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बैंगन (Brinjal in Hindi): उपयोग, फायदे, न्यूट्रिशनल वैल्यू

By Dr Smita Barode +2 more

परिचय:

बैंगन (ब्रिंजल) का वैज्ञानिक नाम सोलेनम मेलोंगेना एल. है। यह सोलेनेसी फ़ैमिली से संबंधित है। यह सबट्रॉपिकल और ट्रॉपिकल क्षेत्रों में सालाना पैदा होने वाला पौधा है जो अपने बेरी जैसे फल के लिए बड़ी संख्या में उगाया जाता है। चीन, बांग्लादेश, फिलीपींस, भारत और पाकिस्तान जैसे देशों में यह फसल बड़े पैमाने पर उगाई जाती है।1

यह झाड़ीदार पौधा फ्लेवोनोइड्स, अल्कलॉइड्स और अन्य बायोएक्टिव यौगिकों जैसे आर्जिनाइन एस्पार्टिक एसिड आदि का अच्छा स्रोत है। इसके आमतौर पर कई नाम हैं जैसे बेगुन (बंगाली में), बैंगन (हिंदी में), वर्ताकू (संस्कृत में), वांगी (मराठी में) और ब्रिंजल (अंग्रेजी में)। इसकी पुष्टि की जा चुकी है कि बैंगन (ब्रिंजल) की विभिन्न देशों में विभिन्न प्रकार के रंग, आकार की लगभग 15-20 किस्में उपलब्ध हैं। बैंगन (ब्रिंजल) में कई आयुर्वेदिक औषधीय गुण होते हैं; इसलिए इसे आधुनिक चिकित्सा का जनक माना जाता है।1,2

बैंगन का उपयोग

बैंगन (ब्रिंजल) में पोषक तत्वों की मात्रा: (Baingan(Brinjal) mai Poshak Tatvo Ki Matra):

बैंगन (ब्रिंजल), मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद पोषक तत्वों का एक आवश्यक स्रोत है। प्रति 100 ग्राम बैंगन (ब्रिंजल)  का पोषक मूल्य3

  • एनर्जी: 25 कैलोरी
  • कार्बोहाइड्रेट: 5.88 ग्राम
  • प्रोटीन: 0.98 ग्राम
  • शुगर: 3.53 ग्राम
  • कुल लिपिड: 0.18 ग्राम
  • फाइबर: 3 ग्राम

प्रति 100 ग्राम बैंगन (ब्रिंजल) के विटामिन और खनिज3

  • कैल्शियम: 9 मिलीग्राम
  • आयरन: 0.23 मिलीग्राम
  • मैग्नीशियम: 14 मिलीग्राम
  • फ़ोस्फोरस: 24 मिलीग्राम
  • पोटैशियम: 229 मिलीग्राम
  • सोडियम: 2 मिलीग्राम
  • जिंक: 0.16 मिलीग्राम
  • कॉपर: 0.081 मिलीग्राम
  • मैंगनीज: 0.232 मिलीग्राम
  • सेलेनियम: 0.3 माइक्रोग्राम
  • विटामिन सी: 2.2 मिलीग्राम
  • थायमिन: 0.039 मिलीग्राम
  • राइबोफ्लेविन: 0.037 मिलीग्राम
  • नियासिन: 0.649 मिलीग्राम
  • विटामिन बी6: 0.084 मिलीग्राम
  • फ़ोलेट: 22 माइक्रोग्राम
  • कोलीन: 6.9 मिलीग्राम
  • विटामिन ए: 1 माइक्रोग्राम
  • बीटा-कैरोटीन: 14 माइक्रोग्राम
  • विटामिन ई: 0.3 मिलीग्राम
  • विटामिन के: 3.5 माइक्रोग्राम

प्रति 100 ग्राम बैंगन (ब्रिंजल) के अमीनो एसिड3

  • एस्पार्टिक अम्ल: 0.164 ग्राम
  • थ्रेओनाइन: 0.037 ग्राम
  • आइसोल्यूसिन: 0.045 ग्राम
  • ल्यूसीन: 0.064 ग्राम
  • लाइसिन: 0.047 ग्राम
  • फेनिलएलनिन: 0.043 ग्राम
  • वेलिन: 0.053 ग्राम
  • आर्जिनाइन: 0.057 ग्राम
  • ग्लुटामिक एसिड: 0.186 ग्राम
  • प्रोलिन: 0.043 ग्राम

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बैंगन (ब्रिंजल) के गुण:

बैंगन (ब्रिंजल) को मुख्य रूप से खाने और औषधीय कामों में उपयोग के लिए उगाया जाता है। इस पौधे के बायोएक्टिव घटकों में संभावित सहायक गुण पाए जा सकते हैं।1 बैंगन (ब्रिंजल) में नीचे बताए गए गुण होते हैं:

  • इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट हो सकते हैं (जो ऑक्सीडेटिव तनाव को दूर करता है)1
  • यह एनाल्जेसिक हो सकता है (जो दर्द को कम करता है)
  • इसमें एंटी-पायरेटिक हो सकता है (जो तेज बुखार को कम करता है)
  • इसमें एंटी-अस्थेमैटिक क्षमता हो सकती है (जो सूजन को कम करता है)  
  • यह एंटी-अस्थमा हो सकता है (जो अस्थमा के अटैक को रोकता है)
  • यह लिपिड कम करने में मदद कर सकता है
  • यह ब्लडप्रेशर को कम करने में मदद कर सकता है

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बैंगन (ब्रिंजल) के संभावित उपयोग:

बैंगन (ब्रिंजल) पोषक तत्वों का एक अनूठा स्रोत होते हैं और यह मनुष्य का स्वास्थ्य बनाए रखने में मददगार साबित हो सकते हैं। पारंपरिक चिकित्सा में कई रोगों4 से निपटने के लिए बैंगन (ब्रिंजल) का उपयोग किया जाता है। बैंगन (ब्रिंजल) के कई संभावित उपयोगों का विवरण इस प्रकार है।

1. मधुमेह के लिए बैंगन (ब्रिंजल) के संभावित उपयोग

बैंगन (ब्रिंजल) फाइबर का अच्छा स्रोत होता है और इसमें कार्बोहाइड्रेट के कम घुलनशील स्तर पाए जाते हैं, जिससे यह टाइप 2 मधुमेह से निपटने में एक शक्तिशाली विकल्प साबित हो सकता है। अध्ययन में पाया गया कि डायबिटिक पशु मॉडल में बैंगन (ब्रिंजल) से खून में ग्लूकोज के स्तर को संतुलित रखने में मदद मिल सकती है। इन अध्ययनों से यह पता चला है कि टाइप 2 मधुमेह के रोगियों के दैनिक आहार में बैंगन (ब्रिंजल) को शामिल किया जाना एक अच्छा निर्णय हो सकता है क्योंकि इससे ऑक्सीडेटिव तनाव, ग्लूकोज के स्तर और रक्तचाप के प्रबंधन में सहायता मिल सकती है।4 हालाँकि, मनुष्य पर इस संबंध में और अधिक अध्ययन किए जाने की आवश्यकता है।

2. मोटापे के लिए बैंगन (ब्रिंजल) के संभावित उपयोग

बैंगन (ब्रिंजल) लिपिड के पाचन और शरीर में उनके अवशोषण में कारगर रूप से मदद कर सकता है, जिसका अर्थ है कि नियमित रूप से बर्गर्स में बैंगन (ब्रिंजल) होने से आप अपने बर्गर्स का भी सुरक्षित रूप से आनंद ले सकते हैं (काफ़ी हद तक ऐसा है)। इसमें बायोएक्टिव कंपाउंड होते हैं, जो शरीर में सीरम ट्राइग्लिसराइड (एफएटीएस) और कोलेस्ट्रॉल को घोल देने की क्षमता रखते हैं और शरीर के वजन4 को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं। हालाँकि इस विषय पर और अधिक अध्ययन किए जाने की आवश्यकता है।

3. कैंसर के लिए बैंगन (ब्रिंजल) के संभावित उपयोग

बैंगन (ब्रिंजल) के फेफड़े के कैंसर और गैस्ट्रिक (आंत संबंधी) कैंसर जैसे कई तरह के कैंसर के खिलाफ फ़ायदेमंद साबित हो सकते हैं। बैंगन (ब्रिंजल) में मौजूद डाइटरी फाइबर भोजन के पाचन को बढ़ावा दे सकता है। यह शरीर से विषैले कचरे को भी हटा कर सकता है जो बाद में पेट या कोलन के कैंसर4 का कारण बनता है – इससे कैंसर में बैंगन (ब्रिंजल) के संभावित फ़ायदों का पता चलता है। हालाँकि, ये अध्ययन अभी मानव स्वास्थ्य पर इसके प्रभावों को पुख्ता करने के लिए अपर्याप्त हैं।

4. त्वचा और बालों के लिए बैंगन (ब्रिंजल) के संभावित उपयोग

बैंगन (ब्रिंजल) वसा, विटामिन, बहुत सारे पानी और खनिजों से बना होता है जो बेहतर स्किन टोन और त्वचा, बालों और नाखूनों की गुणवत्ता सुधारने में मदद कर सकता है। यह त्वचा के कैंसर2 से निपटने भी सहायता कर सकता है, हालाँकि, इस क्षेत्र में और अधिक व्यापक शोध की आवश्यकता है ताकि ऊपर बताए गए सभी संभावित उपयोगों को तथ्यों के रूप में प्रस्तुत किया जा सके।

5. बैंगन (ब्रिंजल) के अन्य संभावित उपयोग

  • बैंगन (ब्रिंजल) फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान को साफतौर पर कम करके दिल के दौरे और स्ट्रोक जैसी कई दिल की बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
  • यह अपने आवश्यक घटकों जैसे बायोएक्टिव कंपाउंड्स, पोटेशियम, फाइबर और विटामिन बी6 के कारण हृदय में खून का दौरा बढ़ाने में मदद कर सकता है।
  • बैंगन (ब्रिंजल) में विभिन्न महत्वपूर्ण खनिज जैसे तांबा, मैंगनीज, पोटेशियम और मैग्नीशियम होते हैं जो हड्डियों का स्वास्थ्य बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।
  • सिफलिस को प्रबंधित करने के लिए बैंगन (ब्रिंजल) की जड़ों को खट्टे दूध और अनाज के दलिया (गाढे भोजन) के रूप में मिलाया और उबाला जाता है। इसे रक्तस्राव, अस्थमा और त्वचा के रोगों को रोकने के इलाज के लिए काढ़े के रूप में भी उपयोग किया जाता है। यदि आवश्यक हो तो आपका आयुर्वेदिक चिकित्सक ऐसा करने के लिए आपका मार्गदर्शन और सलाह देगा। इसलिए, सुनिश्चित करें कि आप उपरोक्त उद्देश्य के लिए बैंगन (ब्रिंजल) का उपयोग करने से पहले उनसे परामर्श लें।
  • बैंगन (ब्रिंजल) मस्तिष्क के अच्छे स्वास्थ्य से जुड़ा हो सकता है।
  • बैंगन (ब्रिंजल) में आवश्यक प्लांट आधारित पोषक तत्व भी होते हैं, जो स्मृति को बढ़ाने और मस्तिष्क की कोशिकाओं की रक्षा करने में मदद कर सकते हैं।2

हालाँकि, ऐसे अध्ययन मौजूद हैं जो विभिन्न परिस्थितियों में बैंगन (ब्रिंजल) के फ़ायदों को दिखाते हैं, लेकिन अभी ये अपर्याप्त हैं। मनुष्य के स्वास्थ्य पर बैंगन (ब्रिंजल) के फ़ायदों की सही सीमा को बताने के लिए और अधिक अध्ययन की आवश्यकता है।

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बैंगन (ब्रिंजल) को कैसे इस्तेमाल करें?

बैंगन (ब्रिंजल) का उपयोग नीचे बताए गए तरीकों से किया जा सकता है:

  • आधुनिक और पारंपरिक देशों में बैंगन (ब्रिंजल) का उपयोग कई रोगों के उपचार, आभूषण बनाने, भोजन के रूप में, धार्मिक अनुष्ठानों में और यहाँ तक कि ईंधन के रूप में भी किया जाता है।
  • भोजन के रूप में इसे पकाया जा सकता है, उबाला जा सकता है, सूप बनाया जा सकता है, ग्रिल किया जा सकता है, भूना जा सकता है, अचार बनाया जा सकता है, मैश किया जा सकता है, बेक किया जा सकता है, सुखाया जा सकता है, तला जा सकता है और यहाँ तक कि माइक्रोवेव भी किया जा सकता है।
  • आयुर्वेदिक चिकित्सकों द्वारा बैंगन (ब्रिंजल) की जड़, डंठल, छिलके और पत्तियों का उपयोग दवाई बनाने के लिए किया जा सकता है और बैंगन (ब्रिंजल) की सूखी कोंपलों को जलाने के लिए उपयोग किया जाता है।
  • इसे घावों और कटने पर भी लगाया जा सकता है।2

हर्बल सप्लीमेंट लेने से पहले किसी योग्य डॉक्टर से सलाह जरूर लें। किसी योग्य चिकित्सक से परामर्श किए बिना आधुनिक चिकित्सा के किसी मौजूदा उपचार को आयुर्वेदिक/हर्बल नुस्ख़े अपनाने के लिए बंद न करें और न ही उन्हें इन आयुर्वेदिक/हर्बल नुस्खों से बदलें।

बैंगन (ब्रिंजल) के दुष्प्रभाव:

हाल के वर्षों में, बैंगन (ब्रिंजल) के सेवन से दुर्लभ एलर्जी प्रतिक्रियाएं हुई हो सकती हैं। हालाँकि, आम तौर पर कुछ संवेदनशील लोगों का एक छोटा वर्ग ही बैंगन (ब्रिंजल) में मौजूद तत्वों की ऐसी एलर्जी से प्रभावित होता है। इसके संभावित एलर्जन में गैर-प्रोटीन मेटाबोलाइट पाया जाता है। बैंगन (ब्रिंजल) के सबसे आम दुष्प्रभाव हैं गले में खुजली, पूरे शरीर की त्वचा पर रैशिज़ होना, परेशानी और गला खराब होना (आवाज़ में भारी होना)।5 अगर एलर्जी संबंधी ऐसी प्रतिक्रियाएं दिखाई देती हैं, तो तुरंत अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लें।

बैंगन (ब्रिंजल) के साथ बरती जाने वाली सावधानियां:

चूंकि बैंगन (ब्रिंजल) के सेवन से एलर्जी संबंधी प्रतिक्रियाएं देखी जाती हैं, इसलिए स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से बचने के लिए साधारण सावधानी बरतने की ज़रूरत है। योग्य चिकित्सक से परामर्श किए बिना स्वयं के उपचार के लिए किसी प्रकार की जड़ी-बूटियों का प्रयोग न करें।

● बैंगन (ब्रिंजल) आयरन का एक बहुत अच्छा स्रोत होता है। गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए यह मददगार साबित हो सकता है।2 हालाँकि, ध्यान रखें कि आप इसका सेवन शुरू करने से पहले अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करें।

● बैंगन (ब्रिंजल) के दुष्प्रभाव एलर्जी के रूप में देखे गए हैं, जिसके कारण इम्युनोग्लोबुलिन ई (IgE) के कारण होने वाली अतिसंवेदनशील प्रतिक्रियाएं होती हैं।5 चूंकि छोटे बच्चों में प्रतिरक्षा प्रणाली परिपक्व नहीं हुई होती है, इसलिए उनमें बैंगन (ब्रिंजल) से एलर्जी की प्रतिक्रिया हो सकती है। इसलिए, छोटे बच्चों को इसे खाने के लिए देते समय अतिरिक्त सावधानी बरते जाने की ज़रूरत है। अगर कोई स्वास्थ्य संबंधी परेशानी दिखाई दे तो अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करें।

अन्य दवाओं के साथ मिलाए जाने पर:

बैंगन (ब्रिंजल) और अन्य दवाओं के बीच परस्पर प्रभाव का कोई सबूत मौजूद नहीं है। हालाँकि, किसी दवा की उपस्थिति में इसकी सुरक्षा की पुष्टि करने के लिए अधिक शोध की आवश्यकता है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):

क्या बैंगन (ब्रिंजल) कब्ज से निपटने में मदद करता है?

हाँ। बैंगन (ब्रिंजल) में मौजूद डाइटरी फाइबर आंत की गतिविधियों में मदद कर सकता है, जिससे कब्ज दूर करने में मदद मिल सकती है।2 हालाँकि, बताए गए प्रभावों की पुष्टि करने के लिए और अधिक शोध किए जाने की आवश्यकता है।

गर्भावस्था के दौरान बैंगन (ब्रिंजल) के सेवन के क्या फ़ायदे हैं?

बैंगन (ब्रिंजल) में आयरन होता है और इसे आयरन का कीलेटर भी माना जाता है जो शरीर में आयरन के अणुओं को पकड़ने में मदद कर सकता है। हालाँकि, इसके लिए आपको एक चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए और इस बात की पुष्टि करनी चाहिए कि क्या गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन आपके लिए पूरी तरह सुरक्षित है।2

बैंगन (ब्रिंजल) के सेवन के क्या फ़ायदे हैं?

बैंगन (ब्रिंजल) के कई फ़ायदे हो सकते हैं जैसे कि यह मधुमेह, पक्षाघात में, सूक्ष्म जीवों को खतम करने, गैस की परेशानी, हड्डियों और दांतों की समस्याओं में मदद कर सकता है। यह पेट फूलने, पाइल्स और गठिया से निपटने में भी मददगार साबित हो सकता है।2 हालाँकि, इसके ऐसे संभावित फ़ायदों की पुष्टि करने के लिए और अधिक शोध किए जाने की आवश्यकता है।

क्या बैंगन (ब्रिंजल) संक्रमण से लड़ने में मदद करता है?

हाँ, बैंगन (ब्रिंजल) में क्लोरोजेनिक एसिड और अन्य ज़रूरी तत्व होते हैं जो प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रेरित कर सकते हैं और एंटीबॉडी बना सकते हैं जो वायरल या माइक्रोबियल संक्रमण के दौरान फ़ायदेमंद साबित हो सकते हैं।2 हालाँकि, मनुष्य के स्वास्थ्य पर बैंगन (ब्रिंजल) के इन प्रभावों की पुष्टि करने के लिए और अधिक शोध किए जाने की ज़रूरत है।

बैंगन (ब्रिंजल) में कौन से विटामिन पाए जाते हैं?

बैंगन (ब्रिंजल) में नियासिन, थायमिन, विटामिन सी, राइबोफ्लेविन, कोलीन, विटामिन बी6, विटामिन ए, फ़ोलेट, विटामिन के, बीटा-कैरोटीन और विटामिन ई पाए जाते हैं।3

संदर्भ (References):

  1. Pharmacological activities of Solanum melongena Linn. (Brinjal plant): https://www.researchgate.net/publication/270016065_Pharmacological_activities_of_Solanum_melongena_Linn_Brinjal_plant . Publisher: ResearchGate. Author: Das M, Barua N | October 1, 2013
  2. UNVEILING THE POTENTIAL UTILITY OF EGGPLANT: A REVIEW: https://www.researchgate.net/publication/310846026 . Publisher: ResearchGate. Author: Fraikue FB | August 1, 2016
  3. Eggplant, raw: https://fdc.nal.usda.gov/fdc-app.html#/food-details/169228/nutrients . Publisher: FoodData Central. Author: | January 4, 2019
  4. Health benefits and bioactive compounds of eggplant: https://doi.org/10.1016/j.foodchem.2018.06.093 . Publisher: Science Direct. Author: Nergiz Gürbüz, Selman Uluişik , Anne Frary , Amy Frary , Sami Doğanlar | December 1, 2018
  5. A case of allergy and food sensitivity: the nasunin, natural color of eggplant: https://www.researchgate.net/publication/283538679_A_case_of_allergy_and_food_sensitivity_the_nasunin_natural_color_of_eggplant . Publisher: Research Gate. Author: Ferrara L | October 1, 2015

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