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आलू (Potato in Hindi): उपयोग, लाभ, न्यूट्रिशनल वैल्यू और भी बहुत कुछ!

By Dr Ashok Pal +2 more

परिचय:

विनम्र आलू (पोटैटो), जिसका वैज्ञानिक नाम सोलनम ट्यूबरोसम एल है, सोलानेसी परिवार से संबंधित है। आलू (पोटैटो) दुनिया की चौथी सबसे महत्वपूर्ण खाद्य फसल है। यह सभी समशीतोष्ण क्षेत्रों (टेम्परेट रीजन) और एशियाई देशों के गर्म, आर्द्र उष्णकटिबंधीय निचले इलाकों में उगाया जाता है। हालाँकि, हमें ऐसा लगता है कि आलू (पोटैटो) हम भारतीयों का है, लेकिन वास्तव में इसकी उत्पत्ति दक्षिण अमेरिका के एंडियन पर्वत क्षेत्र में हुई है, मुख्यतः पेरू, बोलीविया, इक्वाडोर, चिली और कोलंबिया में। आलू (पोटैटो) का उत्पादन मुख्य रूप से चीन, भारत, अमेरिका, रूस और यूक्रेन जैसे देशों में किया जाता है।1


आलू (पोटैटो) की लगभग पांच हज़ार किस्में पाई जाती हैं जो अपने आकार, रंग, उसमें मौजूद स्टार्च की मात्रा और स्वाद के अनुसार अलग-अलग होते हैं। आलू (पोटैटो) की कुछ किस्मों को रसेट बरबैंक, वाइट रोज़, कटहदीन, लाल लेसोडा और लाल पोंटियाक के नाम से जाना जाता है।1

आलू (पोटैटो) का पोषण मूल्य (न्यूट्रिशनल वैल्यू):

आलू में कार्बोहाइड्रेट, डाइटरी फाइबर, प्रोटीन और अमीनो एसिड, ज़रूरी विटामिन और ट्रेस मिनरल जैसे ज़रूरी पोषक तत्व होते हैं।1

पोषक तत्वमात्रा/ 100 ग्राम 
कार्बोहाइड्रेट17.5 ग्राम 
प्रोटीन2.05 ग्राम  
वसा (फैट)0.09 ग्राम 
फाइबर2.1 ग्राम 
स्टार्च15.3 ग्राम 
शुगर0.82 ग्राम 
ऊर्जा (एनर्जी)77 किलोकैलोरी

टेबल 1: प्रति 100 ग्राम कच्चे आलू का पोषण मूल्य (पोटैटो)2

तत्वमात्रा/ 100 ग्राम 
कैल्शियम12 मिलीग्राम
सोडियम6 मिलीग्राम
पोटैशियम 425 मिलीग्राम
मैग्नीशियम23 मिलीग्राम
आयरन0.81 मिलीग्राम
ज़िंक0.3 मिलीग्राम
कॉपर 0.11 मिलीग्राम
मैंगनीज़0.153 मिलीग्राम
फॉस्फोरस57 मिलीग्राम
सेलेनियम 0.4 माइक्रोग्राम
विटामिन B6 0.298 मिलीग्राम
फोलेट15 माइक्रोग्राम
कोलीन 12.1 मिलीग्राम
बीटाइन0.2 मिलीग्राम
राइबोफ्लेविन0.032 मिलीग्राम
नियासिन1.06 मिलीग्राम
थायमिन0.081 मिलीग्राम
विटामिन C19.7 मिलीग्राम
β-कैरोटीन1 माइक्रोग्राम
विटामिन K2 माइक्रोग्राम
लाइसिन0.107 ग्राम
थ्रेओनाइन 0.067 ग्राम
ल्यूसीन0.098 ग्राम
एस्पार्टिक एसिड0.48 ग्राम
एलानिन0.063 ग्राम
वेलिन0.103 ग्राम
फेनिलएलनिन0.081 ग्राम

टेबल 2: प्रति 100 ग्राम कच्चे आलू (पोटैटो) में मौजूद विटामिन, मिनरल और अमीनो एसिड।2

Read in English: Brinjal: Uses, Benefits, Side Effects and More!

आलू (पोटैटो) के गुण: 

आलू (पोटैटो) के निम्नलिखित गुण हैं:

  • यह एंटी-ऑक्सीडेंट की तरह काम कर सकता है
  • इसमें एंटी-कैंसर (कैंसर कोशिकाओं (सेल) को बढ़ने से रोकता है) क्षमता हो सकती है
  • इसमें एंटी-प्रोलिफ़ेरेटिव (कैंसर कोशिकाओं (सेल) को फैलने से रोकता है) क्षमता हो सकती है
  • यह लीवर को सुरक्षित रख सकता है
  • इसमें साइटोटोक्सिक गुण हो सकते हैं (कैंसर कोशिकाओं (सेल) को ख़त्म करता है)
  • यह एक शक्तिशाली एंटी-वायरल घटक (एजेंट) हो सकता है
  • इसमें प्रीबायोटिक4 गुण हो सकते हैं
  • इसमें एंटी-बैक्टीरियल घटक (एजेंट) हो सकते हैं 
  • यह सूजन (इन्फ्लेमेशन) को कम करने में मदद कर सकता है 
  • इसमें एंटी-एलर्जी गुण हो सकते हैं 
  • यह एक एंटी-म्यूटाजेनिक हो सकता है (म्यूटेशन को रोकता है)
  • यह रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) को कम करने में मदद कर सकता है3,4

Read in English: Cauliflower: Uses, Benefits, Side Effects, and More!

आलू (पोटैटो) के संभावित उपयोग: 

आलू (पोटैटो) के कई सारे गुणों के कारण इसे दुनिया भर में एक मुख्य भोजन की तरह देखा जाता है। इसे सब्जी में मिलाएं में, या ऐसे ही मसल लें, और इसे ब्रेड या टोस्ट पर लगाएं या फिर किसी भी चीज़ में एक बाइंडिंग एजेंट की तरह इस्तेमाल करें। सचमुच इसे कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है। स्वास्थ्य के लिए अनेकों लाभ और अपने पोषण गुणों के कारण आलू (पोटैटो) का वैश्विक तौर पर महत्व काफ़ी बढ़ चुका है।1 आलू (पोटैटो) के कुछ संभावित उपयोगों के बारे में नीचे दिया गया है।  

1. कैंसर के लिए आलू (पोटैटो) के संभावित उपयोग 

आलू (पोटैटो) में एंथोसायनिन, लेक्टिन और ग्लाइकोअल्कलॉइड्स जैसे बायोएक्टिव यौगिक भरपूर मात्रा में होते हैं जो एंटी-ट्यूमर का काम करके कैंसर कोशिकाओं (सेल) को समाप्त कर सकते हैं। अध्ययनों (स्टडीज़) से पता चलता है कि आलू (पोटैटो) का पका हुआ अर्क (एक्सट्रेक्ट) पेट के कैंसर (स्टमक कैंसर) के लिए प्रभावी हो सकता है। यह पेट में बनने वाली कैंसर कोशिकाओं (सेल) को मार सकता है और उन्हें बढ़ने से रोक सकता है और यह स्तन कैंसर (ब्रैस्ट कैंसर) कोशिकाओं (सेल) को भी फैलने से रोक सकता है। आलू (पोटैटो) का अर्क (एक्सट्रेक्ट), कोलन और लीवर कैंसर में भी मदद करता है।5 हालाँकि, कैंसर के लिए आलू के संभावित उपयोग पर अभी और ज़्यादा अध्ययन किए जाने की ज़रूरत है।

2. मधुमेह (डायबिटीज़) के लिए आलू (पोटैटो) के संभावित उपयोग  

तो एक कटोरी मसले हुए आलू (पोटैटो) से न सिर्फ आपका पेट भरेगा बल्कि आपको इसे खाने का मज़ा भी आएगा। 

मधुमेह (डायबिटीज़), विकसित और विकासशील दोनों देशों में एक वैश्विक चिंता का विषय है। आलू (पोटैटो) खाने से टाइप 2 मधुमेह (डायबिटीज़) के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है। जानवरों पर किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि, एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर आलू (पोटैटो) के छिलके का अर्क (एक्सट्रेक्ट), ग्लूकोज़ के स्तर, ऑक्सीडेटिव तनाव (स्ट्रेस) को कम करने में मदद कर सकता है और आंत (गट) में ग्लूकोज़ के अवशोषण (अब्ज़ॉर्प्शन) को कम कर सकता है।5  हालाँकि, मधुमेह (डायबिटीज़) के लिए आलू (पोटैटो) के सुरक्षित उपयोग को साबित करने के लिए मनुष्यों पर और ज़्यादा अध्ययन किए जाने की ज़रूरत है।

3. दिल के लिए आलू (पोटैटो) के संभावित उपयोग  

जानवरों पर किए गए कई अध्ययनों से पता चलता है कि आलू (पोटैटो) के छिलकों से प्लाज्मा कोलेस्ट्रॉल और लीवर फैट कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिल सकती है। आलू (पोटैटो), लिपिड मेटाबोलिज़्म में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और प्लाज्मा ट्राइग्लिसराइड्स (फैट) को नियंत्रित करने में मदद करता है। जिन जानवरों को आलू खिलाया जाता है उनमें प्लाज्मा विटामिन ई और एंटी-ऑक्सीडेंट का स्तर और ज़्यादा प्रभावित हो सकता है और आलू (पोटैटो) खाने से दिल के स्वास्थ्य को भी फ़ायदा मिल सकता है। एंटी-ऑक्सीडेंट जैसे फाइटोकेमिकल्स सूजन (इन्फ्लेमेशन) को कम करने में मदद कर सकते हैं, जो दिल की बीमारी के लिए एक खतरा है।5 हालाँकि, इस विषय पर अभी और ज़्यादा अध्ययन किए जाने की ज़रूरत है।

4. आंतों (बाउल) के लिए आलू (पोटैटो) के संभावित उपयोग   

आलू (पोटैटो) में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट (एंथोसायनिन), आंत्र वनस्पतियों (बाउल फ़्लोरा) के लिए फ़ायदेमंद हो सकते हैं। जानवरों पर किए गए एक अध्ययन ने ऐसे कई तरह के रंगीन आलू के लच्छे दिखाए जो आंतों के स्वास्थ्य (बाउल हेल्थ) को प्रभावित कर सकते हैं।3 लाल गूदे वाले आलू की किस्म में मौजूद एंथोसायनिन के प्रारंभिक नतीजों से लगता है कि आंत में ‘अच्छे बैक्टीरिया’ (लैक्टोबैसिलस) की संख्या में काफ़ी बढ़ोतरी हुई है, जो वसा (फैट) को पचाने के लिए ज़रूरी पित्त एसिड (बाइल एसिड) को बनने, और टोटल फीकल काउंट में मदद करते हैं। इस प्रकार, आलू (पोटैटो) में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट कॉलोनिक (आंत) वातावरण में मदद कर सकते हैं जो पाचन स्वास्थ्य (डाइजेस्टिव हेल्थ) के लिए सहायक हो सकते हैं।3 हालाँकि, आंतों के लिए आलू (पोटैटो) के संभावित लाभों को साबित करने के लिए अभी और ज़्यादा अध्ययन किए जाने की ज़रूरत है।

5. त्वचा के लिए आलू (पोटैटो) के संभावित उपयोग    

त्वचा के लिए आलू (पोटैटो) के कई संभावित उपयोग हो सकते हैं जैसे कि आलू (पोटैटो), मुहासों के दाग (पिंपल स्कार) और निशान को मिटाने में मदद कर सकते हैं। त्वचा पर आलू (पोटैटो) का रस लगाने से चेहरे का रंग एकसार करने में मदद मिल सकती है। आलू (पोटैटो) में मौजूद पोषक तत्वों के कारण उन्हें कॉस्मेटिक प्रॉडक्ट बनाने और दाग-धब्बों और मुहांसों को नियंत्रित करने के लिए काफ़ी पसंद किया जाता है। आलू (पोटैटो) को चेहरे पर लगाने से मुंहासों के दागों से छुटकारा मिल सकता है। इसलिए, आलू (पोटैटो) में मौजूद ब्लीचिंग गुण त्वचा को गोरा करने और दाग-धब्बों को कम करने के लिए एक प्राकृतिक विकल्प साबित हो सकते हैं।6 हालाँकि, इस क्षेत्र में अभी और अध्ययन किए जाने की ज़रूरत है। कृपया, अपनी त्वचा पर आलू (पोटैटो) को इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।

6. आलू (पोटैटो) के अन्य संभावित उपयोग: 

  • आलू (पोटैटो) का मूत्र नियंत्रण (यूरिनरी कंट्रोल) और पौरुष ग्रंथि (प्रोस्टेट इन्वॉल्वमेंट) पर सकारात्मक प्रभाव देखा गया है।5
  • आलू (पोटैटो) आँखों के स्वास्थ्य में मदद कर सकता है।4 
  • आलू (पोटैटो) के छिलके का अर्क (एक्सट्रेक्ट), लीवर को चोट से बचाने में मदद कर सकता है।4
  • कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल जैसे पोषक तत्वों होने के कारण रोज़ाना आलू (पोटैटो) खाने से कुपोषण (मालन्यूट्रिशन) को दूर करने में मदद मिल सकती है।5

हालाँकि, ऐसे कई अध्ययन किए गए हैं जिनमें अलग-अलग स्थितियों में आलू (पोटैटो) के संभावित उपयोगों को दिखाया गया है, लेकिन ये अपर्याप्त हैं और मनुष्यों के स्वास्थ्य पर आलू (पोटैटो) के लाभों को साबित करने के लिए और अध्ययन किए जाने की ज़रूरत है।  

Read in English: Radish: Uses, Benefits, Side Effects and More!

आलू (पोटैटो) को कैसे इस्तेमाल करें? 

आलू (पोटैटो) का इस्तेमाल न सिर्फ घर में सब्जी बनाने के लिए किया जाता है, बल्कि जानवरों के लिए चारे, ईंधन और अगले मौसम में आलू (पोटैटो) की फसल बोने के लिए बीज कंद (सीड ट्यूबर) के रूप में भी किया जाता है।7 आलू (पोटैटो) का उपयोग निम्नलिखित तरीकों से किया जा सकता है:

  • जमे हुए आलू (फ्रोज़न पोटैटो) का इस्तेमाल प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ जैसे फ्रेंच फ्राइज़ और आलू के चिप्स बनाने के लिए किया जा सकता है जिन्हें मुख्य तौर पर स्नैक्स के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। 
  • ताजे आलू (फ्रेश पोटैटो) को उबाला, बेक किया या तला जा सकता है और आलू की पकौड़ी, आलू पैनकेक, मैश किए हुए आलू, आलू का सूप और सलाद जैसे कई व्यंजनों बनाए जा सकते हैं। टेक्स्ट लिखने के लिए यहां क्लिक या टैप करें।
  • सूखे आलू (डीहाइड्रेटेड पोटैटो) का इस्तेमाल आलू (पोटैटो) का आटा बनाने में किया जाता है।
  • कई खाद्य उद्योग (फ़ूड इंडस्ट्रीज़) मांस के मिश्रण को बाँधने (बाइंड करने) और तरी (ग्रेवी) और सूप को गाढ़ा करने के लिए आलू के आटे का इस्तेमाल करते हैं।
  • आलू (पोटैटो) के स्टार्च का इस्तेमाल केक के आटे, मिश्रण, बिस्कुट और आइसक्रीम में बाइंडिंग घटक (एजेंट) के रूप में और स्टॉज़ और सॉस को गाढ़ा करने के लिए किया जाता है।

आलू (पोटैटो) के दुष्प्रभाव (साइड इफ़ेक्ट) 

अजीब है लेकिन, आलू (पोटैटो) से किसी भी तरह की एलर्जी होना मुश्किल है। पके हुए आलू (पोटैटो) से किसी भी तरह की एलर्जी होना मुश्किल और असामान्य है और ऐसा शिशुओं में हो सकता है। इम्युनोग्लोबुलिन ई (IgE)-मीडिएट हाइपरसेंसिटिविटी और खाद्य प्रोटीन-इंड्यूस्ड एंटरोकोलाइटिस ऐसे प्रमुख कारक हैं जिनकी वजह से गंभीर एलर्जी होती है।8 The most common side effects of potatoes are: 

आलू (पोटैटो) के सबसे आम दुष्प्रभाव (साइड इफ़ेक्ट) निम्नलिखित हैं:

  • एटोपिक डर्मेटाइटिस (शरीर पर खुजली वाले चकत्ते/ रैशेस)
  • उल्टी आना
  • दस्त में खून आना 
  • निर्जलीकरण (डीहाइड्रेशन)
  • हाइपोथर्मिया (शरीर का तापमान कम होना)
  • निम्न रक्तचाप (लो ब्लड प्रेशर)
  • सुस्ती (नींद आना / एनर्जी की कमी), बेचैनी
  • दमा (अस्थमा)1,8 

हालाँकि, अगर आपको आलू (पोटैटो) से किसी भी तरह की कोई एलर्जी होती है, तो तुरंत अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क करें, जिन्होंने आपको इसे खाने की सलाह दी है। वे आपको उचित इलाज दे पाएंगे।

आलू (पोटैटो) के साथ बरती जाने वाली सावधानियां:

पके हुए आलू (पोटैटो) को खाते समय कुछ सामान्य सावधानियों का पालन करना चाहिए। बच्चों को आलू (पोटैटो) खिलाने से पहले माता-पिता को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।

  • कुछ शिशुओं में आलू (पोटैटो) के प्रति गंभीर एलर्जी प्रतिक्रियाएं देखी जाती हैं। पके हुए आलू (पोटैटो) से होने वाली एलर्जी मुख्य रूप से प्रोटीन से जुड़ी होती है। ऐसी एलर्जी तब देखी जाती है जब शिशु ठोस आहार (सॉलिड फ़ूड) लेना शुरू करते हैं।1,8 
  • इसलिए, भले ही आलू (पोटैटो) से एलर्जी होना मुश्किल है, लेकिन ऐसी गंभीर प्रतिक्रियाओं से बचने के लिए माता-पिता को अपने बच्चों के प्रति अतिरिक्त सावधान रहना चाहिए। हालाँकि, अगर किसी तरह की कोई एलर्जी दिखाई दे, तो तुरंत अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लें।
  • कुछ गृहिणियों और वृद्ध महिलाओं को आलू (पोटैटो) से एलर्जी होने की सूचना पाई गई है।1 इसलिए, उन्हें आलू (पोटैटो) को खाने से पहले कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। अगर कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या दिखाई दे, तो तुरंत अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लें।

Read in English: Bottle Gourd: Uses, Benefits, Side Effects and More!

अन्य दवाओं के साथ इस्तेमाल: 

एक दवा का काम करना और इसके प्रभाव की अवधि, कुछ ख़ास एंजाइमों द्वारा इसके टूटने पर निर्भर करती है। कुछ पोषक तत्व इन एंजाइम प्रणालियों में हस्तक्षेप कर सकते हैं और दवा के असर और उसके काम करने के तरीके को बदल सकते हैं।9 आलू (पोटैटो), कुछ ख़ास प्राकृतिक घटकों (ग्लाइकोकलॉइड्स) को बनाता है, जो एनेस्थेटिक दवाओं के टूटने के लिए ज़रूरी ख़ास एंजाइमों को काम करने से को रोकता है। इससे दवा की चयापचय प्रक्रिया (मेटाबॉलिज़्म प्रोसेस) और काम का समय बदल जाता है। किसी रोगी के ठीक होने में उसका आहार एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है और सामान्य, स्वस्थ व्यक्तियों में एनेस्थेटिक दवाओं के असर से पूरी तरह बाहर निकलने के समय में बड़ा अंतर देखा गया है।9 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

पकाने के तरीकों का आलू (पोटैटो) पर क्या प्रभाव पड़ता है?

आलू (पोटैटो) को ज़्यादा तापमान पर पकाने से उसमें मौजूद पोषक तत्वों में कमी आती है। इससे बहुत कम मात्रा में एक्रिलामाइड भी बनता है, जो कि एक संभावित कार्सिनोजेन (जिससे कैंसर हो सकता है) है।1  हालाँकि, इस क्षेत्र में अभी और ज़्यादा शोध किए जाने की ज़रूरत है क्योंकि उपलब्ध जानकारी किसी भी तरह का निष्कर्ष निकालने के लिए अपर्याप्त है।

आलू (पोटैटो) में कौन-कौन से विटामिन पाए जाते हैं?

आलू (पोटैटो) में विटामिन B6, विटामिन C, राइबोफ्लेविन, नियासिन, थायमिन और विटामिन K होता है, जो कई तरह की पुरानी और गंभीर बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद कर सकते हैं।1,2 हालाँकि, मनुष्यों के स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव को जानने के लिए अभी और ज़्यादा अध्ययन किए जाने की ज़रूरत है।

आलू (पोटैटो) के क्या नुकसान हैं?

पके हुए आलू (पोटैटो) का एक बहुत बड़ा नुकसान है, शिशुओं को इससे होने वाली एलर्जी। आलू (पोटैटो) के छिलके से होने वाली एलर्जी से भी महिलाओं को अस्थमा हो सकता है।1,7 प्रतिक्रियाओं (रिएक्शन) के सटीक प्रकार और इसके होने के कारण को जानने के लिए अभी और अध्ययन किए जाने की ज़रूरत है।

त्वचा के लिए आलू (पोटैटो) के क्या फ़ायदे हैं?

त्वचा के लिए आलू (पोटैटो) के कई उपयोग हो सकते हैं जैसे कि कच्चे आलू (पोटैटो) में त्वचा का रंग बेहतर बनाने वाले गुण होते हैं। आलू (पोटैटो) को चेहरे पर रगड़ने से चेहरे के दाग हल्के हो सकते हैं। आलू (पोटैटो) के टुकड़े को वैसे ही इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि धोने से इसके प्राकृतिक गुण खत्म हो सकते हैं।10 हालाँकि, त्वचा के लिए आलू (पोटैटो) के उपयोग के बारे में जानने के लिए और ज़्यादा शोध किए जाने की ज़रूरत है। अपनी त्वचा पर कुछ भी इस्तेमाल करने से पहले कृपया एक योग्य चिकित्सक से सलाह लें और खुद से कोई इलाज न करें।

आलू (पोटैटो) में कौन से फाइटोकेमिकल्स मौजूद होते हैं और इनसे क्या लाभ मिलता है?

आलू (पोटैटो) में कई फाइटोकेमिकल्स जैसे फ्लेवोनोइड्स, फेनोलिक्स, कैरोटीनॉयड्स और पॉलीमाइन्स होते हैं, जो मनुष्यों के स्वास्थ्य के लिए बेहद फ़ायदेमंद होते हैं और इस कारण इनका आहार में होना बेहद ज़रूरी है। ये आलू (पोटैटो) को अपने दैनिक आहार में इस्तेमाल करने वाली आबादी के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।4

क्या वज़न घटाने के लिए आलू (पोटैटो) सही है?

हाँ। आलू (पोटैटो) भूख को नियंत्रित कर सकता है और आपको तृप्ति भी प्रदान करता है। तृप्ति का मतलब खाने के बाद भूख न लगने की भावना है। उबले हुए आलू (पोटैटो), दोबारा भोजन करने और खाई गई कुल कैलोरी के समय को बढ़ाकर वज़न घटाने में मदद कर सकते हैं।5 हालाँकि, इस क्षेत्र में अभी और ज़्यादा अध्ययन किए जाने की ज़रूरत है। किसी विशेष स्वास्थ्य लाभ के लिए आलू का इस्तेमाल करने से पहले आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। कृपया खुद से इलाज न करें।

References:

  1. Khalid Zaheer, M Humayoun Akhtar . Potato Production, Usage, and Nutrition–A Review. PubMed. [Internet]. Available from: https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/24925679/ .
  2. Potatoes, flesh and skin, raw. FoodData Central. [Internet]. December 4, 2019. Available from: https://fdc.nal.usda.gov/fdc-app.html#/food-details/170026/nutrients .
  3. Chang Ling Zhao, Hua Chun Guo, Zhi Yuan Dong and Qing Zhao. Pharmacological and nutritional activities of potato anthocyanins. Academic Journals. [Internet]. January 1, 2009. Available from: https://academicjournals.org/article/article1380893156_Zhao%20et%20al.pdf .
  4. Rajarathnam Ezekiel, Narpinder Singh, Shagun Sharma, Amritpal Kaur. Beneficial phytochemicals in potato — a review. ScienceDirect. [Internet]. Available from: https://www.sciencedirect.com/science/article/abs/pii/S0963996911002559 .
  5. Mary Ellen Camire, Stan Kubow, Danielle J Donnelly. Potatoes and human health. PubMed. [Internet]. Available from: https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/19960391/ .
  6. Maximo Bergado Jr.. Acne scars. Academia. [Internet]. June 9, 2022. Available from: https://www.academia.edu/14786414/Acne_scars .
  7. G Monti, S Viola, V Tarasco, M M Lupica, V Cosentino, E Castagno. A case of severe allergic reaction to cooked potato. PubMed. [Internet]. Available from: https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/21561467/ .
  8. D S McGehee, M D Krasowski, D L Fung, B Wilson, G A Gronert, J Moss. Cholinesterase inhibition by potato glycoalkaloids slows mivacurium metabolism. PubMed. [Internet]. Available from: https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/10910502/ .
  9. Abdalla M. Abdalla Mustafa • Mohamed El Mukhtar A. Aziz. Determination of Hydroquinone in Skin- Lightening Creams Sold in Sudan-by Using High-Performance Liquid Chromatography. Nebula. [Internet]. Available from: https://nebula.wsimg.com/6f9726deba6f184448ec42c489f9dece?AccessKeyId=496D8DBA34323A04A464&disposition=0&alloworigin=1 .

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