"MedicalWebPage", "FAQPage"

Get more insightful and

helpful tips to

treat Diabetes for FREE

Want an ad free reading experience?

Download PharmEasy App

Banner Image

Register to Avail the Offer

Send OTP

By continuing, you agree with our Privacy Policy and Terms and Conditions

Success Banner Image

Comments

Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Leave your comment here

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement
Advertisement

ग्वार फली (Cluster Beans in Hindi): उपयोग, फायदे और न्यूट्रिशनल वैल्यू

By Dr. Nikita Toshi +2 more

परिचय :

हो सकता है कि अपनी थाली में ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) देखने के बाद आपकी भूख मर जाती हो। क्या होगा अगर हम आपको बताएं कि ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) एक बेस्वाद सब्जी से कहीं ज़्यादा है?

Cluster beans

 ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) फाइबर और प्रोटीन का बहुत अच्छा स्रोत है। इसमें ऐसे कई अन्य पोषक तत्व भी होते हैं और सेहत कोई कई संभावित फायदे प्रदान कर सकते हैं।  ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) का वैज्ञानिक नाम साइमोप्सिस टेट्रागोनोलोबा है और यह फैबेसी परिवार से संबंधित फलीदार पौधा है। इसे हिंदी में आमतौर पर ग्वार के नाम से जाना जाता है।1

ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के गुणों और पोषक तत्वों के बारे में अधिक जानने के लिए, पढ़ना जारी रखें!     

ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) की न्यूट्रिशनल वैल्यू:

ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) फाइबर, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का एक अच्छा स्रोत है। ग्वार फली (क्लस्टर इन मैक्रोन्यूट्रिएंट्स के अलावा कैल्शियम और आयरन जैसे आवश्यक मिनरल भी प्रदान करती है।

पोषक तत्व   वैल्यू
कार्बोहाइड्रेट  5.31 ग्राम 
प्रोटीन3 ग्राम
लिपिड0.31 ग्राम
फाइबर3.7 ग्राम
शुगर2 ग्राम
कैल्शियम156 मिलीग्राम
आयरन3.96 मिलीग्राम
विटामिन C2.3 मिलीग्राम
विटामिन A200 इंटरनेशनल यूनिट
एनर्जी35 कैलोरी

टेबल 1: प्रति 100 ग्राम ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) की न्यूट्रिशनल वैल्यू2

Read in English: Raw Banana: Uses, Benefits, Side Effects and More!

ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के गुण:

नीचे ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के विभिन्न संभावित फायदेमंद गुण बताए गए हैं।

  • यह एंटी-अल्सर गुण दिखा सकती है।
  • यह डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है।
  • यह थक्का रोधी (रक्त के थक्कों को रोकने) गुण दिखा सकती है।
  • यह एंटीकोलिनर्जिक गुण दिखा सकती है।
  • यह घाव भरने में मदद कर सकती है।
  • यह एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण दिखा सकती है।
  •  यह एंटीमाइक्रोबियल गुण दिखा सकती है।
  • यह ब्लड कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है।3

Read in English: Zucchini: Uses, Benefits, Side effects and More!

संपूर्ण सेहत के लिए ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के संभावित उपयोग:

Sampoorn swasth ke liye Gawar phali (Cluster beans) ke sambhavit upyog:

विभिन्न मेडिकल स्थितियों के लिए ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के संभावित उपयोग नीचे दिए गए हैं। अगली बार जब आप अपनी थाली में ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) देखेंगे, तो इसे ज़रूर खाना चाहेंगे।

1. डायबिटीज में ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के संभावित उपयोग

जानवरों पर किए गए एक परीक्षण के दौरान देखा गया कि ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के अर्क ने डायबिटीज  से पीड़ित चूहों में ब्लड शुगर लेवल को कम कर दिया। जानवरों पर किए गए अन्य परीक्षणों में भी ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) की ब्लड शुगर को कम करने वाली गतिविधि देखी गई है। इसलिए, हम कुछ और रिसर्च  करके डायबिटीज से पीड़ित लोगों में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करने के लिए ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) का उपयोग देख सकते हैं। हालांकि, ये गुण जानवरों पर किए गए अध्ययनों में पाए गए हैं और डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए ग्वार फलियों के उपयोग का समर्थन करने के लिए इंसानों पर और ज़्यादा परीक्षणों की आवश्यकता है। इसलिए, आपको अपने डॉक्टर से परामर्श किए बिना डायबिटीज के इलाज के विकल्प के तौर पर ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) का उपयोग नहीं करना चाहिए। 

2. ब्लड कोलेस्ट्रॉल में ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के संभावित उपयोग

डाइट में ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के उपयोग से ब्लड कोलेस्ट्रॉल लेवल कम हो सकता है क्योंकि इसके सेवन से अच्छे कोलेस्ट्रॉल (हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन, एचडीएल) में पर्याप्त बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि, इंसानों में ब्लड कोलेस्ट्रॉल में ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के उपयोग का समर्थन करने के लिए और ज़्यादा रिसर्च करने की ज़रुरत है। इसलिए, मेडिकल ट्रीटमेंट के विकल्प के तौर पर ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) या अन्य हर्बल उपचारों का उपयोग करने से बचें।

3. पेट के अल्सर में ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के संभावित उपयोग

ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) का अर्क स्ट्रेस के कारण होने वाले पेट के घावों की तीव्रता को कम कर सकता है। यह म्यूकोसल बैरियर को भी मजबूत कर सकता है और पेट की परत के लिए सुरक्षात्मक प्रदान कर सकता है। ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) अल्सर से जुड़ी सूजन, जलन, दर्द को कम करने में भी मदद कर सकती है, जिससे इसे ठीक होने में मदद मिलती सकती है। इन सभी फायदों को अध्ययनों में देखा गया है। हालांकि, इंसानों में इन फायदों को दिखाने के लिए पर्याप्त रिसर्च नहीं हैं। अगर आप पेट के अल्सर या पेट की किसी समस्या से पीड़ित हैं, तो आपको अपने डॉक्टर या हेल्थ केयर प्रोवाइडर से परामर्श करना चाहिए और उचित इलाज करवाना चाहिए। 

4. घाव भरने के लिए ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के संभावित उपयोग

जब ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के अर्क के घाव भरने की क्षमता का परीक्षण किया जाता है, तो यह इलाज की प्रक्रिया को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। यह घाव ठीक करने में मदद कर सकता है और टेंसाइल स्ट्रेंथ (तन्य शक्ति) बढ़ा सकता है। अर्क सूजन, जलन को भी कम कर सकता है, जो घाव भरने में तेजी लाने में मदद कर सकता है। घाव भरने में ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के लाभ की सही सीमा दिखाने के लिए इंसानों पर और ज़्यादा अध्ययन की ज़रुरत है। घाव भरने के लिए इसका उपयोग करने से पहले, अपने डॉक्टर से संपर्क करें और उचित इलाज करवाएं। अपने चिकित्सक से परामर्श किए बिना अपने घावों के इलाज के लिए हर्बल ट्रीटमेंट का उपयोग करने से बचें।

5. ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के अन्य संभावित उपयोग:

  • माइक्रोबियल इंफेक्शन:

ग्वार फली (क्लस्टर बीन) के अर्क ने साल्मोनेला टाइफिम्यूरियम और एस्चेरिचिया कोलाई जैसे कई बीमारी पैदा करने वाले बैक्टीरिया के खिलाफ एंटी-माइक्रोबियल (रोगाणुरोधी) गतिविधि दिखाई है, जो इशारा करता है कि ज़्यादा रिसर्च करने के बाद पता लगाया जा सकता है कि माइक्रोबियल इंफेक्शन में ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के कितना संभावित उपयोग है।3

  • अस्थमा (दमा):

जानवरों पर किए गए अध्ययन में अस्थमा में ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) की क्षमता का मूल्यांकन किया गया है। ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) गिनी सूअरों में अस्थमा के मार्कर लेवल को कम कर सकती है।3

  • कृमिनाशक गतिविधि:

ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) का अर्क गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में मौजूद कीड़ो को मारने में मदद कर सकता है। विशेष रूप से फलों और पत्तियों के अर्क ने पर्याप्त कृमिनाशक गतिविधि दिखाई। इसलिए, अधिक रिसर्च प्रमाणों से कृमिनाशक क्षमता के लिए ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के फलों और पत्तियों के उपयोग  का पता लगाया जा सकता है।3

  • एंटीकोलिनर्जिक गतिविधि (एसिटाइलकोलाइन की गतिविधि को कम करना):

ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) का अर्क एसिटाइलकोलाइन नाम के हार्मोन द्वारा प्रेरित मांसपेशियों के संकुचन को कम कर सकता है, जो एसिटाइलकोलाइन गतिविधि को कम करने में ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) की क्षमता का संकेत देता है।3

हालांकि ऐसे अध्ययन हैं जो विभिन्न समस्याओं की स्थितियों में ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के फायदों को दिखाते हैं, लेकिन ये अध्ययन अपर्याप्त हैं और इंसान की सेहत पर ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के फायदों की सही सीमा स्थापित करने के लिए आगे और अध्ययन की ज़रुरत है।

Read in English: Snake Gourd: Uses, Benefits, Side Effects and More!

ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) का इस्तेमाल कैसे करें:

ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) को अपनी डाइट का हिस्सा बनाने के कई तरीके हैं।

  • पत्ते: आप इसके पत्तों की सब्जी बना सकते हैं
  • बीजः बीजों की सब्जी बनाई जा सकती है। आप अंकुरित बीजों को कच्चा भी खा सकते हैं।
  • बीज की फली: आप करी में कच्चे बीज की फली डाल सकते हैं। कच्ची बीज की फली को तलकर भी खाया जा सकता है।

ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) या कोई भी हर्बल सप्लीमेंट लेने से पहले आपको किसी योग्य डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। किसी योग्य डॉक्टर से परामर्श किए बिना कोई भी जारी दवा या इलाज बंद न करें या इसे आयुर्वेदिक/हर्बल दवा से रिप्लेस न करें।

ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के साइड इफेक्ट:

ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) फाइबर से भरपूर होती है। फाइबर का सेवन अचानक बढ़ाने से पेट में दर्द और गैस हो सकती है। इसलिए, आपको सलाह दी जाती है कि ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) का सेवन कम मात्रा में करें और धीरे-धीरे अपने फाइबर का सेवन बढ़ाएं।4

इसके अलावा, ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) से सेहत को मिलने वाले फायदों के लिए या किसी बीमारी के लिए इसका इस्तेमाल करने से पहले इसके संभावित साइड इफेक्ट के बारे में किसी डॉक्टर से बात करें।

ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) का इस्तेमाल करते समय सावधानियां:

  • गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए सावधानियां

गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) को कम मात्रा में खा सकती हैं, जो कि एक सामान्य भोजन मात्रा है। हालांकि, ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) या अन्य सब्जियों का अधिक सेवन करने से बचें।

  • बुजुर्गों के लिए सावधानी

ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इसलिए बुजुर्गों को ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि इससे पेट दर्द और गैस की समस्या हो सकती है।

  • बच्चों के लिए सावधानी

बच्चों को अपने माता-पिता के मार्गदर्शन में ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) खाने की सलाह दी जाती है। बच्चों को ज़्यादा मात्रा में ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) का सेवन करने से बचना चाहिए।

इसके अलावा, औषधीय गुणों के लिए ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) इस्तेमाल करने से पहले, आपको अपने डॉक्टर से उसकी संभावित सावधानियों के बारे में बात करनी चाहिए। यह अनचाहे साइड इफेक्ट से बचने में आपकी मदद करेगा।

Read in English: Star Anise: Uses, Benefits, Side Effects and More!

अन्य दवाओं के साथ इंटरेक्शन (परस्पर क्रिया):

ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के अन्य दवाओं और औषधियों के साथ इंटरेक्शन (पारस्परिक क्रिया) पर डेटा की कमी है। इसलिए, अगर आप किसी स्वास्थ्य स्थिति के लिए दवाएं ले रहे हैं, तो अन्य जड़ी-बूटियों और दवाओं के साथ दवा के संभावित इंटरेक्शन (पारस्परिक क्रिया) के बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:

1. ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) से सेहत को क्या फायदे मिलते हैं?

जानवरों पर किए गए परीक्षणों में डायबिटीज, ब्लड कोलेस्ट्रॉल, घाव और पेट के अल्सर जैसी समस्याओं के खिलाफ ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के संभावित उपयोग देखे गए हैं।3 इंसानों में इन स्थितियों के लिए ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के इस्तेमाल को सही ठहराने के लिए बड़े पैमाने पर इंसानों पर परीक्षण करने की ज़रुरत है। इसलिए, आपको सलाह दी जाती है कि बिना डॉक्टर के परामर्श के किसी भी बीमारी के लिए ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) या अन्य घरेलू नुस्खे का इस्तेमाल न करें।

2. क्या मैं गर्भावस्था के दौरान ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) का उपयोग कर सकती हूं?

गर्भावस्था के दौरान को पोषण के एक बहुत अच्छे स्रोत के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।5 हालांकि, गर्भवती महिलाओं को सलाह दी जाती है कि वे अधिक मात्रा में ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) का सेवन न करें क्योंकि इसके साइड इफेक्ट हो सकते हैं।

3. ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) के साइड इफेक्ट क्या हैं?

ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) में डाइटरी फाइबर ज़्यादा होता है। अपने दैनिक फाइबर सेवन को अचानक बढ़ाने से पेट में दर्द और सूजन जैसे साइड इफेक्ट हो सकते हैं। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) का कम मात्रा में सेवन करें।4

4. क्या मैं वजन घटाने के लिए ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) का उपयोग कर सकता/सकती हूं?

ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) डाइटरी फाइबर से भरपूर होती है।4 डाइटरी फाइबर से सेहत कोई फायदे मिलते हैं। डाइटरी फाइबर ज़्यादा लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है, ये कम कैलोरी प्रदान करते हैं और मोटापे और डायबिटीज के जोखिम को कम करते हैं।4 इसलिए, आप वजन को नियंत्रित करने के लिए ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) का सेवन कर सकते हैं। हालांकि, अगर आप अपना वजन कम करना या नियंत्रित करना चाहते हैं, तो आपको डायटीशियन से बात करनी चाहिए और हर डाइट के फायदों और सीमाओं के बारे में परामर्श करना चाहिए।

Disclaimer: 

The information provided here is for educational/awareness purposes only and is not intended to be a substitute for medical treatment by a healthcare professional and should not be relied upon to diagnose or treat any medical condition. The reader should consult a registered medical practitioner to determine the appropriateness of the information and before consuming any medication. PharmEasy does not provide any guarantee or warranty (express or implied) regarding the accuracy, adequacy, completeness, legality, reliability or usefulness of the information; and disclaims any liability arising thereof.

Links and product recommendations in the information provided here are advertisements of third-party products available on the website. PharmEasy does not make any representation on the accuracy or suitability of such products/services. Advertisements do not influence the editorial decisions or content. The information in this blog is subject to change without notice. The authors and administrators reserve the right to modify, add, or remove content without notification. It is your responsibility to review this disclaimer regularly for any changes.

References:

  1. Cyamopsis tetragonoloba Guar, Cluster Bean PFAF Plant Database. Plants For a Future. [Internet]. July 21, 2022. Available from: https://pfaf.org/user/Plant.aspx?LatinName=Cyamopsis+tetragonoloba .
  2. GOOVAR CLUSTER BEANS. FoodData Central. [Internet]. July 29, 2021. Available from: https://fdc.nal.usda.gov/fdc-app.html#/food-details/1912769/nutrients .
  3. Sumitra Singh, Bhagwati Devi. Cyamopsis tetragonoloba (L). Taub.: A Phyto- Pharmacological Review. ResearchGate. [Internet]. Available from: https://www.researchgate.net/publication/342106658_Cyamopsis_tetragonoloba_L_Taub_A_Phyto-_Pharmacological_Review .
  4. Dietary fibre. BetterHealth. [Internet]. July 21, 2022. Available from: https://www.betterhealth.vic.gov.au/health/healthyliving/fibre-in-food .
  5. Dr. Gurunath Mote. Vegetables & its Health Benefits – Cluster Beans. ResearchGate. [Internet]. Available from: https://www.researchgate.net/profile/Ganesh-Shelke-3/publication/343054070_Potato_and_its_Health_Benefits/links/5f13d4b9299bf1e548c35ca4/Potato-and-its-Health-Benefits.pdf#page=37 .

You may also like

Comments

Leave your comment...