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शिमला मिर्च (Capsicum in Hindi): उपयोग, फायदे और न्यूट्रिशनल वैल्यू

By Dr Smita Barode +2 more

परिचय :

मुझे खाया जा सकता है। मैं हरी हूँ। मैं पीली हूँ। मैं लाल हूँ। कभी-कभी तुम मुझे नारंगी रंग में भी पाओगे! यह रंगीन खाद्य पदार्थ क्या हो सकता है? शिमला मिर्च! शिमला मिर्च का वैज्ञानिक नाम कैप्सिकम एन्नम है और यह सोलेनेसी परिवार की सदस्य है। कैप्सिकम को अमेरिका में बेल पेप्पर, भारत में शिमला मिर्च और यूनाइटेड किंगडम में पेप्पर के नाम से जाना जाता है। शिमला मिर्च (कैप्सिकम) उत्तरी लैटिन अमेरिका और मैक्सिको से उत्पन्न हुई और हरे, लाल, पीले और नारंगी रंग के विभिन्न रंगों में उपलब्ध हैं। पिज्जा पर टॉपिंग के तौर पर खाने या सब्जी के तौर पर पकाने पर ये किस्में न सिर्फ स्वादिष्ट होती हैं, बल्कि ये बहुत सेहतमंद भी होती हैं। चलिए इस सब्जी के कुछ रोचक फायदों के बारे में जानते हैं।1 


शिमला मिर्च (कैप्सिकम) की न्यूट्रिशनल वैल्यू:

Shimla Mirch(Capsicum) Ki Nutritional Value:

शिमला मिर्च (कैप्सिकम) में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं जिनके बारे में जो नीचे दी गई टेबल में बताया गया है। यह विभिन्न प्रकार के फाइटोकेमिकल्स जैसे कि विटामिन, एंथोसायनिन, फ्लेवोनोइड्स, फेनोलिक एसिड, कैप्सैसिनोइड्स और कैरोटीनॉयड से भरपूर होती है।

पोषक तत्व प्रति 100 ग्राम वैल्यू
एनर्जी (Kcal/K) 26/111 
कुल कार्बोहाइड्रेट6.03 ग्राम
डाइटरी फाइबर2.1 ग्राम
प्रोटीन0.99 ग्राम
कुल फैट0.30 ग्राम
कैल्शियम7 मिलीग्राम
मैग्नीशियम12 मिलीग्राम
फास्फोरस26 मिलीग्राम
पोटैशियम718 मिलीग्राम
सोडियम4 मिलीग्राम
विटामिन C127.7 मिलीग्राम
नियासिन0.9 मिलीग्राम
पायरिडोक्सिन0.29 मिलीग्राम
विटामिन A3131 इंटरनेशनल यूनिट
विटामिन K4.9 माइक्रोग्राम
विटामिन E1.58 मिलीग्राम

टेबल 1 शिमला मिर्च (कैप्सिकम) की न्यूट्रिशनल वैल्यू को दर्शाती है2

शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के गुण :

शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के कई सारे गुण होते हैं, जिनके बारे में नीचे बताया गया है:

  • यह एक एंटीऑक्सीडेंट के तौर पर काम कर सकती है।
  • यह एंटीफंगल गुण हो सकते हैं।
  • इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हो सकते हैं।
  • यह एक एंटी-डायबिटिक (डायबिटीज रोधी) एजेंट हो सकती है।
  • यह एंटी-कैंसर (कैंसर रोधी) गतिविधि दिखा सकती है।
  • यह एक संभावित एनाल्जेसिक (दर्द कम करने वाली दवा) के तौर पर काम कर सकती है।
  • यह न्यूरोप्रोटेक्टिव (तंत्रिका कोशिका की सुरक्षा करना) हो सकती है।
  • यह एंटी-बैक्टीरियल (बैक्टीरिया रोधी) गतिविधि भी दिखा सकती है।
  • इसमें इम्यूनोसप्रेसिव गुण हो सकते हैं।
  • यह इम्युनो स्टीमुलेंट गतिविधि भी दिखा सकती है।1,2

संपूर्ण सेहत के लिए शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के संभावित उपयोग :

नीचे शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के कुछ संभावित फायदों के बारे में बताया गया है:

1. डिसलिपिडेमिया (खून में लिपिड लेवल बहुत कम या ज़्यादा हो जाना) के लिए शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के संभावित उपयोग

डिसलिपिडेमिया का मतलब अच्छे कोलेस्ट्रॉल या हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एचडीएल) में कमी और लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एलडीएल), कुल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स में बढ़ोतरी होना है। अध्ययनों से पता चला है कि लाल शिमला मिर्च (कैप्सिकम) और इसके महत्वपूर्ण घटकों में से एक, कैप्सैसिन डिसलिपिडेमिया में परिवर्तित मापदंडों को संभावित तौर पर नियंत्रित कर सकता है।  Zafar et al. ने 2012 में लिपिड प्रोफाइल पर शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के जलीय अर्क के प्रभाव का आकलन करने के लिए नर चूहों पर  एक अध्ययन किया। जिन चूहों को शिमला मिर्च (कैप्सिकम) (200 मिलीग्राम/किग्रा) का जलीय अर्क दिया गया था, उनके अंदर कुल कोलेस्ट्रॉल, लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एलडीएल) और ट्राइग्लिसराइड्स में कमी और हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एचडीएल) में बढ़ोतरी देखी गई। यह इशारा करता है कि शिमला मिर्च का सेवन डिसलिपिडेमिया को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। हालाँकि, इन दावों का समर्थन करने के लिए इंसानों पर और ज़्यादा अध्ययन करने की ज़रुरत है।3

2. ब्लड ग्लूकोज़ नियंत्रित करने के लिए शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के संभावित उपयोग

शिमला मिर्च (कैप्सिकम) में कैप्सैसिन और कैप्सिएट (कैप्सैसिन एनालॉग) जैसे फाइटोकेमिकल्स होते हैं, जो हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव (ब्लड शुगर कम करना) प्रदर्शित कर सकते हैं। Sanati et al. ने टाइप-I DM वाले चूहों में ब्लड ग्लूकोज पर कैप्सैसि के प्रभाव का आकलन करने के लिए 2017 में एक अध्ययन किया। चूहों को 28 दिनों के लिए 6mg/kg कैप्सैसि और कैप्सिएट दिया गया। अध्ययन के नतीजे बताते हैं कि कैप्सैसि और कैप्सिएट ब्लड ग्लूकोज को कम करने में मदद कर सकते हैं। यह इशारा करता है कि शिमला मिर्च (कैप्सिकम) का सेवन ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। हालांकि, इंसानों में इन परिणामों की पुष्टि करने के लिए और ज़्यादा अध्ययन करने की ज़रुरत है।4

3. मेटाबोलिज्म में सुधार करने के लिए शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के संभावित उपयोग

शिमला मिर्च (कैप्सिकम) में काफी अच्छी मात्रा में कैप्सैसिनोइड्स होते हैं, जो मेटाबोलिज्म में सुधार करने में मदद कर सकते हैं। कैप्सैसिनोइड्स वासोडिलेटेशन (रक्त प्रवाह में बढ़ोतरी) को उत्तेजित करने के लिए जाना जाता है जो थर्मोजेनेसिस (ऊष्मा उत्पादन) को बढ़ाता है। थर्मोजेनेसिस में बढ़ोतरी से मेटाबोलिज्म की दर बढ़ जाती है। यह इशारा करता है कि शिमला मिर्च (कैप्सिकम) का सेवन मेटाबोलिज्म को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। हालाँकि, इन दावों का समर्थन करने के लिए और ज़्यादा अध्ययन की की ज़रुरत है।5

4. कैंसर में शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के संभावित उपयोग

कैप्सैसिन एक बायोएक्टिव फाइटोकेमिकल है जो शिमला मिर्च (कैप्सिकम) में भरपूर मात्रा में होता है। Chapa et al.द्वारा 2016 में किए एक लिटरेचर रिव्यु  में पाया गया कि कैप्सैसिन कैंसर कोशिका के जीवित रहने, एंजियोजेनेसिस और मेटास्टेसिस के विभिन्न चरणों में जीन की अभिव्यक्ति को बदल सकता है। इसलिए, ऐसी संभावना है कि शिमला मिर्च (कैप्सिकम) का सेवन कैंसर को मैनेज करने में मदद कर सकता है, लेकिन हमें इन दावों का समर्थन करने के लिए इंसानों पर और ज़्यादा अध्ययन करने की ज़रुरत है।6

5. घाव भरने के लिए शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के संभावित उपयोग

शिमला मिर्च (कैप्सिकम) में कैप्सैसिन और डायहाइड्रोकैप्सैसिन जैसे फाइटोकेमिकल्स होते हैं, जो परंपरागत रूप से घाव भरने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। हालांकि, इसके लिए वैज्ञानिक प्रमाण सीमित हैं। Ekom et al. ने 2021 में  घाव भरने की प्रक्रिया के समर्थन के रूप में शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के अर्क की एंटीबैक्टीरियल क्षमता का आकलन करने के लिए चूहों पर एकअध्ययन किया। इस अध्ययन के नतीजों ने दवा किया कि एक एंटीबैक्टीरियल घटक के तौर पर शिमला मिर्च (कैप्सिकम) का इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, इंसानों पर इन दावों की पुष्टि करने के लिए और ज़्यादा अध्ययन की ज़रुरत है।7

6. इम्युनिटी बढ़ाने के लिए शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के संभावित उपयोग

शिमला मिर्च (कैप्सिकम) में काफी अच्छी मात्रा में विटामिन C होता है। यह एक जैविक रूप से सक्रिय फाइटोकेमिकल है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद कर सकता है। ऐसा संभव है कि शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के नियमित सेवन से इम्युनिटी बढ़ाने में मदद मिले। हालाँकि, इन दावों का समर्थन करने वाले वैज्ञानिक प्रमाण सीमित हैं। इसलिए, इंसानों पर इन दावों का समर्थन करने के लिए और ज़्यादा अध्ययन की ज़रुरत है।1

7. एंग्जायटी के लिए शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के संभावित उपयोग

शिमला मिर्च (कैप्सिकम) विटामिन B6 और मैग्नीशियम का एक अच्छा स्रोत है और ये दोनों नर्वस सिस्टम के सामान्य कार्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस तरह से यह एंग्जायटी को दूर कर सकता है और पैनिक अटैक को नियंत्रित कर सकता है। इसके अलावा, शिमला मिर्च (कैप्सिकम) में मौजूद मैग्नीशियम एंग्जायटी के कारण होने वाले मांसपेशियों के तनाव को दूर करने में मदद कर सकता है। यह इशारा करता है कि शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के सेवन से एंग्जायटी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। हालांकि, इन दावों का समर्थन करने के लिए वैज्ञानिक प्रमाण अपर्याप्त हैं और इंसानों पर इन दावों का समर्थन करने के लिए और ज़्यादा अध्ययन की ज़रुरत है।1 

8. शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के अन्य संभावित उपयोग :

  • यह अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव के कारण, क्रोहन रोग (आंतों में सूजन) और आर्थराइटिस (गठिया) की समस्या को कम करने में मदद कर सकती है।
  • यह पीले बुखार से जुड़े दर्द को दूर करने में मदद कर सकती है।
  • यह पेचिश और दस्त को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है।
  • यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद कर सकती है।
  • यह तनाव से राहत दिला सकती है।
  • यह मोतियाबिंद से लड़ने में मदद कर सकती है।
  • यह मेटाबोलिज्म बढ़ाने में मदद कर सकती है।1 
  • यह शरीर के बढ़े हुए फैट को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है और इस प्रकार मोटापे को नियंत्रित करने में उपयोगी हो सकती है।5

हालांकि ऐसे अध्ययन हैं जो विभिन्न समस्याओं की स्थितियों में शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के फायदों को दिखाते हैं, लेकिन ये अध्ययन अपर्याप्त हैं और इंसान की सेहत पर शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के फायदों की सही सीमा स्थापित करने के लिए आगे और अध्ययन की ज़रुरत है।

शिमला मिर्च (कैप्सिकम) का इस्तेमाल कैसे करें?

शिमला मिर्च (कैप्सिकम) का निम्नलिखित तरीकों से उपयोग किया जा सकता है:

  • शिमला मिर्च (कैप्सिकम) को सलाद में कच्चा खाया जाता है, पास्ता में पकाकर खाया जाता है, अन्य सब्जियों के साथ डाला जाता है,  पेप्पर सॉस में डाला   जाता है। शिमला मिर्च (कैप्सिकम) का उपयोग करके स्पेनिश डिश, पिस्टो या क्लासिक डिश रैटाटुई बनाई जाती है।9

कोई भी हर्बल सप्लीमेंट लेने से पहले आपको किसी योग्य डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। किसी योग्य डॉक्टर से परामर्श किए बिना कोई भी जारी दवा या इलाज बंद न करें या इसे आयुर्वेदिक/हर्बल दवा से रिप्लेस न करें।

शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के साइड इफेक्ट :

शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के सेवन से जुड़े कुछ साइड इफेक्ट्स में निम्नलिखित शामिल हैं

  • सेंसिटिव लोगों में एलर्जिक रिएक्शन बढ़ सकता है।
  • ज़्यादा मात्रा में शिमला मिर्च (कैप्सिकम) खाने से पेट में दर्द और गैस की समस्या हो सकती है।
  • ज़्यादा पसीना आना और नाक बहना।10

अगर आपको आप शिमला मिर्च (कैप्सिकम) से कोई उल्टा रिएक्शन होता है, तो आपको तुरंत डॉक्टर या अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए जिसने आपको शिमला मिर्च (कैप्सिकम) का सेवन करने के लिए कहा था। वे आपके लक्षणों के लिए सही मार्गदर्शन दे पाएंगे।

शिमला मिर्च (कैप्सिकम) का इस्तेमाल करते समय सावधानियां : 

अन्य फलों और सब्जियों की तरह ही सामान्य मात्रा में शिमला मिर्च (कैप्सिकम) का सेवन करना ठीक है। लेकिन शिमला मिर्च (कैप्सिकम) का सेवन करते समय सामान्य सावधानियों का पालन करना चाहिए, जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण हैं:

  • शिमला मिर्च (कैप्सिकम) का ज़्यादा सेवन सेंसिटिव लोगों में में एलर्जी बढ़ा सकता है।
  • अगर आपको पेट संबंधी कोई परेशानी है तो शिमला मिर्च (कैप्सिकम) का सेवन करते समय सावधान रहें।
  • किसी भी तरह के इंफेक्शन से बचने के लिए, शिमला मिर्च (कैप्सिकम) उपयोग करने से पहले इसे अच्छी तरह से धोने की सलाह दी जाती है।9

अन्य दवाओं के साथ इंटरेक्शन (परस्पर क्रिया) :

अन्य दवाओं के साथ शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के इंटरेक्शन (परस्पर क्रिया) के संबंध में डेटा नहीं है। हालांकि, आपको हमेशा अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर से अन्य दवाओं के साथ शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के संभावित इंटरेक्शन (परस्पर क्रिया) के बारे में सलाह लेनी चाहिए और उनके प्रिस्क्रिप्शन का पूरी तरह से पालन करना चाहिए, क्योंकि वे आपकी सेहत की स्थिति और आपके द्वारा ली जा रही अन्य दवाओं के बारे में सबसे अच्छी तरह जानते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल :

1) शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के क्या फायदे हैं?

शिमला मिर्च (कैप्सिकम) ब्लड ग्लूकोज, डिसलिपिडेमिया (खून में लिपिड लेवल बहुत कम या ज़्यादा हो जाना), कैंसर को नियंत्रित करने और घावों को भरने में मदद कर सकती है। इसके अलावा, यह इम्युनिटी, मेटाबोलिज्म बढ़ाने, मोतियाबिंद को रोकने में मदद कर सकता है, और आर्थराइटिस (गठिया), क्रोहन रोग (आंतों में सूजन) और पीले बुखार में राहत प्रदान कर सकती है।

2) शिमला मिर्च (कैप्सिकम) का वैज्ञानिक नाम क्या है?

शिमला मिर्च का वैज्ञानिक नाम कैप्सिकम एन्नम है।

3) शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के साइड इफेक्ट क्या हैं?

जब शिमला मिर्च (कैप्सिकम) का ज़्यादा मात्रा में सेवन किया जाता है, तो इससे पेट में दर्द, पसीना और सेंसिटिव लोगों में एलर्जी हो सकती है।9

4) क्या शिमला मिर्च (कैप्सिकम) डिसलिपिडेमिया (खून में लिपिड लेवल बहुत कम या ज़्यादा हो जाना) को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है?

शिमला मिर्च (कैप्सिकम) कैप्सैसिन से भरपूर होती है। हालांकि जानवरों पर किए गए अध्ययनों से पता चला है कि शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के सेवन से डिसलिपिडेमिया (खून में लिपिड लेवल बहुत कम या ज़्यादा हो जाना) पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, लेकिन इन दावों का समर्थन करने के लिए और ज़्यादा अध्ययन की ज़रुरत है। इसलिए, उचित उपचार के लिए डॉक्टर से परामर्श करने की सलाह दी जाती है।3

5) क्या शिमला मिर्च (कैप्सिकम) कैंसर को रोकने में मदद कर सकती है?

लिटरेचर स्टडीज कैंसर को नियंत्रित करने के लिए शिमला मिर्च (कैप्सिकम) के उपयोग का समर्थन करती है। लेकिन इंसानों पर इन नतीजों की पुष्टि करने के लिए और ज़्यादा अध्ययन की ज़रुरत है। इसलिए, उचित उपचार के लिए डॉक्टर से परामर्श करने की सलाह दी जाती है।3

References:

  1. Dr, Smita Barode. Capsicum (Shimla Mirch): Uses, Benefits, Side Effects By Dr. Smita Barode. Pharmeasy. [Internet]. May 9, 2023. Available from: https://pharmeasy.in/blog/8-health-benefits-of-capsicum/ .
  2. Luis Miguel Anaya-Esparza, Zuamí Villagrán-de la Mora, Olga Vázquez-Paulino, Felipe Ascencio and Angélica Villarruel-López. Bell Peppers (Capsicum annum L.) Losses and Wastes: Source for Food and Pharmaceutical Applications. National Center for Biotechnology Information. [Internet]. September 2, 2021. Available from: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC8434037/ .
  3. Setareh Sanati, Bibi Marjan Razavi, and Hossein Hosseinzadeh. A review of the effects of Capsicum annuum L. and its constituent, capsaicin, in metabolic syndrome. National Center for Biotechnology Information. [Internet]. May 1, 2018. Available from: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6000222/ .
  4. Shiqi Zhang, Xiaohan Ma, Lei Zhang, Hui Sun, Xiong Liu. Capsaicin Reduces Blood Glucose by Increasing Insulin Levels and Glycogen Content Better than Capsiate in Streptozotocin-Induced Diabetic Rats. PubMed. [Internet]. March 22, 2017. Available from: https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/28230360/ .
  5. Angela M. Chapa-Oliver and Laura Mejía-Teniente. Capsaicin: From Plants to a Cancer-Suppressing Agent. National Center for Biotechnology Information. [Internet]. August 21, 2016. Available from: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6274000/#:~:text=Anticancer%20Activity,-There%20is%20persuasive&text=Between%20them%20is%20capsaicin%2C%20a,18%2C37%2C38%5D .
  6. Steve Endeguele Ekom, Jean-De-Dieu Tamokou,corresponding author and Victor Kuete. Antibacterial and Therapeutic Potentials of the Capsicum annuum Extract against Infected Wound in a Rat Model with Its Mechanisms of Antibacterial Action. National Center for Biotechnology Information. [Internet]. October 4, 2021. Available from: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC8505066/ .
  7. Steve Endeguele Ekom, Jean-De-Dieu Tamokou,corresponding author and Victor Kuete. Antibacterial and Therapeutic Potentials of the Capsicum annuum Extract against Infected Wound in a Rat Model with Its Mechanisms of Antibacterial Action. National Center for Biotechnology Information. [Internet]. October 4, 2021. Available from: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC8505066/ . “> Steve Endeguele Ekom, Jean-De-Dieu Tamokou,corresponding author and Victor Kuete. Antibacterial and Therapeutic Potentials of the Capsicum annuum Extract against Infected Wound in a Rat Model with Its Mechanisms of Antibacterial Action. National Center for Biotechnology Information. [Internet]. October 4, 2021. Available from: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC8505066/ . . BBC. [Internet]. November 18, 2022. Available from: https://www.bbc.co.uk/food/capsicum .
  8. Capsicum. Tufts Medical Center. [Internet]. November 18, 2022. Available from: https://hhma.org/healthadvisor/ma-capsicum-ma/ .

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