बस्कोपान इंजेक्शन 2 मिली (Buscopan Injection 2ml in hindi): उपयोग, फायदे, साइड-इफेक्ट
By Dr. Ritu Budania +2 more
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बस्कोपान इंजेक्शन में हायोसिन (जिसे स्कोपोलामिन भी कहा जाता है) नामक दवा होती है। यह एंटीस्पास्मोडिक दवाओं के एक वर्ग की दवा है। ऐंठन से जुड़े दर्द से राहत देने के लिए बस्कोपान इंजेक्शन का उपयोग किया जाता है। यह आमतौर पर पित्ताशय में रुकावट, किडनी की पथरी आदि से संबंधित ऐंठन और कुछ सर्जरी के दौरान हो सकने वाली ऐंठन से राहत देने के लिए काम में लिया जाता है।
यह इंजेक्शन केवल डॉक्टर या हेल्थ केयर प्रोवाइडर द्वारा ही दिया जाना चाहिए और इसे खुद से नहीं लगाना चाहिए। इंजेक्शन डॉक्टर की देखरेख में लिया जाना चाहिए। अगर आपको किडनी या लिवर से जुड़ी कोई समस्या है, या आप बहुत शराब पीते हैं, तो आपको बस्कोपान इंजेक्शन का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से कंसल्ट कर लेना चाहिए।
बस्कोपान इंजेक्शन मांसपेशियों की ऐंठन के इलाज के लिए उपयोगी है।
बस्कोपान इंजेक्शन के प्रेग्नेंसी में सुरक्षित होने के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। इसलिए इसका प्रेग्नेंसी में उपयोग नहीं करना चाहिए।
ब्रेस्टफीडिंग करवाने के दौरान बस्कोपान के प्रभावों के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। इसलिए ब्रेस्टफीडिंग करवा रही मां को इस दवा का उपयोग डॉक्टर द्वारा प्रेस्क्राइब किए जाने पर ही करना चाहिए।
बस्कोपान इंजेक्शन से नजर धुंधलाने और चक्कर आने की समस्या आ सकती है। इसलिए, अगर आप वाहन चला रहे हैं या भारी मशीनरी का संचालन कर रहे हैं तो आपको यह इंजेक्शन नहीं लेना चाहिए।
बस्कोपान इंजेक्शन के साथ शराब पीने से आपको चक्कर आने और उनींदेपन की समस्या आ सकती है। इसलिए, आपको यह दवा लेते समय शराब नहीं पीनी चाहिए।
अपने डॉक्टर से बात करें, अगर
बस्कोपान इंजेक्शन की ओवरडोज़ होने की संभावना नहीं होती है, क्योंकि यह इंजेक्शन एक हॉस्पिटल या क्लिनिक में एक अनुभवी हेल्थ केयर प्रोफेशनल द्वारा दिया जाता है। अगर आपको इस इंजेक्शन को लेने के बाद कोई असामान्य लक्षण महसूस होता है तो अपने डॉक्टर को बताएं।
हालांकि, बस्कोपान इंजेक्शन आपको आपके हेल्थ केयर प्रोवाइडर द्वारा दिया जाएगा, लेकिन अगर वे एक डोज़ लगाना भूल जाते हैं, तो उनको इस बारे में बताएं।
यह दवा कैसे काम करती है?
चोट या ऐंठन के जवाब में शरीर में कुछ रासायनिक पदार्थ या केमिकल्स निकलते हैं, जो आंत, पेट, यूरेटर और ब्लैडर (दोनों यूरिनरी सिस्टम का हिस्सा हैं) की मांसपेशियों में मरोड़ वाला दर्द पैदा करते हैं। यह मरोड़ या ऐंठन हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। बस्कोपान इन रसायनों (केमिकल्स) के प्रभाव को रोकता है। तो, दर्द से जुड़ी सभी मांसपेशियां शिथिल (रिलेक्स) हो जाती हैं और दर्द से राहत मिल जाती है।
दूसरी दवाओं के साथ इंटरैक्शन
Read in English: Buscopan 2ml Injection: Uses, benefits & side effects
इसका उपयोग रीनल कोलिक (किडनी में पथरी के कारण होने वाले दर्द), बिलियरी कोलिक (पित्ताशय की पथरी के कारण पित्त नली में रुकावट के कारण होने वाला दर्द) के कारण मांसपेशियों में ऐंठन के इलाज के लिए किया जाता है और इसका उपयोग कुछ सर्जिकल प्रक्रियाओं के दौरान भी किया जाता है, जिनमें ऐंठन वाले दर्द की समस्या आ सकती है।
बीमारी के आधार पर हर व्यक्ति के लिए डोज़ और इलाज की अवधि अलग-अलग होती है। डॉक्टर पहले आपकी समस्या की जांच करेगा और उसके बाद उस आधार पर आपके लिए डोज़ निर्धारित करेगा।
नहीं, बस्कोपान आंखों में दबाव बढ़ा सकता है। इसलिए अगर आप यह इंजेक्शन लेते हैं, तो आपके लक्षण और बिगड़ सकते हैं और आपकी आंखें और खराब हो सकती हैं।
बस्कोपान इंजेक्शन में एक दवा, स्कोपोलामाइन या हायोसिन होती है। यह एक एंटीस्पैजमोडिक (मरोड़ या ऐंठन रोधी) दवा है।
नहीं, बच्चों में बस्कोपान इंजेक्शन नहीं देना चाहिए।
दोनों में सक्रिय घटक (एक्टिव इनग्रेडिएंट) के रूप में हायोसिन होता है और स्मूथ मसल्स में ऐंठन के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली एंटीस्पाज्मोडिक दवाओं की श्रेणी से संबंधित होता है और इससे जुड़े दर्द से राहत देता है।
पेट में दर्द कई कारणों से हो सकता है। बेहतर यही होगा कि आप अपनी मर्जी से इसका इलाज करने की कोशिश न करें। हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें। डॉक्टर आपकी सावधानी से जांच और क्लिनिकल परीक्षण करेगा और फिर आपके लिए दवा लिखेगा। आपको अपने डॉक्टर द्वारा बताई गई डोज़ और फ्रीक्वेंसी में ही यह दवा लेनी चाहिए।
बस्कोपान इंजेक्शन को इंट्रामस्क्युलर रूट से उन मरीजों को नहीं दिया जाना चाहिए, जिनका खून पतला करने वाली दवाओं जैसे कि वारफेरिन, एपिक्सैबन, डाबीगेट्रान आदि के साथ इलाज किया जा रहा है, क्योंकि इससे स्किन के नीचे खून इकट्ठा होने की संभावना हो जाती है।
एलर्जी में दी जाने वाली दवाओं में से एक समूह की दवाओं को एंटी-हिस्टामिनिक कहा जाता है। अगर आप इन दवाओं के साथ बस्कोपान इंजेक्शन लेते हैं, तो बस्कोपान के साइड इफेक्ट बढ़ सकते हैं। इसलिए हमेशा अपने डॉक्टर को इसके बारे में बताएं।
अस्थमा के इलाज के लिए दी जा रही दवाओं के साथ बस्कोपान इंजेक्शन देने से इसके खुद के और अस्थमा की दवाओं के साइड इफेक्ट बढ़ सकते हैं। इसलिए आप जो भी दवाएं ले रहे हैं या आपको जो भी मेडिकल स्थिति है, उसके बारे में डॉक्टर को जानकारी दें।
जिन लोगों को हायोसिन से एलर्जी है, उन्हें बस्कोपान इंजेक्शन का उपयोग नहीं करना चाहिए। अगर आप आंखों में दबाव बढ़ने की समस्या है (ग्लूकोमा), पेट या आंत में तकलीफ है, प्रोस्टेट बढ़ी हुई है, पेट और आंत में ब्लॉकेज है, या हार्टबीट अनियमित है, तो आपको यह इंजेक्शन नहीं लेना चाहिए। यह दवा लेने से पहले आपको अपनी मेडिकल कंडीशन के बारे में अपने डॉक्टर से बात कर लेनी चाहिए।
विशेष रूप से 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को बस्कोपान इंजेक्शन नहीं देना चाहिए। कृपया अपने डॉक्टर से कंसल्ट किए बिना कोई भी दवा न लें।
बस्कोपान इंजेक्शन लेने के बाद आपको शराब नहीं पीनी चाहिए, क्योंकि इससे आपको चक्कर आ सकते हैं और साइड इफेक्ट का खतरा बढ़ सकता है।
बस्कोपान इंजेक्शन केवल हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स द्वारा ही दिया जाना चाहिए। इसे खुद से नहीं लगाना चाहिए। इसे कैसे लगाना है, यह आपका डॉक्टर तय करेगा।
बस्कोपान इंजेक्शन लगाए जाने के 15 मिनट के भीतर काम करना शुरू कर देगा।
बस्कोपान इंजेक्शन के कारण चक्कर आना, मुंह में सूखापन, इंजेक्शन लगाने की जगह पर दर्द, कब्ज आदि जैसे कुछ साइड इफेक्ट देखे जा सकते हैं। हालांकि ये सभी लक्षण थोड़े हल्के होते हैं और धीरे-धीरे अपने आप ठीक हो जाते हैं।
बस्कोपान इंजेक्शन में हायोसिन (जिसे स्कोपोलामिन भी कहा जाता है) नामक दवा होती है। यह एंटीस्पास्मोडिक दवाओं के एक वर्ग की दवा है।
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