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चेरी (Cherry in Hindi): उपयोग, लाभ और न्यूट्रिशनल वैल्यू

By Dr Smita Barode +2 more

परिचय:

चेरी का वैज्ञानिक नाम प्रूनस है। यह रोसेसी  फैमिली से संबंधित है। यह व्यापक रूप से पश्चिमी एशिया और यूरोप जैसे उत्तरी समशीतोष्ण (टेम्परेट) क्षेत्रों में पाया जाता है। प्रूनस जाति (जीन) के दो प्रकार शामिल हैं: स्वीट चेरी (पी. एवियम) और टार्ट चेरी (पी. सेरासस)। स्वीट चेरी एक बड़ा और काले रंग का फल है, जबकि टार्ट चेरी की उत्पत्ति मोंटमोरेंसी किस्मों से हुई है।1

चेरी बहुत सारे पोषक तत्वों से भरपूर होती है और इसमें काफी कम कैलोरी होती है। चेरी विटामिन सी, पोटैशियम, कैरोटेनॉयड्स, एंथोसायनिन, मेलाटोनिन और फाइबर जैसे बायोएक्टिव कॉम्पोनेन्ट से भी भरपूर होती है। स्वीट चेरी का एक सामान्य नाम ‘सातो निशिकी’ है।1

चेरी के फायदे

चेरी के पोषक मूल्य (न्यूट्रिशनल वैल्यू):

चेरी में पोषक तत्व बहुत अधिक मात्रा में होते हैं। 100 ग्राम कच्चे चेरी (रॉ चेरी) की न्यूट्रिशनल वैल्यू.

  • ऊर्जा: 63 किलो कैलोरी
  • कार्बोहाइड्रेट: 16 ग्राम
  • प्रोटीन: 1.06 ग्राम
  • टोटल लिपिड: 0.2 ग्राम
  • शुगर: 12.8 ग्राम
  • फाइबर: 2.1 ग्राम
  • ग्लाइसिन: 0.023 ग्राम

100 ग्राम कच्चे (रॉ) चेरी में विटामिन्स, खनिज (मिनरल्स) और एमिनो अम्ल (एसिड)2 

  • आयरन: 0.36 मिग्रा
  • कैल्शियम: 13 मिग्रा
  • मैगनीज़: 0.07 मिग्रा
  • मैग्नीशियम: 11 मिग्रा
  • पोटैशियम: 222 मिग्रा
  • फॉस्फोरस: 21 मिग्रा
  • कॉपर: 0.06 मिग्रा
  • फ्लोराइड: 2 µg
  • विटामिन E: 0.07 मिग्रा
  • विटामिन K: 2.1 µg
  • विटामिन C: 7 मिग्रा
  • थायमिन: 0.027 मिग्रा
  • राइबोफ्लेविन: 0.033 मिग्रा
  • नियासीन: 0.154 मिग्रा
  • विटामिन B6: 0.049 मिग्रा
  • फॉलिक एसिड: 4 µg
  • कॉलिन: 6.1 मिग्रा
  • कैरोटीन: 38 µg
  • फैटी एसिड: 0.038 ग्रा
  • थ्रियोनीन: 0.0222 ग्रा
  • लाइसीन: 0.032 ग्रा
  • एस्पार्टिक एसिड: 0.569 ग्रा
  • एलेनिन: 0.26 ग्रा
  • फेनीलालेनिन: 0.024 ग्रा

Read in English: Peaches: Uses, Benefits, Side Effects and More!

चेरी के गुण:

चेरी में कई बायोऐक्टिव घटक (कंपाउंड) पाए जाते हैं, जिनमें ऐसे गुण दिखते हैं जो कई एक्यूट और क्रॉनिक बीमारियों से बचने में मददगार होते हैं।3 चेरी के थेराप्यूटिक गुण इस प्रकार है:

  • एंटी-माइक्रोबियल (माइक्रोऑर्गेनिज़्म {सूक्ष्मजीवों} के विकास को कम करना) क्षमता (पॉटेंशल) दिखा सकता है। 
  • इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट क्षमता हो सकती है।  
  • इसमें संभावित एंटी-डाइबीटीक गुण हो सकते हैं। 
  • इसमें संभावित एंटी-कैंसर गुण हो सकते हैं।
  • इसमें ब्रेन सेल्स (मस्तिष्क की कोशिकाओं) से संबंधित सहायता करने की क्षमता हो सकती है। 
  • यह अपनी एंटी-इन्फ्लामेटरी क्षमता के साथ सहायता कर सकता है।3

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चेरी के संभावित उपयोग (Cherry Ke Sambhavit Upyog):

चेरी के न्यूट्रिशनल और बायोएक्टिव घटक कई बीमारियों, जैसे कैंसर, हार्ट की बीमारियों, डाइबीटीज़, इन्फ्लामेशन की बीमारी और अल्जाइमर रोग के खिलाफ संभावित लाभ पहुँचा सकते हैं।1 चेरी के कुछ लाभों के बारे में नीचे बताया गया है:

1. डाइबीटीज़ के लिए चेरी के संभावित उपयोग

चेरी में एक प्रकार का एंटी-ऑक्सीडेंट होता है जो ब्लड में ग्लूकोज के लेवल को कम करने में मदद कर सकता है। पशु अध्ययनों में, यह देखा गया है कि ऐसी डाइट जिसमें चेरी शामिल होते हैं वे ग्लूकोज के लेवल को कम करते हैं, जिससे टाइप 2 डाइबीटीज़ को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। लैब स्टडीज में चेरी के अल्कोहल के एक्सट्रैक्ट हाइपोग्लाइसेमिक एक्शन, यानी ग्लूकोज कम करने वाली ऐक्टिविटी भी दिखा सकते हैं। इसलिए, डाइबीटीज़ की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए, चेरी का उपयोग एक प्राकृतिक तरीके के रूप में किया जा सकता है।4 डाइबीटीज़ के लिए चेरी या किसी अन्य हर्बल रेमेडी का उपयोग करने से पहले, अपने डॉक्टर या हेल्थकेयर प्रोवाइडर से परामर्श लें ताकि आप सही जानकारी के साथ अपना विकल्प चुन सकें।

2. नींद के लिए चेरी के संभावित उपयोग

टार्ट चेरी के जूस के सेवन से स्वस्थ बुजुर्गों में अनिद्रा अर्थात नींद न आना जैसी स्थिति में सुधार करने में मदद कर सकता है। एक अध्ययन में यह पुष्टि हुई है कि टार्ट चेरी के जूस में कुछ ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो नींद की निरंतरता (कन्टिन्यूटी) को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। चेरी में कई बायोऐक्टिव घटक भी पाए जाते हैं जिन्हें एंथोसायनिन कहा जाता है जिनमें ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण होने वाले हानिकारक प्रभावों से ब्रैन सेल्स (मस्तिष्क की कोशिकाओं) को सुरक्षित रखने की क्षमता हो सकती है।5 इसके साथ ही, अगर आपको नींद आने में कोई परेशानी हो रही है, तो एक सही परामर्श के लिए अपने हेल्थ केयर प्रोवाइडर से संपर्क करें।

3. गाउट के लिए चेरी के संभावित उपयोग

चेरी में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लामेटरी ऐक्टिविटी होती है जो गाउट (जोड़ों में यूरिक एसिड का जमा हो जाना) को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं। चेरी और उनके अन्य जरूरी घटक भी गाउट को फैलने को कम कर सकते हैं और प्लाज्मा में यूरिक एसिड के लेवल को कम कर सकते हैं।6 अगर आप गाउट की समस्या से परेशान हैं, तो चेरी या किसी अन्य हर्बल रेमेडी का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

4. त्वचा के लिए चेरी के संभावित उपयोग

चेरी का एक्सट्रैक्ट त्वचा की बढ़ती उम्र को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। चेरी के एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों के कारण यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में भी मदद कर सकता है। एक अध्ययन से यह पता चला है कि स्वीट चेरी के एक्सट्रैक्ट का उपयोग, स्किन केयर के लिए उपयोग किए जाने वाले उत्पादों के निर्माण में, एक मुख्य घटक के रूप में किया जा सकता है।7 त्वचा के लिए चेरी का उपयोग करते समय, अगर आपको कोई एलर्जी या साइड-इफेक्ट दिखाई देता है, तो इसका उपयोग बंद कर दें और आपके हेल्थ केयर प्रोवाइडर से संपर्क करें। 

5. कैंसर के लिए चेरी के संभावित उपयोग

स्वीट चेरी में फाइबर, विटामिन सी और कैरोटीनॉयड जैसे पोषक तत्वों की मौजूदगी के कारण एंटी-कैंसर गुण होते हैं। चेरी में एक ऐसे डाइटरी फाइबर की भरपूर मात्रा है, जो कैंसर की संभावना को कम करते हैं। एक अध्ययन ने यह पुष्टि की है कि चेरी पेट के कैंसर में साइट-स्पेसिफिक इन्हिबिशन के साथ मदद कर सकती है।1,3 कैंसर एक सिवीयर मेडिकल कन्डिशन है जिसके लिए मेडिकल डाइग्नोसिस और उपचार की जरूरत होती है। किसी भी जड़ी-बूटी या फल का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।

6. चेरी के अन्य संभावित उपयोग

  • चेरी के एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण स्ट्रेंथ में कमी, इन्फ्लेमेशन और मांसपेशियों में दर्द को रोकने में मदद कर सकते हैं।
  • एक अध्ययन से पता चला है कि चेरी का सेवन ब्लड प्रेशर, इन्फ्लेमेशन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद कर सकता है।
  • क्लीनिकल अध्ययनों में यह सुझाव दिया गया है कि चेरी खाने के फायदे नींद, मूड, डाइबीटीज़, कॉग्निटिव फंक्शन, ब्लड लिपिड और आर्थ्राइटिस में सहायक हो सकते हैं।8

हालाँकि ऐसे कई अध्ययन हैं जो विभिन्न परिस्थितियों में चुकंदर (बीटरूट) के जूस के फ़ायदों को दिखाते हैं, लेकिन ये पर्याप्त नहीं हैं और मानव स्वास्थ्य पर चुकंदर के जूस के फ़ायदों की वास्तविक सीमा को स्थापित करने के लिए और अध्ययन की आवश्यकता है।

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चेरी का उपयोग कैसे करें?

चेरी का उपयोग निम्नलिखित तरीकों से किया जा सकता है:

  • स्वीट चेरी का सेवन आमतौर पर ताजे फल के रूप में किया जाता है। उन्हें जूस, फ्रोजन, ब्राइन, सूखे और डिब्बाबंद किया जा सकता है। टार्ट चेरी का उपयोग बेकिंग और कुकिंग में किया जाता है।1
  • टार्ट चेरी का उपयोग जूस, ड्रिंक्स, जैम और पेस्ट्री बनाने के लिए किया जाता है।3
  • चेरी का उपयोग मेडिसिनल उत्पादों और फूड सप्लीमेंट में डाइटरी कम्पोनेंट के रूप में किया जा सकता है।3

ज्यादा मात्रा में चेरी का सेवन करने से पहले आपको हमेशा अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए। वे आपकी हेल्थ कन्डिशन के अनुसार आपको इसका सही फॉर्म और डोज देने के लिए सबसे सही व्यक्ति होंगे। इसके अलावा, किसी योग्य डॉक्टर से परामर्श किए बिना आयुर्वेदिक/हर्बल तरीके से तैयार किये दवाओं से, मॉडर्न मेडिसिन के चल रहे उपचार को बंद या रिप्लेस न करें।

चेरी के नुकसान:

आयुर्वेदिक चिकित्सक अक्सर इसके पौष्टिक-औषधीय (न्यूट्रास्युटिकल) गुणों के कारण चेरी के एक्सट्रैक्ट के नुकसानों को नजरअंदाज कर देते हैं। चेरी के नुकसान मुख्य रूप से किडनी की इंजूरी और एलर्जीक रिएक्शन हैं जिनका वर्णन इस प्रकार है:

  • चेरी ने उन मरीज़ों पर नकारात्मक प्रभाव डाला है जिन्हें क्रोनिक किडनी डिसीज है, इसके सेवन से उन्हें एक्यूट किडनी इंजूरी (खराब किडनी) हो गया है।9
  • चेरी में एक आवश्यक प्रोटीन होता है जो एलर्जीक रिएक्शन के लिए जिम्मेदार एक प्रमुख एलर्जेन के रूप में कार्य करता है।10

हालाँकि, अगर आप इसके प्रति कोई हानिकारक प्रतिक्रिया का अनुभव करते हैं, तो तुरंत अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क करें, जिसने आपको इसे प्रिस्क्राइब किया है। वे आपका उचित उपचार कर सकेंगे।

चेरी के सेवन के साथ ली जाने वाली सावधानियाँ:

रिकमेंड किये जाने वाले डोज में लेने पर चेरी को आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है। हालाँकि, चेरी का सेवन करते समय सामान्य सावधानियों का पालन करना होता है।

  • चेरी में आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जो टॉक्सिक नहीं होते हैं और मनुष्यों को कोई नुकसान नहीं पहुँचाते हैं।4 इसलिए गर्भावस्था (प्रेगनेंसी) के दौरान चेरी खाना सुरक्षित होता है। लेकिन कोई भी अलग सा लक्षण दिखाई देने पर गर्भावस्था (प्रेगनेंसी) से संबंधित जटिलताओं (कॉम्प्लीकेशन) से बचने के लिए अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करें।
  • क्रोनिक किडनी डिसीज के मरीज़ों (पेशेंट) को चेरी खाने से बचना चाहिए। यह एक्यूट किडनी इंजूरी का कारण बन सकता है, जिससे अचानक किडनी फेलियर हो जाता है, जो कि किडनी की नॉर्मल फ़िल्टरेशन प्रोसेस को नुकसान पहुँचाता है। हालाँकि चेरी की सुरक्षा पर सवाल नहीं उठाए जाते है, लेकिन मरीज़ (पेशेंट) और आयुर्वेदिक चिकित्सक को न्यूट्रास्यूटिकल गुणों के कारण होने वाले खतरे की संभावनाओं के बारे में सावधान रहना चाहिए।9
  • बहुत ज्यादा चेरी खाने से कुछ बच्चों को एलर्जी हो सकती है। बच्चे को इन एलर्जियों से सुरक्षित रखने और  ऐसी एलर्जीक रिएक्शन से बचने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है। अगर रिएक्शन लंबे समय तक बनी रहती है, तो तुरंत अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लें।

कृपया जड़ी-बूटियों का सेवन करके खुद अपना इलाज करने की कोशिश न करें। आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से फायदे हो सकते हैं लेकिन किसी भी जड़ी-बूटी के स्वास्थ्य लाभ के लिए इसे लेने से पहले किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से कंसल्ट करने की सलाह दी जाती है।

अन्य दवाओं के साथ इंटरैक्शन (परस्पर क्रिया):

न्यूट्रास्युटिकल फूड कुछ दवाओं के साथ इंटरैक्शन कर सकते हैं, लेकिन सभी इंटरैक्शन इसे नकारात्मक रूप से प्रभावित नहीं करते हैं। जब चेरी को एलोप्यूरिनॉल (गाउट और किडनी स्टोन के विभिन्न प्रकारों को नियंत्रित करती है) नामक दवा के साथ कम्बाइन किया जाता है, तो यह गाउट (सिवीयर जॉइन्ट पैन) के अटैक के रिस्क को सकारात्मक रूप से कम कर देता है। इस प्रकार, यह सुझाव दिया जाता है कि आपकी स्थिति के अनुसार कोई भी जड़ी-बूटी (हर्ब्स), कितनी (डोज) और किस प्रकार (फॉर्म) ली जा सकती है यह केवल एक आयुर्वेदिक चिकित्सक द्वारा प्रीस्क्राइब किया जाना चाहिए।

Read in English: Water Apple: Uses, Benefits, Side Effects, And More!

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):

स्वीट चेरी और टार्ट चेरी के बीच क्या अंतर है?

स्वीट चेरी और टार्ट चेरी के बीच मुख्य अंतर एंथोसायनिन (बायोएक्टिव कंपाउंड) की कॉन्सेंट्रेशन (सांद्रता) है, जो स्वीट चेरी में ज्यादा होती है।1

क्या चेरी ओरल हाइजीन को बनाये रखने में (मेंटेन) मदद करती है?

हाँ। चेरी के जूस के एंटी-माइक्रोबियल गुण मुंह में बैक्टीरिया के विकास को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं जिससे ओरल हाइजीन को बेहतर करने में मदद मिल सकती है।3

चेरी में मौजूद विटामिन सी की क्या भूमिका होती है?

विटामिन सी एक सिनर्जिस्टिक एंटी-ऑक्सीडेंट इफेक्ट दिखाता है, जो स्वीट चेरी की कुल एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है और कैंसर के खिलाफ प्रभावी भूमिका निभा सकता है।1

चेरी खाने से क्या फायदे होते हैं?

चेरी खाने का फायदेमंद प्रभाव यह है कि यह आर्थ्राइटिस और डाइबीटीज़ को नियंत्रित करने में मदद करती है। यह ब्लड लिपिड को भी कम करता है, नींद में सुधार करता है और कॉग्निटिव फ़ंक्शन और मूड पैटर्न में सुधार करता है।8
किसी भी हेल्थ कंडीशन को ठीक करने के लिए चेरी का सेवन करने से पहले, आपको अपने हेल्थ केयर प्रोवाइडर से संपर्क करना होगा और उचित डाइग्नोसिस और उपचार लेना होगा।

क्या चेरी त्वचा की उम्र बढ़ने (स्किन ऐजिंग) से रोकती है?

हाँ। स्वीट चेरी एंथोसायनिन से भरपूर होती है, जो एंटी-ऑक्सीडेंट ऐक्टिविटी को दर्शाती है और त्वचा की उम्र बढ़ने से संबंधित एंजाइम को रोक सकती है। इसलिए, चेरी त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकती है। इसके अलावा, अगर आप किसी प्रकार की त्वचा से संबंधित बीमारी या स्किन डैमेज का अनुभव कर रहे हैं, तो अपने स्किन डॉक्टर से ज़रूर सलाह ले लें।

References:

  1. Letitia M McCune , Chieri Kubota, Nicole R Stendell-Hollis, Cynthia A Thomson. Cherries and health: a review. Pubmed. [Internet]. Available from: https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/21229414/ .
  2. Cherries, sweet, raw. FoodData Central . [Internet]. January 4, 2019. Available from: https://fdc.nal.usda.gov/fdc-app.html#/food-details/171719/nutrients .
  3. Ana Raquel Nunes,Ana Carolina Gonçalves,José David Flores-Félix,Gilberto Alves. Valorization of sweet cherry by-products: bioactive compounds with health benefits. Research Gate. [Internet]. Available from: https://www.researchgate.net/publication/356924649_Valorization_of_sweet_cherry_by-products_bioactive_compounds_with_health_benefits .
  4. Tahsini Lachin, Heydari Reza. Anti Diabetic Effect of Cherries in Alloxan Induced Diabetic Rats. Research Gate. [Internet]. Available from: https://www.researchgate.net/publication/221780166_Anti_Diabetic_Effect_of_Cherries_in_Alloxan_Induced_Diabetic_Rats .
  5. Wilfred R. Pigeon,Michelle Carr, Colin Gorman and Michael L. Perlis. Effects of a Tart Cherry Juice Beverage on the Sleep of Older Adults with Insomnia: A Pilot Study. National Center for Biotechnology Information. [Internet]. July 28, 2009. Available from: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3133468/pdf/jmf.2009.0096.pdf .
  6. Pei-En Chen ,Chia-Yu Liu ,Wu-Hsiung Chien ,Ching-Wen Chien and Tao-Hsin Tung. Effectiveness of Cherries in Reducing Uric Acid and Gout: A Systematic Review. National Center for Biotechnology Information. [Internet]. December 4, 2019. Available from: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6914931/pdf/ECAM2019-9896757.pdf .
  7. Sophia Letsiou, Aggeliki Karamaouna, Ioannis Ganopoulos, Aliki Kapazoglou , Aliki Xanthopoulou, Eirini Sarrou, Georgia Tanou , Athanasios Molassiotis. The pleiotropic effects of Prunus avium L. extract against oxidative stress on human fibroblasts. An in vitro approach. Pubmed. [Internet]. Available from: https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/34100152/ .
  8. Darshan S. Kelley , Yuriko Adkins and Kevin D. Laugero. A Review of the Health Benefits of Cherries. National Center for Biotechnology Information. [Internet]. March 17, 2018. Available from: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5872786/pdf/nutrients-10-00368.pdf .
  9. Randy L Luciano. Acute kidney injury from cherry concentrate in a patient with CKD. Pubmed. [Internet]. November 26, 2013. Available from: https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/24290246/ .
  10. C Inschlag , K Hoffmann-Sommergruber, G O’Riordain, H Ahorn, C Ebner, O Scheiner, H Breiteneder. Biochemical characterization of Pru a 2, a 23-kD thaumatin-like protein representing a potential major allergen in cherry (Prunus avium). Pubmed. [Internet]. May 1, 1998. Available from: https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/9623505/ .

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