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नाशपाती (Pear in Hindi): उपयोग, फ़ायदे, न्यूट्रिशनल वैल्यू आदि!

By Dr. Nikita Toshi +2 more

परिचय:

नाशपाती का वैज्ञानिक नाम पायरस कमिनिस एल है। यह रोज़ेसी फ़ैमिली से संबंधित है। नाशपाती को सेब के बाद सबसे ज्यादा पौष्टिक फल माना जाता है। यह विटामिन आहार फाइबर, एमिनो एसिड, एवं क्वेरसेटिन का बढ़िया स्रोत होता है। नाशपाती अपने मिठास, सुगंध, कुरकुरेपन और ख़ास खुशबू के लिए जाना जाता है। मूल रूप से यह उत्तरी अमेरिका, पश्चिमी यूरोप, एशिया, चीन और पाकिस्तान में होता है।1-3

Pear

 ग्रीक कवि होमर द्वारा इसे ‘ईश्वर की देन’ कहा गया है। मानव स्वास्थ्य पर होने वाले फायदे को देखते हुए नाशपाती को हिंदी में बागु गोशा और संस्कृत में अमृतफल कहा जाता है। नाशपाती जख्म को ठीक करने, त्वचा को चमकदार बनाने, प्रतिरोधी क्षमता को मजबूत करने तथा पेशाब नली के संक्रमण को ठीक करने में मदद करता है।1,4

नाशपाती के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए, आइए इसे पढ़ें। इस ब्लॉग में आप इसके संभावित उपयोग, फायदे और मानव स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव के बारे में जानेंगे।

नाशपाती का पोषण मूल्य:

 नाशपाती के पेड़ के सभी अंगों का अच्छा पोषण मूल्य होता है।1

पौष्टिक तत्वमात्रा
कार्बोहाइड्रेट15.1 ग्राम
शुगर9.69 ग्राम
फाइबर3.1 ग्राम
प्रोटीन0.38 ग्राम
टोटल लिपिड (फैट)0.16 ग्राम

टेबल 1: नाशपाती का पोषण मूल्य प्रति 100 ग्राम3

नाशपाती में विटामिन और एमिनो एसिड भी पाए जाते हैं।

विटामिनमात्रा
विटामिन C4.4 मिलीग्राम
विटामिन B60.026 मिलीग्राम
विटामिन A1  माइक्रोग्राम
थायमिन0.012 मिलीग्राम
राइबोफ्लेविन0.026 मिलीग्राम
फोलेट6  माइक्रोग्राम
एमिनो एसिडमात्रा
ट्रिप्टोफैन0.002 ग्राम
आइसोल्यूसिन0.014 ग्राम
ल्यूसीन0.021 ग्राम
मेथायनिन0.002 ग्राम
वेलिन 0.019 ग्राम
फिनाइलआयलनिन0.013 ग्राम
हिस्टडीन0.002 ग्राम
थ्रियनिन0.013 ग्राम

टेबल 2:  प्रति 100 ग्राम नाशपाती में विटामिन और एमिनो एसिड की मात्रा3

 Read in English: Hibiscus: Uses, Benefits, Side Effects, And More!

नाशपाती के गुण:

पुराने समय से ही नाशपाती को एक औषधीय पौधा माना जाता रहा है।1 नाशपाती में पाए जाने वाले फायदेमंद गुण इस प्रकार हैं:

  •  इसमें सूजन को ठीक करने वाले गुण पाए जाते हैं (जलन और सूजन को ठीक करता है)।
  • यह एंटी-ऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है (ऑक्सीडेटिव तनाव घटाता है)।
  • इसमें संभवतः डायरिया रोधी गुण पाए जाते हैं।
  • इसमें रोगाणुरोधक क्षमता पाई जाती है।
  • इसमें दर्द को कम करने वाले गुण पाए जाते हैं (शांति और नींद प्रदान करता है)।
  • इसमें ज्वरनाशक गुण पाया जाता है (बुखार कम करता है)।
  • इसमें जख्म को ठीक करने की शक्ति होती है।
  • इसमें खून में ग्लूकोज़ की मात्रा को कम करने की शक्ति होती है।
  • इसमें लिपिड घटाने की शक्ति पाई जाती है।
  • इसमें कैंसर-रोधी क्षमता पाई जाती है।
  • इसमें ब्लड प्रेशर कम करने की शक्ति पाई जाती है।1,2

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नाशपाती के संभावित उपयोग:

Nashpati(Pear) ke sambhavit upyog:

नाशपाती में ऐसे लाभकारी गुण पाए जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए गुणकारी होते हैं तथा कई बीमारियों के इलाज में उपयोगी होते हैं।2

लीवर के स्वास्थ्य के लिए नाशपाती के संभावित उपयोग

नाशपाती में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो लीवर के स्वास्थ्य पर गुणकारी असर डालते हैं। अजिलोर बी एवं अन्य द्वारा 2016 में किए गए शोध में पाया गया कि नाशपाती के बीज का अर्क लीवर के ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करता है। ये परिणाम नाशपाती के फाइटोकेमिकल्स, एंटीऑक्सिडेंट और सूजनरोधी गुण के कारण पाए गये थे। ये यह दिखाता है कि नाशपाती में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। भारी धातु के कारण हुई लीवर क्षति में भी नाशपाती फायदेमंद होता है।1

ये पूरी जानकारी नहीं है। ये अध्ययन मानव पर नहीं किए गए हैं। इसलिए लीवर के स्वास्थ्य पर नाशपाती के प्रभाव की जानकारी के लिए मानव पर और ज्यादा परीक्षण किए जाने की जरूरत है। अतः नाशपाती को औषधि के रूप में इस्तेमाल करने के पूर्व डॉक्टर से परामर्श करना बेहतर होगा।

ब्लड शुगर के लिए नाशपाती के संभावित उपयोग

 भार्गव ए. एवं अन्य द्वारा 2013 में जानवर पर किए गए अध्ययन में नाशपाती के उपयोग से ब्लड शुगर को नियंत्रित करने से संबंधित महत्वपूर्ण परिणाम प्राप्त हुए। मुंह के माध्यम से  नाशपाती के फल का अर्क दिए जाने से नाशपाती में पाए जानेवाले फाइटोकेमिकल्स के कारण ब्लड शुगर का स्तर कम होता है। इस अर्क का प्लाज्मा इन्सुलिन या अग्न्याशय इन्सुलिन स्राव पर थोड़ा असर पड़ता है।1

ये आंकड़े पर्याप्त नहीं हैं क्योंकि ये शोध जानवरों पर किए गए हैं। इसलिए ब्लड शुगर नियंत्रण में नाशपाती के असर की पुष्टि करने के लिए मनुष्यों पर और अध्ययन किए जाने की आवश्यकता है।

पेशाब नली के संक्रमण में नाशपाती का संभावित उपयोग

गुवेन के. एवं अन्य द्वारा 2006 में किए गए एक अध्ययन से पता चला कि पेशाब नली में संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया पर जब परीक्षण किया गया तो इसके अर्क ने एंटीमाइक्रोबियल प्रभाव दिखाया। नाशपाती में बैक्टीरिया के हमसे से रक्षा करने की शक्ति हो सकती है। यह इन्फेक्शन को कम करने वाले एंटीमाइक्रोबियल गतिविधि भी कर सकता है।1 नाशपाती के पत्तों का अर्क यूरो-कीटाणुनाशक का काम भी कर सकता है जिससे पेशाब नली में संक्रमण ठीक करने में मदद मिल सकती है।4

हालांकि, मनुष्य की पेशाब नली में होनेवाले इन्फेक्शन के इलाज में नाशपाती के ऊपर वर्णित गुणों को साबित करने के लिए अब तक उपलब्ध आंकड़े काफी नहीं हैं तथा नाशपाती के संभावित उपयोग की पुष्टि करने के लिए और अधिक अध्ययन किए जाने की जरुरत है। बेहतर परामर्श के लिए योग्य डॉक्टर की सलाह लें।

जख्म भरने में नाशपाती के संभावित उपयोग

भार्गव ए. द्वारा 2014 में जानवरों के मॉडल पर  जख्म के इलाज में नाशपाती के अर्क के असर का अध्ययन किया गया था। इसके परिणामों से यह पता चला कि जख्म के निशान काफी कम हुए हैं तथा फाइबर कोलेजन उत्पादन में वृद्धि हुई जिसने त्वचा को मजबूती प्रदान की।1

नाशपाती के अर्क के एंटी-माइक्रोबियल गुण के कारण इसके जख्म भरने के संभावित गुण का पता चला। साथ ही, नए टिश्यू के निर्माण और जख्म के सिकुड़ने में भी इसका असर हो सकता है। नाशपाती में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी हो सकते हैं तथा यह कनेक्टिव टिश्यू का निर्माण भी कर सकता है।1

चूँकि यह अध्ययन मानव पर नहीं किया गया है इसलिए यह पूरी जानकारी नहीं है। हालांकि, जख्म के इलाज में नाशपाती के फायदों की जानकारी के लिए मानव पर इसका परीक्षण किया जाना ज़रूरी है। इसलिए नाशपाती का दवा के रूप में उपयोग करने के पहले अपने संबंधित डॉक्टर की सलाह जरुरी है।

नाशपाती के अन्य संभावित उपयोग

  • नाशपाती शरीर में कैल्शियम के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है और ऑस्टियोपोरोसिस में लाभ पहुंचाता है, जिसमें हड्डियाँ नाजुक और कमजोर हो जाती हैं।
  • यह शरीर के pH को बनाए रखने में मदद करता है।
  • बुखार में नाशपाती का जूस शरीर के तापमान को कम करने में मदद करता है। नाशपाती का ठंढापन इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट के कारण हो सकता है, जो प्रतिरोधी क्षमता में वृद्धि करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।4

हालांकि कई अध्ययनों से अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं में नाशपाती के फायदों का पता चला है। यह पूरी जानकारी नहीं है और मानव स्वास्थ्य पर नाशपाती के क्या फायदे हैं इसके बारे में जानने के लिए और अधिक अध्ययन किए जाने की आवश्यकता है।

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नाशपाती का उपयोग कैसे करें?

 पूरा फल स्वास्थ्यवर्धक और पौष्टिक है।

●     नाशपाती को कच्चा, ताजे फल के रूप में खाया जा सकता है।

●     नाशपाती से केक और पाई, जूस और ब्रांडी, कॉम्पोट्स, जैम, जेली और सिरप जैसे उत्पाद बनाए जा सकते हैं।2

नाशपाती से बनी किसी दवा का उपयोग करने के पहले प्रोफेशनल डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। आपके स्वास्थ्य की स्थिति के अनुसार वे नाशपाती के सही रूप एवं खुराक के बारे में बताएंगे। हम आपको किसी योग्य डॉक्टर की सलाह के बगैर चल रहे इलाज को बंद करने या उसके स्थान पर हर्बल दवा न लेने की सलाह देते हैं।

नाशपाती के दुष्प्रभाव:

नाशपाती के कुछ दुष्प्रभाव पाचन तंत्र से संबंधित होते हैं तथा बच्चों और शिशुओं में देखे जा सकते हैं।

●     दूध छोड़ चुके बच्चों में नाशपाती के दुष्प्रभाव देखे जा सकते हैं क्योंकि इसमें कुछ एसिड होते हैं जो पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं।1

●     नाशपाती के जूस के अत्यधिक सेवन से बच्चों को पेट दर्द, अत्यधिक गैस तथा गंभीर डायरिया हो सकता है।5

●     इसके अतिरिक्त, नाशपाती के जूस के अत्यधिक सेवन से शिशुओं की ऊंचाई और वजन प्रभावित हो सकता है।5

यदि नाशपाती के सेवन से ऐसे कोई भी दुष्प्रभाव दिखें तो कृपया उस आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें जिन्होंने आपको इसे लेने की सलाह दी थी।

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नाशपाती के साथ बरती जाने वाली सावधानियां:

छोटे बच्चों एवं उम्रदराज लोगों को नाशपाती देने के पहले सामान्य सावधानियां बरतने एवं अतिरिक्त ध्यान देने की जरुरत होती है।

●     गर्भावस्था: गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए नाशपाती का उपयोग असुरक्षित होने के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। हालांकि, जटिलताओं से बचने और सुरक्षित रहने के लिए डॉक्टर का परामर्श हमेशा फायदेमंद होता है।

●     बच्चों: नाशपाती में कुछ एसिड होते हैं। शिशुओं और छोटे बच्चों को अत्यधिक मात्रा में दिए जाने पर पाचन तंत्र पर इसका गंभीर दुष्प्रभाव हो सकता है।1 इसलिए डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

●     बुजुर्ग: बुजुर्ग लोग जिनका पेट अक्सर खराब रहता है, नाशपाती खाने से उनके पेट में दर्द हो सकता है, दस्त लग सकते हैं और पेट में गैस बन सकती है 4 इसलिए, पेट में गड़बड़ी होने पर बुजुर्गों को डॉक्टर से परामर्श लेने और नाशपाती खाने से पहले सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।

कृपया अपनी मर्जी से इलाज करने, पहले से चल रहे इलाज को बदलने, या रोकने के लिए इमली का प्रयोग न करें।

अन्य दवाओं के साथ प्रतिक्रिया:

 नाशपाती का किसी अन्य दवा के साथ रिएक्शन करने के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। हालांकि, लोगों को यह नहीं मान लेना चाहिए कि इसका कोई रिएक्शन नहीं होता है।

दवाओं और नाशपाती अथवा नाशपाती के किसी उत्पाद के हानिकारक प्रतिक्रिया के संबंध में पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं है। किन्तु कोई लक्षण या जटिलता दिखने पर कृपया अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

1. गर्भावस्था में नाशपाती के जूस के क्या फायदे हैं?

नाशपाती में फोलिक एसिड होता है  जो गर्भावस्था में फायदेमंद हो सकता है।1,4 हालांकि, यह पूरी जानकारी नहीं है क्योंकि ऐसा कोई भी अध्ययन नहीं है जो मनुष्य पर किया गया हो। इसलिए डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए और नाशपाती का उपयोग केवल दवा के रूप में करना चाहिए।

2. नाशपाती में कौन-कौन से विटामिन पाए जाते हैं?

नाशपाती में विटामिन A, विटामिन B6 एवं विटामिन C पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।1

3. क्या नाशपाती कब्ज ठीक कर सकता है?

नाशपाती और इसके पेड़ के छाल तथा पत्तियों का उपयोग काढ़ा बनाने में किया जाता है जिसमें काफी मात्रा में सेवन करने योग्य फाइबर पाए जाते हैं। यह एक नरम लैक्सेटिव के रूप में कार्य करता है जो मल त्याग को नियंत्रित करता है और कब्ज से राहत देने में मदद कर सकता है। हालांकि, लोगों को डॉक्टर से परामर्श लेकर ही नाशपाती के काढ़े का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि यह पूरी जानकारी नहीं है। 2,4

4. अत्यधिक नशे में होने पर क्या हम नाशपाती का उपयोग कर सकते हैं?

अत्यधिक नशे के लक्षणों को दूर करने के लिए नाशपाती का उपयोग किया जा सकता है। बड़ी मात्रा में अल्कोहल युक्त पेय लेने के पहले नाशपाती खाने से रक्त में अल्कोहल की मात्रा को प्रभावी रूप से कम किया जा सकता है। यह कुछ विशेष एंजाइम को भी इस तरह प्रभावित करता है जिससे अल्कोहल के कण इसमें घुल जाते हैं। यद्यपि, इस दावे की पुष्टि के लिए मनुष्यों पर और अधिक अध्ययन किए जाने की जरुरत है। डॉक्टर की सलाह के बिना लोगों को अपना इलाज खुद करने के लिए नाशपाती नहीं खानी चाहिए।1

5. क्या नाशपाती आंखों की रौशनी बढ़ा सकता है?

नाशपाती का नियमित रूप से सेवन आयु से सम्बंधित मैकुलर डिजनरेशन (कम दिखाई देना) के जोखिम को कम कर सकता है, जो कि उम्रदराज व्यक्तियों की सबसे बड़ी समस्या होती है। हालांकि, मनुष्य में कम दिखाई देने की समस्या में नाशपाती के फायदेमंद प्रभाव करने वाली पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं है।1

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References:

  1. Ruaa Mohammed Ibrahim1 and Zahraa Mohsen Hammoudi2*. PHYTOCHEMISTRYAND PHARMACOLOGICALACTIVITY OF PEAR (PYRUS COMMUNIS LINN) : A REVIEW. Plant Archives. [Internet]. Available from: http://www.plantarchives.org/20-2/7820-7828%20(6319).pdf .
  2. Aleksandra Savić, Snežana Jarić, Zora Dajić-Stevanović & Sonja Duletić-Laušević . Ethnobotanical study and traditional use of autochthonous pear varieties (Pyrus communis L.) in southwest Serbia (Polimlje). SpringerLink. [Internet]. January 30, 2019. Available from: https://link.springer.com/article/10.1007/s10722-018-00734-w .
  3. Pears, raw, bartlett. FoodData Central. [Internet]. December 16, 2019. Available from: https://fdc.nal.usda.gov/fdc-app.html#/food-details/746773/nutrients .
  4. Nowsheen Nazir, Shemoo Nisar, Shazia Mubarak, Aroosa Khalil, Kounser Javeed, Swapan Banerjee, Jasmeet Kour & Gulzar Ahmad Nayik . Pear. SpringerLink. [Internet]. December 16, 2020. Available from: https://link.springer.com/chapter/10.1007/978-981-15-7285-2_22 .
  5. Carlos H. Lifschitz, MD. Carbohydrate Absorption From Fruit Juices in Infants. Pediatrics. [Internet]. January 1, 2000. Available from: https://publications.aap.org/pediatrics/article-abstract/105/1/e4/65690/Carbohydrate-Absorption-From-Fruit-Juices-in?redirectedFrom=fulltext .
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