आपको कैसे और क्यों हस्तमैथुन (Masturbation in Hindi) बंद करना चाहिए?
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हस्तमैथुन करना हर पुरुष के लिए सामान्य बात है और इसे स्वस्थ माना जाता है। ऐसा करना बिल्कुल मानवीय है क्योंकि यह सेक्स के आनंद को बढ़ाता है और अच्छी सेक्स लाइफ को बनाए रखता है। लेकिन यह लत नहीं बनना चाहिए। सेक्स ड्राइव को बढ़ावा देने वाली एक मजेदार गतिविधि को अपने नियंत्रण से बाहर नहीं जाने देना चाहिए। तो, इस आर्टिकल में हम पढ़ेंगे कि हस्तमैथुन (मास्टरबेशन) कैसे बंद करें और आपको ऐसा क्यों करना चाहिए।
Table of Contents
आपको कैसे पता चलेगा कि आप ज़्यादा हस्तमैथुन कर रहे हैं? यह आपके सोचने, काम करने और समाज में महसूस करने के तरीके को प्रभावित कर सकता है। आप अपने व्यवहार में ऐसे बदलाव देखेंगे जो आपके आस-पास के माहौल को प्रभावित कर सकते हैं। और आप ऐसी स्थिति में कभी नहीं आना चाहेंगे, सही कहा ना? इसे रोकने का पहला कदम यह है कि आप इस बात को स्वीकार करें कि आपको यह समस्या है और फिर इस आदत को कम करने के लिए समाधान ढूंढें। यहां कुछ पॉइंटर दिए गए हैं जिनसे आप पता लगा सकते हैं कि आप बहुत ज़्यादा हस्तमैथुन कर रहे हैं।
ध्यान दें : हर कोई हस्तमैथुन करता है और ऐसा करना गलत नहीं है। अपनी सेक्स लाइफ से संतुष्ट और असंतुष्ट, दोनों तरह के लोग हस्तमैथुन करते हैं। आपको सिर्फ यह ध्यान रखने की ज़रुरत है कि आप इसे ज़्यादा न करें।
यहां कुछ रोचक फैक्ट्स दिए गए हैं जो आपको इस टॉपिक और इसके अन्य पहलुओं के बारे में जानकारी देंगे।
हस्तमैथुन करना बिल्कुल सामान्य है और लोग ऐसा क्यों करते हैं इसके कई कारण हैं। ज्यादातर लोग नीचे बताए गए कारणों से ऐसा करते हैं।
अगर आपके लिए हस्तमैथुन (मास्टरबेशन) पर नियंत्रण रखना मुश्किल है तो इसका मतलब है कि आपको कोई समस्या है और यहां कुछ आसान तरीके बताए गए हैं जो इसे नियंत्रित करने में आपकी मदद करेंगे।
पोर्नोग्राफी (अश्लील सामग्री) उन लोगों के दिमाग पर काफी असर डालती है जो बहुत ज़्यादा हस्तमैथुन करते हैं। यह किसी इंसान को मानसिक रूप से इस तरह प्रभावित करता है कि समाज में उसके सोचने और काम करने के तरीके में बदलाव आ जाता है। ऐसे अश्लील फोटो , वीडियो और वेबसाइटों सर्च करने से बचें जो जिनसे आपकी सोच वापस पहले जैसी हो जाती है।
अपना दिमाग को किसी और तरफ डाइवर्ट करना और कुछ और काम करना भी एक ऐसा तरीका है जो आपकी मदद करेगा। एक नया शौक चुनने पर विचार करें और यह हस्तमैथुन पर लगने वाले समय को बदल सकता है। अपने व्यक्तिगत लक्ष्यों पर काम करना शुरू करें और उन्हें एक पर्सनल डायरी में लिख लें। अपने आप से कहें कि आप इस लक्ष्य को हासिल कर लेंगे और यह आपको मजबूत बनाए रखता है। यह आपकी एनर्जी को अन्य चीजों पर लगाने में मदद करेगा और फिर आप हस्तमैथुन करने के बारे में नहीं सोचेंगे।
आपको अपनी समस्या के बारे में बात करनी चाहिए। आपको यह भी समझना होगा है कि आप इससे अकेले नहीं लड़ सकते हैं। कोई हेल्थकेयर स्पेशलिस्ट इस समस्या के बारे में जानने में आपकी मदद करेगा। ज़्यादा हस्तमैथुन आपको मानसिक तौर पर प्रभावित कर सकता है और आपको ऑब्सेसिव कम्पलसिव डिसऑर्डर (ओसीडी) की समस्या हो सकती है जो आपके लिए चीजों को बदतर बना सकता है। इसके बारे में किसी मनोवैज्ञानिक या डॉक्टर से ज़रूर बात करें।
क्या आप जानते हैं कि कुछ लोग अन्य लोगों से जाकर इसलिए मिलते होते हैं क्योंकि वे अकेलापन महसूस करते हैं? जी हां, खाली दिमाग शैतान का घर होता है और यह आप सोच भी नहीं सकते उससे कहीं ज्यादा नुकसान कर सकता है। लोगों के साथ मिलने-जुलने से आपका दिमाग किसी और दिशा में नहीं जाता है। इसलिए परिवार, दोस्तों के साथ मेलजोल बढ़ाने या अपने शरीर को ज़्यादा प्रोडक्टिव बनाए रखने के लिए जिम जाएं।
नियमित एक्सरसाइज करने से आप मानसिक तौर पर मजबूत रहते हैं। दौड़ना, तैरना, टहलना और जॉगिंग करना जैसी सामान्य एक्सरसाइज पॉजिटिविटी बढ़ा सकती हैं और आपका ध्यान भटकने नहीं देती है। यह तनाव को कम करती है और आपके दिमाग को शांत रखती है। रोज़ाना 30 मिनट की आसान एक्सरसाइज से आपको अच्छा महसूस होगा।
बहुत ज़्यादा हस्तमैथुन एक ऐसी मानसिक स्थिति का संकेत है जो व्यवहार संबंधी समस्या पैदा कर सकती है। हस्तमैथुन (मास्टरबेशन) करने के बाद ग्लानि की भावना इस तरफ इशारा करती हैं कि यह एक लत बन गया है। इसकी वजह से आप ज़्यादा शराब पीने लग जाते है। इस प्रकार अगर हस्तमैथुन(मास्टरबेशन) करना आपके काबू में नहीं रहता तो एक समस्या बन जाता है। हस्तमैथुन करना ठीक है लेकिन इसे अपने ऊपर हावी न होने दें।
हाँ, बहुत ज़्यादा हस्तमैथुन के शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के बहुत सारे साइड इफेक्ट होते हैं।
ध्यान दें : इससे पहले कि यह बीमारी आपको खाए, अपने डॉक्टर से परामर्श लें। याद रखें कि हस्तमैथुन करना स्वस्थ है और हर इंसान के लिए अच्छा होता है, लेकिन ज़्यादा हस्तमैथुन करने से काफी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
हस्तमैथुन (मास्टरबेशन) के साइड इफेक्ट आपको मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से प्रभावित कर सकते हैं। आप नहीं चाहेंगे कि ऐसा कुछ आपके साथ हो। दिन में दो बार हस्तमैथुन करना अच्छा और सेहतमंद है, लेकिन हफ्ते में 15 से 20 बार से ज्यादा हस्तमैथुन करते हैं, तो इस पर ध्यान देने की ज़रुरत है। यहां कुछ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल हैं जो आपको इस विषय में गहराई से जानकारी प्रदान करेंगे।
जी हाँ, महिलाएं अपनी उंगलियों का इस्तेमाल कर हस्तमैथुन करती हैं। इसे ऑर्गेज़्म भी कहा जाता है। इस प्रक्रिया में योनि के अंदर 2 उंगलियां डालकर यौन आनंद लिया जाता है। जैसे पुरुष अपने हाथों का इस्तेमाल करते हैं, वैसे ही महिलाएं अपनी उंगलियों का इस्तेमाल करती हैं। खुद के बारे में तथा अपनी वाइल्डेस्ट फेंटेसी के बारे में जानना हमेशा अच्छा होता है।
नहीं, यह काल्पनिक बात है कि हस्तमैथुन से पिंपल्स होते हैं। वास्तव में हार्मोनल होने के कारण आपकी त्वचा ज़्यादा ऑयली हो जाती है जिससे पिंपल्स होते हैं। ऐसा अक्सर तब होता है जब कोई जवान हो रहा होता है।
हस्तमैथुन (मास्टरबेशन) से आपको मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से मदद मिलती है। यह आपको तनाव से मुक्त करता है और शारीरिक रूप से यह आपके इरेक्टाइल डिसफंक्शन (स्तंभन दोष) के जोखिमों को रोकता है। यह सेक्स करने का सबसे सुरक्षित तरीका है जिससे आप गर्भवती होने के जोखिमों से दूर रहते हैं और आपको यौन संचारित बीमारियों (एसटीडी) से बचाते हैं। हस्तमैथुन करना अच्छा होता है।
ऐसे कई लोग होंगे जिन्होंने आपको बताया होगा कि हस्तमैथुन खराब है और इससे कई सेक्सुअल हेल्थ समस्याएं हो सकती हैं। यहां कुछ काल्पनिक बातें बताई जा रही हैं जिन्हें आपको जानना जरूरी है।
अंधापन
लिंग का टेढ़ा हो जाना
इरेक्टाइल डिसफंक्शन (नपुंसकता)
लिंग का सिकुड़ जाना
शरीर पर बहुत सारे बाल आना
बांझपन
शुक्राणुओं की संख्या कम हो जाना
आपको यह समझने की ज़रुरत है कि बहुत ज़्यादा हस्तमैथुन से लिंग की त्वचा फटना, डिप्रेशन और व्यवहार में बदलाव हो सकता है लेकिन ऊपर जो काल्पनिक बातों की लिस्ट दी गई है उनमें से कुछ भी नहीं होता है।
नहीं,सिर्फ वीर्य निगलने से कोई महिला गर्भवती नहीं हो सकती है। जब शुक्राणु योनि के सीधे संपर्क में आता है तभी गर्भवती हो सकते हैं। लेकिन, वीर्य को निगलने से आप यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) की चपेट में आ सकते हैं।
महिला के स्पर्म (शुक्राणु) का रंग थोड़ा ग्रे, सफेद और पीला होता है। अगर वीर्य में खून है तो यह गुलाबी या लाल रंग का दिखाई दे सकता है। एक स्वस्थ शुक्राणु का रंग ग्रे सफेद हो सकता है। कभी-कभी अगर आपको लगता है कि आपके वीर्य का रंग पीला है, तो यह बिल्कुल सामान्य है लेकिन कभी-कभी यह किसी मेडिकल समस्या का संकेत भी हो सकता है।
पुरुष स्पर्म (शुक्राणु) में मूड बदलने की क्षमता होती है जिसके कारण यह महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। इससे महिलाओं की स्किन अच्छी होती है, नींद अच्छी आती है, यह प्यार बढ़ाता है और महिलाओं को खुश रखता है। अगर आपकी पार्टनर तनाव में लग रही है, तो अच्छा सेक्स इसका सटीक समाधान है। शुक्राणु (स्पर्म) में कई विटामिन होते हैं और यह एक प्राकृतिक एंटीडिप्रेसेंट है।
आमतौर पर, हस्तमैथुन से संतुष्टि मिलती है और उत्तेजना होती है। अगर हस्तमैथुन (मास्टरबेशन) से कोई भी एहसास नहीं होता है, तो यह एक मनोवैज्ञानिक स्थिति हो सकती है जिसे एनाडोनिया कहा जाता है जिसमें व्यक्ति को संतुष्टि महसूस नहीं होती है। ऐसा भी हो सकता है कि आप सिर्फ इसलिए कुछ महसूस नहीं कर रहे हों क्योंकि हस्तमैथुन (मास्टरबेशन) में आपको रुचि नहीं है। वेजाइनल एरिया के इनरवेशन में समस्या के कारण भी उत्तेजना कम हो सकती है। इसका सही कारण जानने के लिए हेल्थ केयर प्रोवाइडर से परामर्श करना सबसे अच्छा रहता है।
हर इंसान अलग तरीके से हस्तमैथुन करता है। चाहे आप पुरुष हैं या महिला, हस्तमैथुन पूरी तरह से स्वस्थ और सामान्य है। यह आपके शरीर को जानने और आपको क्या अच्छा लगता है, यह जानने का एक शानदार तरीका है। यह 100% सुरक्षित भी है और इसमें गर्भवती होने या यौन संचारित बीमारियों (एसटीडी) का कोई खतरा नहीं है।
पारस्परिक हस्तमैथुन (म्यूच्यूअल मास्टरबेशन) वह होता है जिसमें दोनों पार्टनर एक दूसरे के जननांगों को उत्तेजित करने के लिए अपने हाथों या खिलौनों का इस्तेमाल करते हैं। यह दो या दो से ज़्यादा लोगों के बीच किया जा सकता है। पार्टनर द्वारा एक-दूसरे को खुश करने के लिए पारस्परिक हस्तमैथुन (म्यूच्यूअल मास्टरबेशन) एक अनूठा तरीका है। यह फोरप्ले का हिस्सा हो सकता है जो अन्य सेक्सुअल एक्टिविटीज तक ले जाता है या यह आपके और आपके पार्टनर के बीच एक अंतरंग (इंटीमेट) गतिविधि हो सकती है।
हस्तमैथुन (मास्टरबेशन) करना बिल्कुल सामान्य बात है और यह सेक्स ड्राइव को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। क्या आपको अच्छी सेक्स लाइफ चाहिए? तो इंटरकोर्स (संभोग) से पहले हस्तमैथुन करें। इससे आपकी अपनी वाइल्डेस्ट फेंटेसी को बाहर लाने में मदद मिलेगी और आपकी पार्टनर चाहेगी कि आप उसे ऑर्गेज़्म का सुख दें। सेहतमंद रहें और सुरक्षित रहें।
हस्तमैथुन से कोई बीमारी नहीं होती. यह एक सामान्य और स्वस्थ यौन गतिविधि है जिसे संयमित मात्रा में करने पर कोई चिकित्सीय स्थिति उत्पन्न नहीं होती है। इसके कारण बीमारियाँ होने के बारे में गलत धारणाएँ वैज्ञानिक प्रमाणों द्वारा समर्थित नहीं हैं।
जब आप हस्तमैथुन करते हैं, तो आपका शरीर शारीरिक और मनोवैज्ञानिक प्रतिक्रियाओं से गुजरता है, जिसमें हृदय गति में वृद्धि, डोपामाइन जैसे फील-गुड हार्मोन का स्राव और अक्सर आराम और तनाव से राहत की भावना शामिल होती है। यह व्यक्तियों को उनकी यौन प्राथमिकताओं और प्रतिक्रियाओं को बेहतर ढंग से समझने में भी मदद कर सकता है।
हस्तमैथुन को आम तौर पर एक सामान्य और स्वस्थ यौन गतिविधि माना जाता है। यह तनाव को दूर करने और किसी के शरीर की बेहतर समझ को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। हालाँकि, अत्यधिक हस्तमैथुन से शारीरिक असुविधा हो सकती है या दैनिक जीवन में बाधा आ सकती है, इसलिए संयम महत्वपूर्ण है।
हस्तमैथुन से महत्वपूर्ण प्रोटीन हानि नहीं होती है। वीर्य में प्रोटीन की मात्रा न्यूनतम होती है, और हस्तमैथुन सहित सामान्य यौन गतिविधि, शरीर के समग्र प्रोटीन स्तर को कम नहीं करती है।
हस्तमैथुन से आमतौर पर सूजन नहीं होती है। हालाँकि, अत्यधिक या ज़ोरदार हस्तमैथुन से जननांग क्षेत्र में अस्थायी जलन या मामूली सूजन हो सकती है। असुविधा से बचने के लिए संयम और सौम्य व्यवहार महत्वपूर्ण हैं।
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