A का भी अच्छा स्रोत है, जो आंखों के स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। आंवले की बेरीज़ में मौजूद विटामिन A से वीज़न में सुधार होता है। यह उम्र बढ़ने के साथ होने वाले मैकुलर डिजेनेरेशन और कंजंक्टिविटिस के जोखिम को भी कम कर सकता है।

8: आंवला और पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम

आंवला मासिक धर्म के दौरान शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है और हार्मोनल संतुलन को बनाए रखता है, जिससे महिलाओं की प्रजनन क्षमता में अपने आप सुधार होता है।

9: आंवला और त्वचा का स्वास्थ्य

आंवला में प्राकृतिक ब्लड प्यूरीफायर होता है और आंवला से बने उत्पादों का नियमित सेवन त्वचा को चमकाने में मदद करता है। आंवला से बने उत्पाद त्वचा से संबंधित विभिन्न एलर्जी से लड़ने में भी मदद कर सकते हैं।

10: आंवला से बने उत्पाद और उनकी सुझाई गई खुराक

आंवला की आयुर्वेदिक खुराक इसके प्रकारों के अनुसार भिन्न-भिन्न होती है। आंवला के उत्पादों के विभिन्न रूप

उत्पादबनाने की विधिखुराक / दिन
चूर्णआधा चम्मच आंवला के चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ लें।2 बार
कैप्सूलभोजन के बाद ज़्यादा पानी के साथ 1-2 आंवला के कैप्सूल लें।2 बार
टैबलेटभोजन के बाद ज़्यादा पानी के साथ 1-2 आंवला के कैप्सूल लें।2 बार
कैंडीभोजन के बाद 1-3 आंवला कैंडी लें।
जूसभोजन करने से पहले 3-4 चम्मच आंवला का जूस लें।2 बार

उपरोक्त दिए गए सप्लीमेंट्स के अलावा, स्थानीय सुपरमार्केट में आंवला के विभिन्न उत्पाद उपलब्ध हैं, जैसे कि आंवला का मुरब्बा, आंवला-गाजर-चुकंदर का रस और आंवला की चटनी।

आंवला लेते समय सावधानियां

  • कुछ लोग जिन्हे एलर्जी हो जाती है उनके लिए आंवला के उत्पादों का सेवन ब्लडिंग के खतरे को बढ़ा देता है।
  • डायबिटिक रोगी को, आंवला को लेते समय उचित सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि इसका सेवन ब्लड शुगर के स्तर को काफ़ी कम कर सकता है।
  • आंवला का जूस पीने से त्वचा रूखी हो सकती है।
  • खांसी या कफ़ की समस्या होने पर आंवला के सेवन से बचना चाहिए।
  • सर्जरी के दौरान और उसके बाद आंवला लेने का सुझाव नहीं दिया जाता है, क्योंकि इससे ब्लडिंग का खतरा बढ़ सकता है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. क्या आंवला कैंसर में फ़ायदेमंद है?

हां, आंवला में विटामिन C होता है, जो कि एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है। इससे कैंसर को नष्ट करने वाली कोशिकाओं की गतिविधि में वृद्धि होती है। यह न केवल वृद्धि को रोकता है बल्कि कैंसर कोशिकाओं के मल्टीप्लिकेशन को भी धीमा करता है। विटामिन C में शक्तिशाली मुक्त रेडिकल अपमार्जन गुण भी होते हैं, जो तनावपूर्ण परिस्थितियों में शरीर की मदद करते हैं।

2. क्या आंवला डायरिया के लिए फ़ायदेमंद है?

हां, डायरिया जठरांत्र मार्ग (गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट) की मांसपेशियों का अत्यधिक संकुचन होता है जिससे पेट में ऐंठन और दर्द होता है। आंवला अपने ऐंटीस्पास्मोडिक गुणों के कारण पेट की मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है।

3. क्या मैं वज़न घटाने के लिए रोज़ाना आंवला खा सकता हूं?

हां, आंवला विभिन्न लोकल मार्केट्स में उपलब्ध है, जैसे कच्चे फल के रूप में, जूस के रूप में, कैंडी रूप में और सप्लीमेंट्स के रूप में। इन्हें मौखिक रूप (मुंह) से लिया (खाया) जा सकता है। फ़ाइबर की मात्रा के कारण आंवला भूख को लंबे समय तक नियंत्रित करने और शरीर के वज़न को नियंत्रित करने में मदद करता है। आंवला में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट उपापचय में सुधार करते हैं, जो वज़न घटाने के लिए आवश्यक होता है।

4. क्या आंवला बालों के लिए अच्छा है?

हां, आंवले का तेल बालों के झड़ने को कम करने में उपयोगी है और बालों की वृद्धि में भी मदद करता है। आंवला मुक्त रेडिकल्स के खिलाफ लड़ता है, जो इसकी एंटीऑक्सिडेंट क्षमता के कारण समय से पहले बालों के सफ़ेद होने का कारण बनते हैं। आंवला के इन सभी व्यावहारिक गुणों के कारण, यह एक बढ़िया हेयर टॉनिक है।

Read in English: Health Benefits of Licorice (Mulethi)

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