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मेथी (Fenugreek in Hindi): उपयोग, फायदे, न्यूट्रिशनल वैल्यू, और भी बहुत कुछ!

By Dr. Nikita Toshi +2 more

परिचय

ट्राइगोनेला फोनम – ग्रीकम या मेथी (फेनुग्रीक) फैबिएसी फॅमिली से संबंधित सबसे पुराने ट्रेडिशनल मेडिसिनल पौधों में से एक है। इसकी खेती भारतीय उपमहाद्वीप (इंडियन सबकॉन्टिनेंट), उत्तरी अफ्रीका (नॉर्थ अफ्रीका), और भूमध्य क्षेत्र (मैडीटेरेनियन रीजन) में की जाती है। मेथी का उपयोग कई तरीकों से किया जाता है, जैसे जड़ी-बूटी (सूखे पत्ते), ताजी पत्तियाँ (सब्जियाँ), और मसाले (बीज)।1 मेथी पौष्टिक (न्यूट्रिशियस) होती है, ट्राइगोनेला फोनम – ग्रीकम या मेथी (फेनुग्रीक) फैबिएसी फॅमिली से संबंधित सबसे पुराने मेडिसिनल पौधों में से एक है। इसकी खेती भारतीय उपमहाद्वीप (इंडियन सबकॉन्टिनेंट), उत्तरी अफ्रीका (नॉर्थ अफ्रीका),और भूमध्य क्षेत्र (मैडीटेरेनियन रीजन) में की जाती है। मेथी का उपयोग कई तरीकों से किया जाता है, जैसे जड़ी-बूटी (सूखे पत्ते), ताजी पत्तियाँ (सब्जियाँ), और मसाले (बीज)।1 फेनुग्रीक (मेथी) प्रकृति पौष्टिक (न्यूट्रिशियस), कार्यात्मक (फंक्शनल), और न्यूट्रास्युटिकल होती है। इन सभी विशेषताओं के कारण मेथी को मनुष्य के खाने (ह्यूमन डाइट) में उपयोग की जाने वाली एक प्रसिद्ध मसाले की फसल है।2

Fenugreek

पोषक मूल्य (न्यूट्रिशनल वैल्यू)

मेथी उचित विकास के लिए आवश्यक डाइटरी फाइबर और अन्य पोषक तत्वों (न्यूट्रिएंट्स) का एक मुख्य स्रोत है। मेथी कई फाइटोकेमिकल्स जैसे अल्कलॉइड्स, कार्बोहाइड्रेट्स, अमीनो एसिड्स, मिनरल्स और स्टेरायडल सैपोनिन्स से भी भरपूर होती है।2

मेथी (फेनुग्रीक) का पोषक मूल्य:(न्यूट्रिशनल वैल्यू)

पोषक तत्वमान
कार्बोहाइड्रेट्स58%
प्रोटीन23%-26%
वसा (फैट)0.9%
फ़ाइबर25%

                                      टेबल 1: मेथी का पोषक मूल्य (फेनुग्रीक के बीज)2

इसके अलावा मेथी में पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक, कॉपर, आयरन और मैंगनीज जैसे खनिज (मिनरल्स) भी होते हैं। बीटा कैरोटीन और विटामिन सी मेथी के मुख्य घटक (एसेंशियल कॉम्पोनेन्ट) माने जाते हैं।2

Read in English: Karela Juice: Uses, Benefits, Side Effects and More!

मेथी के गुण 

मेथी में कई गुण होते हैं, जो नीचे दिए गए हैं।

  • इसमें एंटीऑक्सीडेन्ट गुण हो सकते हैं।3
  • इसमें लिवर प्रोटेक्शन गुण हो सकते हैं।
  • यह इन्फ्लामेशन (सूजन / जलन) को कम करने में मदद कर सकती है।
  • इसमें एंटी-अल्सर गुण हो सकते हैं।
  • इसमें एंटी-कैंसर गुण हो सकते हैं।
  • इसमें एंटी-बैक्टिरीअल गुण हो सकते हैं।
  • इसमें न्यूरोप्रोटेक्टिव (न्यूरॉन की सुरक्षा) गुण हो सकते हैं।1  

मेथी के संभावित उपयोग 

बहुत से प्रकार के ऐक्टिव फाइटोकेमिकल्स के कारण, मेथी कई बीमारियों के लिए बहुत से संभावित उपयोग दिखा सकती है। मेथी के कुछ संभावित उपयोगों को नीचे दर्शाया गया है।

गठिया (आर्थ्राइटिस) को नियंत्रित करने में मेथी के संभावित उपयोग 

रूमेटॉइड आर्थ्राइटिस एक ऐसी बीमारी है जिसमें हमारे शरीर के जॉइंट्स (जोड़ों) में पुरानी इन्फ्लामेशन (सूजन / जलन) हो जाती है, जिसमें टिशू (ऊतकों) की चोट (इंजरी) और साइनोवियल प्रसार (प्रोलिफरैशन) हो जाता है। जानवरों पर किये गए अध्ययन के अनुसार, फेनुग्रीक (मेथी) के म्यूसीलेज का सेवन करने से इन्फ्लामैशन करवाने वाले एंजाइम की गतिविधि (एक्टिविटी) को कम करके एडिमा को रोका जा सकता है। फेनुग्रीक (मेथी) के गुण आर्थ्राइटिस के लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। हालाँकि, आर्थ्राइटिस से निपटने के दौरान आपको डॉक्टर की सलाह और इसके इलाज का सख्ती से पालन करना चाहिए। किसी भी हर्बल रेमिडी का उपयोग करने से पहले अपने हेल्थ केयर प्रोवाइडर से सलाह ज़रूर ले लें।

कैंसर में मेथी के संभावित उपयोग 

मेथी में प्रोटोडायोसिन नाम का एक यौगिक पाया जाता है जो कैंसर सेल लाइनों के खिलाफ एंटीकैंसर गुण दिखा सकता है। इसकी स्टडी में यह पाया गया है, कि फेनुग्रीक (मेथी) के एक्स्ट्रैक्ट ने ब्रेस्ट और पैन्क्रीयाटिक कैंसर की सेल (कोशिका) लाइनों को बढ़ने होने से रोका। जानवरों पर होने वाले अध्ययनों के अनुसार, फेनुग्रीक (मेथी) के एक्स्ट्रैक्ट के सेवन ने, ट्यूमर सेल (कोशिका) की वृद्धि को भी कम कर दिया।2 हालाँकि, इंसानों में कैंसर के खिलाफ मेथी के उपयोग को और ज्यादा सपोर्ट करने के लिए और ज्यादा रिसर्च की जरूरत है। इसलिए, पहले हेल्थ केयर प्रोवाइडर से सलाह लिए बिना मेथी का उपयोग कैंसर के लिए नहीं किया जाना चाहिए।

गैस्ट्रिक अल्सर में मेथी के संभावित उपयोग

मेथी का जेल फ्रैक्शन गैस्ट्रिक लेजन (घावों) से बचने में मदद कर सकता है। फेनुग्रीक (मेथी) के जेल भाग में फ्लेवोनोइड्स और पॉलीसेकेराइड की मौजूदगी के कारण मेथी में पेट के लिए सुरक्षात्मक फायदे हो सकते हैं। इसके अलावा, मेथी की एंटी-सीक्रिटरी गतिविधि (एक्टिविटी) अल्सर के खिलाफ प्रोटेक्टिव भूमिका निभा सकती है।2 हालाँकि, यदि आप अल्सर जैसी पेट की समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें और उचित डाइग्नोसिस और इलाज लें।

दिमाग से संबंधित विकार (डिसॉर्डर) में मेथी के संभावित उपयोग

मेथी में मौजूद बायोऐक्टिव घटक (कॉम्पोनेन्ट) न्यूरोलॉजिकल डिसॉर्डर जैसे पार्किंसन डिसीज, अल्जाइमर डिसीज और डिप्रेशन जैसी स्थितियों में बहुत ही असरदार हो सकता है। उदाहरण के लिए, मेथी के एक्स्ट्रैक्ट डिप्रेशन को कम करने में मदद कर सकते हैं क्योंकि यह मोनोअमाइन ऑक्सीडेज एंजाइम की गतिविधि को रोकता है। इसके अलावा, मेथी में मौजूद फ्लेवोनोइड्स जैसे घटक प्रोटीन और एंजाइमों के पाथवे और एक्स्प्रेशन को सकारात्मक (पॉजिटिव) रूप से बदलकर व्यक्ति के व्यवहार संबंधी असामान्यताओं (बिहेविरल एबनॉर्मलिटिस) को कम करने में मदद कर सकते हैं।2 हालाँकि, किसी भी दिमाग संबंधी डिसॉर्डर को उचित डाइग्नोसिस और उपचार के साथ पूरा किया जाना चाहिए। अगर आपको ब्रेन फंक्शन में किसी भी प्रकार की परेशानी हो रही है, तो अपने हेल्थ केयर प्रोवाइडर से बात करें और मदद लें।

अस्थमा (दमा) में मेथी के संभावित उपयोग 

अस्थमा फेफड़े में होने वाला डिसॉर्डर है जिसमें फेफड़े के वायुमार्गों (एयरवेस) में सूजन आ जाती है और यह डिसॉर्डर साँस लेने और छोड़ने के लिए वायुमार्ग को बंद कर देता है। एक अध्ययन के अनुसार, फेनुग्रीक का एक्स्ट्रैक्ट माइल्ड अस्थमा के इलाज में असरदार था और सहायक थेरेपी के रूप में इसके सेवन की सलाह दी जा सकती है। मेथी का रोजाना उपयोग करने से अस्थमा के लक्षणों से बचने में मदद मिल सकती है।2 हालाँकि, मेथी को अस्थमा के इलाज के विकल्प के रूप में उपयोग न करें। कोई भी निर्णय लेने से पहले आपको किसी अच्छे डॉक्टर से बात करनी चाहिए।

मोटापे में मेथी के संभावित उपयोग 

मेथी बिना किसी साइड इफेक्ट के वजन कम करने में मदद कर सकती है। जानवरों पर होने वाले कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि वजन घटाने में मेथी असरदार होती है। मेथी के हाई फाइबर भूख को कम करने में मदद कर सकते हैं, जो मोटे रोगियों में ज्यादा बढ़ जाती है। जानवरों में अध्ययन के अनुसार, मेथी पाउडर का सेवन वजन कम करने में सहायक पाया गया। मेथी के बीज में मौजूद गैलेक्टोमैनन, खून (ब्लड) में अवशोषित (एब्सॉर्ब) होने से पहले शरीर से शुगर को बाहर निकालने में मदद कर सकता है।2 हालाँकि, अपने खाने में कोई भी बदलाव करने से पहले, हम आपको अपने हेल्थ केयर प्रोवाइडर या डाइटिशियन से बात करने की सलाह देते हैं।

डाइबीटीज़ (मधुमेह) में मेथी के संभावित उपयोग 

मेथी डाइबीटीज़ में सहायक हो सकती है क्योंकि यह लिवर और एडिपॉज टिशू (ऊतकों) में ग्लूकोज ट्रांसपोर्टरों और सिग्नलिंग ट्रांसडक्शन को नियंत्रित करके इंसुलिन सेन्सिटिविटी को बढ़ाती है। जानवरों पर किए गए अध्ययन के अनुसार, मेथी के सेवन से लिवर और एडिपोज टिशू में ग्लूकोज ट्रांसपोर्टर-2 और 4 का लेवल बढ़ा हुआ पाया गया। मेथी इंसुलिन रेजिस्टेन्स की स्थिति में सुधार करने में भी मदद कर सकती है। यह लिवर को अच्छी तरह से काम करने में भी मदद कर सकती है।2 डाइबीटीज़ एक हेल्थ कन्डिशन है जिसके लिए आपको डॉक्टर से सलाह और इलाज कराने की जरूरत होती है। डाइबीटीज़ के लिए कोई भी हर्बल उपचार लेने से पहले आपको हेल्थ केयर प्रोवाइडर से बात करनी चाहिए।

लिवर के लिए मेथी का संभावित उपयोग

मेथी (फेनुग्रीक) के बीजों का एक्स्ट्रैक्ट, शराब से होने वाले लिवर डैमेज के खिलाफ सुरक्षा प्रदान कर सकता है। इस एक्स्ट्रैक्ट में मौजूद पॉलीफेनोलिक यौगिकों से लिवर को प्रोटेक्टशन मिल सकता है। मेथी के बीज शराब के विषाक्त प्रभावों (टॉक्सिक इफेक्ट) से लिवर की कोशिकाओं और लिवर के फ़ंक्शन को बचाने में मदद कर सकते हैं। हालाँकि, यदि अपको लिवर से संबंधित कोई भी बीमारी है, तो हर्बल उपचार लेने से स्थिति और खराब हो सकती है। इसलिए, लिवर के लिए किसी भी तरह का हर्बल उपचार करने से पहले, आपको अपने हेल्थ केयर प्रोवाइडर से परामर्श कर लेना चाहिए।

हालाँकि, कुछ अध्ययन में, विभिन्न स्थितियों में मेथी से फायदे भी देखने को मिलते हैं, ये पर्याप्त नहीं हैं और मनुष्यों के स्वास्थ्य पर मेथी से होने वाले फायदे साबित करने के लिए अभी और अध्ययन की जरूरत है।

मेथी का उपयोग कैसे करें?

दैनिक जीवन (डेली लाइफ) में मेथी का उपयोग करने के कई तरीके हैं।

  • मेथी की सूखी पत्तियों का उपयोग जड़ी-बूटियों (हर्ब्स) के रूप में किया जा सकता है। 
  • मेथी के बीजों का उपयोग एक मसाले के रूप में किया जा सकता है।
  • मेथी की ताजी पत्तियों का उपयोग एक सब्जी के रूप में किया जा सकता है।1

मेथी या कोई भी हर्बल सप्लीमेंट लेने से पहले आपको किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह लिए बिना आयुर्वेदिक/हर्बल प्रीपरेशन से मॉडर्न मेडिसिन के चल रहे उपचार को बंद या रिप्लेस न करें।

मेथी के नुकसान (साइड – इफेक्ट)

मेथी के सेवन से होने वाले नुकसान नीचे दिए गए हैं।

  • जानवरों पर किये अध्ययनों के अनुसार, मेथी के बीजों के ऐक्वस एक्स्ट्रैक्ट का सेवन करने से, औरतों के प्रजनन क्षमता (फर्टिलिटी) में कमी आती है। इससे संतानों में विकास संबंधी परेशानियाँ (ग्रोथ रीटार्डैशन), चेहरे की विकृति (फेशियल मालफोर्मेशन), मोटर स्किल में परिवर्तन, और दिमाग संबंधी समस्या (न्यूरोबिहेवियरल) भी दिखने लगता है।1
  • चक्कर आना, दस्त (डायरिया) और पेट फूलना भी मेथी के साइड इफ़ेक्ट हैं।2
  • जब मेथी का उपयोग थेराप्यूटिक एजेंट के रूप में किया जाता है, तो इसकी ज्यादा मात्रा स्वास्थ्य पर उलटा प्रभाव डाल सकती है।2

मेथी या कोई अन्य हर्बल रेमेडी लेने से पहले, आपको अपने हेल्थ केयर प्रोवाइडर से हर्बल उपचार के संभावित नुकसान के बारे में बात करनी चाहिए। इससे आपको अनचाहे साइड इफेक्ट्स से बचने में मदद मिलेगी।

Read in English: Lodhra: Uses, Benefits, Side Effects & More!

मेथी के सेवन के साथ बरतने वाली सावधानियाँ 

मेथी का उपयोग करते समय आपको कुछ सामान्य सावधानियाँ बरतनी चाहिए।

  • गर्भावस्था के दौरान मेथी के बीजों का सेवन सुरक्षित नहीं होता है। इससे गर्भपात (अबॉर्शन) हो सकता है और होने वाली संतान पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है, जैसे बच्चे के व्यवहार और मोटर स्किल में डिस्टर्बन्स।1
  • जिन लोगों को छोले (चने) या मेथी से एलर्जी है, उन्हें मेथी का सेवन करते समय सावधानी बरतने की जरूरत होती है क्योंकि इससे क्रॉस-रिएक्शन होने की संभावना हो सकती हैं।2

इसके अलावा, आपको एक हेल्थ केयर प्रोवाइडर से बात करनी चाहिए, वह आपको अच्छे जाने माने विकल्प (ऑप्शन) चुनने (सेलेक्ट करने) में मदद करेगा।

अन्य दवाओं के साथ परस्पर क्रिया (इंटरैक्शन)

मेथी कुछ दवाओं के साथ परस्पर क्रिया कर सकता है और उनके एक्टिविटी को बदल सकता है। 

  • मेथी के साथ, कोई दवा लेने से पहले सावधानी रखने की ज़रूरत है, क्योंकि यह खाने वाली दवाओं को पेट में अवशोषित (एब्सॉर्ब) होने में रुकावट (डिस्टर्ब) पैदा कर सकता है।2
  • मेथी को हाइपोग्लाइकेमिक दवाओं के साथ लेने पर, यह ब्लड ग्लूकोज़ लेवल को ज़रूरत से ज़्यादा कम कर सकता है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए, ब्लड ग्लूकोज़ लेवल पर बारीकी से नज़र रखने की ज़रूरत है।2  

यदि आप किसी बीमारी के लिए दवाएँ ले रहे हैं, तो अन्य जड़ी-बूटियों और दवाओं को एकसाथ लेने से पहले अपनी डॉक्टर की सलाह ज़रूर ले लें। इससे आप जड़ी-बूटी और दवाओं के बीच के इंटरैक्शन से बच सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

मेथी क्या है?

मेथी (ट्राइगोनेला फिनम-ग्रीकम) एक पौधा है जो इसके बीजों, ताज़ी पत्तियों, और सुखी पत्तियों के लिए जाना जाता है। अंग्रेज़ी (इंग्लिश) में इसे फेनुग्रीक कहा जाता है।1

क्या मेथी वजन घटाने (वेट लॉस) के लिए अच्छा है?

जानवरों पर किये गए अध्ययन के अनुसार, मेथी का उपयोग वेट लॉस के लिए किया जा सकता है। इसके साथ ही, मेथी में मौजूद हाई फाइबर भूख को कम कर सकता है, जिससे वजन कम हो सकता है। अपना वजन घटाने के लिए, अपने खाने में किसी भी तरह का बदलाव करने या हर्बल इलाज कराने से पहले अपने डॉक्टर या डाइटीशियन की सलाह ज़रूर ले लें।

बालों के लिए मेथी का उपयोग कैसे करें?

नहाने से पहले मेथी की पत्तियों का लेप (पेस्ट) स्कैल्प पर लगाया जा सकता है। यह बालों के ग्रोथ, बालों के नेचुरल रंग को बनाये रखने में, बालों को रुसी (डैंड्रफ) से बचाये रखने में, और बालों को मुलायम (सिल्की) रखने में मदद करता है।4

क्या मेथी डायबिटीज़ के लिए अच्छा है?

जानवरों पर अनेकों अध्ययन करने के बाद यह पता चलता है कि, मेथी डायबिटीज़ को नियंत्रित कर सकता है। यह शरीर में इंसुलिन सेंसिटिविटी (संवेदनशीलता) को बढ़ा सकता है और इंसुलिन रेसिस्टेन्स (प्रतिरोधकता) की स्थिति को भी सुधार सकता है। हालाँकि, मनुष्यों में अभी इसके इफेक्टिवनेस (क्षमता) की पुष्टि करने के लिए, रिसर्च किये जा रहे हैं। इसलिए, डायबिटीज़ का इलाज करने के लिए, मेथी को विकल्प (अल्टरनेटिव) या रिप्लेसमेंट के रूप में उपयोग नहीं करना चाहिए।

क्या गर्भवती औरतें (प्रेगनेंट लेडी) मेथी खा सकती हैं ?

गर्भवती औरतों (प्रेगनेंट लेडीज़) को मेथी नहीं खाना चाहिए क्योंकि इससे गर्भपात (अबॉर्रशन) हो सकता है। इससे बच्चे में जन्म से ही कोई समस्या भी हो सकती है। इसलिए, गर्भवती औरतों (प्प्रेगनेंट लेडीज़) को मेथी बिलकुल भी नहीं खाना चाहिए। प्रेगनेंसी के समय मेथी का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर सलाह ले लेना चाहिए।

मेथी के बीज का उपयोग कैसे करें ?

मेथी के बीज का उपयोग मसाले के रूप में किया जा सकता है। मेथी के बीज अपने ख़ुशबूदार और मसालेदार गुणों के लिए जाने जाते हैं और आमतौर पर इसका उपयोग तड़के के रूप में किया जाता है।1 हालाँकि, मेथी को हर्बल इलाज के रूप में उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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References

  1. Trigonella foenum-graecum L. Sprouted Seed Extract: Its Chemical HPLC Analysis, Abortive Effect, and Neurodevelopmental Toxicity on Mice: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC7166263/ . Publisher: National Library of Medicine. Author: Sara Oufquir, 1 Mehdi Ait Laaradia, 1 Zineb El Gabbas, 1 Kenza Bezza, 1 Jawad Laadraoui, 1 Rachida Aboufatima, 2 Zahra Sokar, 1 and Abderrahman Chait 1 | April 7, 2020
  2. Nutritional and therapeutic properties of fenugreek (Trigonella foenum-graecum): a review: https://www.tandfonline.com/doi/full/10.1080/10942912.2020.1825482 . Publisher: Taylor & Francis Online. Author: Qamar Abbas Syed,Zainab Rashid,Muhammad Haseeb AhmadORCID Icon,Rizwan Shukat,Anum Ishaq,Niaz MuhammadORCID Icon &Hafiz Ubaid Ur Rahman | October 26, 2020
  3. Fenugreek (Trigonella foenum graecum) seed extract prevents ethanol-induced toxicity and apoptosis in Chang liver cells: https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/16574673/ . Publisher: PubMed . Author: Subramanian Kaviarasan 1, Nalini Ramamurty, Palani Gunasekaran, Elango Varalakshmi, Carani Venkatraman Anuradha | March 30, 2006
  4. Indian medicinal plants used in hair care cosmetics: a short review.: https://www.cabdirect.org/cabdirect/abstract/20113312670 . Publisher: Phcog.Net. Author: Amit, G. ; Rishabha, M. ; Prakash, S. S. | June 1, 2010
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