Get,

Free Doctor Tips

to manage your symptom

Get your,

FREE Doctor Tips Now!!

4 Cr+ families

benefitted

Enter your Phone Number

+91

|

Enter a valid mobile number

Send OTP

Verify your mobile number

OTP sent to 9988776655

CONGRATULATIONS!!!

You’ve successfully subscribed to receive

doctor-approved tips on Whatsapp


Get ready to feel your best.

Hi There,

Download the PharmEasy App now!!

AND AVAIL

AD FREE reading experience
Get 25% OFF on medicines
Banner Image

Register to Avail the Offer

Send OTP

By continuing, you agree with our Privacy Policy and Terms and Conditions

Success Banner Image
Verify your mobile number

OTP sent to 9988776655

Comments

Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Leave your comment here

Your email address will not be published. Required fields are marked *

25% OFF on medicines

Collect your coupon before the offer ends!!!

COLLECT

काजू (Kaju in hindi): उपयोग, लाभ और साइड इफ़ेक्ट

By Dr Rajeev Singh +2 more

परिचय:

कैश्यू नट्स(Cashew Nuts) या काजू तकनीकी तौर पर मेवे नहीं बल्कि बीज हैं। काजू का विज्ञानीय नाम Anacardium occidentale L. है, और यह Anacardiaceae परिवार से संबंधित है। यह कई भारतीय व्यंजनों और डेरी विकल्पों जैसे क्रीम और कैश्यू मिल्क में उपयोग की जाने वाली एक लोकप्रिय सामग्री है। इनमें मेवों का भरपूर स्वाद होता है। काजू ब्राज़ील मूल के सदाबहार पेड़ों पर उगते हैं, जो बाद में दक्षिण अमेरिकी देशों में भी पहुंच गए। पुर्तगालियों ने 16वीं शताब्दी में भारत और अफ्रीका में काजू की शुरुआत की। कैश्यू ऐप्पल (एक नरम और रसदार फल) के निचले हिस्से में एक सख्त सलेटी खोल में एक बीज वाला मेवा उगता है। काजू की 33 किस्मों की पहचान की गई है, जिनमें से केवल 26 किस्मों को ही बेचा जाता है। W-180 किस्म को “काजू के राजा” के रूप में जाना जाता है। इसकी न्यूट्रीशनल वैल्यू के अनुसार, काजू में टोकोफेरॉल, फाइटोस्टेरॉल, फेनोलिक लिपिड और कई बायोएक्टिव कंपाउंड भरपूर मात्रा में होते हैं, जिनमें से सभी हमारे स्वास्थ्य को कई लाभ पहुँचाते हैं। आइए जानें काजू के बारे में कुछ और रोचक तथ्य।1,2 

काजू की न्यूट्रीशनल वैल्यू (Cashew Nutritional Value):

काजू में कई पोषक तत्व होते हैं जो नीचे दिए गए हैं।

काजू उपयोग, लाभ और साइड इफ़ेक्ट
न्यूट्रीशनल कंपोनेंट्स प्रति 100 ग्राम में वैल्यू 
कार्बोहाइड्रेट 30 g 
प्रोटीन 18 g 
फैट 44 g 
फाइबर 3.3 g 
कैलोरी 553 kcal कैलोरी 
चीनी 5.9 g 
सोडियम 12 mg 
आयरन 6.68 mg 
कैल्शियम 37 mg 

टेबल 1: काजू की न्यूट्रीशनल वैल्यू 3 

काजू की खूबियाँ (Cashew Properties):

वैज्ञानिक साहित्य में पाया गया है कि काजू में कई गुण होते हैं जैसा कि नीचे बताया गया है: 

  • इनमें एंटीऑक्सीडेंट गुण हो सकते हैं। 
  • इनमें सूजन कम करने वाली खूबियाँ हो सकती हैं। 
  • ये दर्द कम कर सकते हैं। 
  • इनमें एंटीडाइबेटिक गुण भी हो सकते हैं। 
  • इसमें एंटी-कैंसर एक्शन हो सकते हैं। 
  • वे दिल को सुरक्षा देने वाले (कार्डियो-प्रोटेक्टिव) हो सकते हैं। 
  • वे एंटी-माइक्रोबियल भी हो सकते हैं। 4 

संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए काजू के शानदार उपयोग (Uses of Cashew Nuts for Overall Health):

काजू के कुछ शानदार फ़ायदों के बारे में नीचे किया गया है। 

1. दिल के लिए काजू के शानदार उपयोग 

काजू खाने से दिल को सुरक्षा देने वाले (कार्डियो-प्रोटेक्टिव) प्रभाव मिल सकते हैं। ब्लड प्रेशर और हृदय संबंधी जोखिम कारकों पर काजू खाने से क्या असर पड़ता है यह जानने के लिए Mahboobi et al. ने  2019 में एक सिस्टेमेटिक रिव्यु किया। इस रिव्यु ने इस बात को साबित किया कि काजू खाने से ट्राइग्लिसराइड के स्तर और सिस्टोलिक और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर में सुधार हो सकता है। हालांकि, अन्य जोखिम कारकों जैसे एचडीएल-सी, टोटल कोलेस्ट्रॉल आदि पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं दिखा। इस तरह, काजू खाने से ब्लड प्रेशर और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को सामान्य करने में मदद मिल सकती है। हालाँकि, इन दावों को साबित करने के लिए अभी और अध्ययन की आवश्यकता है।5 

2. कैंसर के लिए काजू के शानदार उपयोग 

काजू में प्रोएंथोसायनिडिन भरपूर मात्रा में होते हैं , एक फ्लेवोनॉल जो कैंसर सैल रेप्लीकेशन से जुड़ा होता है। इसके अलावा, काजू में कॉपर और बाकी मिनरल्स की मौजूदगी कोलन कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती है। इस तरह, यह संकेत मिलता है कि काजू खाने से कैंसर से लड़ने में मदद मिल सकती है। हालाँकि, हमें इन दावों को साबित करने के लिए अभी और अध्ययन की आवश्यकता है।6

3. दर्द और सूजन के लिए काजू के शानदार उपयोग 

टीएनएफ-अल्फा और आईएल-6 जैसे प्रोइनफ्लेमेटरी साइटोकाइन्स पैथोलॉजिकल पेन के प्रोसेस में शामिल होते हैं। काजू इनफ्लेमेटरी साइटोकाइन्स को बनने से रोककर और प्रोइनफ्लेमेटरी साइटोकाइन्स को ब्लॉक करके सूजन मिटाने वाले और दर्द कम करने वाले गुणों के लिए जाने जाते हैं। साथ ही, काजू में रेडिकल स्कैवेंजिंग गुण होते हैं जो कोशिकाओं को नुकसान से बचाने में मदद कर सकते हैं। इससे यह संकेत मिलता है कि काजू खाने से दर्द और सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है। हालाँकि, इन दावों को साबित करने के लिए मनुष्यों में अभी और अध्ययनों की आवश्यकता है।7 

4. हेमोग्लोबिन बनाने के लिए काजू के शानदार उपयोग 

हेमोग्लोबिन एक प्रोटीन है जिसके कारण लाल रक्त कोशिकाएं ऑक्सीजन को ले जाने का काम कर पाती हैं। हेमोग्लोबिन के बनने के लिए आयरन और कॉपर ज़रूरी सूक्ष्म पोषक तत्व (माइक्रोन्यूट्रीएंट्स) हैं। काजू आयरन और कॉपर से भरपूर होते हैं और इस तरह हेमोग्लोबिन के बनने में मदद कर सकते हैं। साथ ही, काजू खाने से ब्लड डिसऑर्डर्स को मैनेज करने में मदद मिल सकती है। हालाँकि, इन दावों को साबित करने वाले सीमित वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध हैं, और हमें इन निष्कर्षों का पता लगाने के लिए अभी और अध्ययन की आवश्यकता है।6 

5. नज़र को बेहतर बनाने के लिए काजू के शानदार उपयोग 

काजू में एक एंटीऑक्सिडेंट, ज़ियाज़ैन्थिन मौजूद होता है जो आँखों के मैक्युला को बाहरी क्षति से बचाने और आँखों की रोशनी में सुधार करने के लिए जाना जाता है। इसलिए, इससे यह संकेत मिलता है कि काजू खाने से नज़र को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है। हालाँकि, इन दावों को साबित करने वाले सीमित वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध हैं और हमें इन दावों को साबित करने के लिए अभी और अध्ययनों की आवश्यकता है।6 

6. दिमाग के काम-काज को बेहतर बनाने के लिए काजू के शानदार उपयोग 

काजू दिमाग की कार्यक्षमता में सुधार करने में मदद कर सकता है। कीमोथेरेपी के कारण दिमाग को नुकसान होने से पड़ने वाले उलटे प्रभावों को केमोब्रेन शब्द के माध्यम से दर्शाया जाता है। कीमोथेरेपी के कारण दिमाग कमज़ोर होने की स्थिति को ठीक करने के लिए कोई दवा उपलब्ध नहीं है। अध्ययनों ने दिखाया है कि दिमाग के कार्यों से जुड़े न्यूरोकेमिकल्स पर काजू के लाभकारी प्रभाव होते हैं। चूहों के दिमाग में सिस्प्लैटिन से होने वाले नुकसान पर काजू खाने से क्या असर पड़ता है यह जानने के लिए Akomolafe et al. ने 2022 में एक अध्ययन किया। इस अध्ययन में पाया गया कि सिस्प्लैटिन से होने वाली न्यूरोटॉक्सिसिटी को नियंत्रित करने के लिए काजू को एक शानदार खाने के सामान के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे यह संकेत मिलता है कि काजू खाने से दिमाग को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है। हालाँकि, हमें इन दावों को साबित करने के लिए अभी और अध्ययनों की आवश्यकता है।8 

7. काजू के अन्य शानदार उपयोग 

  • डायबिटीज़ को काबू करने में मदद मिल सकती है।9 
  • हड्डियों को मज़बूत बनाने में मदद कर सकता है।10 
  • दिमाग की कार्यक्षमता में सुधार करने में मदद कर सकता है। 
  • वज़न को काबू करने में मदद मिल सकती है।10 
  • बालों को पोषण दे सकता है।10 
  • ब्लड डिसऑर्डरों को रोकने में मदद कर सकता है। 

हालांकि, अलग-अलग परिस्थितियों में अलग-अलग अध्ययन काजू के शानदार उपयोग दिखाते हैं, लेकिन ये अध्ययन काफ़ी नहीं हैं और मानव स्वास्थ्य पर काजू के लाभ कितने कारगर हैं यह पक्का करने के लिए आगे और अध्ययनों की आवश्यकता है।  

काजू को कैसे उपयोग करें (How to use Cashew Nuts)?

काजू का उपयोग अलग-अलग तरह से किया जा सकता है, जैसे: 

  • डिज़र्ट में टॉपिंग या मेन इंग्रेडिएंट के रूप में। 
  • स्नैक्स के लिए शहद/नमक के साथ भुना हुआ। 
  • सलाद या स्टर-फ्राई में जोड़ा जाता है। 
  • कच्चा खाया जाता है।11 

कोई भी हर्बल सप्लीमेंट लेने से पहले आपको किसी अनुभवी डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। किसी अनुभवी डॉक्टर से सलाह लिए बिना अपने आधुनिक चिकित्सा के जारी इलाज को न तो बंद करें और न ही इसके बजाय कोई आयुर्वेदिक/हर्बल प्रिपरेशन लेना शुरू करें।   

काजू के साइड इफेक्ट्स (Side Effects of Cashew Nuts):

काजू के सेवन से संबंधित कुछ साइड इफेक्ट्स इस प्रकार हैं: 

  • संवेदनशील व्यक्तियों में एलर्जी की प्रतिक्रिया हो सकती है। मेवों से होने वाली एलर्जी के लक्षणों में अर्टिकेरिया (त्वचा पर लाल धब्बे, खुजली वाली त्वचा), नाक बहना, होंठ सूजना शामिल हैं।12  
  • ज़रूरत से ज़्यादा काजू खाने से कब्ज़ हो सकता है। 
  • काजू ज़्यादा खाने से वजन बढ़ सकता है।3 

हालांकि, अगर आपको काजू के साथ कोई अनचाही प्रतिक्रिया महसूस होती है, तो तुरंत किसी डॉक्टर या अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क करें, जिसने आपको इसे लेने की सलाह दी है। आपके लक्षणों के लिए सही मार्गदर्शन केवल वही दे पाएंगे। 

काजू के साथ बरती जाने वाली सावधानियां:

अगर उचित मात्रा में लिया जाए तो काजू खाना ठीक है। हालाँकि, काजू खाते समय आमतौर पर सावधानियों का पालन किया जाना चाहिए: 

  • पाचन बिगड़ना- चूंकि काजू में फाइटेट्स होते हैं जो इसे पचाने में मुश्किल बनाते हैं इसलिए काजू को रात भर भिगोने की सलाह दी जाती है। उन्हें रात भर भिगोने के बाद, फाइटेट की मात्रा कम हो जाती है जिससे इन्हें पचाने में आसानी होती है। 
  • नमकीन या भुने हुए काजू- इनमें बहुत ज़्यादा तेल होता है जो स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। काजू को कच्चा ही खाने की सलाह दी जाती है।9 

Read in English: Cashew Nuts: Uses, Benefits, Side Effects

अन्य दवाओं के साथ इंटरैक्शन:

काजू का दवाओं के साथ कोई खास ड्रग इंटरेक्शन नहीं होता है। हालांकि, आपको हमेशा अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से अन्य दवाओं के साथ काजू के इंटरैक्शन के बारे में सलाह लेनी चाहिए, और नुस्खे का पूरी तरह से पालन करना चाहिए, क्योंकि वे आपकी स्वास्थ्य स्थिति और आपके द्वारा ली जा रही अन्य दवाओं के बारे में जानते हैं। 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs):

काजू का विज्ञानीय नाम क्या है? 

काजू का विज्ञानीय नाम Anacardium occidentale L. है, और यह Anacardiaceae परिवार से संबंधित है।1 

क्या नमकीन काजू खाना स्वास्थ्य के लिए सही है? 

नमकीन काजू को कभी-कभी स्नैक्स के रूप में खाया जा सकता है, लेकिन वे पौष्टिक नहीं होते हैं। बिना किसी तेल वाले काजू को कच्चा, बिना नमक के खाने की सलाह दी जाती है। 

क्या काजू खाने से आंखों की रोशनी अच्छी हो सकती है?  

काजू में मौजूद एक एंटीऑक्सिडेंट, ज़ियाज़ैन्थिन के कारण इसे खाने से आँखों की रोशनी अच्छी करने में मदद मिल सकती है। हालाँकि, इन दावों को साबित करने के लिए अभी तक कोई अध्ययन नहीं किया गया है।6 

नट एलर्जी के क्या लक्षण होते हैं? 

नट एलर्जी के लक्षणों में अर्टिकेरिया (त्वचा पर लाल धब्बे, खुजली वाली त्वचा), नाक बहना, होंठ सूजना शामिल हैं।12

काजू के साइड इफ़ेक्ट क्या हैं? 

अधिक मात्रा में काजू खाने से कब्ज़ हो सकता है या वज़न बढ़ सकता है। यह संवेदनशील व्यक्तियों में एलर्जी की प्रतिक्रिया को भी ट्रिगर कर सकता है।3

Disclaimer: The information provided here is for educational/awareness purposes only and is not intended to be a substitute for medical treatment by a healthcare professional and should not be relied upon to diagnose or treat any medical condition. The reader should consult a registered medical practitioner to determine the appropriateness of the information and before consuming any medication. PharmEasy does not provide any guarantee or warranty (express or implied) regarding the accuracy, adequacy, completeness, legality, reliability or usefulness of the information; and disclaims any liability arising thereof.

Links and product recommendations in the information provided here are advertisements of third-party products available on the website. PharmEasy does not make any representation on the accuracy or suitability of such products/services. Advertisements do not influence the editorial decisions or content. The information in this blog is subject to change without notice. The authors and administrators reserve the right to modify, add, or remove content without notification. It is your responsibility to review this disclaimer regularly for any changes.

Likes 4
Dislikes 0

Comments

Leave your comment...