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कद्दू (Pumpkin in Hindi): उपयोग, लाभ और न्यूट्रिशनल वैल्यू

By Dr. Nikita Toshi +2 more

परिचय:

कद्दू (पम्पकिन) का वैज्ञानिक नाम कुकरबिटा मौस्केटा है, जो कि कुकरबिटेसी फ़ैमिली से संबंधित है। कद्दू (पम्पकिन) की खेती उत्तरी मैक्सिको से लेकर अर्जेंटीना और चिली तक पहाड़ी इलाकों और समुद्री तटों पर भी की जाती है। यह यूरोप (फ्रांस और पुर्तगाल), एशिया (भारत और चीन) और पश्चिमी अमेरिका में भी फैल हुआ है। कद्दू (पम्पकिन) एक अनुवर्ती पौधा या एक वार्षिक बेल है। कच्चे फल को अक्सर सब्जी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, जबकि पके हुए फल का इस्तेमाल विभिन्न पेय पदार्थ और मिठाई बनाने में किया जाता है। कद्दू (पम्पकिन) के फल में β-कारोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और खनिज जैसे घटक होते हैं।1 आइए कद्दू (पम्पकिन) के कुछ संभावित फ़ायदों पर नज़र डालते हैं।

Pumpkin

कद्दू (पम्पकिन) में पोषक तत्वों की मात्रा:

कद्दू (पम्पकिन) में निम्नलिखित पोषक तत्व होते हैं:

पोषण संबंधी घटकपोषण संबंधी घटक
ऊर्जा26 किलो कैलोरी
प्रोटीन1 ग्राम
पानी91.6 ग्राम
फाइबर0.5 ग्राम
शर्करा2.76 ग्राम
वसा0.1  ग्राम
कार्बोहाइड्रेट6.5 ग्राम
मैग्नीशियम12 मिलीग्राम
फ़ॉस्फ़ोरस44 मिलीग्राम
कैल्शियम21 मिलीग्राम
आयरन0.8 मिलीग्राम
पोटैशियम340 मिलीग्राम
विटामिन सी9 मिलीग्राम

तालिका 1: कद्दू (पम्पकिन) (कच्चे फल) में पोषक तत्व की मात्रा

कद्दू (पम्पकिन) के गुण:

विभिन्न अध्ययनों से पता चला है कि कद्दू (पम्पकिन) में निम्नलिखित गुण हो सकते हैं:

  • यह एंटीऑक्सिडेंट के रूप में काम कर सकता है
  • यह शुगर के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है
  • इससे कैंसर से बचने में मदद मिल सकती है
  • यह विषाणु, कवक और जीवाणु जैसे विभिन्न रोगाणुओं से लड़ सकता है
  • यह लीवर के लिए लाभदायक माना जाता है 
  • इससे रूमेटॉइड आर्थराइटिस का खतरा कम हो सकता है
  • यह अल्सर से बचा सकता है

Read in English: Strawberry: Uses, Benefits, Side Effects By Dr. Smita Barode

समग्र स्वास्थ्य के लिए कद्दू (पम्पकिन) के संभावित उपयोगः

कद्दू (पम्पकिन) के संभावित स्वास्थ्य के लाभों में से कुछ लाभ नीचे दिए गए हैं।

1. डायबिटीज़ के इलाज के लिए कद्दू (पम्पकिन) के संभावित इस्तेमाल

मधुमेह (डायबिटीज़) के मरीजों  के लिए कद्दू (पम्पकिन) का इस्तेमाल  लाभदायक हो सकता है। खरगोशों पर किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि कद्दू (पम्पकिन) में अत्यधिक शुगर लेवल को नियंत्रित करने के गुण हो सकते हैं। कद्दू (पम्पकिन) में मौजूद फेनोलिक यौगिक प्रति-डायबिटीज़ (एंटी- डायबिटिक) गतिविधियों के लिए उत्तरदायी हो सकता हैं। हालाँकि, ये अध्ययन जानवरों पर किए गए थे; इसलिए, इन निष्कर्षों का दावा करने के लिए मनुष्यों पर और अधिक अध्ययन करने की ज़रूरत है। आपको नियमित रूप से अपने शुगर लेवल की जांच करनी चाहिए और हाई-शुगर लेवल की स्थिति में डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

2. ब्लड प्रेशर के लिए कद्दू (पम्पकिन) के संभावित उपयोग

धमनियों में लो ब्लड प्रेशर के कारण हाइपोटेन्शन होता है। चूहों पर किए गए अध्ययनों से पता चला कि कद्दू (पम्पकिन) के बीज का तेल हाइपोटेन्शन को कम कर सकता है। यह उच्च मैग्नीशियम तत्वों के कारण हार्ट के लिए अच्छा माना जाता है। हाइपोटेन्शन के खिलाफ कद्दू (पम्पकिन) के प्रभाव की पुष्टि करने के लिए और अध्ययनों की ज़रूरत है। हालाँकि, आपको नियमित रूप से अपना ब्लडप्रेशर चेक करना चाहिए और असामान्य ब्लडप्रेशर की स्थिति में अपने डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

3. लीवर की रक्षा करने के लिए कद्दू (पम्पकिन) के संभावित उपयोग

 कद्दू (पम्पकिन) लीवर को वसायुक्त लीवर को बढ़ने से बचा सकता है। कद्दू (पम्पकिन) में बायोएक्टिव यौगिक, जैसे फेनोलिक यौगिक और β-कारोटीन, लीवर की सुरक्षा के लिए उत्तरदायी हो सकते हैं। असंतृप्त फैटी एसिड रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकते हैं और लीवर में कोलेस्ट्रॉल के अवरोध को बढ़ा सकते हैं। लीवर की रक्षा के लिए कद्दू (पम्पकिन) की भूमिका का दावा करने के लिए और अधिक अध्ययन की ज़रूरत है। कोलेस्ट्रॉल के असामान्य स्तर की स्थिति में आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।3

4. कैंसर के इलाज के लिए कद्दू (पम्पकिन) के संभावित उपयोग

 कद्दू (पम्पकिन) का इस्तेमाल कुछ प्रकार के कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए किया जा सकता है। यह कद्दू (पम्पकिन) में मौजूद पॉलीफेनोलिक यौगिकों की एंटीऑक्सिडेंट गतिविधि के कारण होता है। कद्दू (पम्पकिन) के रस से ट्यूमर कोशिकाओं के विकास में बाधा आ सकती है और पेट, स्तन, फेफड़े, कोलोरेक्टल और प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम हो सकता है। एक अध्ययन से पता चला कि कद्दू (पम्पकिन) में मौजूद प्रोटीन त्वचा कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोक सकते हैं। इसके अतिरिक्त, कद्दू (पम्पकिन) में मौजूद पॉलीसाकेराइड्स (एक प्रकार के जटिल कार्बोहाइड्रेट) शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को निकालकर कैंसर विरोधी गतिविधि दिखा सकते हैं। कद्दू (पम्पकिन) के कैंसर विरोधी प्रभाव की पुष्टि के लिए मानव शरीर पर और अध्ययन की ज़रूरत है। कैंसर एक गंभीर बीमारी है; इसलिए आपको उचित निदान और उपचार के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।3

5. रोगाणुरोधी (एंटी-माइक्रोबियम) के रूप में कद्दू (पम्पकिन) के संभावित इस्तेमाल

कद्दू (पम्पकिन) में प्रोटीन की मात्रा होने के कारण रोगाणुरोधी (एंटी-माइक्रोबियम) गुण दर्शाता हैं। कद्दू (पम्पकिन) के तेल में घुलनशील तत्व, रोगजनकों जैसे कि स्यूडोमोनस एरोगनोसा, कैंडिडा  अल्बिकन्स, क्लेबसिएला निमोनिया, एस्केरिशिया कोलाई और स्टेफिलोकोकस ऑरियस रोग उत्पन्न  करने वाले रोगाणुओं से लड़ सकते हैं। हालाँकि, कद्दू (पम्पकिन) की रोगाणुरोधी(एंटी-माइक्रोबियम) गतिविधि की पुष्टि करने के लिए और अधिक शोध करने की ज़रूरत है।

6. अल्सर के इलाज के लिए कद्दू (पम्पकिन) के संभावित उपयोग

कद्दू (पम्पकिन) का इस्तेमाल अल्सर के लिए किया जा सकता है। अल्बिनो चूहों पर किए गए अध्ययनों से पता चला है कि कद्दू (पम्पकिन) एक एंजाइम, क्षारीय फॉस्फेटेज और श्लेष्म (म्यूकोसल) (आंतरिक पेट की परत) की मोटाई को बढ़ा सकते हैं ताकि पाचन तंत्र के अल्सर से बचा जा सके। ये अल्सर इंडेक्स (अल्सर की गंभीरता को मापने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला पैमाना) द्वारा मापे गए अल्सर की संख्या को भी कम करने के लिए जाने जाते हैं। हालाँकि, कद्दू (पम्पकिन) की प्रति-अल्सर गतिविधि की जांच करने के लिए मनुष्यों पर और अध्ययन की ज़रूरत है। अल्सर के सही निदान और उपचार के लिए आपको खुद से दवा लेने के बजाय अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।3

7. गठिया (आर्थराइटिस) के इलाज के लिए कद्दू (पम्पकिन) के संभावित इस्तेमाल

कद्दू (पम्पकिन) गठिया (आर्थराइटिस) के इलाज में सहायक हो सकता है। कद्दू (पम्पकिन) में मौजूद कुछ जैव सक्रिय (बायोएक्टिव) यौगिकों के सूजन रोधी (एंटी-इन्फ्लामेंट्री) क्रिया होने के कारण गठिया (आर्थराइटिस) की स्थिति को सही करने में मदद मिल सकती है। चूहों पर किए गए एक अध्ययन से पता चला कि कद्दू (पम्पकिन) के बीज का तेल इसकी प्रतिऑक्सीकारक (एंटीऑक्सिडेंट) गतिविधि उपस्थित होने के कारण रूमेटॉइड आर्थ्राइटिस के विरुद्ध कार्य कर सकता है। हालाँकि, गठिया (आर्थराइटिस) पर कद्दू (पम्पकिन) के प्रभाव की पुष्टि करने के लिए और अधिक अध्ययनों को करने की ज़रूरत है; इसलिए, यदि आपको गंभीर जोड़ों का दर्द है, तो आपको खुद से चिकित्सा नहीं करनी चाहिए और अपने डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।3

8. उदासी (डिप्रेशन) के लिए कद्दू (पम्पकिन) के इलाज के लिए संभावित इस्तेमाल

कद्दू (पम्पकिन) का इस्तेमाल उदासी (डिप्रेशन) के इलाज के लिए किया जा सकता है। यह L-ट्रिप्टोफन की उपस्थिति के कारण होता है, जो प्रश्नता के हार्मोन, सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाता है। उदासी (डिप्रेशन) के इलाज में कद्दू (पम्पकिन) की गतिविधि की पुष्टि करने के लिए हमे और अधिक शोध की ज़रूरत है। हालाँकि, यदि आप उदासी (डिप्रेशन) के किसी लक्षण से पीड़ित हैं, तो आपको मनोचिकित्सक से मिलना चाहिए।1

हालाँकि ऐसे अध्ययन हैं जो विभिन्न स्थितियों में कद्दू (पम्पकिन) के लाभों को दिखाते हैं, पर ये अभी भी अपर्याप्त हैं और मानव स्वास्थ्य पर कद्दू (पम्पकिन) के लाभों की वास्तविक सीमा निर्धारित करने के लिए हमे आगे और अधिक अध्ययनों को करने की ज़रूरत है।

Read in English: Banana Flower: Uses, Benefits, Side Effects By Dr. Rajeev Singh

कद्दू (पम्पकिन) का इस्तेमाल कैसे करें?

कद्दू (पम्पकिन) को आहार में निम्नलिखित तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता हैः

  • कद्दू (पम्पकिन) को भूनकर साइड डिश के रूप में भी खाया जा सकता है
  • कद्दू (पम्पकिन) का इस्तेमाल कई सूप और सॉस में एक अवयव के रूप में किया जा सकता है
  • कद्दू (पम्पकिन) का इस्तेमाल पाई, पैनकेक, मफिन और ब्रेड बनाने में भी किया जा सकता है
  • कद्दू (पम्पकिन) का इस्तेमाल लाटे और स्मूदी बनाने में किया भी जा सकता है

किसी भी हर्बल सप्लीमेंट लेने से पहले आपको किसी योग्य डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। किसी योग्य चिकित्सक से परामर्श किए बिना आधुनिक चिकित्सा के चल रहे उपचार को आयुर्वेदिक/जड़ी-बूटियों की तैयारी से न रोकें या न बदलें।

कद्दू (पम्पकिन) के दुष्प्रभाव:

कद्दू (पम्पकिन), एक प्राकृतिक उत्पाद है, इसका कोई विशिष्ट दुष्प्रभाव नहीं है। हालाँकि, यदि इसका इस्तेमाल करते समय कोई प्रतिक्रिया दिखाई देती है, तो तुरंत चिकित्सा की सहायता लें। अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करें जिन्होंने इसे आपको निर्धारित (प्रिस्क्राइब) किया है; वे इसके कारण की पहचान करने और प्रभावी ढंग से इलाज करने में सक्षम होंगे।

Read in English: Tomato Juice: Uses, Benefits, Side Effects By Dr. Smita Barode

कद्दू (पम्पकिन) के सेवन के समय बरती जाने वाली सावधानियाँ:

किसी अन्य सामान्य दवा की तरह कद्दू (पम्पकिन) लेते समय भी सामान्य सावधानी बरतनी चाहिए। गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। कद्दू (पम्पकिन) खाने से पहले आपको अपने डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। बुजुर्गों या बच्चों को देने से पहले भी सावधानी बरतनी चाहिए। ऐसे मामलों में, आपको केवल तभी कद्दू (पम्पकिन) लेना चाहिए जब आपका डॉक्टर इसे निर्धारित (प्रिस्क्राइब) करे।

अन्य दवाओं के साथ सहभागिता (इंटरैक्शन):

अन्य दवाओं के साथ कद्दू (पम्पकिन) के सहभागिता (इंटरैक्शन) पर पर्याप्त प्रमाण नहीं हैं। कद्दू (पम्पकिन) के सहभागिता (इंटरैक्शन) पर आगे और अधिक अध्ययन करने की ज़रूरत है। इसलिए अगर आप किसी अन्य दवा का सेवन कर रहे हैं तो कद्दू (पम्पकिन) खाने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

Read in English: Spinach Juice: Uses, Benefits, Side Effects By Dr. Smita Barode

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

1) कद्दू (पम्पकिन) के क्या इस्तेमाल हैं?

डायबटीज़, हाइपरटेंशन, कैंसर, अल्सर, अवसाद और गठिया की स्थिति में कद्दू (पम्पकिन) का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह लीवर की रक्षा कर सकता है। यह जीवाणु, विषाणु और कवक से भी लड़ सकता है। हालाँकि, इन रोगों के लिए कद्दू (पम्पकिन) के प्रभाव की पुष्टि अधिक शोध द्वारा की जानी चाहिए। यदि आपको किसी रोग का संदेह है तो खुद से दवा लेने के बजाय अपने डॉक्टर से परामर्श करें।1,3

2) कद्दू (पम्पकिन) में कौन से पोषक तत्व होते हैं?

कद्दू (पम्पकिन) में प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, शर्करा और विटामिन सी आदि पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इसमें कैल्शियम, पोटैशियम , फास्फोरस, आयरन, मैग्नीशियम और कई अन्य खनिज भी होते हैं।2

3) कद्दू (पम्पकिन) को खाते समय क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?

गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को कद्दू (पम्पकिन) खाने के दौरान विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। कद्दू (पम्पकिन) खाने से पहले आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। बुजुर्गों या बच्चों को देने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए। इसके अलावा अन्य खाद्य पदार्थों के साथ ली जाने वाली सभी सामान्य सावधानियाँ बरती जानी चाहिए।

4) क्या कद्दू (पम्पकिन) स्वास्थ्य के लिए अच्छा है?

हाँ, कई अध्ययनों से पता चला है कि कद्दू (पम्पकिन) हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा हो सकता है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सिडेंट, कैंसर विरोधी, रोगाणुरोधी और ऐसे कई गुण होते हैं।1.3

5) क्या कद्दू (पम्पकिन) की वजन घटाने में कोई भूमिका है?

हाँ, कद्दू (पम्पकिन) कम कैलोरी और पोषक तत्वों के कारण वजन कम करने में मदद कर सकता है।4

Disclaimer:

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References

  1. Medicinal and biological potential of pumpkin: an updated review: https://www.cambridge.org/core/journals/nutrition-research-reviews/article/medicinal-and-biological-potential-of-pumpkin-an-updated-review/614835C9F2CABAAAFD5E7925A72E7F9F . Publisher: Cambridge University Press. Author: Mukesh Yadav , Shalini Jain , Radha Tomar , G. B. K. S. Prasad and Hariom Yadav | November 26, 2010
  2. Pumpkin, raw: https://www.cambridge.org/core/journals/nutrition-research-reviews/article/medicinal-and-biological-potential-of-pumpkin-an-updated-review/614835C9F2CABAAAFD5E7925A72E7F9F . Publisher: FoodData Central. Author: | January 4, 2019
  3. Functional and nutraceutical properties of pumpkin – a review: https://www.emerald.com/insight/content/doi/10.1108/NFS-05-2019-0143/full/html . Publisher: Emerald insight. Author: Simran Kaur, Anil Panghal, M.K. Garg, Sandeep Mann, Sunil K Khatkar, Poorva Sharma, Navnidhi Chhikara | August 28, 2019
  4. Prophetic vegetable Pumpkin, Its impressive health benefits and total analysis: https://www.researchgate.net/publication/338539932_Prophetic_vegetable_Pumpkin_Its_impressive_health_benefits_and_total_analysis . Publisher: Emerald insight. Author: M. M. Rahman, M. Hedayatul Islam, Mohammad Moneruzzaman Khandaker, Hafizan Juahir | December 1, 2019
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