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अश्वगंधा (Ashwagandha in hindi) के उपयोग, लाभ और साइड इफ़ेक्ट

By Dr Siddharth Gupta +2 more

परिचय

अश्वगंधा या Withania somnifera, आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली में उपयोग की जाने वाली एक लोकप्रिय जड़ी बूटी है। यह एक तरह की छोटी झाड़ी है जो Solanaceae परिवार का एक हिस्सा है। यह अलग-अलग रोगों के लिए और ज़्यादातर एक नर्व टॉनिक के रूप में (नसों पर आरामदायक प्रभाव डालने वाला) उपयोगी हो सकता है। अश्वगंधा को आमतौर पर इंडियन जिनसेंग या इंडियन विंटर चेरी कहा जाता है। अश्वगंधा अपने रसायन (टॉनिक) गुण के लिए जाना जाता है। रसायन एक हर्बल या मैटेलिक फ़ॉर्मूलेशन है जो एक ताज़गी भरे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ खुशी का अहसास भी दिलाता है।

अश्वगंधा की खेती दक्षिण एशिया, अफ्रीका और मध्य एशिया के खुश्क इलाकों में की जाती है। अश्वगंधा के पौधे के अलग-अलग भागों से 50 से अधिक रासायनिक घटकों को अलग किया गया है।[1]

अश्वगंधा के फायदे

अश्वगंधा की न्यूट्रीशनल वैल्यू (Ashwagandha ki Nutritional Value)

100 ग्राम अश्वगंधा में जो पोषक तत्व पाए जाते हैं वो इस प्रकार हैं:

पोषक तत्त्ववैल्यू
  एनर्जी  250 g
  टोटल डाइटरी फाइबर  25 g
  कार्बोहाइड्रेट  75 g

टेबल 1: अश्वगंधा की न्यूट्रीशनल वैल्यू 2


अश्वगंधा की खूबियाँ (Ashwagandha ki khubiya)

अश्वगंधा की शानदार खूबियाँ इस प्रकार हैं:

  • यह दर्द से राहत दे सकता है और नींद लाने में मदद कर सकता है
  • यह एक डाययूरेटिक (शरीर से पेशाब को बाहर निकालने वाला) के तौर पर काम कर सकता है
  • यह एक एस्ट्रिंजेंट (शरीर के टिशूज़ को सिकोड़ने वाला) के तौर पर काम कर सकता है
  • यह एक एंटीहेल्मिन्थिक के तौर पर काम कर सकता है (पैरासाइटिक वर्म्स के खिलाफ काम करता है)
  • यह थर्मोजेनिक (गर्मी पैदा करने वाला) हो सकता है।1
  • इसमें एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुण (सूजन कम करने की क्षमता) हो सकते हैं
  • इसमें एंटी-पायरेटिक गुण (बुखार कम करने वाला) हो सकते हैं
  • इसमें डीप्यूरेटिव गुण (डीटॉक्सिफ़ाइ करने वाला) हो सकते हैं।1
  • इसमें दिल की सुरक्षा करने वाली खूबियाँ हो सकती हैं
  • यह एक सिडेटिव (नींद लाने वाला) के रूप में काम कर सकता है
  • यह थायरोप्रोटेक्टिव (थायराइड ग्लैंड की रक्षा करने वाला) हो सकता है
  • इसमें हाइपोग्लाइसेमिक गुण (ब्लड शुगर कम करने वाला) हो सकते हैं।3

अश्वगंधा के शानदार उपयोग (Ashwagandha ke Shandaar Upyog)

मानव स्वास्थ्य के लिए अश्वगंधा के शानदार उपयोग इस प्रकार हैं

1. चिंता और डिप्रेशन के लिए अश्वगंधा का शानदार उपयोग

अश्वगंधा में एंग्ज़योलिटिक (घबराहट से राहत देने वाले) गुण हो सकते हैं जो लॉराज़ेपाम नामक दवा की तरह ही होते हैं। पशुओं में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, अश्वगंधा और लोराज़ेपम दोनों ही पशु मॉडल में चिंता को कम करने में मदद कर सकते हैं। अश्वगंधा में एंटीडिप्रेसेंट गुण भी हो सकते हैं। इससे यह पता चलता है कि अश्वगंधा डिप्रेशन और घबराहट को कम करने में मदद कर सकता है।1 हालाँकि, इस दिशा में अभी और शोध की आवश्यकता है। डिप्रेशन और घबराहट ऐसी स्थितियाँ हैं जिन पर गंभीर ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है और इसके लिए किसी डॉक्टर से मेडिकल सहायता लेनी चाहिए।

2. आर्थराइटिस के लिए अश्वगंधा का शानदार उपयोग

अश्वगंधा में आर्थराइटिस के इलाज के लिए शानदार गुण हो सकते हैं जिन्हें बड़े पैमाने पर स्वीकार और रिपोर्ट किया जा सकता है। अश्वगंधा नर्वस सिस्टम को शांत करके दर्द को दूर करने में मदद कर सकता है।  एक प्रायोगिक अध्ययन में, रोगियों को अश्वगंधा वाला फ़ॉर्मूला दिया गया। इस अध्ययन में यह पाया गया कि यह हर्बल फ़ॉर्मूलेशन दर्द और विकलांगता की गंभीरता को कम कर सकता है।1,4 हालांकि, आर्थराइटिस एक गंभीर स्थिति है और इसकी पहचान और इलाज डॉक्टर द्वारा किया जाना चाहिए।


3. कोग्नीशन (ज्ञान और समझ हासिल करने में शामिल मानसिक प्रक्रियाएं) के लिए अश्वगंधा का शानदार उपयोग

अश्वगंधा एक लोकप्रिय आयुर्वेदिक रसायन है और रसायन के एक उप-समूह मेध्या रसायन से संबंधित है। मेध्या का अर्थ है मानसिक/बौद्धिक क्षमता। अश्वगंधा याददाश्त और बुद्धि को बढ़ाने में मदद कर सकता है। कोगनीशन के लिए अश्वगंधा का शानदार लाभ कमज़ोर याददाश्त वाले बच्चों और वृद्धावस्था में एनेकडॉटल एविडेंस के रूप में देखा गया।1 हालांकि, ऐसे दावों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं होता।  इसलिए, इस दिशा में अभी और शोध की आवश्यकता है।

4. तनाव के लिए अश्वगंधा का शानदार उपयोग

मानसिक तनाव के कारण सर्कुलेटरी सिस्टम और दिल के स्वास्थ्य पर उल्टा असर पड़ता है। तनाव शरीर के एंटीऑक्सीडेंट डिफेन्स सिस्टम को भी प्रभावित करता है। अश्वगंधा शरीर को तनाव झेलने के लिए तैयार करने में मदद कर सकता है। यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी प्रभावी हो सकता है।5 हालांकि, ऐसे दावों को साबित करने के लिए अभी और ज़्यादा शोध की आवश्यकता है।

5. दर्द के लिए अश्वगंधा का शानदार उपयोग

एक अध्ययन में पाया गया कि प्लेसिबो की तुलना में अश्वगंधा के एक एक्वस एक्सट्रैक्ट के साथ किए गए इलाज ने दर्द की सीमा (एक बिंदु जिसके आगे एक ट्रिगर दर्द पैदा करता है) को बढ़ाने की क्षमता दिखाई, जिससे पता चलता है कि अश्वगंधा एक एनाल्जेसिक एजेंट (दर्द कम करने वाला) हो सकता है।हालांकि, इन्हें ठोस तथ्यों के रूप में दिखाने के लिए अभी और शोध की आवश्यकता है।

6. अश्वगंधा के अन्य शानदार उपयोग

अश्वगंधा नींद से संबंधित समस्याओं से आराम दिलाने में मदद कर सकता है और इसमें नींद लाने वाले गुण हो सकते हैं। यह जल्दी नींद लाने में भी मदद कर सकता है और नींद को आरामदायक बनाने में भी काफ़ी लाभदायक है।7


हालांकि, अलग-अलग परिस्थितियों में अलग-अलग अध्ययन अश्वगंधा के शानदार उपयोग दिखाते हैं, लेकिन ये अध्ययन काफ़ी नहीं हैं और मानव स्वास्थ्य पर अश्वगंधा के लाभ कितने कारगर हैं यह पक्का करने के लिए आगे और अध्ययन की आवश्यकता है। 

अश्वगंधा को कैसे उपयोग करें (How to use Ashwagandha)?

अश्वगंधा के खास फ़ॉर्मूलेशन में शामिल हैं:

  • अश्वगंधाद्यारिष्ट (सिरप के रूप में)
  • अश्वगंधादि लेह (पाउडर के रूप में)
  • बालस्वगंधादि लक्षादी तैल (तेल के रूप में)7

यह चाय, गोलियों, गम्मीज़ या टिंचर के रूप में भी उपलब्ध है। अश्वगंधा की जड़ें, बीज, पत्ते और फूल औषधीय कार्यों के लिए उपयोग किए जा सकते हैं।1,7,8

कोई भी हर्बल सप्लीमेंट लेने से पहले आपको किसी अनुभवी डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। किसी अनुभवी डॉक्टर से सलाह लिए बिना अपने आधुनिक चिकित्सा के जारी इलाज को न तो बंद करें और न ही इसके बजाय कोई आयुर्वेदिक/हर्बल प्रिपरेशन लेना शुरू करें।  


अश्वगंधा के साइड इफ़ेक्ट

लंबे समय तक अश्वगंधा के उपयोग की सुरक्षा को लेकर कोई भी पुख्ता जानकारी उपलब्ध नहीं है। हालांकि, अश्वगंधा के सबसे आम साइड इफ़ेक्ट इस प्रकार हैं:

  • जी मिचलाना
  • दस्त
  • उल्टी आना
  • पेट खराब होना7

जो साइड इफेक्ट्स कम देखने को मिलते हैं:

  • उनींदापन (नींद आते रहना)
  • वर्टिगो (चक्कर आना)
  • खांसी और बलगम जमा होना
  • ददोरे पड़ना
  • नज़र धुंधली होना
  • मुँह सूखना
  • वज़न बढ़ना
  • हैल्युसिनेशन होना (काल्पनिक ख्याल आना)7

अश्वगंधा (Ashwagandha) से लिवर डैमेज भी हो सकता है। अगर आप किसी भी साइड इफेक्ट्स का अनुभव करते हैं, खासतौर पर खुजली वाली त्वचा या पीलिया जैसा लिवर डैमेज की स्थिति में होता है, तो अपने डॉक्टर से तुरंत बात करना बहुत ज़रूरी है।7 इसलिए, अश्वगंधा का उपयोग करने से पहले कृपया किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह ज़रूर लें। वे आपके स्वास्थ्य की ज़रूरतों के हिसाब से आपको सही सलाह देंगे।

अश्वगंधा के साथ बरती जाने वाली सावधानियां (Precautions to take with Ashwagandha)

कुछ स्थितियों में अश्वगंधा के उपयोग से बचना चाहिए जैसे:

  • प्रेग्नेंसी में
  • बच्चे को स्तनपान कराने के दौरान
  • ऑटोइम्यून रोगों में (ऐसी स्थितियां जिनमें प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर के अपने ही टिशू पर हमला करती है)
  • हाल ही में कोई सर्जरी हुई हो या अगर आगे कोई सर्जरी होने वाली हो
  • थायराइड डिसऑर्डर में7

कृपया अपना इलाज खुद करने की ग़लती न करें, न ही किसी जारी इलाज को बदलें, हटाएं या बंद करें। कृपया डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।

अन्य दवाओं के साथ इंटरैक्शन

नीचे बताई गई चीज़ों के साथ अश्वगंधा का उपयोग करते समय सावधानी बरतना आवश्यक है:

  • बार्बिटुरेट्स (दवाओं का एक समूह जो आराम देता है या नींद लाता है): अश्वगंधा बार्बिटुरेट्स के असर को बढ़ा सकता है। इसलिए इस कॉम्बिनेशन को लेते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
  • शराब: अश्वगंधा को शराब के साथ लेने की सलाह नहीं दी जाती है।
  • सिडेटिव्स: अश्वगंधा को सिडेटिव गुणों वाले हैल्थ प्रोडक्ट्स के साथ नहीं लेना चाहिए।

यह जानने के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लेना बहुत ज़रूरी है कि कहीं दूसरी दवाओं के साथ अश्वगंधा का टकराव तो नहीं होता है।4

Read in English: Ashwagandha: Uses, Benefits & Side Effects

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

अश्वगंधा क्या होता है?

अश्वगंधा आयुर्वेदिक चिकित्सा में इस्तेमाल होने वाली एक प्रसिद्ध जड़ी बूटी है। इसके आम नाम विंटर चेरी और इंडियन जिनसेंग भी हैं। यह Withania sominfera नाम की एक छोटी सदाबहार झाड़ी से मिलता है। अश्वगंधा कई तरह की बीमारियों के इलाज में मददगार साबित हो सकता है।

आमतौर पर अश्वगंधा की खेती कहाँ पर की जाती है?

भारत में अश्वगंधा की खेती उत्तर प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, पंजाब और मध्य प्रदेश में की जाती है।4

क्‍या सर्दी-ज़ुकाम में अश्वगंधा का इस्‍तेमाल कर सकते हैं?

अश्वगंधा की जड़ों का काढ़ा सर्दी-जुकाम में बहुत आरामदायक हो सकता है। इस जड़ की छाल अस्थमा के इलाज में भी मददगार साबित हो सकती है।4 कृपया अपना इलाज खुद करने की ग़लती न करें। आम सर्दी-ज़ुकाम के लिए अश्वगंधा लेने से पहले डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।

क्या अश्वगंधा को सूजन दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है?

आयुर्वेदिक चिकित्सा में, अश्वगंधा की जड़ का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सक द्वारा ट्यूमर, सूजन, स्क्रोफुला (कंठमाला) (एक प्रकार की टी.बी.) और रूमेटॉय्ड आर्थराइटिस (जोड़ों और हड्डियों को प्रभावित करने वाली स्थिति) से निपटने के लिए सूजन कम करने वाली दवा के रूप में किया जाता है।4 हालांकि, आपको सलाह दी जाती है कि ऊपर बताई गई स्थितियों के लिए अश्वगंधा का उपयोग अपनी मर्ज़ी से न करें। कृपया इसके लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लें।

आयुर्वेदिक चिकित्सा में अश्वगंधा किन स्थितियों के लिए दिया जाता है?

अश्वगंधा को सिंकोप (मस्तिष्क में रक्त का भरपूर प्रवाह न मिल पाने पर कुछ समय के लिए होश खोना), बवासीर, ट्यूमर, सर्वाइकल लिम्फैडेनाइटिस (गर्दन की लिम्फ नोड्स का बढ़ना), गाउट (एक प्रकार का गठिया), त्वचा के रोग, विटिलिगो (एक स्वास्थ्य समस्या जिसके कारण त्वचा का रंग फीका पड़ जाता है), लॉकजॉ, हार्ट फेलियर, फोड़े (मवाद इकट्ठा होना जिसमें दर्द होता है), घुटने की जकड़न, कैशेक्सिया (मांसपेशियों और वज़न में कमी आना), हड्डी का फ्रैक्चर, और डायबिटिक कार्बनकल (दर्द भरे फोड़ों का एक गुच्छा) जैसी स्थितियों के लिए दिया जाता है।4 कृपया डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। अपना इलाज खुद करने की ग़लती न करें।

अश्वगंधा के पुरुषों के लिए क्या फायदे हैं?

अश्वगंधा पुरुषों की ताकत, सहनशक्ति और प्रजनन क्षमता में सुधार कर सकता है। यह भी मानसिक तनाव को कम करने और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद कर सकता है।

अश्वगंधा कितने दिन तक खाना चाहिए?

उपयुक्त अश्वगंधा खुराक व्यक्ति के स्वास्थ्य स्थिति, उम्र, और उपयोग के उद्देश्य के आधार पर भिन्न होती है। सामान्यतः, 1 से 3 ग्राम की दिन में दो बार खुराक सुझाई जाती है। लेकिन इससे पहले चिकित्सा पेशेवर से परामर्श करना उचित होगा।

अश्वगंधा कितने दिन में असर दिखाता है?

अश्वगंधा का प्रभाव व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य, उम्र, और उपयोग के आधार पर भिन्न होता है। कुछ लोगों को इसके प्रभाव को 1-2 हफ्तों में महसूस हो सकता है, जबकि अन्यों को इसे लेने में अधिक समय लग सकता है। इसलिए, यह व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक प्रतिसाद पर निर्भर करता है।

क्या आश्वगंधा वजन बढ़ाता है?

आश्वगंधा वजन बढ़ाने के लिए एक संतुलित आहार और प्रयासों के साथ मदद कर सकता है, परन्तु यह यौगिक तौर पर वजन बढ़ाने का कारण नहीं है। इसका उपयोग वजन नियंत्रण, तनाव प्रबंधन, और ऊर्जा बढ़ाने के लिए किया जा सकता है।

क्या आश्वगंधा पर्जीवन हार्मोन टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाता है?

हाँ, कुछ अध्ययनों के अनुसार, आश्वगंधा टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाने में मदद कर सकता है। इसका उपयोग पुरुषों में हॉर्मोनल संतुलन को सुधारने और शारीरिक ताकत को बढ़ाने के लिए किया जा सकता है।

क्या आश्वगंधा चिंता को कम करता है?

हां, कुछ अध्ययनों के अनुसार, आश्वगंधा चिंता को कम करने में मदद कर सकता है। यह एक प्राकृतिक अडैप्टोजेन है, जो शरीर को तनाव का संचालन करने में मदद करता है और विश्राम को बढ़ावा देता है। हालांकि, व्यक्तिगत प्रतिक्रियाएँ भिन्न हो सकती हैं और चिकित्सा पेशेवर की सलाह लेना उचित है।

क्या आश्वगंधा शरीर का तापमान बढ़ाता है?

नहीं, आश्वगंधा शरीर का तापमान बढ़ाने में मदद नहीं करता है। वास्तव में, यह एक प्राकृतिक शांतिदायक होता है जो तनाव को कम करने और शारीरिक संतुलन को संरक्षित करने में सहायक होता है।

क्या आप गर्भावस्था के दौरान आश्वगंधा ले सकते हैं?

गर्भावस्था के दौरान आश्वगंधा का सेवन करने से पहले, आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। कुछ अध्ययनों में इसका असर नकारात्मक हो सकता है, इसलिए सुरक्षित अनुमति के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।

क्या आप हर दिन आश्गंधा ले सकते हैं?

हां, बहुत से लोग रोजाना आश्वगंधा का सेवन करते हैं। यह एक प्राकृतिक औषधि है जो दिनचर्या में सम्मिलित की जा सकती है। लेकिन जरूरी है कि आप इसे अपने स्वास्थ्य प्रश्नों और डॉक्टर की सलाह के अनुसार लें।

References

  1. Narendra Singh, Mohit Bhalla, Prashanti de Jager, Marilena Gilca; An overview on ashwagandha: A rasayana (rejuvenator) of Ayurveda. African journal of traditional, complementary and alternative medicines. 2011 June 3 8(5): 208-213 Available from: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3252722/
  2. Kruthika Joshi, Swagata D Tavhare, Kalpesh Pandra, Praveen Kumar; Studies of Ashwagandha (withania Somifera Dunal). International journal of pharmaceutical and biological archives. 2016 7(1): 1-11. Available from: https://www.researchgate.net/publication/303343480_Studies_of_Ashwagandha_Withania_somnifera_Dunal/link/573dbb3908ae9ace84111bb9/download
  3. Swati Dongre, Deepak Langade, And Sauvik Bhattacharyya; Efficacy and safety of ashwagandha (withania somnifera) root extract in improving sexual function in women: A pilot study. BioMed Research International. 2015 Oct. Available from: https://www.hindawi.com/journals/bmri/2015/284154/
  4. Sleep foundation. Ashwagandha for sleep. [Internet] Available from: https://www.sleepfoundation.org/naturalsleepaids/ashwagandha#:~:text=unknown%20side%20effects.,Ashwagandha%20as%20a%20Sleep%20Aid,%25%20better14%2C%20on%20average
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