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लौंग (Cloves in Hindi): उपयोग, लाभ और न्यूट्रिशनल वैल्यू

By Dr Ashok Pal +2 more

परिचय:

लौंग एक बंद फूल की कली होता है जो मर्टेसिआइ कुल के वृक्ष सिज्जीयम एरोमैटिकम पर उगता है। लौंग का रंग गहरा भूरा होता है और इसकी गंध बढ़िया होती है तथा यह गर्म, अत्यधिक मीठा, तीखा और थोड़ा कसैला होता है।1

लौंग के फायदे

लौंग को कई नामों से जाना जाता है जैसे हिंदी में लौंग, लवंग, लाउमग; संस्कृत में लवंगा, लवंगका, लवंगम, भद्रास्रिया, देवकुसुम, हरिकंदना, देवपुस्पा, वरला; मराठी में लुवांग; गुजराती में लवांग; बंगाली में लवंगा; पंजाबी में लौंग; उड़िया में लबंगा; लौंग, उर्दू में लौंग; मलयालम में ग्रम्पु, करयंपु, करंपु; लवंगा, क्रम्बु; कन्नड़ में देवकुसुम; तेलुगु में कारावल्लू, देवकुसुमामू, लवंगालु, लवांगमू; तमिल में किरंपु, किराम्बू, किरंबु, ग्राम्बू, इलावंकम।1

लौंग को सम्मान का प्रतीक माना जाता है और यह विश्व का एक मूल्यवान और महंगा मसाला है। सामान्य तौर पर इसका उपयोग गरम मसाला, सलाद, अचार और बिरयानी में किया जाता है।1 मुख्य रूप से लौंग का उत्पादन इंडोनेशिया, मलेशिया, भारत, श्रीलंका, तंज़ानिया और मेडागास्कर में किया जाता है। लौंग में एंटीऑक्सीडेंट, दर्द निवारक, एंटी-बैक्टीरियल और वायरसरोधी जैसे कई चिकित्सीय गुण पाए जाते हैं।2

लौंग में पोषक तत्वों की मात्रा:

लौंग में ये पोषक तत्व पाए जाते हैं:1

  • कार्बोहाईड्रेट: 61.21 ग्राम
  • प्रोटीन: 5.98 ग्राम
  • फ़ैट: 20.07 ग्राम
  • उर्जा: 323 किलोकैलोरी
  • फ़ाइबर: 34.2 ग्राम
  • कैल्शियम: 646 मिलीग्राम
  • आयरन: 8.68 मिलीग्राम
  • पोटैशियम: 1102 मिलीग्राम
  • फॉस्फोरस: 105 मिलीग्राम
  • मैग्नीशियम: 264 मिलीग्राम
  • सोडियम: 243 मिलीग्राम
  • कॉपर (तांबा): 0.347 मिलीग्राम
  • ज़िंक: 1.09 मिलीग्राम
  • सेलेनियम: 5.9 माइक्रोग्राम
  • मैंगनीज: 30.033 मिलीग्राम
  • विटामिन C: 80.8 मिलीग्राम
  • राइबोफ्लेविन: 0.267 मिलीग्राम
  • थायमिन: 0.115 मिलीग्राम
  • विटामिन B6: 0.590 मिलीग्राम
  • नियासिन: 1.458 मिलीग्राम
  • विटामिन A: 530 अंतरराष्ट्रीय यूनिट
  • विटामिन E: 8.52 मिलीग्राम
  • विटामिन K: 141.8 माइक्रोग्राम
  • फ़ैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड: 5.438 ग्राम
  • फ़ैटी एसिड, टोटल मोनोसैचुरेटेड: 1.471 ग्राम
  • फ़ैटी एसिड, टोटल पॉलिअनसैचुरेटेड: 7.088 ग्राम

लौंग के गुण:

लौंग ये गुण दिखा सकता है,

  • यह एंटी बैक्टीरियल गुण दिखा सकता है
  • यह सूजनरोधी गुण दिखा सकता है
  • यह वायुनाशी गुण (पेट फूलने में आराम दिलाने वाला) दिखा सकता है
  • यह पेट में एसिड के बनने में वृद्धि कर सकता है और मांसपेशियों के संकुचन को बेहतर बना सकता है
  • यह फंगलरोधी गुण दिखा सकता है
  • यह श्वसन मार्ग से स्राव और बलगम को बाहर करने में सहायता प्रदान करने के लिए एक्सपेक्टोरेंट का गुण दिखा सकता है।1

Read in English: Harad: Uses, Benefits, Side Effects, and more!

लौंग के संभावित उपयोग:

Laung (Clove) ke sambhavit upyog:

लौंग के संभावित उपयोग निम्नवत हैं।

1. बैक्टीरिया और फंगी को मारने में लौंग के संभावित उपयोग:

फंगी और बैक्टीरिया के कई उपभेदों पर लौंग के रोगाणुरोधी गुणों का परीक्षण किया गया था। लैब परीक्षण के दौरान लौंग ने ई कोलाई, बैसिलस सेरियस और स्टैफिलोकोकस ऑरियस समेत सभी खाद्य जनित रोगजनकों के विरुद्ध पूर्ण रूप से जीवाणु मारने के गुण का प्रदर्शन किया।2 स्टैफिलोकोकस प्रजाति के विरुद्ध लौंग का तेल प्रभावी पाया गया। एस्परगिलस नाइजर (फंगी) में लौंग के तेल के विरुद्ध उच्च संवेदनशीलता पाई गई। इसके अतिरिक्त, एक लैब अध्ययन के दौरान क्लेबसिएला न्यूमोनिया, स्यूडोमोनास एरुगिनोसा, क्लोस्ट्रीडियम परफ्रिंजेंस, एस. ऑरियस, ई. कोलाई, और कैंडिडा एल्बीकैंस के खिलाफ लौंग के तेल में कीटाणु नाशक प्रभाव दिखा। इसे बैसिलस ट्यूबरक्लोसिस को कुशलता से मारने भी सक्षम पाया गया।1 लैब अध्ययनों में इसमें रोगाणुरोधी गुण पाए गए हैं। मनुष्यों में होने वाली संक्रामक बीमारियों के विरुद्ध लौंग के गुणों का समर्थन करने हेतु और परीक्षण किये जाने की जरूरत है। अतः अपने स्वाथ्य सेवा प्रदाता की सलाह के बिना लौंग के तेल का इस्तेमाल न करें।

2. लीवर के लिए लौंग के संभावित उपयोग:

लीवर रक्षक गुण का पता लगाने के लिए एक जानवर मॉडल पर लौंग के अर्क का परीक्षण किया गया था। लौंग के अर्क ने सीरम में एस्पार्टेट एमिनोट्रांस्फरेज़, एलेनिन ट्रांसएमिनेज और क्षारीय फॉस्फटेज एंजाइम की गतिविधि को पहले जैसा किया और इस प्रकार लिवर की रक्षा करने का गुण दिखाया।1 यद्यपि, यदि आप लीवर में किसी प्रकार की दिक्कत महसूस कर रहे हैं तो दवा के रूप में लौंग का इस्तेमाल करने के पहले स्वास्थ्य सेवाप्रदाता से संपर्क करें।

3. सूजन में लौंग के संभावित उपयोग:

लौंग का तेल (यूजेनॉल) श्वसन मार्ग को साफ़ करने में मदद करता है और ब्रोंकाइटिस, खांसी, सर्दी, दमा और साइनस जैसे ऊपरी श्वसन रोगों को ठीक करने के लिए एक्सपेक्टोरेंट का कार्य करता है। लौंग में β-कैरियोफिलीन, काएम्फेरोल और रमनेटिन जैसे कई फ्लेवोन्वाएड्स पाए जाते हैं जो एंटीऑक्सीडेंट और सूजनरोधी कार्य में योगदान दे सकते हैं।3 लौंग का सूजनरोधी समस्याओं में इस्तेमाल करने के पहले आपको स्वास्थ्य सेवाप्रदाता से बात करनी चाहिए।

4. एंटीऑक्सीडेंट के रूप में लौंग के संभावित उपयोग:

परीक्षणों में लौंग और यूजेनॉल ने जबरदस्त एंटीऑक्सीडेंट का गुण प्रदर्शित किया है। लौंग में लिपिड पेरोक्सीडेशन को कम करने और हाइड्रोजन छोड़ने की उच्च क्षमता होती है।1 संयुक्त राज्य के कृषि विभाग के साथ-साथ विश्वविद्यालयों और निजी कंपनियों के डाटाबेस से यह संकेत मिलता है कि लौंग में उच्च मात्रा में पॉलीफेनौल्स और अन्य एंटीऑक्सीडेंट यौगिक पाए जाते हैं। लौंग की कली के अर्क का इस्तेमाल एक खाद्य एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कर सकते हैं।2 कुछ अध्ययनों में यह देखा गया कि लौंग का इस्तेमाल करने से किडनी के कार्य, लीवर के कार्य और एंटीऑक्सीडेंट का स्तर बेहतर हो गया।3 स्वास्थ्य लाभ के लिए किसी औषधि या लौंग का इस्तेमाल करने के पूर्व आपको अपने स्वास्थ्य सेवाप्रदाता से संपर्क करना चाहिए और सही निदान प्राप्त करना चाहिए।

 5. दर्द निवारक के रूप में लौंग के संभावित उपयोग:

13वीं शताब्दी से ही लौंग के दर्द निवारक गुण का दस्तावेजीकरण किया गया है। जोड़ों के दर्द, दांत के दर्द एवं स्पास्मोडिक दर्द में लौंग का तेल असरदार हो सकता है।2 डेंटल क्लिनिक में लौंग के तेल का एनालजेसिक (दर्द निवारक) एजेंट के रूप में व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाता रहा है क्योंकि यह दांत के दर्द में आराम दे सकता है। यह सूजन पैदा करने वाले मध्यस्थों (ल्यूकोट्रियन) और प्रोस्टाग्लैंडीन को दबा सकता है। इसके अतिरिक्त, यह माना जाता है कि दर्द का संकेत देनेवाले संवेदी रिसेप्टर्स को यह दबा सकता है।3 आपको लौंग का इस्तेमाल किसी स्वास्थ्य सेवाप्रदाता की देखरेख में अथवा किसी डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए।

6. पेट संबंधी बीमारियों में लौंग के संभावित उपयोग:

लौंग का तेल पेट फूलने और गैस की समस्या से निजात पाने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त, मोशन सिकनेस, मतली, हिचकी और उल्टी जैसी पेट की बीमारियों में लौंग का तेल एक असरदार औषधि का काम कर सकता है।2,4 यदि आप किसी प्रकार की पेट की बीमारी से जूझ रहे हैं तो इसके सही निदान के लिए अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। डॉक्टर की सलाह के बिना औषधि या दवा के इस्तेमाल से स्थिति और बिगड़ सकती है।

7. मस्तिष्क से संबंधित बीमारियों में लौंग के संभावित उपयोग:

माना जाता है कि लौंग का तेल परिसंचरण तंत्र को उत्तेजित करता है, जो अनिद्रा, चिंता, याददाश्त कमजोर होना, अवसाद, थकान और मानसिक थकावट का प्रबंधन करने में मदद कर सकता है।4 एक जानवर मॉडल में अवसाद के प्रबंधन में लौंग के तेल का परीक्षण किया गया था। अवसादरोधी प्रभाव दिखाने करने के कारण इसे मददगार पाया गया।3 यद्यपि चिकित्सीय इलाज के विकल्प के रूप में लौंग के तेल का इस्तेमाल न करें। यदि आप मनोवैज्ञानिक परेशानी से जूझ रहे हैं तो हमेशा अपने डॉक्टर या मनोचिकित्सक से बात करें।

8. कैंसर में लौंग के संभावित उपयोग:

लौंग में एंटीऑक्सीडेंट का संभावित गुण होने के कारण माना जाता है कि इसमें कैंसररोधी गुण होता है। त्वचा, फेफड़ा और पाचन तंत्र के कैंसर के विरुद्ध इसमें कैंसररोधी गुण पाया गया था। ओलीनिक एसिड पाए जाने के कारण इसमें एंटी-ट्यूमर गुण हो सकता है। कोलोरेक्टल, स्तन और ल्यूकेमिया कैंसर (ब्लड कैंसर) कोशिकाओं के विरुद्ध इसमें कैंसररोधी गुण होने की रिपोर्ट मिली है।4 मनुष्यों में कैंसर के विरुद्ध लौंग के इस्तेमाल का समर्थन करने के लिए बड़े पैमाने पर मनुष्यों पर अध्ययन किये जाने की ज़रुरत है। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि कैंसर के इलाज के लिए डॉक्टर की चिकित्सा और परामर्श का अनुपालन करें।

यद्यपि अध्ययनों में विभिन्न बीमारियों में लौंग के लाभ प्रदर्शित हुए हैं, किन्तु ये पर्याप्त नहीं हैं और मानव स्वास्थ्य पर लौंग के फायदों की सही सीमा का निर्धारण करने के लिए और अध्ययन किये जाने की ज़रूरत है।

Read in English : Pink Himalayan Salt: Uses, Benefits, Side Effects, Precautions & More!

लौंग का इस्तेमाल कैसे करें?

लौंग का इस्तेमाल इन रूपों में किया जाता है:

  • साबुत लौंग
  • पाउडर
  • तेल1

इनका इस्तेमाल दांत के कई उत्पादों जैसे टूथपेस्ट, डेंटल क्रीम, गले का स्प्रे एवं माउथवॉश में किया जाता है।1

किसी भी हर्बल सप्लीमेंट या लौंग को लेने से पहले आपको किसी योग्य डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। इसी तरह किसी योग्य चिकित्सक से परामर्श किए बिना आधुनिक चिकित्सा के चल रहे इलाज को आयुर्वेदिक/जड़ी-बूटियों की तैयार दवा से न बदलें या न रोकें।

लौंग के साइड इफ़ेक्ट्स:

लौंग के उपयोग से जुड़े साइड इफ़ेक्ट्स नीचे दिए गए हैं।

  • लौंग के सिगरेट पीने से होने वाले साइड इफेक्ट्स में रक्तस्रावी फुफ्फुसीय एडिमा, ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, ऑक्यूपेशनल एलर्जी कांटेक्ट डर्मेटाइटिस और सेंट्रल नर्वस सिस्टम डिप्रेशन शामिल हैं।5
  • छोटे डोज़ में इस्तेमाल किए गए लौंग के तेल के साइड इफ़ेक्ट में दुर्लभ एलर्जी प्रतिक्रियाएं, विशेष स्थान पर जलन और कांटेक्ट डर्मेटाइटिस शामिल हैं।
  • इसका बहुत ज़्यादा मात्रा में सेवन करने से टिश्यू जख्मी हो सकते हैं और दौरा पड़ सकता है, लीवर और किडनी को नुकसान पहुंच सकता है और इंसान कोमा में जा सकता है।6

स्वास्थ्य लाभ के लिए लौंग या किसी अन्य औषधि का इस्तेमाल करने के पहले अपने स्वास्थ्य सेवाप्रदाता से इसके इस्तेमाल से जुड़े संभावित साइड इफ़ेक्ट्स के बारे में जानकारी प्राप्त कर लें। इससे आपको अवांछित साइड इफ़ेक्ट से बचने में मदद मिलेगी।

लौंग के साथ बरती जाने वाली सावधानियां:

लौंग का इस्तेमाल करते समय बरती जाने वाली कुछ सामान्य सावधानियां इस प्रकार हैं:

  • बच्चों के लिए: उच्च डोज में लौंग तेल साइटोटॉक्सिन (कोशिकाओं की मृत्यु के लिए जिम्मेदार पदार्थ) हो जाता है और इससे किडनी या लीवर की गंभीर क्षति हो सकती है। अतः बच्चों को लौंग देने के पहले सावधानियां बरतें।6
  • स्तनपान तथा गर्भावस्था के दौरान लौंग के सेवन से होने वाली परेशानियों के संबंध में पर्याप्त डाटा उपलब्ध नहीं है। अतः लौंग या लौंग से संबंधित उत्पाद का सेवन करने के पहले अपने डॉक्टर की सलाह ले लें।

इसके साथ ही, स्वास्थ्य लाभ के लिए लौंग का इस्तेमाल करने के पहले अपने स्वास्थ्य सेवाप्रदाता से इसकी संभावित सावधानियों एवं सीमाओं के बारे में बात कर लें। इससे आपको सही विकल्प चुनने में मदद मिलेगी।

अन्य दवाओं के साथ प्रतिक्रिया:

लौंग रक्तस्राव के जोखिम को बढ़ा सकता है या वारफेरिन चिकित्सा के प्रभावों में वृद्धि कर सकता है।5

यदि आप किसी बीमारी के लिए दवा का सेवन कर रहे हैं तो अन्य औषधियों या दवाओं के साथ इसकी संभावित प्रतिक्रिया के बारे में अपने डॉक्टर से बात कर लें। इससे आपको अनचाही औषधि-दवा प्रतिक्रिया से बचने में मदद मिलेगी।

Read in English : Safed Musli: Nutrition, Benefits, Precautions and More!

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs):

लौंग क्या है?

लौंग एक बंद फूल की कली होता है जो सिज्जीयम एरोमैटिकम वृक्ष पर उगता है।

क्या लौंग दांत के दर्द में उपयोगी होता है?

हां, लौंग के तेल का व्यापक रूप से डेंटल क्लिनिक में इस्तेमाल होता है क्योंकि यह दांत के दर्द में आराम पहुंचा सकता है।3 यद्यपि यदि आपके दांत में दर्द या दांत की समस्या है तो जांच के लिए अपने डेंटिस्ट के पास जाएं। अपने डेंटिस्ट की सलाह लिए बिना हर्बल उपचार करने से स्थिति और बिगड़ सकती है।

लौंग का कैसे इस्तेमाल करें?

लौंग का इस्तेमाल पाउडर या तेल के रूप में किया जा सकता है।1 स्वास्थ्य फायदों के लिए लौंग का इस्तेमाल करने के पूर्व डॉक्टर का परामर्श प्राप्त करने की सलाह दी जाती है। आपकी स्थिति के अनुसार वे आपको लौंग के डोज़ और रूप के बारे में सलाह देंगे।

क्या लौंग स्वास्थ्य के लिए अच्छा है?

लौंग में एंटीऑक्सीडेंट और सूजनरोधी गुण पाए जाने के कारण यह स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त हो सकता है। यह पेट से जुड़ी बीमारियों (दस्त, पेट फूलना, मतली, अपच, उल्टी, गैस्ट्रिक इर्रिटेबिलिटी, डायरिया), श्वसन संबंधी बीमारियों (सर्दी, खांसी, ब्रोंकाइटिस, साइनसाइटिस, दमा) इत्यादि को ठीक कर सकता है।1 लेकिन इसका सेवन सही मात्रा में करना होगा। इसके ओवरडोज़ के साइड इफ़ेक्ट्स भी हो सकते हैं। साइड इफ़ेक्ट में दुर्लभ एलर्जी प्रतिक्रियाएं, विशेष स्थानों पर जलन, कांटेक्ट डर्मेटाइटिस, रक्तस्रावी फुफ्फुसीय एडिमा, ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, ऑक्यूपेशनल एलर्जी कांटेक्ट डर्मेटाइटिस और सेंट्रल नर्वस सिस्टम डिप्रेशन शामिल हैं।5,6 अतः लौंग का इस्तेमाल किसी योग्य चिकित्सक की सलाह पर ही करनी चाहिए।

क्या लौंग फेफड़ों के लिए अच्छा है?

हां, लौंग फेफड़ों के लिए अच्छा हो सकता है। इसके तेल को सांस के साथ अन्दर लेने पर सर्दी, खांसी, ब्रोंकाइटिस, साइनसाइटिस और दमा में राहत मिल सकती है। यह नाक की नली को साफ़ कर सकता है।1 किंतु फेफड़ों की समस्या गंभीर हो सकती है और उचित निदान और इलाज के लिए आपको स्वास्थ्य सेवाप्रदाता से संपर्क करने की सलाह दी जाती है।

क्या पेट फूलने में लौंग लाभकारी होता है?

हां, पेट फूलने में यह लाभकारी हो सकता है। लौंग का तेल पेट फूलने और गैस की समस्या में एक प्रभावी उपचार हो सकता है और पेट में गैस का प्रेशर कम करने में मदद कर सकता है।4 इसका इस्तेमाल किसी स्वास्थ्य सेवाप्रदाता से परामर्श करके किया जाना चाहिए।

क्या बच्चों के लिए लौंग सुरक्षित है?

अगर सही डोज़ /मात्रा में दिया जाए तो यह बच्चों के लिए सुरक्षित है। उच्च डोज़ में लौंग तेल साइटोटॉक्सिन हो जाता है और इससे बच्चों में किडनी या लीवर की गंभीर क्षति हो सकती है। अतः बच्चों को लौंग देने के पहले सावधानियां बरतें।6 डॉक्टर की सलाह के बिना किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या के लिए लौंग का इस्तेमाल नहीं करें।

Reference:

  1.  Milind Parle and Deepa Khanna. Clove: A champion spice. Research Gate. [Internet]. Available from: https://www.researchgate.net/publication/267402397_Clove_A_champion_spice.
  2. MONIKA MITTAL, NOMITA GUPTA, PALAK PARASHAR, VARSHA MEHRA, MANISHA KHATRI. PHYTOCHEMICAL EVALUATION AND PHARMACOLOGICAL ACTIVITY OF SYZYGIUM AROMATICUM: A COMPREHENSIVE REVIEW. International Journal of Pharmacy and Pharmaceutical Sciences. [Internet]. Available from: https://journals.innovareacademics.in/index.php/ijpps/article/view/2055.
  3. Muhammad Saeed, Muhammad S. Khan, Mahmoud Alagawany, Mayada R. Farag, Othman Alqaisi, Amjad I. Aqib, Muhammad Qumar, Faisal Siddique & Mohamed Fawzy Ramadan. Clove (Syzygium aromaticum) and its phytochemicals in ruminant feed: an updated review. Springer Link. [Internet]. March 10, 2021. Available from: https://link.springer.com/article/10.1007/s12210-021-00985-3.
  4. Muhammad Saeed, Muhammad S. Khan, Mahmoud Alagawany, Mayada R. Farag, Othman Alqaisi, Amjad I. Aqib, Muhammad Qumar, Faisal Siddique & Mohamed Fawzy Ramadan. Clove (Syzygium aromaticum) and its phytochemicals in ruminant feed: an updated review. Springer Link. [Internet]. March 10, 2021. Available from: https://link.springer.com/article/10.1007/s12210-021-00985-3.
  5. Bethesda. LiverTox: Clinical and Research Information on Drug-Induced Liver Injury. National Center For Biotechnology Information. [Internet]. October 28, 2019. Available from: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK551727/

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