अदरक (Ginger in Hindi): उपयोग, फ़ायदे, न्यूट्रिशनल वैल्यू और अन्य बातें!
By Dr Anuja Bodhare +2 more
Get more insightful and
helpful tips to
treat Diabetes for FREE
Download PharmEasy App
Register to Avail the Offer
Send OTPBy continuing, you agree with our Privacy Policy and Terms and Conditions
By Dr Anuja Bodhare +2 more
Table of Contents
जिंजीबरेसी परिवार का बारहमासी जड़ी अदरक (जिंजिबर ऑफिसिनेल रोस्को) आज दुनिया में सबसे ज़्यादा खाया जानेवाला आहार तथा हर्बल मसाला है। इसके बढ़िया सुगंध और जैविक तथा औषधीय गुणों के कारण अदरक सदियों से चीनी, आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा का एक अनिवार्य सामग्री रहा है। दक्षिण पूर्व एशिया में उत्पन्न जिंजर राइज़ोम का चीन, भारत और अमेरिका में खांसी, मितली, उल्टी, डायरिया इत्यादि विभिन्न बीमारियों को ठीक करने के लिए व्यापक रूप से उपयोग किया जाता रहा है। अदरक तीन रूप में दैनिक उपयोग हेतु बाजार में उपलब्ध है – ताजा जड़ी वाला अदरक, सिरप के रूप में डिब्बाबंद अदरक और सूखा अदरक मसाला।1-4
Adrak Mai Poshak Tatvo Ki Matra:
अदरक में मौजूद पोषक तत्व इस प्रकार हैं:
पोषक तत्व | मात्रा |
प्रोटीन | 9% |
कार्बोहाइड्रेट | 60-70% |
फ़ाइबर | 3-8% |
फैट | 3-6% |
जल | 9-12% |
टेबल 1: अदरक में पाए जाने वाले पोषक तत्व2,4
Read in English: Clove: Uses, Benefits, Side Effects and More!
फ़ेनोलिक और फ्लेवोनोइड्स जैसे जैविक रूप से सक्रिय यौगिकों से भरपूर अदरक में बहुत सारे फ़ायदेमंद गुणों के होने की संभावना है। इनमें ये गुण हो सकते हैं,
● इसमें एंटीऑक्सीडेंट हो सकता है,
● इसमें सूजनरोधी गुण हो सकते हैं,
● इसमें कैंसररोधी गुण हो सकता है,
● इसमें रोगाणुरोधी गुण होने की संभावना है,
● यह वजन को नियंत्रित रखने में सहायक हो सकता है,
● यह रक्त ग्लूकोज़ टॉलरेंस को बढ़ा सकता है
● यह लिपिड प्रोफाइल बढ़ा सकता है।4,5
विभिन्न बीमारियों में अदरक की संभावित उपयोगिता हो सकती है; हालाँकि, मनुष्यों में इसकी सही सीमा का पता लगाने के लिए मानव पर और ज़्यादा अध्ययन किये जाने की आवश्यकता है।
अदरक और इसका अर्क कोलाइटिस जैसी सूजन पैदा करने वाली बीमारियों को क्षीण करने में सहायक हो सकता है। यह सूजन पैदा करने वाले ट्रांसक्रिप्शन कारकों (NF-KB) और साइटोकिन्स (TNF-α)5,6,7 को कमजोर करने में संलग्न सक्रिय यौगिकों के कारण हो सकते हैं। हालाँकि, सूजन पैदा करने वाली बीमारियों में अदरक के संभावित उपयोग के संबंध में परामर्श देने के लिए मनुष्यों पर और शोध किये जाने की जरुरत है।
प्रक्रियात्मक ऑक्सीजन प्रजातियों (reactive oxygen species) जैसे फ्री रैडिकल्स द्वारा प्रदर्शित किये गये ऑक्सीडेटिव तनाव पर अदरक का सक्रिय अवयव, 6-जिंजरोल, महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट का काम कर सकता है।5,6 चूँकि यह जानकारी पर्याप्त नहीं है, इसलिए मनुष्यों में ऑक्सीडेटिव तनाव को नियंत्रण में रखने के लिए अदरक के प्रभाव का अध्ययन करने हेतु और शोध किये जाने की जरुरत है।
अदरक एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-वायरल गुण हो सकते हैं। जैविक तंत्र के कारण विभिन्न रोगाणुओं के विकास अवरुद्ध हो सकते हैं, जिसमें बायोफिल्म के निर्माण में रुकावट शामिल है जो रोगाणुरोधी प्रतिरोध का अभिन्न अंग है।5 हालाँकि अदरक के रोगाणुरोधी गुण के मूल्यांकन हेतु मनुष्यों पर और परीक्षण किये जाने की जरुरत है।
विभिन्न प्रकार के कैंसर यथा- स्तन, प्रोस्टेट, लिवर, कोलोरेक्टल एवं सर्वाइकल कैंसर में अदरक और इसके जैविक अवयवों के कैंसररोधी कार्यों के बारे में स्पष्ट जानकारी प्राप्त हुई होगी।2,5 अदरक द्वारा प्रदर्शित किये गये कैंसररोधी गुण के लिए कैंसर कोशिकाओं के प्रसार और एपोप्टोसिस उत्प्रेरण को अवरुद्ध करने वाले जैविक तंत्र जिम्मेवार हो सकते हैं।5 हालाँकि ये आँकड़े अपर्याप्त हैं क्योंकि कैंसर को नियंत्रित करने में अदरक के मानव पर सफल परीक्षण किये जाने के प्रमाण नहीं हैं। कैंसर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है और इसमें पर्याप्त निदान और इलाज की आवश्यकता होती है। अतः डॉक्टर से परामर्श किया जाना जरूरी है।
तलेबी एवं अन्य द्वारा 2021 में बताया गया कि अल्जाइमर और पार्किंसंस जैसे न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों के प्रबंधन में स्मृति संबंधी कार्य पर सकारात्मक प्रभाव डालकर अदरक और इसके जैविक यौगिक लाभकारी प्रभाव प्रदर्शित किये।8 माइग्रेन और सरदर्द तथा मितली के लक्षणों के प्रबंधन में अदरक असरदार हो सकता है।9 हालाँकि मनुष्यों में होने वाले तंत्रिका संबंधी बीमारियों के प्रबंधन में अदरक के फ़ायदों के बारे में जानकारी प्राप्त करने हेतु और अध्ययन किये जाने की आवश्यकता है।
स्ट्रोक और कोरोनरी हृदय रोग जैसी दिल की बीमारियों में अदरक के हृदय को फ़ायदा पहुँचाने वाले कार्यों को अंकित किया गया होगा। रक्त लिपिड की बड़ी हुई मात्रा और उच्च रक्त चाप जैसे ज्ञात जोखिम कारकों को कम करके इसे पूरा किया जा सकता है।2,5,6 यह जानकारी पर्याप्त नहीं है तथा इस दावे को संपुष्ट करने के लिए और अध्ययन किये जाने की आवश्यकता है। अतः अदरक का उपयोग करने के पूर्व आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह लें तथा यदि परामर्श दिया जाता है तभी इसका उपयोग करें।
समग्र वजन प्रबंधन में अदरक का सेवन फ़ायदेमंद हो सकता है। बॉडी मास इंडेक्स को कम करने में ये मदद कर सकता है। इसके अलावा अदरक के पाउडर के मुंह से सेवन से पाया गया होगा कि यह मनुष्यों में थर्मोरेगुलेटरी फंक्शन को उत्प्रेरित करता है और वसा को तोड़ता है।5,6,10 वजन प्रबंधन में अदरक के संभावित उपयोग के बारे में पता लगाने के लिए मनुष्य पर और अध्ययन किये जाने की जरुरत है।
रक्त में ग्लूकोज़ के स्तर को महत्वपूर्ण रूप से कम करके तथा इन्सुलिन के प्रति संवेदनशीलता में वृद्धि करके डायबिटीज मेलिटस जैसे चपापचयी लक्षणों में अदरक के फ़ायदेमंद प्रभाव प्रदर्शित हुए हैं।4,5 शरीर में रक्त शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में अदरक की भूमिका का प्रमाण प्रस्तुत करने हेतु मनुष्यों पर और अध्ययन किये जाने की जरुरत है। डायबिटीज एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है और इसके उचित तरीके से निदान और इलाज की जरुरत होती है। अतः किसी डॉक्टर से संपर्क करें और रक्त शुगर को नियंत्रित करने हेतु अदरक का प्रयोग तभी करें जब आपके डॉक्टर ऐसा करने का परामर्श देते हैं।
गर्भावस्था में होनेवाले मितली एवं उल्टी के साथ-साथ कीमोथेरेपी के कारण होनेवाले मितली एवं उल्टी के प्रबंधन में अदरक ने अपनी प्रभावकारिता दर्शाई होगी।4,11 लोगों को मितली और उल्टी का प्रबंधन करने के लिए अदरक का उपयोग करने के पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और स्वयं इलाज करने के लिए इसका उपयोग नहीं करना चाहिए।
अदरक में ब्रोन्कोडायलेशन गतिविधि पाई जाती है (वायुमार्ग की चिकनी मांसपेशियों को आराम पहुँचाना)। यह दमा जैसे श्वसन विकार के प्रबंधन में फ़ायदेमंद हो सकता है।5 हालाँकि यह पर्याप्त नहीं है और मानव परीक्षण द्वारा समर्थित किये जाने की आवश्यकता है। अतः मनुष्य के दमा संबंधी बीमारी के प्रबंधन में इसका उपयोग करने के पूर्व डॉक्टर की सलाह ली जानी चाहिए।
लीवर के समग्र कार्य को बेहतर बनाने हेतु अदरक के फ़ेनोलिक यौगिकों का लीवर को फ़ायदा पहुँचाने का प्रभाव दिखा होगा। हालाँकि यह जानकारी अपर्याप्त है और लीवर का स्वास्थ्य बेहतर बनाने हेतु अदरक के सकारात्मक प्रभाव को प्रमाणित करने के लिए और अध्ययन किये जाने की जरुरत है।
कोशिकाओं को सक्रिय करने हेतु साइटोकाइन उत्पादन को अवरुद्ध करके एलर्जिक राइनाइटिस (नाक की श्लेष्म झिल्ली की सूजन) के प्रबंधन में अदरक के एलर्जी-रोधी गुण को अंकित किया गया है।2,5 हालाँकि इस अध्ययन से प्राप्त जानकारी मनुष्यों में एलर्जी पर विजय प्राप्त करने में इसकी प्रभावशीलता स्थापित करने के लिए पर्याप्त नहीं है। यदि आपको एलर्जिक रिएक्शन महसूस होता है तो तुरंत अस्पताल जाएँ और अपने डॉक्टर से उचित इलाज कराएं।
प्रारंभिक दर्द में आराम प्रदान करने में अदरक की महत्वपूर्ण भूमिका प्रदर्शित हुई होगी। इसके अतिरिक्त मस्कुलोस्केलेटल दर्द और रूमेटाइड आर्थराइटिस के प्रबंधन में अदरक का महत्वपूर्ण फ़ायदा दिखा है।4,6 हालाँकि मानव के शरीर से दर्द मिटाने में अदरक के फ़ायदेमंद प्रभाव की जानकारी प्राप्त करने हेतु और अध्ययन किये जाने की जरुरत है।
हालाँकि अध्ययनों से स्वास्थ्य की विभिन्न स्थितियों में अदरक के फ़ायदे दिखे हैं किन्तु ये पर्याप्त नहीं हैं और मानव स्वास्थ्य पर अदरक के फ़ायदों की सही सीमा निर्धारित करने के लिए और अध्ययन किये जाने की जरुरत है।
Read in English: Ashwagandha: Uses, Benefits & Side Effects
अदरक का उपयोग निम्न प्रकार से किया जाना चाहिए:
● ताज़ी अदरक: ताजा जड़ी वाला अदरक का उपयोग सब्जी के रूप में किया जाना चाहिए।2,8
● सूखी अदरक: इसका उपयोग मसाला के रूप में किया जाता है। सूखे अदरक से तेल निकाला जाता है, जिसका उपयोग सॉफ्ट ड्रिंक में, कॉनफेक्शनरी में और परिरक्षक (preservative) एजेंट के रूप में भोजन को स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जाता है।1
● अदरक की पत्तियाँ: अदरक की पत्तियों का इस्तेमाल विभिन्न भोज्य पदार्थों में स्वाद बढ़ाने वाले एजेंट के रूप में किया जाता है।1
● काढ़ा: आयुर्वेद के अनुसार, अदरक का उपयोग दूध, शहद या जल के साथ काढ़ा बनाने में किया जा सकता है।
आपके स्वास्थ्य की स्थिति के अनुसार आपके आयुर्वेदिक चिकित्सक आपको इसे लेने का रूप और डोज बताएँगे। इसके अतिरिक्त, हम आपको सलाह देते हैं कि किसी योग्य डॉक्टर से परामर्श किये बिना आप पहले से चल रहे दवा को नहीं रोकें अथवा अदरक से तैयार आयुर्वेदिक या हर्बल दवा से प्रतिस्थापित न करें।
Read in English: Sesame Seeds: Uses Benefits, Side Effects and More!
युएस फ़ूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा अदरक को ‘सामान्य तौर पर सुरक्षित के रूप में मान्यताप्राप्त’ सामग्रियों की सूची में वर्गीकृत किया गया है।8 अदरक के उपयोग से जुड़ी समग्र रूप से विपरीत घटनाएं अब तक सीमित रहीं हैं। हालाँकि अबतक मिली सूचना के अनुसार सबसे सामान्य दुष्प्रभावों में आम तौर पर हृदय में जलन, पेट में परेशानी और दस्त शामिल हैं।12 यदि आप इसके स्वास्थ्य संबंधी फ़ायदों के लिए अधिक मात्रा में अदरक का सेवन करना चाहते हैं तो आपको डॉक्टर से संपर्क करने की जरुरत है।
इसके अलावा, यदि अदरक लेने के बाद आप दुष्प्रभावों का अनुभव करते हैं तो तुरंत उस आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें जिसने आपको इसे लेने की सलाह दी थी। वे लोग आपको इसके दुष्प्रभावों के उचित इलाज के बारे में बताएँगे।
यदि संतुलित रूप से लिया जाए तो अदरक का नियमित रूप से सेवन सुरक्षित हो सकता है। हालाँकि सामान्य सावधानियाँ बरती जानी जरुरी हैं।
Read in English: Alum: Uses, Benefits & Side Effects
अदरक के किसी दूसरी दवा के साथ पारस्परिक क्रिया का संबंध में पर्याप्त वैज्ञानिक सूचना उपलब्ध नहीं है। हालाँकि लोगों को यह नहीं मान लेना चाहिए कि यह किसी प्रकार का पारस्परिक प्रभाव नहीं डालता है। इसलिए किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर के परामर्श का अनुपालन हमेशा बेहतर होता है। वे आपको औषधि के रूप में इसे लेने का सर्वोत्तम तरीका बताएँगे।
दोनों के अपने गुण हैं। ताजे अदरक की जड़ उल्टी और मितली के प्रबंधन में सहायक होता है। दूसरी ओर सूखे अदरक के पीसे हुए पाउडर का उपयोग परिरक्षक (preservative) एजेंट के रूप में किया जा सकता है, जिसे डब्बाबंद रूप में लम्बे समय तक रखा जा सकता है।1,8
कुछ दुष्प्रभावों की सूचना होने के बावजूद अदरक का सेवन सुरक्षित माना जा सकता है।12 हालाँकि दवाओं के साथ किसी हर्बल औषधि के उपयोग के कुछ गंभीर दुष्प्रभाव परिलक्षित हो सकते हैं। अतः गर्भवती महिलाओं और बच्चों जैसे अतिसंवेदनशील लोगों के संबंध में पर्याप्त सावधानी बरती जानी चाहिए।4
हाँ। अदरक के उपयोग की व्यापक सीमा और इसमें पाए जानेवाले यौगिकों के कारण विश्व स्तर पर सबसे ज़्यादा उपभोग किये जाने वाले मसालों/ औषधियों में यह एक है।14 विभिन्न बीमारियों का प्रबंधन करने में अदरक का औषधीय उपयोग 2000 से ज़्यादा वर्षों से किया जा रहा है। चीनी और भारतीय पारंपरिक चिकित्सा का यह एक अभिन्न अंग रहा है।2,8
अदरक के सेवन से गर्भवती महिलाओं में किसी प्रकार के उल्लेखनीय दुष्प्रभाव परिलक्षित नहीं हुए हैं।13 इसके विपरीत, अदरक और इसमें निहित जैविक अवयवों के गर्भावस्था से जुड़े मितली और उल्टी में फ़ायदेमंद परिणाम हो सकते हैं। हालाँकि इसे किसी डॉक्टर की देखरेख में लिया जाना चाहिए।11
अदरक में पाए जानेवाले जैविक रूप से सक्रिय अवयव, 6-जिंजरोल, बालों के रोम कूपों के चपापचय में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं जिससे बालों को समग्र स्वास्थ्य फ़ायदा मिलता है।4 हालाँकि यह जानकारी पर्याप्त नहीं है और बालों पर इसके असर के बारे में पता लगाने के लिए मनुष्यों पर और अध्ययन किये जाने की जरुरत है। इसलिए अदरक का उपयोग स्वयं चिकित्सा करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए; इसके लिए डॉक्टर का परामर्श आवश्यक है।
Disclaimer:
The information provided here is for educational/awareness purposes only and is not intended to be a substitute for medical treatment by a healthcare professional and should not be relied upon to diagnose or treat any medical condition. The reader should consult a registered medical practitioner to determine the appropriateness of the information and before consuming any medication. PharmEasy does not provide any guarantee or warranty (express or implied) regarding the accuracy, adequacy, completeness, legality, reliability or usefulness of the information; and disclaims any liability arising thereof.
Links and product recommendations in the information provided here are advertisements of third-party products available on the website. PharmEasy does not make any representation on the accuracy or suitability of such products/services. Advertisements do not influence the editorial decisions or content. The information in this blog is subject to change without notice. The authors and administrators reserve the right to modify, add, or remove content without notification. It is your responsibility to review this disclaimer regularly for any changes.
Comments