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शहतूत (Mulberry in Hindi): उपयोग, लाभ, न्यूट्रिशनल वैल्यू और भी बहुत कुछ!

By Dr Anuja Bodhare +2 more

परिचय:

शहतूत (मल्बेरी) का वैज्ञानिक नाम मोरस अल्बा है। यह मोरेसी परिवार से संबंधित है। यह दवाओं और उपचारों में उपयोग की जाने वाली सबसे महत्वपूर्ण जड़ी-बूटियों (हर्ब प्लांट) में से एक है। ‘मोर-अस’ एक लैटिन शब्द है जिसका अर्थ है ‘विचित्र रूप से पर्याप्त’, इसी से ‘मल’ शब्द की उत्पत्ति हुई। जीनस मोरस की कई प्रजातियाँ पाई जाती हैं और देशी लाल शहतूत (मोरस रूब्रा), पूर्वी एशियाई सफेद शहतूत (मोरस अल्बा), और दक्षिण-पश्चिमी एशियाई काले शहतूत (मोरस नाइग्रा) आदि, शहतूत (मल्बेरी) की कुछ महत्वपूर्ण प्रजातियाँ हैं।1,2 मल्बेरी के फलों को तुत और शहतूत (राजा या “श्रेष्ठ” शहतूत) के रूप में जाना जाता है और ये मीठे, रसीले और बेहद स्वादिष्ट होते हैं। ये भारत, चीन, जापान, उत्तरी अफ्रीका, अरब और दक्षिण यूरोप जैसे समशीतोष्ण क्षेत्रों (टेम्परेट रीजन) में पर्णपाती पेड़ों पर लटकते हुए बढ़ते हैं। शहतूत (मल्बेरी) की पत्तियाँ रेशम के कीड़ों के भोजन का एकमात्र स्रोत हैं। इसके पत्ते दवाओं (फार्मसूटिकल), सौंदर्य प्रसाधनों (कॉस्मेटिक्स) और खाद्य उद्योगों (फ़ूड इंडस्ट्रीज़) में बहुत उपयोगी होते हैं; इसलिए इसके पेड़ को ‘कल्पवृक्ष’ के नाम से भी जाना जाता है।2-4

शहतूत (मल्बेरी) का पोषण मूल्य (न्यूट्रिशनल वैल्यू):

शहतूत (मल्बेरी) में कई सारे पोषक तत्व होते हैं जिनके बारे में नीचे दिया गया है। इस फल में कई तरह के ऑर्गेनिक कंपाउंड (जैविक यौगिक) होते हैं जैसे कि: ज़िया-ज़ैन्थिन, एंथोसायनिन, फाइटो-न्यूट्रिएंट्स, ल्यूटिन, रेस्वेराट्रोल और कई तरह के अन्य पॉलीफेनोलिक यौगिक (कंपाउंड)।


पोषक तत्वमात्रा (प्रतिशत में)
कुल फैट (वसा)1 
कुल कार्बोहाइड्रेट5 
डाइटरी फाइबर9 
सोडियम1 
कैल्शियम4 
आयरन14 
पोटैशियम6 
प्रोटीन4 
विटामिन C57 
विटामिन E8 
विटामिन K9 
विटामिन B13 
विटामिन B211 
विटामिन B35 
विटामिन B64 
फोलेट 2 

टेबल 1: शहतूत (मल्बेरी) का प्रतिशत पोषण मूल्य (न्यूट्रिशनल वैल्यू) (कच्चा फल)5

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शहतूत (मल्बेरी) के गुण:

कई अध्ययनों में यह पता चला है कि शहतूत (मल्बेरी) के कई हिस्सों से निकले अर्क (एक्सट्रैक्ट) में बहुत से गुण होते हैं, जिनके बारे में नीचे बताया गया है: 

  • एंटी-इंफ्लेमेट्री (जलन और सूजन को कम कर सकता है)
  • एंटी-पायरेटिक (बुखार कम करने में मदद कर सकता है)1
  • ऐन्थेल्मिन्टिक (कुछ तरह के परजीवी कीड़ों (पैरासिटिक वर्म्स) को नष्ट करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है)
  • असामान्य खून के थक्कों का बनना धीमा कर सकता है
  • धमनियों (आर्टरीज़) की भीतरी दीवारों पर वसायुक्त पदार्थ (फैटी मटीरियल) को जमने से रोकने में मदद करता है
  • इसमें कोलेस्ट्रॉल को कम करने के गुण हो सकते हैं
  • इसमें ब्लड शुगर के स्तर को कम करने के गुण हो सकते हैं
  • त्वचा और बालों के लिए अच्छा है

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संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए शहतूत (मल्बेरी) के संभावित उपयोग: 

Sampoorn swasth ke liye Shahtoot (Mulberry) ke sambhavit upyog:

शहतूत (मल्बेरी) के कुछ संभावित उपयोगों के बारे में नीचे बताया गया है: 

1. लाल रक्त कोशिकाओं (रेड ब्लड सेल) के लिए शहतूत (मल्बेरी) के संभावित उपयोग  

शहतूत (मल्बेरी) आयरन से भरपूर होता है, जो कि ज़्यादातर फलों में मुश्किल से ही होता है। आयरन के होने से शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं (रेड ब्लड सेल) का उत्पादन बढ़ता है। यह शरीर की अंग प्रणालियों (ऑर्गन सिस्टम) और ऊतकों (टिश्यू) तक सही प्रकार से ऑक्सीजन पंहुचाने में मदद कर सकता है। इससे पता चलता है कि शहतूत (मल्बेरी) मेटाबोलिज्म को बढ़ा सकते हैं और शरीर के विभिन्न हिस्सों को ठीक से काम करने में मदद कर सकता है।4 

2. पाचन (डाइजेशन) के लिए शहतूत (मल्बेरी) के संभावित उपयोग

शहतूत (मल्बेरी) में काफ़ी मात्रा में डाइटरी फाइबर होने के कारण यह पाचन (डाइजेशन) को सुधारने में मदद कर सकता है। शहतूत (मल्बेरी) की एक खुराक से मिला डाइटरी फाइबर, हमारी रोज़ाना की ज़रूरत का 10% होता है। इस डाइटरी फाइबर से मल (स्टूल) की तादाद बढ़ती है, जिससे पाचन तंत्र (डाइजेस्टिव ट्रैक्ट) में भोजन की गति बढ़ती है जिससे पाचन (डाइजेशन) में सुधार आता है। इससे पाचन तंत्र (डाइजेस्टिव ट्रैक्ट) से जुड़ी समस्याओं में मदद मिलती है जैसे पेट में ऐंठन, पेट फूलना और कब्ज (कॉन्स्टिपेशन) आदि।4 

3. आँखों के लिए शहतूत (मल्बेरी) के संभावित उपयोग

शहतूत (मल्बेरी) के फलों में ज़ी-ज़ैन्थिन नाम के कैरोटेनॉयड्स होते हैं। ज़ी-ज़ैंथिन एक एंटीऑक्सिडेंट के रूप में काम करता है और रेटिना के स्वास्थ्य को बनाए रखता है। मुक्त कण (फ्री रेडिकल्स) के कारण रेटिना के बीच के हिस्से, जिसे मैक्युला कहा जाता है, में डीजेनेरशन होता है जिससे मोतियाबिंद हो सकता है। शहतूत (मल्बेरी) के फलों से मिलने वाले ज़ी-ज़ैन्थिन, इन मुक्त कणों (फ्री रेडिकल्स) की वजह से रेटिनल कोशिकाओं पर पड़ने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव को कम कर सकते हैं। इस तरह हम कह सकते हैं कि शहतूत (मल्बेरी) में मोतियाबिंद को नियंत्रित करने की क्षमता हो सकती है।4 हालाँकि, मनुष्यों की आँखों में होने वाले मोतियाबिंद पर शहतूत (मल्बेरी) के प्रभाव का पता लगाने के लिए अभी हमें और अध्ययन करने की ज़रूरत है। 

4. कैंसर के लिए शहतूत (मल्बेरी) के संभावित उपयोग

शहतूत (मल्बेरी) में एंटीऑक्सिडेंट जैसे विटामिन A, विटामिन C, एंथोसायनिन और कई अन्य पॉलीफेनोलिक यौगिक भरपूर मात्रा में होते हैं। एंटीऑक्सिडेंट, सेलुलर मेटाबॉलिज़्म के हानिकारक उप-उत्पादों को बनाने वाले मुक्त कणों (फ्री रेडिकल्स) से सुरक्षा प्रदान करते हैं। ये उप-उत्पाद, स्वस्थ कोशिकाओं (हेल्थी सेल) को नुकसान पहुंचाते हैं और उन्हें कैंसर कोशिकाओं (सेल्स) में बदल देते हैं। शहतूत (मल्बेरी) में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, हानिकारक मुक्त कणों (फ्री रेडिकल्स) को तेजी से बेअसर करने में मदद कर सकते हैं। शहतूत (मल्बेरी) के ये गुण, इन मुक्त कणों (फ्री रेडिकल्स) से होने वाले नुकसान को कम कर सकते हैं।4 कैंसर पैदा करने वाले मुक्त कणों (फ्री रेडिकल्स) पर शहतूत के प्रभावों को साबित करने के लिए अभी और अध्ययन किए जाने की ज़रूरत है।

5. मधुमेह (डायबिटीज़) के लिए शहतूत (मल्बेरी) के संभावित उपयोग

शहतूत (मल्बेरी) की पत्तियों से निकला अर्क (एक्सट्रैक्ट) ग्लूकोज़ के मेटाबॉलिज़्म को उत्प्रेरित (कैटलाइज़) करने में मदद सकता है। शर्मा (2010) और लोन (2017) और अन्य, द्वारा जानवरों पर किए गए अध्ययन में बताया गया कि शहतूत (मल्बेरी) की पत्तियों से निकले अर्क (एक्सट्रैक्ट) में उच्च रक्त शर्करा (हाई ब्लड ग्लूकोज़) के स्तर को कम करने के गुण मौजूद हैं।1, 2 हालाँकि, मनुष्यों में होने वाले रक्त शर्करा (ब्लड ग्लूकोज़) के स्तर पर शहतूत (मल्बेरी) के प्रभाव को जानने के लिए अभी मनुष्यों पर अध्ययन किए जाने की ज़रूरत है।

6. प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) के लिए शहतूत (मल्बेरी) के संभावित उपयोग

शहतूत (मल्बेरी) में विटामिन C भरपूर मात्रा में होता है। विटामिन C कई रोगों से लड़ने में मदद करता है और उनसे सुरक्षा प्रदान करता है। यह कई सूक्ष्म जीवों (माइक्रो-ऑर्गेनिज़्म) जैसे बैक्टीरिया, वायरस और कवक (फंगस) से लड़ने के लिए प्रतिरक्षा शक्ति (इम्युनिटी) को बढ़ाता है। एक कप शहतूत (मल्बेरी) के फल में मौजूद विटामिन C, पूरे दिन के लिए ज़रूरी  विटामिन C की मात्रा के लगभग बराबर होता है। हालाँकि, मनुष्यों की प्रतिरक्षा शक्ति (इम्युनिटी) पर शहतूत (मल्बेरी) के प्रभाव को साबित करने के लिए अभी और अध्ययन किए जाने चाहिए।

7. त्वचा और बालों के लिए शहतूत (मल्बेरी) के संभावित उपयोग

शहतूत (मल्बेरी) के फल में काफ़ी मात्रा में कैरोटीनॉयड होने के साथ-साथ विटामिन A और E भी भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। ये यौगिक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट के रूप में काम करते हैं जो बालों, त्वचा, ऊतक (टिश्यू) और शरीर के अन्य हिस्सों को मुक्त कणों (फ्री रेडिकल्स) के खतरे से बचा सकते हैं। एंटीऑक्सिडेंट दाग को हल्का करने में मदद कर सकते हैं और त्वचा को चिकना (स्मूद) बना सकते हैं। मुक्त कणों (फ्री रेडिकल्स) की ऑक्सीडेटिव क्रियाओं को रोककर, शहतूत (मल्बेरी) के फल बालों को भी चमकदार और स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।4 शहतूत (मल्बेरी), त्वचा से तेल निकलने और सूजन (इन्फ्लेमेशन) को कम करके फुंसियों या मुहांसों को कम कर सकते हैं।2 मनुष्यों पर शहतूत (मल्बेरी) के इन सभी गुणों के प्रभाव को समझने के लिए अभी और अध्ययन किए जाने की ज़रूरत है।

8. दिल के लिए शहतूत (मल्बेरी) के संभावित उपयोग

शहतूत (मल्बेरी) की पत्तियों में रेस्वेराट्रोल नाम का एक महत्वपूर्ण फ्लेवोनोइड होता है। यह फ्लेवोनोइड, रक्त वाहिकाओं (ब्लड वेसल्स) के संकुचन को दूर करके दिल की विफलता (हार्ट फेलर) की संभावना को कम कर सकता है। शहतूत (मल्बेरी) में मौजूद रेस्वेराट्रोल, वैसोडिलेटर के रूप में काम करने वाले नाइट्रिक ऑक्साइड (NO) के उत्पादन को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। इसका मतलब है कि यह रक्त वाहिकाओं (ब्लड वेसल्स) पर पड़ने वाले दबाव को कम कर सकता है जिससे रक्त के थक्कों (ब्लड क्लॉट्स) के बनने का खतरा कम हो सकता है। इस प्रकार, यह दिल से जुड़ी समस्याओं जैसे कि दिल का दौरा या रक्त के थक्के (ब्लड क्लॉट्स) बनने के कारण पड़ने वाले दौरे (स्ट्रोक) को नियंत्रित कर सकता है।1, 2 हालाँकि, अब तक किए गए अध्ययन, मनुष्यों के दिल के स्वास्थ्य पर, शहतूत (मल्बेरी) के प्रभाव को साबित करने के लिए अपर्याप्त हैं और इन्हें समझने के लिए अभी और अध्ययन किए जाने की ज़रूरत है।

9. शहतूत (मल्बेरी) के अन्य संभावित उपयोग  

  • शहतूत (मल्बेरी) की पत्तियों को एक ईमोलिएंट के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है जिससे त्वचा को कोमल या सुखदायक बनाने में मदद मिलती है।
  • शहतूत (मल्बेरी) की पत्तियों से बना रस, गले के संक्रमण (थ्रोट इंफेक्शन), सूजन (इन्फ्लेमेशन) और जलन (इर्रिटेशन) पर लाभकारी प्रभाव डाल सकता है।1 

हालाँकि, ऐसे कई अध्ययन किए गए हैं जो विभिन्न परिस्थितियों में शहतूत (मल्बेरी) के लाभों के बार में बताते हैं, लेकिन अभी ये अपर्याप्त हैं और मनुष्यों के स्वास्थ्य पर शहतूत (मल्बेरी) के प्रभाव को जानने के लिए अभी और अध्ययन किए जाने की ज़रूरत है।

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शहतूत (मल्बेरी) को कैसे इस्तेमाल करें? 

शहतूत (मल्बेरी) को निम्नलिखित तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है:

  • शहतूत (मल्बेरी) को कई तरह से खाया जाता है जैसे फ्रूट वाइन, बेरी, जैम, जेली या मूसली आदि।3
  • कई रोगों के इलाज के रूप में शहतूत (मल्बेरी) को जूस और सिरप के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।3

किसी भी तरह का हर्बल सप्लीमेंट लेने से पहले आपको किसी योग्य डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। किसी योग्य डॉक्टर से सलाह लिए बिना आधुनिक दवा (मॉडर्न मेडिसिन) के चल रहे इलाज को बंद न करें और न ही उन्हें आयुर्वेदिक/हर्बल दवा के साथ बदलें।  

शहतूत (मल्बेरी) के दुष्प्रभाव (साइड इफ़ेक्ट): 

अध्ययन के अनुसार, शहतूत (मल्बेरी) के फल को खाने से होने वाले दुष्प्रभाव (साइड इफ़ेक्ट) निम्नलिखित हैं:

  • क्योंकि शहतूत (मल्बेरी) में रक्त शर्करा (ब्लड ग्लूकोज़) के स्तर को कम करने के संभावित गुण हो सकते हैं, इसलिए निम्न रक्त शर्करा (लो ब्लड ग्लूकोज़ लेवल) से पीड़ित लोगों के लिए, शहतूत (मल्बेरी) खाना खतरनाक हो सकता है।
  • शहतूत (मल्बेरी) को खाने से होने वाली एलर्जी के कुछ मामले सामने आए हैं। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि शहतूत (मल्बेरी) को कम मात्रा में खाएं और अगर आप इन्हें पहली बार खा रहे हैं तो अपने शरीर द्वारा की जाने वाली प्रतिक्रिया पर नज़र रखें।4

हालाँकि, अगर आपको शहतूत (मल्बेरी) खाने से कोई एलर्जी होती है, तो तुरंत किसी डॉक्टर या अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क करें जिन्होंने आपको इसे खाने की सलाह दी है। वे आपके लक्षणों के अनुसार आपका उचित इलाज कर पाएंगे।

शहतूत (मल्बेरी) के साथ बरती जाने वाली सावधानियां: 

शहतूत (मल्बेरी) खाना ठीक है अगर इसे उचित मात्रा में खाया जाए। हालाँकि, शहतूत (मल्बेरी) खाते समय कुछ सावधानियों का पालन करना चाहिए।

  • गर्भवती (प्रेग्नेंट) महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। इस दौरान शहतूत (मल्बेरी) को तभी खाना चाहिए जब इसे खाने की सलाह आपके आयुर्वेदिक चिकित्सक ने दी हो।
  • इसके पौधे के किसी भी भाग को बच्चों और बुजुर्ग व्यक्तियों को खाने के लिए देते समय सावधानी बरतनी चाहिए।

अन्य दवाओं के साथ इस्तेमाल करना: 

एक चिकित्सा संबंधी ​​अध्ययन (क्लीनिकल स्टडीज़) के अनुसार, ज़्यादा मात्रा में काले शहतूत (ब्लैक मल्बेरी) का रस, साइटोक्रोम एंजाइम को रोकने वाली दवाओं के साथ परस्पर क्रिया कर सकता है; इसलिए, यह कई दवाओं के मेटाबॉलिज़्म को बाधित कर सकता है।6 इसलिए, इसे खाने से पहले हमेशा अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह लें और प्रिस्क्रिप्शन का पूरी तरह से पालन करें, क्योंकि इसमें आपकी स्वास्थ्य स्थिति (हेल्थ कंडीशन) और आपके द्वारा ली जा रही अन्य दवाओं के बारे में पूरी जानकारी होती है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

त्वचा के लिए शहतूत (मल्बेरी) के क्या उपयोग हैं?

शहतूत (मल्बेरी) में विटामिन A, विटामिन E और कैरोटीनॉयड भरपूर मात्रा में होते हैं और इनमें एंटीऑक्सीडेंट के गुण भी होते हैं। यह त्वचा के दाग-धब्बों को कम करने में मदद कर सकते हैं, त्वचा को चिकना और युवा रखते हैं, और इन एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण यह बढ़ती उम्र के धब्बों को कम करता है। शहतूत (मल्बेरी) की पत्तियों का अर्क (एक्सट्रैक्ट) फुंसियों या मुंहासे वाली त्वचा के लिए बेहद असरदार हो सकता है।1

जीनस मोरस  की प्रमुख प्रजातियों के कौन से भाग उपयोग किए जाते हैं?

जीनस मोरस की तीन प्रमुख प्रजातियों के विभिन्न भागों और अर्क (एक्सट्रैक्ट) का उपयोग किया जा सकता है, ये निम्नलिखित हैं: 
मोरस अल्बा (सफेद शहतूत) की जड़, तना, पत्तियां और फल
मोरस नाइग्रा (काली शहतूत) की जड़, पत्ते और फल
मोरस रूब्रा (लाल शहतूत) की जड़ और फल।1

‘इम्मॉर्टल माउंटेन विज़ार्ड टी’ क्या है?

यह शहतूत (मल्बेरी) की पत्तियों से बनी एक तरह की चाय है। शहतूत (मल्बेरी) के पत्तों को धूप में सुखाकर पत्तों का काढ़ा बनाया जाता है। इस चाय को ‘इम्मॉर्टल माउंटेन विज़ार्ड टी’ के नाम से जाना जाता है।2

क्या शहतूत (मल्बेरी) जहरीले होते हैं?

शहतूत (मल्बेरी) के फल या पत्तों के जहरीले होने का कोई प्रमाण नहीं है। हालाँकि, किसी भी जड़ी-बूटी (हर्ब) को ज़्यादा मात्रा में लेते समय कुछ सावधानियों का पालन करना चाहिए।

क्या शहतूत (मल्बेरी) से बाल चमकदार बन सकते हैं?

हाँ। शहतूत (मल्बेरी) की पत्तियों से निकले अर्क (एक्सट्रैक्ट) में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट, बालों को ऑक्सीडेटिव क्षति (डैमेज) पहुंचाने वाले मुक्त कणों (फ्री रेडिकल्स) पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं, जिससे बालों को चमकदार और स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है।1

Disclaimer: 
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References:

  1. Venkatesh Kumar R. and Seema Chauhan. Mulberry: Life enhancer. Academic Journals. [Internet]. September 16, 2008. Available from: https://academicjournals.org/article/article1380526584_Kumar%20and%20Chauhan.pdf .
  2. Shubhajit Sarkhel, Dronachari Manvi , C T Ramachandra. Nutrition importance and health benefits of mulberry leaf extract: A review. Research Gate. [Internet]. Available from: https://www.researchgate.net/publication/344085417_Nutrition_importance_and_health_benefits_of_mulberry_leaf_extract_A_review .
  3. Shweta Parida1, Kalpana Rayaguru and Jogeswar Panigrahi. MULBERRY CULTIVATION AND ITS PHYTOCHEMICAL BENEFITS: A REVIEW. Research Gate. [Internet]. September 10, 2020. Available from: https://www.researchgate.net/profile/Shweta-Parida/publication/357167244_MULBERRY_CULTIVATION_AND_ITS_PHYTOCHEMICAL_BENEFITS_A_REVIEW/links/61bf6418a6251b553acd56d6/MULBERRY-CULTIVATION-AND-ITS-PHYTOCHEMICAL-BENEFITS-A-REVIEW.pdf .
  4. C.N. Hari Prasath,Balasubramanian Arunachalam,Sethuraman Radhakrishnan. Mulberry fruit -Nutritional and health benefits. Research Gate. [Internet]. Available from: https://www.researchgate.net/publication/353403584_Mulberry_fruit_-Nutritional_and_health_benefits .
  5. Mulberries, raw. Nutritional Value. [Internet]. May 31, 2022. Available from: https://www.nutritionvalue.org/Mulberries%2C_raw_nutritional_value.html#:~:text=Mulberries%2C%20raw%20contains%2060%20calories,mg%20of%20cholesterol%20per%20serving .
  6. Zvonimir Petric ,Irena Žuntar, Predrag Putnik and Danijela Bursać Kovačević. Food–Drug Interactions with Fruit Juices. MDPI. [Internet]. December 24, 2020. Available from: https://www.mdpi.com/2304-8158/10/1/33 .

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