क्रेमाफिन प्लस सिरप का उपयोग कब्ज़ के इलाज के लिए किया जाता है। इसमें एक्टिव इंग्रेडिएंट के रूप में सोडियम पिकोसल्फेट, लिक्विड पैराफिन और मैग्नीशियम हाइड्रॉक्साइड होते हैं। कब्ज़ एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति को बेचैनी महसूस होती है और मल त्याग सामान्य से कम होता है। मल सख्त और सूखा हो सकता है और कभी-कभी मल त्याग करने में दर्द हो सकता है। क्रेमाफिन प्लस सिरप आंतों की हलचल को बढ़ाने और मल को नरम करने का काम करता है, जिससे मल त्याग करने में आसानी होती है। आपको क्रेमाफिन प्लस सिरप डॉक्टर की सलाह के अनुसार नियमित रूप से और बताई गई डोज़ और तय समय तक ही लेना चाहिए। 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए इस सिरप का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। सिरप पीने से पहले बोतल को हमेशा अच्छे से हिलाएं। अगर आप कोई दूसरी दवाएं ले रहे हैं या आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है तो डॉक्टर को इसके बारे में जानकारी दें। इस सिरप का उपयोग करते समय, आपको खूब सारा पानी पीना चाहिए और फाइबर वाले आहार का सेवन करना चाहिए, भरपूर व्यायाम करना चाहिए और जब ज़रूरत हो तो समय निकाल कर मल त्याग करना चाहिए।
क्रेमाफिन प्लस सिरप का उपयोग वयस्कों में कब्ज के लक्षणों का इलाज करने के लिए किया जाता है।
ब्रेस्टफीडिंग कराने के दौरान क्रेमाफिन प्लस सिरप का इस्तेमाल न करें। इसे केवल तभी किया जा सकता है जब आपके डॉक्टर को ऐसा लगे कि आपको यह दवा दी जानी ज़रूरी है। अगर आप गर्भवती हैं या यह दवा लेने के दौरान आपको ऐसा लगता है कि आप गर्भवती हो सकती हैं, तो अपने डॉक्टर को इसकी जानकारी दें।
ब्रेस्टफीडिंग कराने के दौरान क्रेमाफिन प्लस का इस्तेमाल केवल तभी किया जा सकता है जब आपके डॉक्टर को ऐसा लगे कि आपको यह दवा दी जानी सुरक्षित है और ज़रूरी है। अगर आप बच्चे को अपना दूध पिलाने वाली माँ हैं तो डॉक्टर को इसके बारे में जानकारी दें।
अगर आपको क्रेमाफिन प्लस सिरप लेने के बाद चक्कर आने, पेट में ऐंठन होने का अनुभव होता है, तो ड्राइविंग न करें।
क्रेमाफिन प्लस सिरप पर अल्कोहल के असर की कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। हालांकि, इस दवा के साथ शराब का सेवन करने से बचें क्योंकि इससे दवा के असर में बदलाव हो सकता है। अगर आप अक्सर शराब पीते हैं तो इस बारे में डॉक्टर से बात करें।
अपने डॉक्टर से बात करें अगर
ज़्यादा मात्रा में क्रेमाफीन प्लस सिरप लेने से दस्त, पेट में ऐंठन और इलेक्ट्रोलाइट का असंतुलन हो सकता है। अगर आपको लगता है कि आपने इस दवा की बहुत ज़्यादा डोज़ ले ली है तो फौरन अपने डॉक्टर से बात करें या नज़दीकी अस्पताल में जाएँ।
अगर आपने क्रेमाफिन प्लस सिरप की कोई डोज़ मिस कर दी है, तो याद आते ही इसे ले लें। अगर आपकी अगली डोज़ का समय हो गया है तो मिस की गई डोज़ न लें और अपने नियमित डोज़िंग शेड्यूल को जारी रखें।. मिस हुई डोज़ की कमी पूरी करने के लिए दवा की डबल डोज़ न लें।
यह कैसे काम करती है?
अन्य दवाओं के साथ इंटरैक्शन
Read in English: Cremaffin Plus Bottle Of 225ml Emulsion – Uses, benefits & side effects
नहीं, क्रेमाफिन प्लस सिरप पीने से वज़न घटाने में कोई मदद नहीं मिलती। यह एक जुलाब है और फैट और कैलोरी के एब्सोर्पशन को कम नहीं कर सकता है। इस दवा से दस्त के कारण शरीर में पानी की कमी (डीहाइड्रेशन) हो सकता है।
क्रेमाफिन प्लस सिरप का उपयोग कब्ज का इलाज करने के लिए किया जाता है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें मल त्याग सामान्य से कम या कम होता है, जिसकी वजह से मल त्याग करते समय मल सूखा और कठोर होता है और इसमें दर्द होता है। इसलिए, क्रेमाफिन प्लस सिरप में ऐसे इंग्रेडिएंट्स का कॉम्बिनेशन होता है जो मल को नरम करता है और मल त्याग को आसान बनाता है।
क्रेमाफिन प्लस सिरप को खाने के साथ या खाली पेट लिया जा सकता है। लेकिन इस सिरप को अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही तय समय तक के लिए लिया जाना चाहिए। क्रेमाफिन प्लस की सही डोज़ को मापने के लिए बोतल के साथ दिए गए मापने वाले कप का उपयोग करें।
क्रेमाफिन प्लस सिरप डॉक्टर की सलाह के अनुसार बताई गई डोज़ और तय समय तक ही लेना चाहिए। इसे लंबे समय तक हर रोज़ लेने से आँतों की काम करने की क्षमता में नुकसान हो सकता है।
क्रेमाफिन प्लस सिरप का कोर्स पूरा करने के बाद भी अगर आपकी स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो फौरन अपने डॉक्टर से जाकर मिलें। डॉक्टर आपको इस दवा के दूसरे विकल्प बताएंगे।
गर्भावस्था के दौरान इस सिरप का उपयोग न करें क्योंकि इससे अजन्मे बच्चे को नुकसान हो सकता है, खासकर पहली तिमाही के दौरान। हालाँकि, प्रेग्नेंसी कराने के दौरान क्रेमाफिन प्लस का इस्तेमाल केवल तभी किया जा सकता है जब आपके डॉक्टर को ऐसा लगे कि आपको यह दवा दी जानी सुरक्षित है और ज़रूरी है।
नहीं, यह दवा एसिडिटी की समस्या के लिए बेअसर है। क्रेमाफिन प्लस सिरप एक स्टूल सॉफ्टनर है और कब्ज़ के लक्षणों को प्रबंधित करने में मदद करता है।
बेहतरीन नतीजों के लिए, इसे सोने के समय पर पानी के साथ लेना सबसे अच्छा होगा। अगर ज़रूरी हो, तो इसे सुबह फिर से लें या डॉक्टर की सलाह के अनुसार लें।
क्रेमाफिन प्लस लेने के बाद आपको पेट में दर्द या पेट में ऐंठन जैसे साइड इफेक्ट्स महसूस हो सकते हैं। साथ ही, ज़रूरी नहीं कि ये साइड इफेक्ट्स हर किसी को हों।
हां, क्रेमाफीन प्लस सिरप कब्ज के लक्षणों से राहत देने में मदद करता है। यह सिरप मल को नरम करने का काम करता है और ऐसा करके, यह आसानी से मल त्याग करने में मदद करता है।
Disclaimer: The information provided herein is supplied to the best of our abilities to make it accurate and reliable as it is published after a review by a team of professionals. This information is solely intended to provide a general overview on the product and must be used for informational purposes only. You should not use the information provided herein to diagnose, prevent, or cure a health problem. Nothing contained on this page is intended to create a doctor-patient relationship, replace or be a substitute for a registered medical practitioner’s medical treatment/advice or consultation. The absence of any information or warning to any medicine shall not be considered and assumed as an implied assurance. We highly recommend that you consult your registered medical practitioner for all queries or doubts related to your medical condition. You hereby agree that you shall not make any health or medical-related decision based in whole or in part on anything contained in the Site. Please click here for detailed T&C.
बैंडी-प्लस 12 टैबलेट एक एंटीपैरासिटिक दवा है। इसका उपयोग आंतों के कीड़े (Intestinal Worm) या पैरासाइट इंफेक्शन के इलाज के लिए किया जाता है। यह एल्बेंडाजोल (Albendazole) और इवरमेक्टिन (Ivermectin) का कॉम्बिनेशन है। एल्बेंडाजोल पैरासाइट्स के विकास को रोकता है और पैरासाइट द्वारा ग्लूकोज के अवशोषण को कम करके इसे मारता है, जबकि इवरमेक्टिन पैरासाइट की बाहरी मेम्ब्रेन पर कार्य करता है, जिसके कारण लकवा होने की संभावना रहती है और पैरासाइट की मृत्यु हो जाती है। बैंडी प्लस को डॉक्टर द्वारा निर्देशित और निर्धारित खुराक और अवधि के अनुसार ही लेना चाहिए। इसे भोजन से पहले लेना चाहिए। अगर आपको इससे एलर्जी है या आप हार्ट, लिवर या किडनी की किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो इस दवा को न लें।
अपने डॉक्टर से बात करें, अगर-
बैंडी-प्लस 12 टैबलेट को आपके डॉक्टर के निर्देशानुसार लेना चाहिए। एक गिलास पानी के साथ इसे पूरा निगल लें। यह सबसे अच्छा होगा यदि आप बेहतर परिणामों के लिए इसे एक निश्चित समय पर लें। डॉक्टर के निर्देश से ज्यादा दवा को लेने की गलती न करें।
ओवरडोज के लक्षणों में उल्टी, चक्कर आना, दस्त, स्किन रैशेज, धीमी हृदय गति, दौरे शामिल हैं। अगर आपको लगता है कि आपने बैंडी-प्लस 12 टैबलेट का बहुत अधिक मात्रा में सेवन किया है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें या नजदीकी अस्पताल में जाएँ।
अगर आप बैंडी-प्लस 12 टैबलेट की कोई खुराक लेना भूल गए हैं, तो याद आने पर इसे जल्द से जल्द लें। यदि अगली खुराक का समय लगभग हो गया है, तो छूटी हुई खुराक को छोड़ दें और निर्धारित समय पर अगली खुराक लें। मिस हो गए डोज की भरपाई के लिए दोहरी खुराक न लें।
यह कैसे काम करता है?
एल्बेंडाजोल पैरासाइट्स के विकास को रोकता है और पैरासाइट द्वारा ग्लूकोज के अवशोषण को कम करके इसे मारता है, जबकि इवरमेक्टिन पैरासाइट की बाहरी मेम्ब्रेन पर कार्य करता है, जिसके कारण लकवा होने की संभावना रहती है और पैरासाइट की मृत्यु हो जाती है।
राउंडवॉर्म संक्रमण के इलाज के लिए बैंडी-प्लस 12 टैबलेट का उपयोग किया जाता है। आम तौर पर पाए जाने वाले राउंडवॉर्म हैं एस्केरिस लुम्ब्रिकोइड्स (लॉन्ग राउंडवॉर्म), ट्राइचुरस ट्राइकियुरा (व्हिपवर्म), नेकेटर अमेरिकन (न्यू वर्ल्ड हुकवर्म) और एंकिलोस्टोमा डुओडेनेल (ओल्ड वर्ल्ड हुकवर्म), स्ट्रॉन्गिलोइड्स स्टेरकोरेलिस (थ्रेडवर्म) और फाइलेरिया (एलिफेंटियासिस)। इस दवा को आमतौर पर इन पैरासाइट्स के कारण होने वाले संक्रमण के इलाज में सुरक्षित और प्रभावी माना जाता है।
बैंडी-प्लस 12 टैबलेट लिवर या बोन मैरो को प्रभावित कर सकता है। इसलिए, ब्लड टेस्ट करके इसकी नियमित मॉनिटरिंग आवश्यक है। विशेष रूप से, चिकित्सा के दौरान प्रत्येक 2 सप्ताह में लिवर फंक्शन टेस्ट करने की जरूरत होती है। गर्भावस्था के दौरान बैंडी-प्लस 12 टैबलेट न लें। इस दवा को बंद करने के 1 महीने बाद तक गर्भधारण की कोशिश न करें। इस दवा के साथ उपचार के दौरान यदि आपको किसी भी प्रकार का स्किन रैशेज दिखता है तो डॉक्टर से परामर्श करें।
आपके डॉक्टर द्वारा सलाह दी गई खुराक और अवधि में लेने पर बैंडी-प्लस 12 टैबलेट प्रभावी होता है। यदि आप बेहतर महसूस करने के बाद बिना डॉक्टर से परामर्श किए दवा लेना बंद कर देते हैं, तो संक्रमण के दोबारा होने की संभावना बढ़ जाती है।
विभिन्न पैरासाइट्स के लक्षण अलग-अलग होते हैं। इनमें से अधिकांश कीड़े गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण पैदा करते हैं लेकिन उनमें से कुछ खांसी, थूक में खून, फेफड़े और मस्तिष्क में संक्रमण का कारण बन सकते हैं। भूख न लगना, बुखार, दस्त, वजन कम होना, मतली, उल्टी, एनीमिया और इओसिनोफिलिया कुछ ऐसे लक्षण हैं जो अधिकांश नेमाटोड के लिए नॉर्मल हैं। बैंडी-प्लस 12 टैबलेट के साथ सेल्फ ट्रीटमेंट करने की गलती कभी न करें। इस दवा को डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही खरीदें, भले ही आपको यकीन हो कि आपको यह बीमारी है।
डॉक्टर द्वारा निर्धारित किए जाने तक बैंडी प्लस बच्चों को नहीं दिया जाना चाहिए। आपको सलाह दी जाती है कि आप सेल्फ-मेडिकेट या खुद से दवा देने की गलती कभी न करें।
आपको सलाह दी जाती है कि जब तक डॉक्टर द्वारा निर्धारित किया गया है तब तक बैंडी प्लस लें। उपचार को बीच में न रोकें और न ही इसे बताए गए अवधि से अधिक समय तक लें।
आंतों के कीड़े / पैरासाइट इंफेक्शन के इलाज के लिए बैंडी-प्लस 12 टैबलेट का उपयोग किया जाता है।
बैंडी प्लस में एल्बेंडाजोल और आइवरमेक्टिन होता है, जबकि जेंटेल में एल्बेंडाजोल इसके एक्टिव इंग्रेडिएंट के रूप में होता है। दोनों का उपयोग कृमिनाशक, शरीर से कृमि निकालने के लिए किया जाता है। निदान के बाद डॉक्टर आपको उचित दवा लिखेंगे। इसलिए, केवल निर्धारित दवा लेने की सलाह दी जाती है। स्व-चिकित्सा न करें।
बैंडी-प्लस 12 टैबलेट में अजन्मे बच्चे को नुकसान पहुंचाने की क्षमता है और इससे जन्म दोष हो सकता है। इसलिए, गर्भावस्था के दौरान उपयोग के लिए इसकी सलाह नहीं दी जाती है।
बैंडी-प्लस 12 टैबलेट के इंग्रेडिएंट्स कम मात्रा में मां के दूध में जा सकते हैं, लेकिन इससे शिशु को संभावित नुकसान नहीं होता है। हालांकि, अगर आपको स्तनपान के दौरान बैंडी-प्लस 12 टैबलेट लेना है, तो अपने डॉक्टर से चर्चा किए बिना कभी न लें।
बैंडी-प्लस 12 टैबलेट कभी-कभी चक्कर आना, दौरा या धुंधली दृष्टि जैसी देखने में परेशानियों का कारण बन सकता है। यदि आप इन लक्षणों का अनुभव करते हैं तो ड्राइविंग या मशीनों का उपयोग करने से बचें।
बैंडी-प्लस 12 टैबलेट के इलाज के दौरान आपको अल्कोहल लेने से बचना चाहिए, क्योंकि यह लिवर की समस्याओं का कारण बन सकता है। थेरेपी के दौरान डॉक्टर लिवर फंक्शन को मॉनिटर करने की सलाह दे सकते हैं।
Disclaimer: The information provided here is for educational/awareness purposes only and is not intended to be a substitute for medical treatment by a healthcare professional and should not be relied upon to diagnose or treat any medical condition. The reader should consult a registered medical practitioner to determine the appropriateness of the information and before consuming any medication. PharmEasy does not provide any guarantee or warranty (express or implied) regarding the accuracy, adequacy, completeness, legality, reliability or usefulness of the information; and disclaims any liability arising thereof.
Links and product recommendations in the information provided here are advertisements of third-party products available on the website. PharmEasy does not make any representation on the accuracy or suitability of such products/services. Advertisements do not influence the editorial decisions or content. The information in this blog is subject to change without notice. The authors and administrators reserve the right to modify, add, or remove content without notification. It is your responsibility to review this disclaimer regularly for any changes.
If you or someone you know has been diagnosed with fatty liver grade 2, you may be wondering about the possibility of a cure and the available treatment options. In this article, we will delve into the nature of fatty liver grade 2, its causes, and whether it can be reversed or managed effectively. Non-Alcoholic Fatty Liver Disease is estimated to impact around 25% of the global population.1 Extra sugar is changed into a form called glycogen and stored in the body for later energy use. At any given time, the liver contains approximately one pint (around 13%) of the body’s total blood supply.2
Did you know?
Fatty liver is also called steatosis.3 Fatty liver is a condition where fat accumulates in the liver up to the level of 5% to 10% of the liver’s weight.1,3 Based on the reason for fat buildup, this condition of fatty disease can be classified into 2 types:
Fatty liver is again classified into 3 grades:
Until the disease progresses to the cirrhosis stage, fatty liver grade 2 mostly does not show any symptoms.1,3 However when present, there are symptoms like:
I may suggest, if you have liver disease, one important step you may take is to quit smoking. It’s a proactive measure that might greatly reduce the risks associated with liver disease. By giving up smoking, you might also significantly decrease your chances of developing complications like heart attack and stroke.
Dr. Siddharth Gupta, B.A.M.S M.D (Ayu)
It is recommended to see a doctor if you have been diagnosed with fatty liver grade 2 or suspect that you may have it. Symptoms may not be present in the early stages, so it is important to have regular check-ups and blood tests to monitor liver function. The crucial symptoms include:
Let me give you a helpful tip for managing fatty liver disease. Make sure to include foods that are rich in fibre in your diet. Fibre is known to have several benefits for the liver and possibly promote healthy digestion.
Dr. Rajeev Singh, BAMS
The causes of NAFLD are still being investigated. Studies indicate that certain health conditions or diseases, genetic factors, and diet patterns may increase the likelihood of developing NAFLD.5
Having certain health conditions or diseases can increase your chances of developing NAFLD.
I have a friendly suggestion for you. If you have chronic liver disease, incorporating regular, caffeinated coffee into your daily routine may have some positive benefits. In fact, studies have shown that drinking three or more cups of black coffee a day might be helpful for people with fatty liver disease.
Dr. Smita Barode, B.A.M.S M.S.
Risk factors for fatty liver grade 2 are as follows:
I may have some exciting news for you. Incorporating olive oil into your diet might be incredibly beneficial for your liver. You see, olive oil may have the amazing ability to raise your good cholesterol, which in turn might help protect your liver from fatty liver disease. And the best part? It’s not just your liver that benefits—olive oil may also be good for your heart.
Dr. Anuja Bodhare, B.A.M.S M.D (Ayu)
Your doctor will ask about your medical history and any conditions or diseases that increase the risk of NAFLD.
The doctor might ask about your-
Children and young people at higher risk of NAFLD, like those with type 2 diabetes, may have an ultrasound scan of their liver every 3 years.7
No specific medication is available for treating fatty liver disease. Instead, doctors concentrate on assisting individuals in managing the factors that contribute to the condition.
If you have NAFLD, it is important to reduce your alcohol intake to as low as possible because alcohol can further damage your liver.9
Since fatty liver grade 2 can worsen and result in liver failure and other complications, one should take preventive measures to avoid getting fatty liver:
NAFLD may lead to liver complications and other health problems.
Other health problems related to NAFLD include –
Also Read: Grade 1 Fatty Liver: Causes, Symptoms, Diagnosis, and Reversal Strategies
Hepatic steatosis refers to the accumulation of at least 5% of liver weight as fat within the liver.4
Grapes are good for liver health, they contain bioactive compounds like flavonoids, polyphenols, anthocyanins that promote anti-cancer effect, anti-inflammatory properties. 11
Yes, one of the main symptoms of grade 2 fatty liver is pain in the lower right quadrant of the abdomen.3
The liver possesses an incredible capacity for self-repair.3
Adopt a well-balanced eating plan that promotes gradual and consistent weight loss.3
1. Fatty Liver Disease | MedlinePlus [Internet]. Available from: https://medlineplus.gov/fattyliverdisease.html
2. Liver: Anatomy and Functions | Johns Hopkins Medicine [Internet]. Available from: https://www.hopkinsmedicine.org/health/conditions-and-diseases/liver-anatomy-and-functions
3. Fatty Liver Disease: Risk Factors, Symptoms, Types & Prevention [Internet]. Available from: https://my.clevelandclinic.org/health/diseases/15831-fatty-liver-disease
4. Pathogenesis and Prevention of Hepatic Steatosis – PMC [Internet]. Available from: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4836586/
5. Symptoms & Causes of NAFLD & NASH – NIDDK [Internet]. Available from: https://www.niddk.nih.gov/health-information/liver-disease/nafld-nash/symptoms-causes
6. Diagnosis of NAFLD & NASH – NIDDK [Internet]. Available from: https://www.niddk.nih.gov/health-information/liver-disease/nafld-nash/diagnosis
7. Non-alcoholic fatty liver disease (NAFLD) – NHS [Internet]. Available from: https://www.nhs.uk/conditions/non-alcoholic-fatty-liver-disease/
8. Treatment for NAFLD & NASH – NIDDK [Internet]. Available from: https://www.niddk.nih.gov/health-information/liver-disease/nafld-nash/treatment
9. Eating, Diet, & Nutrition for NAFLD & NASH – NIDDK [Internet]. Available from: https://www.niddk.nih.gov/health-information/liver-disease/nafld-nash/eating-diet-nutrition
10. Definition & Facts of NAFLD & NASH – NIDDK [Internet]. Available from: https://www.niddk.nih.gov/health-information/liver-disease/nafld-nash/definition-facts
11. Effect of dietary supplementation of grape skin and seeds on liver fibrosis induced by dimethylnitrosamine in rats – PMC [Internet]. Available from: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC2981719/
Disclaimer: The information provided here is for educational/awareness purposes only and is not intended to be a substitute for medical treatment by a healthcare professional and should not be relied upon to diagnose or treat any medical condition. The reader should consult a registered medical practitioner to determine the appropriateness of the information and before consuming any medication. PharmEasy does not provide any guarantee or warranty (express or implied) regarding the accuracy, adequacy, completeness, legality, reliability or usefulness of the information; and disclaims any liability arising thereof.
Links and product recommendations in the information provided here are advertisements of third-party products available on the website. PharmEasy does not make any representation on the accuracy or suitability of such products/services. Advertisements do not influence the editorial decisions or content. The information in this blog is subject to change without notice. The authors and administrators reserve the right to modify, add, or remove content without notification. It is your responsibility to review this disclaimer regularly for any changes.
डायटोर प्लस 10 मि.ग्रा. टैबलेट एक वाटर पिल (पेशाब बढ़ाने वाली दवा) है। यह दवा लेने से पेशाब बार-बार आता है। इसका उपयोग पैरों में अतिरिक्त फ्ल्युइड इकट्ठा हो जाने के कारण आने वाली सूजन के इलाज के लिए किया जाता है। यह स्थिति तब आती है जब हार्ट सही से खून की पंपिंग नहीं कर पाता है, या किडनी खराब होने, लिवर खराब होने, ब्लड (खून) में पोटेशियम कम होने आदि जैसे कारणों से खून में प्रोटीन कम हो जाते हैं। इस टैबलेट का उपयोग हाई ब्लड-प्रेशर के इलाज के लिए भी किया जाता है।डायटोर प्लस 10 मि.ग्रा. टैबलेट में टोरसेमाइड और स्पिरोनोलैक्टोन नामक दवाओं का कॉम्बिनेशन होता है। यह टैबलेट ब्लड प्रेशर को कम करने और शरीर से अतिरिक्त तरल पदार्थ (फ्ल्युइड) को निकालने का काम करती है। डाइलूप प्लस 10 मि.ग्रा. टैबलेट, जेब्टर प्लस टैबलेट , टॉरगेट प्लस 10 मि.ग्रा. टैबलेट, टॉर्सिड प्लस 10/50 मि.ग्रा. टैबलेट और एल्डैक्टोन टी 10 मि.ग्रा. टैबलेट में भी यही कॉम्बिनेशन पाया जाता है।जब आपके शरीर के उत्तकों में तरल पदार्थ अधिक मात्रा में भर जाते हैं, तो इस स्थिति को इडिमा कहा जाता है। यह आमतौर पर पैरों, टखनों और टांगों में होता है, लेकिन आपका पूरा शरीर इससे प्रभावित हो सकता है। कुछ मेडिकल कंडीशन के कारण भी इडिमा हो सकता है, जैसे लंबे समय तक बैठे या खड़े रहना, बहुत अधिक नमक वाला भोजन करना, कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट के कारण आदि।डायटोर प्लस 10 मि.ग्रा. टैबलेट को डॉक्टर द्वारा निर्धारित डोज़ में और प्रेस्क्राइब की गई अवधि तक ही लिया जाना चाहिए। अगर आप गर्भवती (प्रेग्नेंट) हैं, गर्भावस्था (प्रेग्नेंसी) प्लान कर रही हैं या आप स्तनपान करवा रही हैं, तो आपको डायटोर प्लस 10 टैबलेट लेना शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर को अपनी सभी बीमारियों, मेडिकल स्थितियों, दवाओं और सप्लीमेंट के बारे में जानकारी देनी चाहिए।अपने खानपान में नमक और पोटैशियम कम कर दें। इस दवा को लेते समय नियमित रूप से एक्सरसाइज करें और शराब तथा धूम्रपान (स्मोकिंग) छोड़ दें।
डायटोर प्लस 10 मि.ग्रा. टैबलेट पैरों में अतिरिक्त तरल पदार्थ इकट्ठा हो जाने के कारण आने वाली सूजन के इलाज के लिए दी जाने वाली दवा है। इसका उपयोग लिवर में डैमेज और खून में पोटैशियम के स्तर कम हो जाने की स्थिति में भी किया जाता है। इसका उपयोग हाइपरएल्डोस्टेरोनिज़्म (ऐसी स्थिति जिसमें एड्रीनल ग्रंथि खून में एल्डोस्टेरोन नामक हार्मोन का बहुत अधिक स्त्राव करती है) में होने वाले हाई ब्लड प्रेशर के इलाज के लिए भी किया जाता है।
प्रेग्नेंसी (गर्भावस्था) के दौरान डायटोर प्लस 10 मि.ग्रा. टैबलेट का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि मानव गर्भावस्था के दौरान इसके सुरक्षित होने या न होने के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। अगर आप गर्भवती (प्रेग्नेंट) हैं या आपको लगता है कि आप गर्भवती हो सकती हैं या आप प्रेग्नेंसी प्लान कर रही हैं, तो यह दवा शुरू करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से कंसल्ट कर लें।
अगर आप ब्रेस्टफीडिंग करवाती हैं तो आपको डायटोर प्लस 10 मि.ग्रा. टैबलेट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इस दवा के घटक थोड़ी मात्रा में इंसानी दूध में आते हैं और नवजात शिशु के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इसलिए या तो यह दवा बंद कर दें, या बच्चे को दूध न पिलाएं। अगर आप यह दवा लेते हुए ब्रेस्टफीडिंग (स्तनपान) करवाना चाहती हैं, तो इस बारे में अपने डॉक्टर से कंसल्ट कर लें।
डायटोर प्लस 10 मि.ग्रा. टैबलेट के कारण आपको उनींदापन और खड़े होने पर चक्कर आ सकते हैं। इसलिए अगर आपका इस टैबलेट से इलाज चल रहा है, तो ड्राइविंग न करें।
डायटोर प्लस 10 मि.ग्रा. टैबलेट लेते समय आपको शराब नहीं पीनी चाहिए, क्योंकि ऐसा करने पर खड़े होने पर ब्लड प्रेशर कम होने की समस्या आती है, जिससे बेहोशी आ सकती है।
अपने डॉक्टर से बात करें, अगर
डायटोर प्लस 10 मि.ग्रा. टैबलेट को मुंह से पर्याप्त मात्रा में पानी के साथ लेना चाहिए। दवा को तोड़ें, काटें या चबाएं नहीं। इस दवा की डोज़ और फ्रीक्वेंसी (दवा कितनी बार लेनी है) आपके डॉक्टर द्वारा तय की जाएगी। आपको इस दवा को रोजाना एक ही समय डॉक्टर के बताए अनुसार लेना चाहिए और दवा की कोई भी डोज़ चूकनी नहीं चाहिए। आपको अपने डॉक्टर द्वारा बताई गई मात्रा से अधिक मात्रा में दवा नहीं लेनी चाहिए।
ओवरडोज के कारण कमजोरी, पानी की कमी (डिहाइड्रेशन), चक्कर आना, पैर में ऐंठन, उनींदापन, चकत्ते पड़ना, मतली, उल्टी, भ्रम, चक्कर आना, दस्त आदि जैसे लक्षण आ सकते हैं। अगर आप किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं या ओवरडोज़ के मामले में, तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें या नजदीकी हॉस्पिटल में जाएं।
डायटोर प्लस 10 मि.ग्रा. टैबलेट की एक डोज़ छोड़ देने से इलाज का असर कम हो सकता है, यहां तक कि इलाज असफल भी हो सकता है। इसलिए, बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए, प्रेस्क्राइब किए गए शिड्यूल का पालन करें। अगर आप दवा की कोई डोज़ लेना भूल गए हैं, तो जैसे ही आपको याद आए, इसे लें। साथ ही अगर आपकी अगली डोज़ का समय हो गया है, तो छूटी हुई डोज़ को छोड़ दें और अपने रेगुलर डोज़िंग शिड्यूल का पालन करें। छूटी हुई डोज़ की भरपाई के लिए दवा की डबल डोज़ न लें।
यह दवा कैसे काम करती है?
दूसरी दवाओं के साथ इंटरैक्शन
Read in English: Dytor Plus Tablets: Uses, benefits & side effects
डायटोर प्लस 10 मि.ग्रा. टैबलेट दवा लेने के 1 घंटे के भीतर अपना असर दिखाना शुरू कर देती है, लेकिन हर व्यक्ति के मामले में यह अवधि अलग-अलग हो सकती है।
आपका डॉक्टर आपको ‘किडनी फंक्शन टेस्ट’ नामक खून की जांच (ब्लड टेस्ट) करवाने की सलाह दे सकता है। यह खून में इलेक्ट्रोलाइट्स के स्तर का आकलन करता है और साथ ही यह बताता है कि आपकी किडनी कितनी दक्षता से फिल्टरेशन कर पा रही है। आपकी हेल्थ की मौजूदा स्थिति और दूसरी दवाओं के आधार पर, डॉक्टर एक से अधिक टेस्ट करवा सकता है।
डायटोर प्लस 10 मि.ग्रा. टैबलेट को डॉक्टर द्वारा प्रेस्क्राइब की गई डोज़ में बताई गई अवधि तक लेना चाहिए। इसे एक गिलास पानी के साथ निगल लें, गोली को तोड़ें, काटें या चबाएं नहीं।
नहीं, डायटोर प्लस 10 मि.ग्रा. टैबलेट की कोई लत नहीं लगती है।
कुछ मरीजों में डायटोर प्लस के कारण छाती में दर्द होने या त्वचा पर चकत्ते पड़ने की समस्या आ सकती है। अगर आपको भी ऐसी ही कोई समस्या आ रही है, तो अपने डॉक्टर को बताएं
Disclaimer: The information provided herein is supplied to the best of our abilities to make it accurate and reliable as it is published after a review by a team of professionals. This information is solely intended to provide a general overview on the product and must be used for informational purposes only. You should not use the information provided herein to diagnose, prevent, or cure a health problem. Nothing contained on this page is intended to create a doctor-patient relationship, replace or be a substitute for a registered medical practitioner’s medical treatment/advice or consultation. The absence of any information or warning to any medicine shall not be considered and assumed as an implied assurance. We highly recommend that you consult your registered medical practitioner for all queries or doubts related to your medical condition. You hereby agree that you shall not make any health or medical-related decision based in whole or in part on anything contained in the Site. Please click here for detailed T&C.
फेब्रेक्स प्लस टैबलेट खाँसी और सर्दी-ज़ुकाम की दवा है। फेब्रेक्स प्लस टैबलेट का इस्तेमाल बुखार से जुड़े सर्दी-ज़ुकाम और खांसी के लक्षणों के लिए किया जाता है। यह बुखार, सूखी खांसी, बंद नाक और नाक और गले और वायुमार्ग में एलर्जी वाले लक्षणों से राहत दिलाने में भी मदद करती है।
इस दवा में क्लोरफेनिरामीन, पैरासिटामोल और फिनाइलएफ्रीन दवाओं का मिश्रण है। फेब्रेक्स प्लस टैबलेट इन इंग्रेडिएंट्स के मिले-जुले एक्शन से काम करके लक्षणों से राहत दिलाती है। पैरासिटामोल दर्द और सूजन मिटाने वाली और बुखार उतारने वाली दवा है। क्लोरफेनिरामीन में एलर्जी का इलाज करने वाले और फिनाइलएफ्रीन में बंद नाक और भरी नाक को खोलने वाले गुण होते हैं।
फेब्रेक्स प्लस टैबलेट को डॉक्टर द्वारा बताई गई डोज़ और तय समय तक ही लें। इसे एक गिलास पानी के साथ साबुत (पूरा) निगल लें। इस दवा को खाने के साथ या खाली पेट लिया जा सकता है। इस दवा की तय से ज़्यादा खुराक से लेने से लिवर खराब हो सकता है या एलर्जी हो सकती है।
अगर आपको फेब्रेक्स प्लस टैबलेट के किसी इंग्रेडिएंट से एलर्जी है तो यह दवा न लें। अगर आप गर्भवती हैं, गर्भवती होने के बारे में सोच रही हैं या ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं, तो यह दवा लेना शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर को इसकी जानकारी दें। इसके अलावा, अपने डॉक्टर को अपनी सारी मेडिकल हिस्ट्री के बारे में भी बताएं। इसके अलावा, आपके द्वारा लिए जाने वाली अन्य सभी दवाओं और सप्लीमेंट्स के बारे में भी डॉक्टर को बताएं।
फेब्रेक्स प्लस टैबलेट का इस्तेमाल बुखार, बंद नाक और एलर्जी वाले लक्षणों के साथ खांसी, सर्दी-ज़ुकाम के इलाज के लिए किया जाता है।
फेब्रेक्स प्लस टैबलेट से साइड इफेक्ट होने की संभावना बहुत ही कम है। हालांकि, आपको दिल की धड़कन तेज़-तेज़ चलना, सिरदर्द, अनियमित धड़कन, चक्कर आना, कमज़ोरी और जी मिचलाने जैसी समस्याओं का अनुभव हो सकता है।
गर्भवती महिला को फेब्रेक्स प्लस टैबलेट सिर्फ़ तभी लेनी चाहिए अगर डॉक्टर ने ऐसा करने की सलाह दी हो। सर्दी-ज़ुकाम होने पर इस दवा से अपना इलाज खुद करने की ग़लती न करें।
ब्रेस्टफीडिंग कराने के दौरान फेबरेक्स प्लस टैब्लेट केवल तभी लें जब आपके डॉक्टर ने ऐसा करने की सलाह दी हो। अपना इलाज खुद करने की ग़लती न करें।
आपको यह सलाह दी जाती है कि अगर आपने यह दवाई ली है तो आप न तो ड्राइविंग करें (गाड़ी चलाना) और न ही मशीनरी का कोई काम करें। अगर आप फेबरेक्स प्लस टैब्लेट से इलाज कर रहे हैं तो आप न तो ड्राइविंग करें (गाड़ी चलाना) और न ही मशीनरी का कोई काम करें।
फेब्रेक्स प्लस टैबलेट से इलाज के दौरान आपको शराब पीने से परहेज़ करना चाहिए।
अपने डॉक्टर से बात करें अगर
अगर आपको लगता है कि आपने फेबरेक्स प्लस टैबलेट की बहुत ज़्यादा डोज़ ले ली है और आप दिल की धड़कन तेज़ होने, नींद आने, जी मिचलाने या अनियमित धड़कन जैसी स्थितियों का अनुभव कर रहे हैं तो फौरन अपने डॉक्टर से बात करें या नज़दीकी अस्पताल में जाएँ।
अगर आपने इस दवा की कोई डोज़ मिस कर दी है, तो याद आते ही इसे ले लें। अगर अगली डोज़ का समय हो गया है तो मिस की गई डोज़ न लें और अगली डोज़ को तय किए समय पर लेना जारी रखें। मिस हुई डोज़ की कमी पूरी करने के लिए दवा की डबल डोज़ न लें।
यह कैसे काम करती है?
अन्य दवाओं के साथ इंटरैक्शन
अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाएं लें, स्वास्थ्यवर्द्धक भोजन खाएं और भरपूर पानी पिएं।
नहीं, यह अस्थमा के कारण होने वाली खांसी को रोकने में बेअसर है। अपने डॉक्टर से सलाह लें और अस्थमा के कारण होने वाली खांसी के लिए इस टैबलेट से अपना इलाज खुद करने की ग़लती न करें।
हाँ, इस दवा को लेने से नींद आ सकती है, इसलिए न गाड़ी चलाएं और न ही ऐसा कोई काम करें जिसमें एकाग्रता और ध्यान देना ज़रूरी हो।
हां, इसका उपयोग मौसमी एलर्जी के कारण बहती नाक के लक्षणों से कुछ समय तक आराम पाने के लिए किया जा सकता है।
हां, फेब्रेक्स प्लस टैबलेट असरदार है अगर आप इसे डॉक्टर की सलाह के अनुसार बताई गई डोज़ और तय समय तक ही लें। अगर आप कुछ दिनों में बेहतर महसूस करने लगें तो भी इस दवा को लेना बंद न करें वर्ना इस दवा का असर कम हो जाएगा।
नहीं, फेब्रेक्स प्लस टैबलेट एंटीबायोटिक नहीं है। यह एक कॉम्बिनेशन दवा है जिसमें एलर्जी का इलाज करने वाले, दर्द मिटाने वाले और डिकंजेस्टेंट गुण होते हैं। इसका उपयोग सर्दी-ज़ुकाम, खांसी, मौसमी एलर्जी और बंद नाक के लक्षणों को दूर करने के लिए किया जाता है।
फेब्रेक्स प्लस टैबलेट का इस्तेमाल सर्दी-ज़ुकाम, खांसी और मौसमी एलर्जी के इलाज के लिए किया जाता है। यह बंद नाक, छींक आने, गले में जलन और एलर्जी के अन्य लक्षणों से राहत दिलाने में मदद करती है। यह सर्दी के कारण आने वाले बुखार को कम करने में भी मदद कर सकती है।
खाँसी कई कारणों से हो सकती है। इसलिए, सबसे बेहतर होगा कि खाँसी के इलाज के लिए कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।
फेब्रेक्स प्लस टैबलेट को डॉक्टर द्वारा बताई गई डोज़ और तय समय तक ही लें। समस्या की गंभीरता के आधार पर, आपके डॉक्टर आपके लिए दवा की सही डोज़ और इसे लेने का तय समय लिखकर देंगे। बिना डॉक्टर की सलाह के इसे अपनी मर्ज़ी से लगातार न लेते रहें।
नहीं, फेब्रेक्स प्लस दर्द मिटाने वाली दवा नहीं है। यह सर्दी-ज़ुकाम की दवा है जिसमें एलर्जी का इलाज करने वाले, दर्द मिटाने वाले और डिकंजेस्टेंट गुण होते हैं। इसका उपयोग सर्दी-ज़ुकाम, खांसी, मौसमी एलर्जी और बंद नाक के लक्षणों को दूर करने के लिए किया जाता है।
Disclaimer: The information provided herein is supplied to the best of our abilities to make it accurate and reliable as it is published after a review by a team of professionals. This information is solely intended to provide a general overview on the product and must be used for informational purposes only. You should not use the information provided herein to diagnose, prevent, or cure a health problem. Nothing contained on this page is intended to create a doctor-patient relationship, replace or be a substitute for a registered medical practitioner’s medical treatment/advice or consultation. The absence of any information or warning to any medicine shall not be considered and assumed as an implied assurance. We highly recommend that you consult your registered medical practitioner for all queries or doubts related to your medical condition. You hereby agree that you shall not make any health or medical-related decision based in whole or in part on anything contained in the Site.
कारवोल-प्लस कैप्सूल एक इनहेलेंट (सांस से लिया जाने वाला) कैप्सूल है जिसमें सुगंधित घटकों (एरोमेटिक इनग्रेडिएंट्स) का कॉम्बिनेशन होता है। इसमें विभिन्न प्रकार के मेन्थॉल, क्लोरोफिल, नीलगिरी, टेरपिनोल और कपूर होते हैं। विभिन्न स्थितियों से सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। कारवोल कैप्सूल एक डिकंजेस्टेंट (सांस खोलने वाला) के रूप में काम करता है और इन समस्याओं से राहत देता है।
कुछ और इनहेलेंट कैप्सूल जिनमें इसी प्रकार का कॉम्बिनेशन पाया जाता है, वे हैं – जेनवोल प्लस कैप्सूल, सिनारेस्ट वापोकैप्स और ईजीब्रीथ इनहेलेशन कैप्सूल। जुकाम या श्वसन मार्ग के संक्रमण (इन्फेक्शन) नाक रुक सकता है। यह दवा बंद नाक से भी तुरंत राहत देती है। जब भाप में मिलाया जाता है, तो यह दवा बलगम को पतला करने में मदद करती है और यह आसानी से आपकी नाक के रास्ते बाहर निकल पाता है। कारवोल-प्लस दर्द, सांस लेने में कठिनाई, संक्रमण (इन्फेक्शन) और स्थानीय जलन से भी राहत दिलाता है।
कारवोल-प्लस कैप्सूल का उपयोग केवल इनहेलेशन (सांस के रास्ते से) के लिए किया जाना चाहिए। इसे आपके डॉक्टर के निर्देशों के अनुसार ही इस्तेमाल करना चाहिए। इसे आंखों, नाक और मुंह के सीधे संपर्क में लाने से बचें। अस्थमा के लिए कारवोल-प्लस का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। गर्भावस्था (प्रेग्नेंसी) और स्तनपान करवाने के दौरान इस दवा के सुरक्षित होने के बारे में स्पष्ट जानकारी उपलब्ध नहीं है, ऐसे में इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर ही किया जाना चाहिए।
अपने डॉक्टर से बात करें, अगर
Read in English: Karvol Plus Capsules: Uses, benefits & side effects
नहीं, कारवोल-प्लस विटामिन ई कैप्सूल नहीं है। इसमें सुगंधित घटक होते हैं, जो सर्दी जुकाम आदि जैसी समस्याओं में नाक बंद हो जाने से राहत देते हैं।
कारवोल-प्लस कैप्सूल का उपयोग केवल आपके डॉक्टर की सलाह के अनुसार, इनहेलेशन या सूंघने के लिए किया जाना चाहिए।
नहीं, ये दोनों अलग-अलग दवाएं हैं और अलग-अलग उद्देश्यों के लिए काम में ली जाती हैं। एवियन में विटामिन ई होता है और कारवोल-प्लस में पांच सुगंधित घटकों का कॉम्बिनेशन होता है तथा इसका उपयोग नाक खोलने के लिए नेजल डिकंजेस्टेंट के रूप में किया जाता है।
नहीं, कारवोल-प्लस कैप्सूल मुंह से नहीं लिया जाना चाहिए। इसे केवल इनहेलेशन द्वारा (सूंघकर) लिया जाना चाहिए।
हां, कारवोल-प्लस में डिकंजेस्टेंट (नाक खोलने वाले) गुण होते हैं जो सर्दी-जुकाम और अन्य रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट के संक्रमण (इन्फेक्शन) जैसे साइनसाइटिस और फैरिंजाइटिस में नाक खोलने में मदद करते हैं।
कारवोल-प्लस में मेन्थॉल, क्लोरोथाइमोल, नीलगिरी, टेरपिनोल और कपूर जैसे सुगंधित घटकों (एरोमेटिक इनग्रेडिएंट) का मिश्रण होता है। इस दवा को सूंघने पर यह नाक खोलने में मदद करती है। यह बलगम को ढ़ीला कर देती है, जिससे वह नाक के रास्ते आसानी से बाहर निकल जाता है। यह एक ठंडा एहसास देती है तथा कुछ हद तक दर्द में भी राहत देती है। इसमें संक्रमण (इन्फेक्शन) रोधी गुण भी होते हैं जो संक्रमण और सर्दी-जुकाम के लिए जिम्मेदार सूक्ष्मजीवों को मारने में मदद करते हैं।
आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि बच्चों और शिशुओं के शरीर का कामकाज वयस्कों की तरह विकसित नहीं होता है। इसलिए, वयस्कों के लिए बनी दवा बच्चों को नहीं दी जानी चाहिए। वयस्क को दी जाने वाली खुराक या एडल्ट डोज़ बच्चे के लिए बहुत स्ट्रॉन्ग साबित हो सकती है। इसलिए अपने बच्चे को कोई भी दवा देने से पहले बच्चों के डॉक्टर से बात कर लें।
कारवोल-प्लस के इस्तेमाल के बाद एनाफिलेक्सिस की कोई घटना नहीं देखी गई है। अगर आपको कारवोल-प्लस लेने के बाद एलर्जी हो जाती है, तो आपको तुरंत मेडिकल सहायता लेनी चाहिए।
नहीं, कारवोल-प्लस एक नेजल डिकन्जेस्टेंट है। इसे बालों पर लगाना या इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
नहीं, कारवोल-प्लस एक नेजल डिकंजेस्टेंट है और यह सिरदर्द से राहत दिलाने में मदद नहीं करता है।
कारवोल-प्लस का उपयोग विभिन्न स्थितियों, सांस लेने में कठिनाई, संक्रमण (इन्फेक्शन) और स्थानीय जलन के कारण होने वाली सांस की परेशानी से राहत प्रदान करने के लिए किया जाता है। यह सर्दी या रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट के संक्रमण (इन्फेक्शन) के कारण बंद नाक से तुरंत राहत देता है।
आमतौर पर, अगर कारवोल-प्लस को डॉक्टर के बताए तरीके से सही डोज़ और फ्रीक्वेंसी में लिया जाता है, तो इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं होते हैं। हालांकि, अगर आपको कारवोल-प्लस से इलाज के बाद या उसके दौरान कोई असामान्य लक्षण महसूस होता है और यह लंबे समय तक बना रहता है, तो डॉक्टर को इस बारे में जानकारी दें।
हां, कारवोल-प्लस कैप्सूल केवल इनहेलेशन या सूंघने के लिए बना है। आपको कारवोल-प्लस का उपयोग डॉक्टर के बताए तरीके से ही करना चाहिए और डॉक्टर के सभी निर्देशों का पालन करना चाहिए।
हां, आप कारवोल-प्लस कैप्सूल को ह्यूमिडिफायर में भी रख सकते हैं, ठीक उसी तरह जैसे आप इसे स्टीमर में इस्तेमाल करते हैं। यह शिशुओं के लिए मददगार हो सकता है और सांस लेना आसान बना सकता है। हालांकि, अगर आपको इसका उपयोग कैसे और कब करना है, इस बारे में कोई संदेह है, तो कृपया डॉक्टर से सलाह लें।
हां, यह सांस लेने में परेशानी से राहत देता है, और इसलिए फेफड़ों के लिए अच्छा माना जाता है। कारवोल-प्लस टैबलेट एक डिकंजेस्टेंट के रूप में काम करती है जिससे सांस की परेशानी से राहत मिलती है। हालांकि, यह दवा डॉक्टर की सलाह पर ही लें। अपने आप बिना डॉक्टरी सलाह के दवा न लें।
कारवोल-प्लस एक इनहेलेंट (सूंघने की) दवा है। इस दवा को मुंह से नहीं लेना चाहिए। अगर आप इसे निगल जाते हैं, तो इसके घटकों के कारण साइड इफेक्ट हो सकते हैं। इसलिए, किसी भी कॉम्पलिकेशन से बचने के लिए इसे डॉक्टर के बताए तरीके से ही लें।
3 महीने से कम उम्र के बच्चों के लिए कारवोल-प्लस कैप्सूल का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
आपको अपने डॉक्टर द्वारा बताई गई अवधि तक कारवोल से भाप लेनी चाहिए। गहराई से सांस लेकर भाप लें।
नहीं, कारवोल-प्लस से उल्टी नहीं होती है।
Disclaimer: The information provided herein is supplied to the best of our abilities to make it accurate and reliable as it is published after a review by a team of professionals. This information is solely intended to provide a general overview on the product and must be used for informational purposes only. You should not use the information provided herein to diagnose, prevent, or cure a health problem. Nothing contained on this page is intended to create a doctor-patient relationship, replace or be a substitute for a registered medical practitioner’s medical treatment/advice or consultation. The absence of any information or warning to any medicine shall not be considered and assumed as an implied assurance. We highly recommend that you consult your registered medical practitioner for all queries or doubts related to your medical condition. You hereby agree that you shall not make any health or medical-related decision based in whole or in part on anything contained in the Site. Please click here for detailed T&C.
सूमो टैबलेट एक दर्द निवारक (पेन किलर) दवा है। इसका उपयोग हल्के से मध्यम दर्द और बुखार के इलाज के लिए भी किया जाता है। यह पीठ दर्द, सिरदर्द, दांत दर्द, कान दर्द, जोड़ों के दर्द और माहवारी के दर्द जैसे विभिन्न प्रकार के दर्द से राहत दिलाने में मदद करती है।
यह पेरासिटामोल और निमेसुलाइड वाली एक कॉम्बिनेशन दवा (एक से अधिक दवाओं का मिश्रण) है। नोदर्ड प्लस टैबलेट, नोबेल प्लस, निसिप प्लस टैबलेट और निम्सैड पी में भी इसी तरह के घटक पाए जाते हैं। यह शरीर में पाए जाने वाले एक केमिकल (प्रोस्टाग्लैंडिस) को बनने से रोककर काम करती है। यह केमिकल शरीर खुद बनाता है और यह दर्द तथा सूजन जैसी स्थितियों के लिए जिम्मेदार होता है। यह हमारे ब्रेन (मस्तिष्क) में तापमान को कंट्रोल करने वाले हिस्सों पर भी काम करती है। इससे बुखार को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
इस टैबलेट को डॉक्टर द्वारा बताई गई डोज़ (खुराक) में बताई गई अवधि तक ही लेना चाहिए। इसे रोजाना एक निश्चित समय पर लेने की कोशिश करें। इसकी कोई डोज़ स्किप न करें, साथ ही डॉक्टर द्वारा बताई गई डोज़ से अधिक दवा न लें।
प्रेग्नेंसी में सूमो टैबलेट के इस्तेमाल के बारे में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। इसलिए आपको प्रेग्नेंसी में, खास तौर पर तीसरी तिमाही में इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। जो महिलाएं गर्भधारण करने (कंसीव करने) की कोशिश कर रही हैं उन्हें इस दवा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। अगर आप गर्भधारण करने की योजना बना रही है, तो आपको इस दवा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे आपकी प्रजनन क्षमता (फर्टिलिटी) पर असर पड़ सकता है।
अगर आप ब्रेस्टफीडिंग (स्तनपान) करवाती हैं, तो आपको सूमो टैबलेट नहीं लेनी चाहिए।
सूमो टैबलेट लेने के बाद आपको उनींदापन महसूस हो सकता है और नींद आ सकती है। इसलिए आपको ड्राइविंग करने से बचना चाहिए।
इस टैबलेट से इलाज के दौरान आपको शराब नहीं पीनी चाहिए, क्योंकि इससे लिवर की समस्याएं और भी बिगड़ सकती हैं। अगर आप नियमित रूप से शराब का सेवन कर रहे हैं तो सूमो टैबलेट न लें।
अपने डॉक्टर से बात करें, अगर
सूमो टैबलेट को पर्याप्त मात्रा में पानी के साथ लें तथा इसे खाना खाने के बाद ही लेने की कोशिश करें। इसे थोड़े समय के लिए लें। इस दवा के लंबे समय तक उपयोग की सिफारिश नहीं की जाती है।
सूमो टैबलेट के ओवरडोज के लक्षणों में जी मिचलाना, उल्टी, पेट में गड़बड़ी, त्वचा पर चकत्ते पड़ना, ठंड लगना, बुखार आदि हो सकते हैं। अगर आपने सूमो टैबलेट अधिक मात्रा में ले ली है, तो तुरंत इलाज कर रहे डॉक्टर को इस बारे में जानकारी दें या फिर नजदीकी हॉस्पिटल में जाएं। ओवरडोज की गंभीरता का आसानी से आकलन करने के लिए टैबलेट का पैकेज हमेशा अपने साथ रखें।
जितनी जल्दी हो सके सूमो टैबलेट की छूटी हुई डोज़ लें। छूटी हुई डोज़ की भरपाई के लिए दवा की डबल डोज़ न लें।
यह दवा कैसे काम करती है?
दूसरी दवाओं के साथ इंटरैक्शन
Read in English: Sumo Strip of 15 tablets: Uses, benefits & side effects
नहीं, सूमो टैबलेट का लंबे समय तक उपयोग आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। यह छोटी अवधि में दर्द से राहत देने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवा है। लंबे समय तक उपयोग करने से पेट और आंतों में अल्सर हो सकता है और हार्ट की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
नहीं, आपको अपने बच्चे को सूमो टैबलेट नहीं देनी चाहिए। सूमो टैबलेट 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए नहीं है।
सूमो टैबलेट का उपयोग दर्द और बुखार से छोटी अवधि में राहत देने के लिए किया जाता है।
सूमो टैबलेट पेरासिटामोल और निमेसुलाइड युक्त एक कॉम्बिनेशन दवा है, जबकि डोलो 650 में पेरासिटामोल होता है। ये दोनों दवाएं दर्द निवारक (पेन किलर) और बुखार कम करने वाली दवाएं हैं।
हां, दांत के दर्द से राहत के लिए सूमो टैबलेट ले सकते हैं। हालांकि, इस स्थिति के लिए डॉक्टर द्वारा प्रेस्क्राइब किए जाने पर ही यह दवा लेनी चाहिए, क्योंकि दांत में दर्द कई कारणों से हो सकता है, जैसे दांत में कैविटि, संक्रमण या फिर दांत के किसी इलाज के बाद।
सूमो टैबलेट एक दर्द निवारक (पेन किलर) दवा है। इसमें पेरासिटामोल और निमेसुलाइड का कॉम्बिनेशन होता है। इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के दर्द से राहत देने के लिए किया जाता है और यह बुखार को भी कम करती है। सर्दी-जुकाम आमतौर पर मौसमी वायरल संक्रमण के कारण होती है और यह आमतौर पर आपकी नाक और गले को प्रभावित करती है। जुकाम से पीड़ित लोगों में नाक बहने या नाक बंद होने की समस्या देखी जाती है। सूमो टैबलेट जुकाम के लक्षणों से राहत दिलाने में मदद नहीं करती है।
सूमो टैबलेट के कारण आमतौर पर एसिडिटी नहीं होती है, लेकिन आपको जी मिचलाने या उल्टी होने जैसी समस्याएं आ सकती हैं। लेकिन यह दवा लेने वाले हर व्यक्ति को ये साइड इफेक्ट नहीं होते हैं।
हां, सूमो टैबलेट एक दर्द निवारक (पेन किलर) दवा है। यह दर्द के साथ-साथ बुखार में भी राहत देती है। इसका उपयोग मांसपेशियों में दर्द और कमर दर्द से राहत देने के लिए किया जाता है। यह आर्थ्राइटिस के कारण होने वाले दर्द, दांत के दर्द और गले के दर्द में भी राहत देती है।
सूमो टैबलेट की डोज़ और फ्रीक्वेंसी (कितने समय बाद और कितनी बार लेनी है) आपका डॉक्टर तय करेगा। आपको इसे अपने डॉक्टर द्वारा प्रेस्क्राइब किए अनुसार ही लेना चाहिए। इस दवा को अधिक या कम मात्रा में न लें।
सूमो टैबलेट के कारण जी मिचलाना, उल्टी, पतले दस्त लगना, अल्सर, त्वचा पर चकत्ते पड़ना आदि जैसे साइड इफेक्ट हो सकते हैं। हालांकि, यह जरूरी नहीं है कि हर कोई एक जैसा अनुभव करे।
सूमो विभिन्न प्रकार के दर्द जैसे सिरदर्द, दांत दर्द, कान दर्द आदि से राहत दिलाने में मदद करती है। माहवारी में होने वाले दर्द से राहत के लिए यह टैबलेट लेने से पहले आपको एक बार डॉक्टर से कंसल्ट कर लेना चाहिए।
इस टैबलेट से कुछ व्यक्तियों में उनींदापन आने या चक्कर आने की समस्या देखी गई है। हालांकि, इससे नींद नहीं आती है और यह नींद के चक्र पर असर भी नहीं डालती है।
नहीं, पाइल्स या हैमरोइड्स के इलाज के लिए सूमो टैबलेट का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। पाइल्स एक ऐसी स्थिति है जिसमें गुदा के आस-पास की नसों में सूजन आ जाती है। इसके कारण दर्द, सूजन और ब्लीडिंग जैसी समस्याएं आती हैं। हालांकि सूमो टैबलेट एक दर्द निवारक (पेन किलर) दवा है, लेकिन यह दूसरे साइड इफेक्ट बढ़ा सकती है। इसलिए डॉक्टर की सलाह के बिना पाइल्स के लिए इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। सही सलाह के लिए अपने डॉक्टर से कंसल्ट करें और सही दवा और इलाज लें।
नहीं, सूमो टैबलेट स्टेरॉयड दवा नहीं है। यह एक दर्द निवारक (पेन किलर) दवा है जिसमें सक्रिय घटक के रूप में नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं (NSAID), निमेसुलाइड और पेरासिटामोल शामिल हैं।
नहीं, सूमो टैबलेट का उपयोग गले के संक्रमण के इलाज के लिए नहीं किया जा सकता है। गले में संक्रमण कई कारणों से हो सकता है, जैसे सर्दी-जुकाम या फ्लू। आपके डॉक्टर आपके लक्षणों और बीमारी के आधार पर आपको सही दवा प्रेस्क्राइब करेंगे।
सूमो टैबलेट को आपके डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही लें।
पेरासिटामोल, सूमो टैबलेट के घटकों में से एक है। इस दवा में सक्रिय पदार्थ (एक्टिव सब्सटेंस) के रूप में पेरासिटामोल और निमेसुलाइड का संयोजन होता है।
हां, सिर दर्द के इलाज के लिए सूमो टैबलेट का इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि आपको यह दवा डॉक्टर द्वारा प्रेस्क्राइब की जाने पर बताए गए तरीके से ही लेनी चाहिए। बिना डॉक्टर की सलाह के यह दवा न लें।
हां, दर्द से राहत मिलने पर सूमो टैबलेट लेना बंद कर दें।
हां, सूमो टैबलेट को विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स के साथ लिया जा सकता है।
Disclaimer: The information provided herein is supplied to the best of our abilities to make it accurate and reliable as it is published after a review by a team of professionals. This information is solely intended to provide a general overview on the product and must be used for informational purposes only. You should not use the information provided herein to diagnose, prevent, or cure a health problem. Nothing contained on this page is intended to create a doctor-patient relationship, replace or be a substitute for a registered medical practitioner’s medical treatment/advice or consultation. The absence of any information or warning to any medicine shall not be considered and assumed as an implied assurance. We highly recommend that you consult your registered medical practitioner for all queries or doubts related to your medical condition. You hereby agree that you shall not make any health or medical-related decision based in whole or in part on anything contained in the Site. Please click here for detailed T&C.
साइपॉन सिरप एक भूख बढ़ाने वाली दवा है। इसका इस्तेमाल भूख न लगने और वजन कम होने जैसी स्थितियों का इलाज करने के लिए किया जाता है। इस सिरप में साइप्रोहेप्टाडिन, ट्राइकोलिन और सोर्बिटोल होते हैं। यह शरीर में पाए जाने वाले एक केमिकल, सेरोटोनिन के एक्शन को रोककर काम करती है। सेरेटोनिन भूख कम करने के लिए जिम्मेदार होता है।
साइपॉन सिरप शरीर में उर्जा (एनर्जी) की आवश्यकता को लगातार बढ़ाती है, जिससे भूख अधिक लगती है। इससे कुपोषण के शिकार लोगों में खाना खाने की इच्छा बढ़ती है। साइप्रोहेप्टाडिन और ट्राइकोलाइन के कॉम्बिनेशन वाली दूसरी सिरप में साइप्रोबेस्ट प्लस , साइप्रोडोल और साइप्टिन सिरप शामिल हैं।
एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों को साइपॉन सिरप नहीं दी जानी चाहिए। दवा लेने से पहले दवा की बोतल को अच्छी तरह से हिलाएं। अगर आप कोई दूसरी दवा ले रहे हैं, या आपको कोई बीमारी या मेडिकल स्थिति है, तो डॉक्टर को इस बारे में जानकारी दें। अगर आपको यह दवा लेने के बाद चक्कर आने, नींद न आने, मुंह सूखने, तालमेल में बदलाव या भ्रम जैसा कोई लक्षण दिखाई देता है, और अगर ये लक्षण बिगड़ जाते हैं तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें या नजदीकी क्लिनिक पर जाएं।
साइपॉन सिरप का इस्तेमाल भूख कम लगने तथा वजन कम होने जैसी स्थितियों का इलाज करने और एंटीरेट्रोवाइरल और एंटी-ट्यूबरकुलर दवाएं ले रहे मरीजों में वजन बढ़ाने के लिए किया जाता है।
प्रेग्नेंसी (गर्भावस्था) में साइपॉन सिरप का इस्तेमाल करना कितना सुरक्षित है, इस बारे में बहुत अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है, इसलिए आपको एक बार अपने डॉक्टर से कंसल्ट कर लेना चाहिए। डॉक्टर आपको यह दवा दिए जाने के फायदे नुकसानों का आकलन करेंगे और आवश्यक होने पर आपको यह दवा प्रेस्क्राइब करेंगे।
ब्रेस्टफीडिंग करवाने के दौरान साइपॉन सिरप के सुरक्षित होने या न होने के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। इसलिए आपको इस दौरान यह सिरप न लेने की सलाह दी जाती है। अगर आप ब्रेस्टफीडिंग करवा रही हैं, तो अपने डॉक्टर को इस बारे में जानकारी दें।
अगर आपको साइपॉन सिरप लेने के बाद चक्कर आने, उनींदापन आने, नजर धुंधलाने, आदि जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं, तो ड्राइविंग न करें।
साइपॉन सिरप के साथ शराब नहीं पीनी चाहिए। इससे साइड इफेक्ट और भी गंभीर हो सकते हैं और आपको बहुत अधिक उनींदेपन तथा चक्कर आने की समस्या आ सकती है। अगर आप अक्सर शराब पीते हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें।
अपने डॉक्टर से बात करें, अगर
अगर आपने साइपॉन सिरप बहुत अधिक मात्रा में ले ली है, तो अपने डॉक्टर से बात करें या तुरंत अपने नजदीकी हॉस्पिटल में जाएं।
अगर आप साइपॉन सिरप की कोई डोज़ लेना भूल गए हैं, तो याद आने पर इसे जल्द से जल्द लें। अगर आपकी अगली डोज़ का टाइम हो गया है, तो छूटी हुई डोज़ को छोड़ दें और अपने रेगुलर डोज़िंग शिड्यूल का पालन करें। छूटी हुई डोज़ की भरपाई के लिए दवा की डबल डोज़ न लें।
यह दवा कैसे काम करती है?
Read in English: Cypon Syrup: Uses and Side Effects
दूसरी दवाओं के साथ इंटरैक्शन
नहीं, साइपॉन सिरप ब्लड टॉनिक नहीं है।
साइपॉन सिरप का एक साइड इफेक्ट मुंह में सूखापन आना है। हालांकि, यह साइड इफेक्ट हर किसी में देखने को नहीं मिलता है। अपने पास हमेशा एक पानी की बोतल रखें। अगर आपको इन लक्षणों से परेशानी हो रही है, तो अपने डॉक्टर को इस बारे में बताएं।
एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों में साइपॉन सिरप का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। यह कम वजन वाले बच्चों या किसी दूसरी बीमारी से पीड़ित बच्चों में भी दी जाती है। इस सिरप को बिना डॉक्टर की सलाह के अपने बच्चे को न दें।
बुजुर्ग लोगों में साइपॉन सिरप का इस्तेमाल सावधानी से किया जाना चाहिए, क्योंकि उनमें साइड इफेक्ट होने का जोखिम अधिक होता है। इस दवा का इस्तेमाल डॉक्टर की देखरेख में ही किया जाना चाहिए।
हां, कभी-कभी आपको मुंह में सूखापन महसूस हो सकता है। यह इसका एक आम साइड इफेक्ट है। इसलिए पानी अधिक मात्रा में पिएं। बार-बार कुल्ला करने से भी आपको इस स्थिति में राहत मिल सकती है। अगर आपको ये लक्षण लंबे समय से परेशान कर रहे हैं, तो डॉक्टर से कंसल्ट करें।
नहीं, साइपॉन सिरप की लत नहीं पड़ती है।
साइपॉन सिरप को खाने से पहले या बाद में लिया जा सकता है। लेकिन इसे नियमित रूप से लेने की कोशिश करें और डॉक्टर के बताए तरीके से ही लें। दवा को नियमित रूप से सही समय पर लेने से इसका असर बढ़ जाता है।
आपको डॉक्टर द्वारा बताई गई डोज़ और फ्रीक्वेंसी में ही साइपॉन सिरप लेनी चाहिए। रोजाना के लिए जो डोज़ निर्धारित है, उससे अधिक दवा न लें। साथ ही प्रेस्क्राइब की गई अवधि तक ही ट्रीटमेंट लें।
हां, साइपॉन सिरप वजन बढ़ाने में मदद करती है। यह भूख तेज करती है। यह उन कम वजन वाले बच्चों में भी फायदेमंद है, जो पर्याप्त मात्रा में खाना नहीं खाते हैं, या जिन्हें भूख कम लगती है।
साइपॉन सिरप अपने घटकों – साइप्रोहेप्टाडिन, ट्राइकोलाइन और सोर्बिटोल के मिले-जुले एक्शन के कारण काम करती है। साइप्रोहेप्टाडिन शरीर में बनने वाले एक केमिकल (रसायन) सेरोटोनिन के एक्शन को रोककर काम करता है, जो भूख कम करता है। ट्राइकोलिन साइट्रेट शरीर से बाइल एसिड को हटा देता है, जिससे वसा (फैट) अच्छे कोलेस्ट्रॉल में बदल जाती है, जिससे कोलेस्ट्रॉल के लेवल्स कम हो जाते हैं। सोर्बिटोल एक सिरप बेस के रूप में काम करता है और कब्ज दूर करने के लिए एक ऑस्मोटिक लैक्जेटिव (कब्ज की दवा जो परासरण के सिद्धांत पर काम करती है) के रूप में भी काम करता है।
प्रेग्नेंसी (गर्भावस्था) में साइपॉन सिरप का इस्तेमाल करना कितना सुरक्षित है, इस बारे में बहुत अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है, इसलिए आपको एक बार अपने डॉक्टर से कंसल्ट कर लेना चाहिए। डॉक्टर आपको यह दवा दिए जाने के फायदे नुकसानों का आकलन करेंगे और आवश्यक होने पर आपको यह दवा प्रेस्क्राइब करेंगे।
साइपॉन सिरप में साइप्रोहेप्टाडिन, ट्राइकोलिन और सोर्बिटोल होते हैं।
नहीं, बच्चों को साइपॉन सिरप तब तक न दें जब तक कि बच्चों का डॉक्टर इसे प्रेस्क्राइब न करें। बच्चों को कोई भी दवा देने से पहले आपको हमेशा अपने बच्चों के डॉक्टर (पीडियाट्रीशियन) से बात करनी चाहिए।
नहीं, आपको साइपॉन सिरप डॉक्टर द्वारा आपके लिए प्रेस्क्राइब किए जाने पर ही लेनी चाहिए। नहीं तो आपके ग्लूकोमा के लक्षण और भी बिगड़ सकते हैं। बिना डॉक्टर की सलाह के अपनी मर्जी से दवा न लें।
Disclaimer: The information provided herein is supplied to the best of our abilities to make it accurate and reliable as it is published after a review by a team of professionals. This information is solely intended to provide a general overview on the product and must be used for informational purposes only. You should not use the information provided herein to diagnose, prevent, or cure a health problem. Nothing contained on this page is intended to create a doctor-patient relationship, replace or be a substitute for a registered medical practitioner’s medical treatment/advice or consultation. The absence of any information or warning to any medicine shall not be considered and assumed as an implied assurance. We highly recommend that you consult your registered medical practitioner for all queries or doubts related to your medical condition. You hereby agree that you shall not make any health or medical-related decision based in whole or in part on anything contained in the Site. Please click here for detailed T&C.
निसिप प्लस टैबलेट एक दर्द और बुखार कम करने वाली दवा है। इसका उपयोग दर्दनाक स्थितियों जैसे सिरदर्द, बुखार, मासिक धर्म के दर्द और दंत, जोड़ों और कान के दर्द के इलाज में किया जाता है। कुछ दुसरी दवाएं जिनमे निमेसुलाइड और पेरासिटामोल है, वो निमुसेट गोल्ड टैबलेट, नोबेल प्लस टैबलेट, नोडर्ड प्लस टैबलेट, सूमो टैबलेट और सोमी टैबलेट हैं। चोट या संक्रमण की प्रतिक्रिया में शरीर बड़ी मात्रा में प्रोस्टाग्लैंडीन नामक रसायन बनाता है। ये रसायन बुखार, लालपन, सूजन और दर्द पैदा करने के लिए जिम्मेदार होते हैं। निसिप प्लस टैबलेट में सक्रिय पदार्थ के रूप में निमसुलाइड और पेरासिटामोल का संयोजन होता है। ये इन दर्द और बुखार पैदा करने वाले रसायनों की क्रिया को रोककर काम करता है।अपने चिकित्सक द्वारा सुझाई गई सटीक खुराक और समय में इस दवा को लें। एक गिलास पानी के साथ इसे पूरा निगल लें। निर्धारित खुराक से अधिक न लें। 10 दिनों से अधिक समय तक इस दवा का उपयोग करने की सिफारिश नहीं की जाती है जब तक कि आपके डॉक्टर द्वारा निर्धारित न किया जाए। इस दवा की रोज की खुराक से अधिक लेने से लीवर की गंभीर हानि या चेहरे, मुंह और गले में सूजन, सांस लेने में परेशानी , खुजली या चकत्ते जैसी एलर्जी हो सकती है।
अगर आपको इसके किसी भी घटक से एलर्जी है तो इस दवा को न लें। निसिप प्लस टैबलेट लेने से पहले, यदि आप गर्भवती हैं, गर्भवती होने या स्तनपान कराने की योजना बना रहे हैं और अपने संपूर्ण चिकित्सा इतिहास के बारे में अपने डॉक्टर को सूचित करें। इसके अलावा, अन्य सभी दवाओं और आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक के बारे में डॉक्टर को सूचित करें। 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में इस दवा का उपयोग करने की अनुशंसा नहीं की जाती है।
निसिप प्लस टैबलेट का उपयोग सिरदर्द, दांत दर्द, कान दर्द, जोड़ों के दर्द, मासिक धर्म के दर्द और बुखार से आराम मिलने के लिए किया जाता है।
निसिप प्लस टैबलेट का उपयोग गर्भावस्था के दौरान विशेष रूप से तीसरे तिमाही में नहीं किया जाना चाहिए। साथ ही, अगर आप गर्भधारण करने की कोशिश कर रही हैं या कोई फर्टिलिटी उपचार ले रही हैं तो इस दवा का सेवन न करें। ये दवा आपकी प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकती है।
अगर आप स्तनपान करा रही हैं तो निसिप प्लस टैबलेट का उपयोग न करने की सलाह दी जाती है। अगर आप एक दुध पिलाने वाली मां हैं तो कोई भी दवाई लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
निसिप प्लस टैबलेट लेने के बाद आपको सुस्ती और नींद आ सकती हैं। इस प्रकार, ये सलाह दी जाती है कि यदि आप ऐसे लक्षणों का अनुभव करते हैं तो गाडी न चलाए।
उपचार के दौरान शराब लेने से बचने की सलाह दी जाती है। हालांकि शराब और निसिप प्लस के बीच कोई इंटरेक्शन पता नहीं है, लेकिन अगर आपको नियमित रूप से शराब पीने की आदत है तो अपने डॉक्टर की सलाह करना आवश्यक है। दर्द निवारक लेने के दौरान शराब का सेवन करने से पेट और आंत (ऊपरी जठरांत्र संबंधी मार्ग) में रक्तस्राव, अल्सर और वेध का खतरा बढ़ जाता है।
Read in English: Nicip plus tablet: Uses, Benefits and Side Effects
निसिप प्लस के ओवरडोज से मतली, उल्टी, पेट में परेशानी, पेट से खून बहना, त्वचा पर लाल चकत्ते, बुखार और ठंड लगना हो सकता है। इस दवा के ओवरडोज से लीवर की गंभीर क्षति हो सकती है।
अगर आपने इस दवा का बहुत ज्यादा मात्रा में सेवन किया है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें या नजदीकी अस्पताल में जाएँ।
याद आते ही निसिप प्लस टैबलेट की छूटी हुई खुराक लें। अगर आपकी अगली खुराक का समय हो गया है, तो छूटी हुई खुराक को छोड़ दें और अपनी नियमित खुराक अनुसूची के साथ जारी रखें। छूटी हुई खुराक की भरपाई के लिए दवा की दोहरी खुराक न लें।
निसिप प्लस पेरासिटामोल और निमसुलाइड के संयुक्त क्रिया द्वारा काम करता है। ये दो घटक शरीर में प्रोस्टाग्लैंडिंस नामक कुछ रसायनों के निर्माण में हस्तक्षेप करके काम करते हैं। प्रोस्टाग्लैंडीन शरीर में स्वाभाविक रूप से उत्पादित एक भड़काऊ मध्यस्थ है और दर्द, सूजन और बुखार का कारण बनता है। निसिप प्लस इस रसायन के उत्पादन को कम करता है और दर्द, सूजन और बुखार से राहत दिलाता है।
इस दवा में मौजूद पैरासिटामोल दिमाग के उस हिस्से पर भी काम करती है जो तापमान को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार होता है। इस प्रकार यह बुखार को नियंत्रित करने में मदद करता है।
हाँ, इसका उपयोग सिरदर्द से राहत के लिए किया जा सकता है। हालांकि, अगर आपको अक्सर सिरदर्द होता है, तो दर्द से राहत के लिए इस दवा पर भरोसा न करें क्योंकि ये कुछ आधारभूत (अंडरलाइंग) स्थिति के कारण हो सकता है। अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
इस दवा को बार-बार न ले।
हाँ, ये एक दर्द निवारक दवा है जिसका उपयोग हल्के दर्द जैसे सिरदर्द, जोड़ों के दर्द, कान या दाँत के दर्द, दर्दनाक मासिक धर्म से राहत के लिए किया जाता है।
नहीं, निसिप प्लस टैबलेट सर्दी से राहत दिलाने में उपयोगी नहीं है। सर्दी एक प्रकार का मौसमी संक्रमण है जो आमतौर पर वायरस के कारण होता है और इस दवा का संक्रमण पैदा करने वाले जीव के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है।
नहीं, निसिप प्लस टैबलेट का उपयोग बवासीर या बवासीर के इलाज के लिए नहीं किया जाना चाहिए। पाइल्स एक ऐसी स्थिति है जो गुदा(अॅनस) के अंदर और आसपास रक्त वाहिकाओं(ब्लड वेसल्स) में सूजन के कारण होती है। ये दर्द, सूजन और रक्तस्राव की विशेषता है। हालांकि निसिप प्लस एक दर्द निवारक दवा है, लेकिन ये दुसरे दुष्प्रभावों के जोखिम को बढ़ा सकती है और इसलिए इसका इस्तेमाल खुद नहीं करना चाहिए। सलाह के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें और इलाज के लिए सही दवा लें।
खांसी के प्रबंधन(मैनेजमेंट) के लिए निसिप प्लस का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। जब आपके वायुमार्ग(एअरवेज) बलगम या जलन से भर जाते हैं तो आपके गले को साफ करने के लिए खांसी आपके शरीर की एक मानक(स्टैंडर्ड) प्रतिक्रिया होती है।
निसिप प्लस एक दर्द निवारक है।
ये आपको खांसी से राहत दिलाने में मदद नहीं करेगा।
निसिप प्लस में जलने के उपचार में कोई क्रिया नहीं है। जलन गर्मी, विकिरण, रसायनों आदि के संपर्क में आने के कारण त्वचा के ऊतकों(टिश्यू) की हानि की स्थिति है।
निकिप प्लस को काम करने में एक घंटे तक का समय लगता है।
यह लगभग 5-6 घंटे तक काम करता रहता है।
निसिप प्लस संरचना में निमसुलाइड और पैरासिटामोल इसकी सक्रिय सामग्री के रूप में होते हैं।
एनआईसीआईपी प्लस टैबलेट एक संयोजन दवा है जिसका उपयोग सिरदर्द, दांत दर्द, कान दर्द, जोड़ों में दर्द, मासिक धर्म के दर्द और बुखार से राहत प्रदान करने के लिए किया जाता है। हालांकि, साइड इफेक्ट से बचने के लिए इस दवा को थोड़े समय के लिए लेने की सलाह दी जाती है।
डॉक्टर आपकी आधारभूत स्थिति के अनुसार निसिप प्लस की खुराक तय करेंगे। साथ ही, यह सलाह दी जाती है कि इस दवा को पेरासिटामोल युक्त अन्य दवाओं के साथ बिना डॉक्टर की सलाह के न लें। क्योंकि पैरासिटामोल की अधिक मात्रा खतरनाक हो सकती है।
कुछ व्यक्तियों में उनींदापन या चक्कर आना हो सकता है।
हालाँकि, यह नींद को प्रेरित नहीं करता है या नींद के चक्र को प्रभावित नहीं करता है।
पेट में जलन से बचने के लिए निसिप प्लस को भोजन के बाद अवश्य लेना चाहिए। हालांकि, इसे एक ही समय में लेना चाहिए। रोगी को स्व-चिकित्सा नहीं करनी चाहिए। अपने डॉक्टर द्वारा बताई गई खुराक और आवृत्ति(फ्रिक्वेंसी) का उसी तरीके से पालन करें।
हाँ, निसिप प्लस टैबलेट का उपयोग बुखार के इलाज के लिए किया जा सकता है।
निसिप प्लस पेरासिटामोल और निमेसुलाइड की संयुक्त क्रिया द्वारा काम करता है। ये दो घटक शरीर में प्रोस्टाग्लैंडिंस नामक कुछ रसायनों के निर्माण में हस्तक्षेप करके काम करते हैं।
प्रोस्टाग्लैंडीन शरीर में स्वाभाविक रूप से उत्पन्न एक दाहक(इंफ्लामेटरी) मध्यस्थ(मेडीएटर) है और दर्द, सूजन और बुखार का कारण बनता है। निसिप प्लस इस रसायन के उत्पादन को कम करता है और दर्द, सूजन और बुखार से राहत दिलाता है।
गर्भवती होने की क्षमता पर निसिप प्लस टैबलेट के प्रभाव पर सीमित(लिमिटेड) जानकारी है।
उसी पर सलाह के लिए अपने डॉक्टर से पूछें।
नहीं, निसिप प्लस टैबलेट एंटीबायोटिक नहीं है। यह एक बुखार और दर्द कम करने वाली दवा है जिसमें गैर-स्टेरायडल विरोधी दाहक दवाएं (एनएसएआईडी) निमेसुलाइड और पेरासिटामोल का संयोजन होता है।
हाँ, निसिप प्लस टैबलेट को खाली पेट लिया जा सकता है अगर डॉक्टर ने इसकी सिफारिश की हो। पेट से संबंधित परेशानीओं से बचने के लिए इसे भोजन के बाद ही लेना चाहिए। हालांकि, आपको इस दवा को हमेशा डॉक्टर के बताए अनुसार ही लेना चाहिए।
निसिप प्लस टैबलेट का उपयोग एंकिलोज़िंग स्पोंडिलिटिस, रूमेटोइड गठिया या ऑस्टियोआर्थराइटिस के इलाज के लिए किया जा सकता है यदि आपके डॉक्टर द्वारा निर्धारित किया गया हो। अपने डॉक्टर के निर्देशों का पालन करने और खूद से दवा लेने से बचने की सिफारिश की जाती है।
निसिप प्लस दर्द निवारक दवा है।
हालांकि, आपके डॉक्टर आपको सलाह देंगें कि क्या आप इस दवा को पुराने दर्द के प्रबंधन के लिए ले सकते हैं। अपने डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें और खूद से दवा लेने से बचें।
कुछ व्यक्तियों को निसिप प्लस टैबलेट के उपयोग से दस्त हो सकते है।
यह दुष्प्रभाव हर किसी को नहीं होता है और यह आमतौर पर समय के साथ ठीक हो जाता है। अगर आप इस दवा को लेने के बाद आपको दस्त होते हैं, तो पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ पीने और हाइड्रेटेड रहने की सलाह दी जाती है।
आपको इस दवा को सटीक खुराक पर भी लेना चाहिए और निर्धारित खुराक से अधिक लेने से बचना चाहिए।
त्तर: साइड इफेक्ट के रूप में निसिप प्लस थकान का कारण नहीं माना जाता है। अगर आप इस दवा को लेने के बाद इस तरह के किसी भी प्रभाव का अनुभव करते हैं, तो ये सलाह दी जाती है कि गाडी चलाने, मशीनरी चलाने या मानसिक सतर्कता की आवश्यकता वाले किसी भी कार्य को करने से बचें। आपको इस दवा को हमेशा सटीक खुराक पर लेना चाहिए और निर्धारित खुराक से अधिक लेने से बचना चाहिए।
Disclaimer: The information provided herein is supplied to the best of our abilities to make it accurate and reliable as it is published after a review by a team of professionals. This information is solely intended to provide a general overview on the product and must be used for informational purposes only. You should not use the information provided herein to diagnose, prevent, or cure a health problem. Nothing contained on this page is intended to create a doctor-patient relationship, replace or be a substitute for a registered medical practitioner’s medical treatment/advice or consultation. The absence of any information or warning to any medicine shall not be considered and assumed as an implied assurance. We highly recommend that you consult your registered medical practitioner for all queries or doubts related to your medical condition. You hereby agree that you shall not make any health or medical-related decision based in whole or in part on anything contained in the Site. Please click here for detailed T&C.
न्यूरोकाइंड एलसी टैबलेट एक हेल्थ सप्लीमेंट है। इस दवा का उपयोग विभिन्न स्थितियों के कारण होने वाली विटामिन और पोषक तत्वों की कमी के इलाज के लिए किया जाता है। यह लेवोकार्निटाइन, मेकोबालामिन (विटामिन बी-12) और फोलिक एसिड (विटामिन बी9) का संयोजन (कॉम्बिनेशन) है।
न्यूरोकाइंड एलसी शरीर में न्यूट्रीशन की सही सप्लाई सुनिश्चित करता है, जिससे मरीज की ओवरऑल हेल्थ में सुधार होता है। इस टैबलेट को डॉक्टर द्वारा बताई गई डोज़ (खुराक) में बताई गई अवधि तक ही लेना चाहिए। इसी तरह के कॉम्बिनेशन वाली कुछ अन्य टैबलेट्स में ट्राइनर्व एलसी टैबलेट, कार्नीमैक प्लस , सिनोकल एलसी, न्यूरोटैब एलसी और न्यूरोज़ाइड एलसी शामिल हैं।
अगर आप प्रेग्नेंट (गर्भवती) हैं, प्रेग्नेंसी प्लान कर रही हैं, या बच्चे को दूध पिला रही हैं, तो इस दवा से इलाज शुरू करने से पहले डॉक्टर को इस बारे में जानकारी दें। साथ ही आप जो भी दवाएं तथा सप्लीमेंट ले रही हैं, उनके बारे में भी डॉक्टर को बताएं। साथ ही दवा शुरू करने से पहले, अगर आपको कोई बीमारी है, तो उस बारे में भी डॉक्टर को जानकारी दें।
डाइटरी सप्लीमेंट का उपयोग कुछ लोगों में डाइट को सप्लीमेंट करने के लिए किया जाता है, ध्यान रखें कि ये सप्लीमेंट एक बैलेंस्ड और विविधताओं से भरपूर डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल का विकल्प नहीं हो सकते हैं। डायग्नोसिस (निदान) के बाद न्यूरोकाइंड एलसी टैबलेट लेने की डोज़ और अवधि डॉक्टर द्वारा तय की जाती है। प्रेस्क्राइब की गई डोज़ से अधिक दवा न लें।
न्यूरोकाइंड एलसी टैबलेट का उपयोग विटामिन और पोषक तत्वों की कमी के इलाज और रोकथाम के लिए किया जाता है।
यदि आपको न्यूरोकाइंड एलसी टैबलेट या इस दवा के किसी अन्य घटक से एलर्जी है
इंसानों में प्रेग्नेंसी (गर्भावस्था) के दौरान न्यूरोकाइंड एलसी टैबलेट की सुरक्षा के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। आपका डॉक्टर इसके सभी फायदे नुकसानों का आकलन करेगा और अगर उसे सही लगा तो आपको यह दवा प्रेस्क्राइब करेगा। अगर आप प्रेग्नेंट (गर्भवती) हैं, या आपको लगता है कि आप प्रेग्नेंट (गर्भवती) हैं, या आप प्रेग्नेंसी (गर्भावस्था) प्लान कर रही हैं, तो अपने डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें।
न्यूरोकाइंड एलसी टैबलेट मां के दूध में आती है। चूंकि इस प्रकार यह दवा बच्चे के पेट में जा सकती है, इसलिए ब्रेस्टफीडिंग के दौरान इस दवा का इस्तेमाल करने से पहले एक बार डॉक्टर से कंसल्ट जरूर कर लें।
न्यूरोकाइंड एलसी टैबलेट के ड्राइविंग पर असर के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन अगर आपको अच्छा महसूस नहीं हो रहा है, या लग रहा है कि आप सचेत (अलर्ट) नहीं रह पाएंगे, तो आपको ड्राइविंग नहीं करनी चाहिए।
न्यूरोकाइंड एलसी टैबलेट लेते समय आपको शराब पीने से बचना चाहिए क्योंकि इससे साइड इफेक्ट और भी बिगड़ सकते हैं।
अपने डॉक्टर से बात करें, अगर
न्यूरोकाइंड एलसी टैबलेट को अपने डॉक्टर के बताए तरीके से ही लें। इस टैबलेट को एक गिलास पानी के साथ पूरा निगल लें। आप इसे खाने के साथ या खाने के बिना ले सकते हैं। इस टैबलेट को रोजाना एक निश्चित समय पर ही लेने की कोशिश करें। आपको अपने डॉक्टर द्वारा बताई गई मात्रा से अधिक मात्रा में दवा नहीं लेनी चाहिए।
न्यूरोकाइंड एलसी टैबलेट को धूप, गर्मी और नमी से दूर ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर करें। इसे बच्चों और पालतू जानवरों से दूर रखें। उपयोग न की गई दवा को सही तरीके से डिस्कार्ड करें, इसे टॉयलेट में फ्लश न करें या ड्रेन में न फेंकें।
अगर आपको लगता है कि आपने न्यूरोकाइंड एलसी टैबलेट बहुत अधिक मात्रा में ले ली है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें या नजदीकी अस्पताल में जाएं।
अगर आप न्यूरोकाइंड एलसी की कोई डोज़ लेना भूल गए हैं, तो याद आने पर इसे जल्द से जल्द लें। हालांकि, अगर आपकी अगली डोज़ का टाइम हो गया है, तो छूटी हुई डोज़ को छोड़ दें और अपने रेगुलर डोज़िंग शिड्यूल का पालन करें। छूटी हुई डोज़ की भरपाई के लिए दवा की डबल डोज़ न लें।
यह दवा कैसे काम करती है?
Read in English: Nurokind LC Tablets: Uses, benefits & Side effects
न्यूरोकाइंड एलसी टैबलेट का उपयोग विटामिन और अन्य पोषक तत्वों की कमी के इलाज में किया जाता है।
न्यूरोकाइंड एलसी टैबलेट की खुराक (डोज़) और अवधि बीमारी के कारण और इलाज के प्रति मरीज के रिस्पॉन्स पर निर्भर करती है। अपने डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें और इस दवा को अपने आप लेना बंद न करें।
नहीं, यह टैबलेट साइटिक तंत्रिका के दर्द से राहत दिलाने में मदद नहीं करती है। यह पोषक तत्वों की कमी की स्थिति में इस्तेमाल किया जाने वाला न्यूट्रीशनल सप्लीमेंट है। आपको कोई भी दवा या सप्लीमेंट डॉक्टर से पूछकर ही लेना चाहिए।
हां, डॉक्टर की देखरेख में डायबिटीज के मरीज न्यूरोकाइंड एलसी ले सकते हैं। हालांकि, आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि न्यूरोकाइंड एलसी ब्लड शुगर के स्तरों में किसी भी तरीके से बदलाव नहीं लाता है। अगर डायबिटीज के साथ पोषक तत्वों की कमी है, तो उस स्थिति के इलाज में यह दवा काम कर सकती है।
नहीं, आपको मांसपेशियों में दर्द के लिए न्यूरोकाइंड एलसी का उपयोग नहीं करना चाहिए। यह दर्द निवारक (पेन किलर) दवा नहीं है और मांसपेशियों में दर्द को कम करने में मदद नहीं करती है।
न्यूरोकाइंड को आपके डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही लिया जाना चाहिए। इस टैबलेट को एक गिलास पानी के साथ पूरा निगल लें। आप इसे खाने के साथ या खाने के बिना ले सकते हैं। इस टैबलेट को रोजाना एक निश्चित समय पर ही लेने की कोशिश करें। आपको अपने डॉक्टर द्वारा बताई गई मात्रा से अधिक मात्रा में दवा नहीं लेनी चाहिए।
आप न्यूरोकाइंड एलसी को दिन में किसी भी समय या डॉक्टर के बताए अनुसार ले सकते हैं। हालांकि, इसे खाने के बाद तथा सोने से पहले लेना बेहतर रहता है। इसे नियमित रूप से लें तथा इसकी कोई भी डोज़ (खुराक) स्किप न करें। दवा को नियमित रूप से सही समय पर लेने से इसका असर बढ़ जाता है।
नहीं, न्यूरोकाइंड एलसी के कारण नींद नहीं आती है, और यह दवा आपके स्लीप सायकल को भी प्रभावित नहीं करती है। हालांकि कुछ मरीजों में चक्कर आने या उनींदेपन की समस्या आ सकती है।
नहीं, न्यूरोकाइंड एलसी के कारण वजन नहीं बढ़ता है। हालांकि, इस दवा के कारण भूख बढ़ सकती है।
उत्तर: न्यूरोकाइंड एलसी एक दवा है जिसे पोषक तत्वों की कमी की स्थिति में डायटरी सप्लीमेंट के रूप में दिया जाता है। इसलिए, गाउट के लिए कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट कर लें। बिना डॉक्टर की सलाह के अपनी मर्जी से दवा न लें।
इंसानों में प्रेग्नेंसी (गर्भावस्था) के दौरान न्यूरोकाइंड एलसी टैबलेट की सुरक्षा के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। आपका डॉक्टर इसके सभी फायदे नुकसानों का आकलन करेगा और अगर उसे सही लगा तो आपको यह दवा प्रेस्क्राइब करेगा। अगर आप प्रेग्नेंट (गर्भवती) हैं, या आपको लगता है कि आप प्रेग्नेंट (गर्भवती) हैं, या आप प्रेग्नेंसी (गर्भावस्था) प्लान कर रही हैं, तो अपने डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें।
यह दवा शरीर में खराब या डैमेज हो चुकी तंत्रिकाओं को वापस बनाने में मदद कर सकती है। यह शरीर में इन तंत्रिकाओं (नर्व्स) के विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करके ऐसा करती है। इस तरह से यह मांसपेशियों के दर्द (मसल पेन) में फायदा करती है। हालांकि आपको इसका इस्तेमाल डॉक्टर द्वारा प्रेस्क्राइब किए जाने पर ही करना चाहिए।
हां, न्यूरोकाइंड एलसी शरीर में न्यूट्रीशन की सही सप्लाई सुनिश्चित करती है, जिससे मरीज की ओवरऑल हेल्थ में सुधार होता है। इस टैबलेट को डॉक्टर द्वारा बताई गई डोज़ (खुराक) में बताई गई अवधि तक ही लेना चाहिए।
हां, न्यूरोकाइंड एलसी में इसके सक्रिय तत्वों में से एक के रूप में विटामिन बी-12 होता है।
अगर आपको एनीमिया है, तो आपको डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए। अगर आपके डॉक्टर ने प्रेस्क्राइब की है, तो एनीमिया के लिए न्यूरोकाइंड एलसी टैबलेट ली जा सकती है। अपने डॉक्टर से कंसल्ट किए बिना खुद की मर्जी से दवा न लें।
नहीं, दौरों में न्यूरोकाइंड एलसी काम नहीं करेगी। बिना डॉक्टर की सलाह के अपनी मर्जी से दवा न लें।
न्यूरोकाइंड एलसी एक प्रिस्क्रिप्शन (डॉक्टर के पर्चे की) दवा है जिसका उपयोग विभिन्न स्थितियों के कारण होने वाले विटामिन और पोषण संबंधी कमियों के इलाज के लिए किया जाता है। अगर पोषक तत्वों की कमी के कारण आपके बाल नहीं बढ़ रहे हैं, तो डॉक्टर आपके लिए न्यूरोकाइंड एलसी टैबलेट प्रेस्क्राइब कर सकता है।
Disclaimer: The information provided herein is supplied to the best of our abilities to make it accurate and reliable as it is published after a review by a team of professionals. This information is solely intended to provide a general overview on the product and must be used for informational purposes only. You should not use the information provided herein to diagnose, prevent, or cure a health problem. Nothing contained on this page is intended to create a doctor-patient relationship, replace or be a substitute for a registered medical practitioner’s medical treatment/advice or consultation. The absence of any information or warning to any medicine shall not be considered and assumed as an implied assurance. We highly recommend that you consult your registered medical practitioner for all queries or doubts related to your medical condition. You hereby agree that you shall not make any health or medical-related decision based in whole or in part on anything contained in the Site. Please click here for detailed T&C.
Next Page »