India, the largest democracy in the world, is the second-largest populous country in the world and it is said that for every 1700 Indian citizens, there is only one doctor! No wonder, the cases of self-medication are on the rise.
But with mothers, grandmothers, aunts, uncles and of course, pados-wali aunty, who needs doctors? Yes, we are regularly advised to have a random tablet/capsule/syrup for any ailment and sadly, we end up doing so. In fact, such is the case that people prescribe doses of antibiotics and other powerful drugs by themselves, never bothering to consult the doctor. Unfortunately, self-medication has increased many health issues.
Self-medication is considered okay by many of us. It is just a paracetamol tablet or some ‘safe’ antibiotic we believe we are ingesting as going to the doctor can be time-consuming and expensive. But there are side-effects to this and is not at all a healthy practice.
The idea of self-medication even for small health issues can lead to complications. People tend to pop pills as they are popping candies. Medicines such as pain relief drugs, cough syrups 1, laxatives, antibiotics, anti-allergy medicines, vitamins and antacids are easier to acquire. But what we do not realize is that opting for self-medication makes us prone to allergies, drug dependence and even addiction.
Unfortunately, there is very little or almost no awareness of the disadvantages of self-medication. Sadly, we still go ahead and take doses randomly and don’t even check the composition of the medicine and are clueless about the side effects of these on our bodies.
Popping pills may get instant relief, but we don’t realise they are not free of side effects.2
Self-medication is never encouraged. We do not know about its dosage.2 We do not know how the drug should be taken, its side effects or its reactions. This means we underestimate its strength. Here, ignorance is not bliss.
People do self-medication because it is instant and of course, there is no expense of the doctor. But when eventually, they suffer from severe health issues, their medical expense increases two-fold. Self-medication as a habit can damage one’s health irrevocably, causing disabilities and even premature death.
In a nutshell
Consult a doctor for the correct diagnosis of your symptoms or illness
Take medicines only after consulting a doctor
Do not discontinue an ongoing treatment unless advised to do so by your doctor
References
Also Read: Vaginal Burning After Sex: Research-Based Reasons and Relief Options
Disclaimer: The information provided here is for educational/awareness purposes only and is not intended to be a substitute for medical treatment by a healthcare professional and should not be relied upon to diagnose or treat any medical condition. The reader should consult a registered medical practitioner to determine the appropriateness of the information and before consuming any medication. PharmEasy does not provide any guarantee or warranty (express or implied) regarding the accuracy, adequacy, completeness, legality, reliability or usefulness of the information; and disclaims any liability arising thereof.
Links and product recommendations in the information provided here are advertisements of third-party products available on the website. PharmEasy does not make any representation on the accuracy or suitability of such products/services. Advertisements do not influence the editorial decisions or content. The information in this blog is subject to change without notice. The authors and administrators reserve the right to modify, add, or remove content without notification. It is your responsibility to review this disclaimer regularly for any changes.
एस्कोरिल एलएस सिरप खांसी, जकडन और सांस की अन्य बीमारियों से राहत दिलाता है। इसका उपयोग ब्रोंकाइटिस और ब्रोन्कियल अस्थमा जैसी स्थितियों में ऐंठन(स्पाझम) या वायुमार्ग के संकुचन(कॉन्स्ट्रीक्शन) से जुड़ी तयार होने वाली खांसी के उपचार के लिए किया जाता है। एस्कॉरिल एलएस का उपयोग मोटा बलगम, घरघराहट और छाती की जकडन(कंजेशन) से जुड़ी सभी स्थितियों के लिए भी किया जाता है। यह सिरप इसके सक्रिय(अॅक्टीव) घटकों(इनग्रिडीएन्ट) के रूप में एम्ब्रोक्सोल, गुइफेनेसिन और लेवोसालबुटामोल को जोड़ती है। यह संयोजन(कॉम्बीनेशन) में कार्य करता है और गाढ़े बलगम से बंद वायुमार्ग को साफ करता है। इस प्रकार इसे खांसी से बाहर निकालना आसान हो जाता है। साथ ही, यह वायुमार्ग(एअरवेज) को आराम देकर सांस लेना आसान बनाता है। निर्धारित अनुसार ही लें; निर्धारित खुराक(डोस) या आवृत्ति(फ्रिक्वेंसी) से अधिक न हो। एस्कोरिल एलएस सिरप को डॉक्टर के निर्देशानुसार लेना चाहिए। भले ही आप इसे कुछ दिनों तक लेने के बाद बेहतर महसूस करने लगें, आपको इस दवा को लेना बंद नहीं करना चाहिए। आप कुछ सूस्ती का अनुभव कर सकते हैं, गाडी चलाते(ड्राइविंग) करते समय सावधानी बरतें या ऐसे कार्य करें जिनमें सतर्कता की आवश्यकता हो जब तक कि दवा के प्रति प्रतिक्रिया(रीस्पोंस) ज्ञात(नोन) न हो जाए। अगर आप सुधार में कमी या बिगड़ती स्थिति देखते हैं तो आपको अपने डॉक्टर को सूचित करना चाहिए। अपने डॉक्टर को सूचित करें अगर पहले प्रभावी(इफेक्टीव) आहार(रेजीमेन) अपेक्षित राहत नही दे रहा हो। इस सिरप को शुरू करने से पहले, अगर आप गर्भवती हैं, गर्भावस्था या स्तनपान की योजना बना रहे हैं और अपने विस्तृत(डीटेल) चिकित्सा(मेडिकल) इतिहास(हिस्ट्री) के बारे में डॉक्टर को सूचित करें।
एस्कोरिल एलएस सिरप का उपयोग अस्थमा के दौरे के लक्षणों जैसे वायुमार्ग और फेफड़ों(लंग्ज) में रुकावट और ऐंठन को दूर करने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग क्रोनिक(पुराने) ब्रोंकाइटिस के लिए भी किया जाता है, जिसमें फेफड़ों के अंदर वायु मार्ग की सूजन और सूजन की स्थिति होती है।
उल्टी करना
जी मिचलाना(नॉशिया)
चक्कर आना
सिर दर्द
सुस्ती
पसीना आना
मांसपेशियों में ऐंठन(क्रॅम्प्स)
उत्तर: उचित जानकारी के कारण गर्भावस्था के दौरान एस्कोरिल एलएस सिरप सुरक्षित है या नहीं, यह पता नहीं है। इस प्रकार, अगर आप गर्भवती हैं तो आपको इस दवा को लेने से बचना चाहिए। आपके डॉक्टर इस दवा को केवल तभी लिख सकते है जब इसे आवश्यक माना जाए।
उत्तर: इस सिरप के घटक बहुत कम मात्रा में स्तन के दूध में जाते हैं और बच्चे को किसी भी नुकसान से बचने के लिए स्तनपान के दौरान एस्कोरिल एलएस सिरप ना लेने की सलाह दी जाती है।
गाडी चलाना (ड्राइविंग)
उत्तर: एस्कोरिल एलएस सिरप आपकी ड्राइविंग क्षमता को प्रभावित करने के लिए नहीं जाना जाता है। यह ड्राइविंग क्षमता को प्रभावित नहीं करता है। हालांकि, अगर आप चक्कर आना और सुस्ती जैसे किसी दुष्प्रभाव देखने को मिलते हैं, तो वाहन चलाने और मशीन चलाने से बचें।
उत्तर: आपको एस्कोरिल एलएस सिरप के साथ शराब का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे सुस्ती, चक्कर आना और संवेदी(सेंसरी) नुकसान(इम्पेअरमेंट) हो सकती है।
Read in English: Ascoril Ls Bottle 100ml: Uses, Benefits, Side Effects and More!
(अदर जनरल वॉर्निंग)
अपने डॉक्टर से बात करें अगर
इसके अलावा, अपने डॉक्टर को उन सभी अन्य दवाओं जो आप लेते हैं और आपका पूरा चिकित्सा इतिहास के बारे में बताएं।
अधिक मात्रा के लक्षणों में मतली, उल्टी, पेट खराब, बेचैनी(रेस्टलेसनेस), चक्कर आना, हृदय(हार्ट) गति(रेट) का बढना, चक्कर आना और सुस्ती शामिल हैं। यदि आप किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं या आपको लगता है कि आपने इस दवा का बहुत अधिक सेवन कर लिया है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें या नजदीकी अस्पताल में जाएँ।
एस्कोरिल एलएस सिरप की एक खुराक गुम होने से उपचार की प्रभावशीलता(इफेक्टीवनेस) कम हो सकती है। यदि आप इस दवा की एक खुराक लेना भूल गए हैं, तो याद आने पर इसे जल्द से जल्द लें। यदि आपकी अगली खुराक का समय हो गया है, तो छूटी हुई खुराक को छोड़ दें और अपनी नियमित खुराक अनुसूची के साथ जारी रखें। छूटी हुई खुराक की भरपाई के लिए इस दवा की दोहरी खुराक न लें।
एस्कोरिल एलएस सिरप बलगम को पतला, पिघलाता और ढीला करता है जो वायुमार्ग को रोक कर रहा है ताकि इसे आसानी से बाहर निकाला जा सके। यह वायुमार्ग को भी आराम देता है और सांस लेना आसान बनाता है।
अन्य दवाओं के साथ प्रतिक्रिया
उत्तर: एस्कोरिल एलएस सिरप आमतौर पर गीली खांसी के लिए ही इस्तेमाल किया जाता है। यह बलगम (कफ) को ढीला(लूजनिंग) करने में मदद करता है, वायुमार्ग के स्राव को बढ़ाता है और वायुमार्ग को आराम देता है ताकि बलगम को खांसी के माध्यम से आसानी से वायुमार्ग से निकाला, द्रवित(लिक्वीफाइड) और निकाला(एक्सपेल्ड) जा सके।
उत्तर: इस दवा को बच्चे को देने की खुराक, समय और आवृत्ति डॉक्टर द्वारा स्थिति तक पहुंचने के बाद तय की जाती है। बिना डॉक्टर की सलाह के अपने बच्चे को कोई भी दवाई न दें।
उत्तर: एस्कोरिल एलएस सिरप का उपयोग वायुमार्ग में खांसी और जकडन से राहत के लिए किया जाता है।
इसका उपयोग श्वसन(रेस्पीरेटरी) संबंधी अन्य बीमारियों के इलाज के लिए भी किया जाता है। अपने बच्चे को यह सिरप देने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
उत्तर: हाँ, एस्कोरिल एलएस सिरप का उपयोग 2-12 वर्ष की आयु के बच्चों में किया जा सकता है। जिन स्थितियों के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है और खुराक एक चिकित्सक द्वारा निर्धारित किया जाना चाहिए।
इसका उपयोग 1-2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में भी किया जा सकता है, लेकिन सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
उत्तर: एस्कोरिल एलएस सिरप का उपयोग दमा संबंधित (अस्थमॅटीक) अटॅक के लक्षणों से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है और केवल तभी उपयोग किया जाना चाहिए जब आपके डॉक्टर द्वारा निर्धारित किया गया हो।
आपको अपने चिकित्सक से परामर्श किए बिना इस दवा का उपयोग दर्द निवारक के रूप में या किसी अन्य स्थिति के लिए नहीं करना चाहिए।
उत्तर: नहीं, एस्कोरिल एलएस सिरप नशे की लत या आदत बनाने वाला नहीं है, लेकिन यह सलाह दी जाती है कि इस दवा को अपने डॉक्टर द्वारा सुझाई गई सटीक खुराक और अवधि में लें। बताए गए खुराक से अधिक न लें।
उत्तर: नहीं, अपने आप से एस्कोरिल एलएस सिरप को बंद न करें, भले ही आप बेहतर महसूस करें और लक्षण कम हो जाएं। अगर डॉक्टर इसे आवश्यक समझते है, तो वह इसे रोकने से पहले धीरे-धीरे दवा की खुराक कम कर सकता/सकती है।
उत्तर : एस्कोरिल एलएस खांसी और ठंड की सामग्री है जो ब्रोंकाइटिस और अस्थमा जैसी स्थितियों में गीली खांसी के इलाज के लिए प्रयोग की जाती है।
यह आमतौर पर छींकने के इलाज के लिए उपयोग नहीं किया जाता है।
आगे की सलाह के लिए अपने डॉक्टर से पूछें।
उत्तर: कुछ व्यक्तियों को एस्कोरिल एलएस सिरप के उपयोग के साथ हाथों या धड़कन के ठीक झटके का अनुभव हो सकता है। यदि आप इनमें से किसी भी प्रभाव का अनुभव करते हैं, तो किसी भी मशीनरी को चलाने या संचालित करने से बचने की सलाह दी जाती है। यदि ये प्रभाव बने रहते हैं या बिगड़ जाते हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें।
त्तर: एस्कोरिल एलएस सिरप का उपयोग अस्थमा के दौरे के लक्षणों जैसे वायुमार्ग और फेफड़ों में रूकावट और बलगम से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग क्रोनिक ब्रोंकाइटिस के लिए भी किया जाता है, जहा फेफड़ों के अंदर वायु मार्ग की सूजन और सूजन की स्थिति होती है।
उत्तर: एस्कोरिल एलएस सिरप को अपने डॉक्टर के बताए अनुसार लें।
इसे इस्तेमाल करने से पहले अच्छी तरह हिलाएं। एक विशेष मापने वाले कप या चम्मच का उपयोग करके सावधानी से खुराक को मापें। सीधे बोतल से इस सिरप का सेवन न करें।
उत्तर: डॉक्टर को अपने विस्तृत मेडिकल और सर्जिकल इतिहास के बारे में सूचित करें।
उत्तर: एस्कोरिल सिरप को भोजन के साथ या खाली पेट ले सकते हैं, जैसा कि डॉक्टर ने बताया है। लेकिन यह सबसे अच्छा है अगर आप अधिकतम परिणामों के लिए इसे हर दिन एक ही समय पर लें।
उत्तर: एस्कोरिल एलएस इसके सेवन के 30 मिनट के भीतर अपना असर दिखाना शुरू कर देता है। हालांकि, यह किसी व्यक्ति की शारीरिक स्थिति पर निर्भर करता है और अलग-अलग व्यक्तियों में अलग-अलग होता है।
ए: दोनों दवाओं में अलग-अलग सक्रिय तत्व होते हैं। एस्कोरिल एलएस सिरप इसके सक्रिय अवयवों के रूप में एम्ब्रोक्सोल, गुएफेनेसीन और लेवोसाल्बुटामोल का संयोजन है।
इसमें एक म्यूकोलाईटिक गुण होता है, जो नाक, श्वासनली और फेफड़ों में कफ को पतला कर देता है जिससे खांसी को आसानी से बाहर निकाला जा सकता है। यह वायुमार्ग को भी आराम देता है और सांस लेना आसान बनाता है।
उत्तर: एस्कोरिल एलएस सिरप तीन सक्रिय घटकों का मिश्रण है- एम्ब्रोक्सोल, गुइफेनेसिन और लेवोसाल्बुटामोल। एस्कोरिल एलएस सिरप बलगम को पतला, पतला और ढीला करके काम करता है जो वायुमार्ग को अवरुद्ध कर रहा है ताकि इसे आसानी से बाहर निकाला जा सके।
यह वायुमार्ग को भी आराम देता है और सांस लेना आसान बनाता है।
उत्तर: इस सिरप के घटक बहुत कम मात्रा में स्तन के दूध में जाता हैं और बच्चे को किसी भी नुकसान से बचने के लिए स्तनपान के दौरान एस्कोरिल एलएस सिरप ना लेने की सलाह दी जाती है।
उत्तर: एस्कोरिल एलएस सिरप का उपयोग खांसी, भीड़ और अन्य श्वसन से राहत के लिए किया जाता है।
यह वायुमार्ग और फेफड़ों में ऐंठन, रुकावट, सूजन और संकुचन जैसे लक्षणों को दूर करने में मदद करता है।
उत्तर: कफ सीरप लेने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए।
उत्तर: एस्कोरिल एलएस सिरप के उपयोग से कुछ व्यक्तियों को दस्त का अनुभव हो सकता है। यह प्रभाव आम तौर पर हल्का होता है और हर कोई इसका अनुभव नहीं करता है।
इस अवधि के दौरान काफी तरल(फ्लूइड) पदार्थ पीने और हाइड्रेटेड रहने की सलाह दी जाती है। हालांकि, अगर ये प्रभाव बने रहते हैं या बिगड़ जाते हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें।
उत्तर: जिन व्यक्तियों को एस्कोरिल एलएस सिरप से एलर्जी है, वे इस दवा के उपयोग से पित्ती (पित्ती) का अनुभव कर सकते हैं। यदि आप इस तरह के किसी भी प्रभाव का अनुभव करते हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करने या तुरंत अस्पताल जाने की सलाह दी जाती है।
उत्तर: डॉक्टर द्वारा सिफारिश किए जाने पर एस्कॉर्ल एलएस सिरप का उपयोग केवल अस्थमा वाले व्यक्तियों में किया जाना चाहिए।
इस दवा का प्रयोग अपने दम पर न करें।
Disclaimer
The information provided herein is supplied to the best of our abilities to make it accurate and reliable as it is published after a review by a team of professionals. This information is solely intended to provide a general overview on the product and must be used for informational purposes only. You should not use the information provided herein to diagnose, prevent, or cure a health problem. Nothing contained on this page is intended to create a doctor-patient relationship, replace or be a substitute for a registered medical practitioner’s medical treatment/advice or consultation. The absence of any information or warning to any medicine shall not be considered and assumed as an implied assurance. We highly recommend that you consult your registered medical practitioner for all queries or doubts related to your medical condition. You hereby agree that you shall not make any health or medical-related decision based in whole or in part on anything contained in the Site. Please click here for detailed T&C.
अॅसिलॉक 150 टॅबलेट का उपयोग पेट(स्टमक) और आंतों(इन्टेस्टीनल) के अल्सर के इलाज के लिए किया जाता है। इसमें रैनिटिडिन सक्रिय(अॅक्टीव) घटक(इनग्रिडीएन्ट) के रूप में होता है। इसे सिर्फ आपके डॉक्टर द्वारा बताए गए समय(ड्यूरेशन) के लिए लिया जाना चाहिए। खूद से दवाई न ले। यह सिने में जलन(हार्ट बर्न), अपच(इनडाइजेशन) और गैस्ट्रोईसोफेगल रिफ्लक्स रोग के इलाज में भी सहायक है। अॅसिलॉक 150 के साथ, आपको अच्छे परिणामों के लिए अपनी दिनचर्या(डेली रूटीन) में थोड़ा बदलाव करने की आवश्यकता है, जिसमें कम तले हुए और मसालेदार भोजन, शराब और धूम्रपान(स्मोकिंग) छोड़ना आदि शामिल हैं।
उत्तर: गर्भवती महिलाए केवल आपके डॉक्टर द्वारा बताए जाने पर ही अॅसिलॉक 150 ले सकती है।
उत्तर: अगर आप स्तनपान कर रहे हैं तो अॅसिलॉक 150 टॅबलेट को ना ले क्योंकि रेनिटिडाइन मानव दूध में जाता है। स्तनपान कराने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ले।
उत्तर: यह दवा गाडी चलाने या मशीनरी का उपयोग करने की आपकी क्षमता(अॅबिलीटी) को प्रभावित नहीं करती है। हालांकि, अगर आप चक्कर आने जैसे दुष्प्रभाव देखने को मिलते हैं, तो आपको ड्राइविंग या मशीनों का उपयोग करने से बचना चाहिए।
उत्तर: शराब और एसीलोक 150 टॅबलेट के बीच कोई जाना संपर्क नहीं है। हालाँकि, शराब का सेवन ना करे क्योंकि यह अम्लता(अॅसिडीटी) को बढ़ाने के लिए जाना जाता है और आपकी अम्लता को और भी बुरा बना सकता है।
Read in English: Aciloc 150: Benefits, Uses, Side Effects and More!
यदि आप कोई अन्य उपचार, ओटीसी दवाएं या हर्बल(आयुर्वेदिक) सप्लीमेंट ले रहे हैं तो कृपया अपने डॉक्टर को सूचित करें।
ओवरडोज के कोई जाने लक्षण नहीं हैं। हालाँकि, अगर आपने इस दवा की बहुत अधिक खुराक ले ली है, तो डॉक्टरी सहायता लें या डॉक्टर को तुरंत बुलाएँ।
अगर आप कोई खुराक लेना भूल गए हैं, तो याद आने पर इसे जल्द से जल्द लें। यदि आपकी अगली खुराक का समय लगभग हो गया है, तो छूटी हुई खुराक को छोड़ दें और बताए गए समय पर अगली खुराक लें। छूटी हुई खुराक की भरपाई के लिए दोहरी खुराक न लें
पेट भोजन को पचाने(डायजेस्ट) के लिए एसिड पैदा(प्रोड्यूस) करता है। जब यह एसिड अधिक मात्रा में बनता है, तो इससे एसिडिटी, सीने में जलन और अल्सर हो सकता है। अॅसिलॉक 150 टॅबलेट गैस्ट्रिक(पेट का) एसिड के स्राव(सिक्रीशन) को रोककर काम करती है और जिससे पेट में मौजूद एसिड की मात्रा कम हो जाती है। यह एसिड से संबंधित अपच और सिने की जलन से राहत दिलाने में मदद करता है।
उत्तर: भोजन नली और पेट के बीच एक वॉल्व जैसी रचना(स्ट्रक्चर) होती है जिसे स्फिंक्टर कहा जाता है। यह वॉल्व आपके पेट में मौजूद एसिड और भोजन को वापस भोजन नली में आने से रोकता है। जब यह वाल्व कमजोर या हानिग्रस्त(डॅमॅज्ड) हो जाता है, तो एसिड पेट में प्रवेश करना शुरू कर देता है, जिससे सीने में जलन, निगलने(स्वॅलोइंग) में कठिनाई(डीफीकल्टी) और भोजन की वापसी(रीगरजीटेशन) होती है।
उत्तर: हां, आप जीवनशैली में कुछ बदलाव करके अॅसिडिटी की समस्या को नियंत्रित कर सकते हैं। दिन भर में अधिक बार छोटे-छोटे भोजन करें, भोजन के बाद 1 घंटे तक लेटने से बचें। अपने पेट पर दबाव से बचने के लिए ढीले-ढाले कपड़े पहनें।
मीठे पेय(ड्रींक्स), प्रक्रिया(प्रोसेस्ड) किया हुआ भोजन, मांस(मीट), सोडा, ज्यादा प्रोटीन वाले आहार से बचें। शराब का सेवन सीमित(लिमीट) करें और धूम्रपान छोड़ दें।
आहार और जीवन शैली में बदलाव के बारे में अधिक व्यक्तिगत जानकारी के लिए अपने डॉक्टर की सलाह ले।
उत्तर: इसे केवल आपके डॉक्टर द्वारा निर्धारित समय के लिए ले। लंबे समय तक उपयोग की सिफारिश नहीं की जाती है।
उत्तर: इसे ठीक वैसे ही लें जैसा आपके इलाज करने वाले डॉक्टर ने बताया है। इसे भोजन करने के बाद ही लेना चाहिए।
उत्तर: हाँ, दोनों अॅसिडीटी बढने का कारण बनते हैं। धूम्रपान खाने की नली और पेट के बीच मौजूद वॉल्व को भी शिथिल (रिलैक्स) कर देता है। इससे पेट का एसिड वापस ऊपर की ओर भोजन नली में आ जाता है। इससे रीफ्लक्स/जीईआरडी विकार बिगड़ जाते हैं।
उत्तर: निश्चित रूप से एक ही घटक और एक ही ताकत वाले अन्य ब्रांड हैं। लेकिन, डॉक्टर द्वारा बताई गई दवा ही लेने की सलाह दी जाती है।
उत्तर: हां, गैस्ट्राइटिस के इलाज के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। यह पेट में निकलने वाले एसिड की मात्रा को कम करने में मदद करता है और पेट दर्द और एसिड रिफ्लक्स के लिए आराम देने का कार्य करता है।
उत्तर: आदर्श रूप से, डॉक्टर द्वारा बताए गए सटीक खुराक और समय में लेने पर इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। आपको शायद ही कभी सिरदर्द, खुजली, चकत्ते या बुखार का अनुभव हो। यदि इनमें से कोई भी लक्षण आपको परेशान करता है तो डॉक्टर को सूचित करें।
उत्तर: एसिलोक पेट और आंतों के अल्सर, दिल की धड़कन, अपचन और गैस्ट्रोईसोफेजियल रीफ्लक्स रोग के इलाज में प्रयोग किया जाता है।
उत्तर: अॅसिलॉक 150 को ठीक वैसे ही लें जैसा आपके इलाज करने वाले डॉक्टर ने बताया है। इसे खाने के बाद ही लेना चाहिए। आपको अपने डॉक्टर द्वारा बताए गए से अधिक इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
उत्तर : अॅसिलॉक दीर्घकालिक(लाँगटर्म) प्रभाव(इफेक्ट) पैदा करना शुरू कर देता है और इस दवा को लेने के 30 मिनट के अंदर अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर देता है। इसके सेवन के दो घंटे के बाद ज्यादा प्रभाव देखा जा सकता है।
उत्तर: नहीं, दस्त के लिए अॅसिलॉक का उपयोग नहीं किया जाता है। यह एंटासिड दवा है जिसका उपयोग पेट और आंतों के अल्सर, सिने मे जलन, अपच और गैस्ट्रोईसोफेगल रिफ्लक्स रोग के उपचार में किया जाता है।
उत्तर : एसिलोक का प्रभाव इसके प्रशासन(अॅडमिनीस्ट्रेशन) के 60 मिनट के भीतर देखा जा सकता है। दवा का असर लगभग 4 – 6 घंटे तक रहेगा।
उत्तर: हाँ, अॅसिलॉक एंटासिड है। इसका उपयोग जीईआरडी, पेट और आंत के अल्सर और इन स्थितियों से संबंधित विभिन्न लक्षणों के इलाज के लिए किया जाता है।
उत्तर: जब तक आपके डॉक्टर द्वारा सलाह न दी जाए तब तक किसी बच्चे को अॅसिलॉक न दें। खूद से दवा ना ले।
उत्तर: गर्भवती महिलाए केवल आपके डॉक्टर द्वारा बताए जाने पर ही अॅसिलॉक ले सकती है।
उत्तर: अॅसिलॉक 150 टैबलेट लेने से शायद ही कब्ज हो सकता है। हर कोई एक जैसा अनुभव नहीं करता।
Disclaimer
The information provided herein is supplied to the best of our abilities to make it accurate and reliable as it is published after a review by a team of professionals. This information is solely intended to provide a general overview on the product and must be used for informational purposes only. You should not use the information provided herein to diagnose, prevent, or cure a health problem. Nothing contained on this page is intended to create a doctor-patient relationship, replace or be a substitute for a registered medical practitioner’s medical treatment/advice or consultation. The absence of any information or warning to any medicine shall not be considered and assumed as an implied assurance. We highly recommend that you consult your registered medical practitioner for all queries or doubts related to your medical condition. You hereby agree that you shall not make any health or medical-related decision based in whole or in part on anything contained in the Site. Please click here for detailed T&C.
न्यू फॉलिहेयर टैबलेट बालों को बढ़ने में मदद करने वाला एक न्यूट्रीशनल सप्लीमेंट है। न्यू फॉलिहेयर टैबलेट में मल्टीविटामिन, मल्टी-मिनरल, अमीनो एसिड, बायोटिन और नेचुरल एक्सट्रैक्ट जैसे ग्रेपसीड एक्सट्रैक्ट्स और सोया आइसोफ्लेवोन्स का मिश्रण है। ये इंग्रेडिएंट्स मिले-जुले प्रभाव से बालों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। यह सप्लीमेंट खोपड़ी के बालों और त्वचा को मज़बूती, नमी और पोषण देता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जिनकी मदद से यह बालों को होने वाले नुकसान से बचाता है। यह केराटिन सिंथेसिस और खोपड़ी और बालों के रोम-रोम तक खून पहुँचाने में भी मदद करता है। इसे अपने डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन या फार्मासिस्ट की सलाह के अनुसार ही लें।
Read in English: New Follihair Tablet – causes, symptoms, treatment and more!
उत्तर: हां, न्यू फॉलिहेयर टैबलेट लेने से बालों को तब फ़ायदा होता है जब इसे डॉक्टर की निगरानी में लिया जाता है। यह दवा आपके बालों को मज़बूत बनाती है, उगने में मदद करती है और पोषण देती है।
उत्तर: फॉलिहेयर टैबलेट को आपके डॉक्टर द्वारा बताई गई डोज़ और तय समय तक ही लिया जाना चाहिए। किसी भी डोज़ को छोड़ने या इलाज बंद करने से, आपको वैसे नतीजे नहीं मिल पाते जिनकी आप उम्मीद कर रहे हैं।
उत्तर: फिनैक्स टैबलेट में फिनास्टेराइड होता है जिसे आमतौर पर बालों के झड़ने और मेल पैटर्न बाल्डनेस/पुरुषों में गंजेपन के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। फॉलिहेयर टैबलेट बालों के झड़ने और पोषण संबंधी कमियों के कारण बालों के झड़ने के इलाज के लिए उपयोग किया जाने वाला एक न्यूट्रीशनल सप्लीमेंट है। आपको केवल अपने डॉक्टर द्वारा बताई गई दवा लेनी चाहिए क्योंकि वे इसे आपके डायग्नोसिस और मेडिकल हिस्ट्री के आधार पर लिखेंगे।
उत्तर: आपको न्यू फॉलिहेयर टैबलेट को डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही लेना चाहिए।
उत्तर: यह मल्टीविटामिन, मल्टी-मिनरल, अमीनो एसिड, बायोटिन और नेचुरल एक्सट्रैक्ट वाला न्यूट्रीशनल सप्लीमेंट है, कुछ रोगियों में से लेने से जी मिचलाने की समस्या हो सकती है।
उत्तर: न्यू फॉलिहेयर टैबलेट का उपयोग मुख्य रूप से बालों का गिरना कम करने और बालों के विकास को बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है। यह दवा बालों को समय से पहले सफ़ेद होने से रोकने में मदद नहीं कर सकती है।
उत्तर: प्रेग्नेंसी के दौरान इस सप्लीमेंट की सुरक्षा के बारे में सीमित जानकारी उपलब्ध है। इसलिए, प्रेग्नेंसी के दौरान इस सप्लीमेंट का उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी ज़रूरी है।
उत्तर: नहीं, इसमें विटामिन, मिनरल, अमीनो एसिड, बायोटिन और नेचुरल एक्सट्रैक्ट का कॉम्बिनेशन होता है जो बालों के विकास के लिए ज़रूरी हैं।
उत्तर: डॉक्टर की सलाह के अनुसार न्यू फॉलिहेयर की सही डोज़ और इसे तय समय तक लेने से कोई साइड इफेक्ट्स नहीं पाया गया है। हालांकि, अगर आपको इस टैबलेट को लेने के बाद कोई असामान्य लक्षण महसूस होता है, तो तुरंत अपने डॉक्टर को इसकी जानकारी दें।
उत्तर: जब तक डॉक्टर ने इसे लेने की सलाह दी है, तब तक फॉलिहेयर को लेते रहना चाहिए। इसे डॉक्टर आमतौर पर लंबे समय तक के लिए लेने की सलाह देते हैं, जैसे कई हफ्तों से लेकर महीनों तक। यह सलाह दी जाती है कि बेहतरीन नतीजे पाने के लिए इस सप्लीमेंट की कोई भी डोज़ छोड़े बिना इसे नियमित रूप से लें। इसके अलावा, इसे हर दिन एक तय समय पर लेने की कोशिश करें।
उत्तर: फॉलिहेयर को आप सुबह खाना खाने के बाद या डॉक्टर के बताए अनुसार ले सकते हैं। इसे खाने के साथ लेने से दवा जल्दी एब्सोर्ब होती है और बेहतर नतीजे मिलते हैं और पेट भी नहीं बिगड़ता।
उत्तर: फॉलिहेयर को अपना पूरा असर दिखाने में कम से कम 3-4 महीने लग सकते हैं। लेकिन यह सलाह दी जाती है कि इस हेयर सप्लीमेंट को बताए गए समय तक के लिए नियमित रूप से लेते रहें। इस दवा को नियमित रूप से सही समय पर लेने से इसका असर बढ़ जाता है।
उत्तर: हां, आप फॉलिहेयर को हर रोज़ ले सकते हैं लेकिन केवल बताए गए समय तक के लिए। डॉक्टर की सलाह लिए बिना, दिन की तय अधिकतम डोज़ से ज़्यादा डोज़ न लें। साथ ही, इस दवा को इलाज के लिए तय समय से ज़्यादा समय तक भी न लें।
Disclaimer
The information provided herein is supplied to the best of our abilities to make it accurate and reliable as it is published after a review by a team of professionals. This information is solely intended to provide a general overview on the product and must be used for informational purposes only. You should not use the information provided herein to diagnose, prevent, or cure a health problem. Nothing contained on this page is intended to create a doctor-patient relationship, replace or be a substitute for a registered medical practitioner’s medical treatment/advice or consultation. The absence of any information or warning to any medicine shall not be considered and assumed as an implied assurance. We highly recommend that you consult your registered medical practitioner for all queries or doubts related to your medical condition. You hereby agree that you shall not make any health or medical-related decision based in whole or in part on anything contained in the Site. Please click here for detailed T&C.
फ्लैजिल 400 टैबलेट इन्फेक्शन का इलाज करने वाली दवा है। इसका उपयोग बैक्टीरिया और पैरासाइट के कारण होने वाले इन्फेक्शन का इलाज करने के लिए किया जाता है। फ्लैजिल 400 टैबलेट रक्त, पेट, आंत, दांत, त्वचा, फेफड़े, हड्डियों, जननांग मार्ग आदि के विभिन्न संक्रमणों के इलाज के लिए असरदार है। इसका उपयोग ऑपरेशन या सर्जरी के बाद इन्फेक्शन को रोकने के लिए भी किया जाता है। फ्लैजिल 400 टैबलेट में एक्टिव इंग्रेडिएंट के रूप में मेट्रोनिडाजोल होता है। यह इन्फेक्शन करने वाले जीव को बनने से रोकने का काम करती है, उस जीव की महत्वपूर्ण प्रक्रिया में रुकावट डालकर। अपने डॉक्टर द्वारा बताई गई सही डोज़ और अवधि में फ्लैजिल 400 टैबलेट लें। आप इसे खाने के साथ या बाद में ले सकते हैं। अगर आप कुछ दिनों में बेहतर महसूस करने लगें तो भी इस दवा को लेना बंद न करें। असरदार इलाज पाने के लिए डॉक्टर की लिखी एंटीबायोटिक दवाओं का कोर्स ज़रूर पूरा करें। अगर आप इस दवा को लेने के बाद दस्त जैसे सामान्य साइड इफेक्ट्स का अनुभव करते हैं, तो ज़रूरी मात्रा में तरल पदार्थ पीने और शरीर में नमी बनाए रखने का सुझाव दिया जाता है। हालांकि, हर किसी को ये साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं और ये आमतौर पर समय के साथ चले जाते हैं। अगर ये लक्षण गंभीर हैं या मिट नहीं रहे हैं, तो अपने डॉक्टर को इसकी जानकारी दें। अगर आपको इसके किसी भी इंग्रेडिएंट से एलर्जी है तो इस दवा को न लें। अगर आप गर्भवती हैं, गर्भवती होने के बारे में सोच रही हैं या ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं तो फ्लैजिल 400 टैबलेट शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर को इस बारे में बताएं और अपनी सारी मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी भी दें। इसके अलावा, आपके द्वारा लिए जाने वाली अन्य सभी दवाओं और सप्लीमेंट्स के बारे में भी डॉक्टर को बताएं।
उत्तर: प्रेग्नेंसी के दौरान फ्लैजिल 400 टैबलेट का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए, खासतौर पर प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में। डॉक्टर आपको दवा तभी लिखेंगे जब उन्हें ऐसा लगेगा कि इसके जोखिम की तुलना में लाभ कहीं ज़्यादा हैं।
उत्तर: फ्लैजिल 400 टैबलेट लेने के दौरान और इलाज बंद होने के कम से कम एक दिन बाद तक ब्रेस्टफीडिंग कराने से बचें।
उत्तर: आप सिर घूमने, नींद आने, भ्रम की स्थिति, मतिभ्रम (काल्पनिक चीज़ें होने), नज़र में गड़बड़ी या कभी-कभी दौरे पड़ने जैसी स्थितियों का अनुभव हो सकता है। इसलिए गाड़ी या मशीन चलाते समय सावधानी बरतें।
उत्तर: इस दवा के साथ शराब पीने से डाईसुलफिराम जैसी प्रतिक्रिया होने की ज़्यादा संभावना होती है। इससे रक्तचाप कम होने, तेज़ी से गर्मी महसूस होने, जी मिचलाने, सांस की तकलीफ होने और चक्कर आने जैसी स्थितियों का अनुभव हो सकता है। इलाज के दौरान शराब न पिएं। फ्लैजिल 400 के साथ इलाज के दौरान और इलाज के बाद कम से कम 48 घंटे तक आपको शराब नहीं पीनी चाहिए।
Read in English: Flagyl 400mg: Benefits, Uses, Side Effects and More!
डॉक्टर की सलाह के अनुसार फ्लैजिल 400 टैबलेट लें। इसे खाने के दौरान या बाद में पानी के साथ निगलना चाहिए।
फ्लैजिल 400 टैबलेट की ओवरडोज़ के लक्षणों में जी मिचलाना, उल्टी, दस्त, वज़न घटना, स्वाद में गड़बड़ महसूस होना, सिरदर्द, सिर घूमना, नींद आना और नींद की कमी होना शामिल हैं। अगर आपको लगता है कि आपने इस दवा की बहुत ज़्यादा डोज़ ले ली है, तो फौरन अपने डॉक्टर से बात करें या नज़दीकी अस्पताल में जाएँ।
अगर आपने कोई डोज़ मिस कर दी है, तो याद आते ही इसे ले लें। अगर अगली डोज़ का समय हो गया है तो मिस की गई डोज़ न लें और अपने नियमित डोज़िंग शेड्यूल को जारी रखें। मिस हुई डोज़ की कमी पूरी करने के लिए दवा की डबल डोज़ न लें।
फ्लैजिल 400 मि.ग्रा. का काम करने का तरीका
फ्लैजिल 400 टैबलेट इन्फेक्शन करने वाले बैक्टीरिया और पैरासाइट्स को बनने से रोकती है, यह दवा उनके डीएनए सिंथेसिस जैसी महत्वपूर्ण प्रक्रिया में रुकावट डालती है जिससे डीएनए स्ट्रैंड टूट जाते हैं।
उत्तर: डोज़ को बताई गई अवधि तक लें। इस दवा का लंबे समय तक उपयोग करने से नस डैमेज होने जैसे साइड इफेक्ट्स और ज़्यादा बढ़ सकते हैं।
उत्तर: नहीं, आपको खाना खाने के साथ या बाद में दवा लेनी चाहिए।
उत्तर: नहीं, प्रेग्नेंसी के दौरान इस दवा की सुरक्षा के बारे में बहुत सीमित जानकारी उपलब्ध है, इसलिए आपको प्रेग्नेंसी के दौरान यह दवा नहीं लेनी चाहिए।
उत्तर: नहीं, इस दवा के साथ इलाज के दौरान और दवा का कोर्स खत्म करने के बाद कम से कम 48 घंटे तक शराब न पिएं।
उत्तर: फ्लैजिल 400 टैबलेट को ओवरडोज़ में लेने से जी मिचलाने, उल्टी, असंतुलन और भ्रमित होने जैसी स्थिति का अनुभव हो सकता है। अगर आपको लगता है कि आपने बहुत ज़्यादा दवा ले ली है, तो डॉक्टर से संपर्क करें या नजदीकी अस्पताल में जाएँ।
उत्तर: नहीं, फ्लैजिल 400 फंगस पर काम नहीं करती। फंगल इन्फेक्शन का इलाज करने के लिए इस दवा को न लें।
उत्तर: इस दवा को लेने की डोज़ और फ्रीक्वेंसी आपके डॉक्टर द्वारा तय की जाती है। आपको इस दवा को खाना खाते समय या बाद में लेना चाहिए।
उत्तर: नहीं, ऐसी कोई जानकारी नहीं है कि फ्लैजिल 400 आपकी नियमित माहवारी को प्रभावित करती हो। अगर आप इस दवा को लेने के दौरान अनियमित माहवारी या माहवारी में देरी का अनुभव करती हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें।
उत्तर: फ्लैजिल 400 लेने से पेशाब का रंग गहरा होना बहुत कम ही देखा गया है और ऐसा 10000 में से 1 व्यक्ति पर हो सकता है। इस दवा को लेने वाले हरेक व्यक्ति को यह साइड इफेक्ट नहीं होता है।
उत्तर: हां, फ्लैजिल 400 टैबलेट का उपयोग अमीबायसिस जैसे पैरासाइट इन्फेक्शन के कारण होने वाले दस्त या पेचिश का इलाज करने के लिए किया जाता है।
उत्तर: नहीं, यह दवा दांत के इन्फेक्शन में उपयोग करने के लिए नहीं है।
उत्तर: आपको इस दवा के साथ शराब पीने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से डाईसुलफिराम जैसी प्रतिक्रिया होने की ज़्यादा संभावना होती है। इससे रक्तचाप कम होने, तेज़ी से गर्मी महसूस होने, जी मिचलाने, सांस की तकलीफ होने और चक्कर आने जैसी स्थितियों का अनुभव हो सकता है। फ्लैजिल 400 के साथ इलाज के दौरान और इलाज के बाद कम से कम 48 घंटे तक आपको शराब नहीं पीनी चाहिए।
उत्तर: हां, फ्लैजिल एंटीबायोटिक्स की एक श्रेणी से संबंधित है जिसे नाइट्रोइमिडाज़ोल कहा जाता है जिन्हें बैक्टीरिया और पैरासाइट से होने वाले इन्फेक्शन का इलाज करने के लिए उपयोग किया जाता है।
उत्तर: फ्लैजिल 400 इन्फेक्शन का इलाज करने वाली दवा है। इसे बैक्टीरिया और पैरासाइट से होने वाले इन्फेक्शन का इलाज करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह शरीर के कई अंगों में इन्फेक्शन का इलाज करने के लिए असरदार दवा है, जैसे रक्त, पेट, आंत, दांत, त्वचा, फेफड़े, हड्डियों, जननांग मार्ग आदि के इन्फेक्शन के लिए। इसका उपयोग ऑपरेशन या सर्जरी के बाद इन्फेक्शन को रोकने के लिए भी किया जाता है।
उत्तर: फ्लैजिल 400 टैबलेट का उपयोग अमीबायसिस जैसे पैरासाइट इन्फेक्शन के कारण होने वाले दस्त या पेचिश का इलाज करने के लिए किया जाता है।
उत्तर: फ्लैजिल 400 टैबलेट इन्फेक्शन करने वाले बैक्टीरिया और पैरासाइट्स को बनने से रोकती है, यह दवा उनके डीएनए सिंथेसिस जैसी महत्वपूर्ण प्रक्रिया में रुकावट डालती है जिससे डीएनए स्ट्रैंड टूट जाते हैं।
उत्तर: यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (यूटीआई) के इलाज के लिए फ्लैजिल 400 टैबलेट का उपयोग किया जा सकता है। हालांकि, आपको इस दवा का उपयोग केवल तभी करना चाहिए जब आपके डॉक्टर ने इसे लेने की सलाह दी हो। डॉक्टरी सलाह के बिना इस दवा का उपयोग न करें।
उत्तर: हाँ, बच्चों में फ्लैजिल 400 टैबलेट का उपयोग किया जा सकता है। हालांकि, आपको यह दवा अपने बच्चे को तभी देनी चाहिए जब आपके डॉक्टर ने ऐसा करने की सलाह दी हो। अपने बच्चे को यह दवा डॉक्टरी सलाह के बिना न दें।
उत्तर: फ्लैजिल 400 टैबलेट को डॉक्टर की सलाह के अनुसार लिया जाना चाहिए।
एलेग्रा-ऐम टैबलेट एलर्जी का इलाज करने वाली दवा है। इसका उपयोग एलर्जिक राइनाइटिस के लक्षणों की रोकथाम के लिए किया जाता है। इस स्थिति में नाक बहना और बंद होना, फेफड़ों के वायुमार्ग में रुकावट, छींक आना, खुजली होना, आंखों में पानी आना और एलर्जी के अन्य लक्षण देखे जा सकते हैं। इस टैबलेट में एक्टिव इंग्रेडिएंट के रूप में मोंटेलुकास्ट और फेक्सोफेनाडीन का कॉम्बिनेशन होता है। एलेग्रा-ऐम एलर्जी के लक्षण उत्पन्न करने वाले केमिकल्स को बनने से रोकती है। एलर्जिक राइनाइटिस को ‘हे फीवर’ के नाम से भी जाना जाता है। यह एलर्जेन के कारण आपकी नाक के अंदर सूजन होने की स्थिति है। एलर्जिक राइनाइटिस एक आम स्वास्थ्य समस्या है जो किसी भी व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करती है और अगर समय पर इलाज न किया जाए तो आगे चलकर अस्थमा, ओटाइटिस मीडिया और साइनुसाइटिस जैसी समस्याएं हो सकती हैं। आपको एलेग्रा-ऐम टैबलेट को डॉक्टर की सलाह के अनुसार, तय की गई अवधि तक के लिए ही लेना चाहिए। आप इस टैबलेट को खाने के साथ या खाली पेट ले सकते हैं, लेकिन बेहतर परिणामों के लिए हर दिन एक तय समय पर लेना बेहतर होगा। इस दवा को लेने के दौरान आपको सिर घूमने, नींद आने और सिरदर्द जैसी स्थितियों का अनुभव हो सकता है। इसलिए गाड़ी और मशीन चलाते समय सावधानी बरतें। इस दवा को लेते समय, आपको नियमित रूप से अपनी नाक को धोना चाहिए, ताकि आपके नासिका मार्ग से एलर्जेन निकल जाए। सावधानी के तौर पर, आपको किसी विशेष एलर्जेन के संपर्क में आने से बचना चाहिए जिससे एलर्जी ट्रिगर होने के बारे में आप जानते हैं या जिससे आपको एलर्जी ट्रिगर होने का अंदेशा हो।
केवल वयस्कों में एलर्जिक राइनाइटिस के इलाज के लिए।
अगर आपको मोंटेलुकास्ट और फेक्सोफेनाडीन या इस दवा के किसी भी इंग्रेडिएंट से एलर्जी है।
उत्तर: प्रेग्नेंसी के दौरान इस दवा का उपयोग केवल तभी किया जा सकता है जब आपके डॉक्टर को ऐसा लगे कि आपको यह दवा दी जानी ज़रूरी है।
उत्तर: ब्रेस्टफीडिंग के दौरान यह दवा नहीं लेनी चाहिए।
उत्तर: अगर आपको यह दवा लेने के बाद सिर घूमने या नींद आने जैसा महसूस होता है, तो न ही गाड़ी चलाएँ और न ही किसी भी मशीनरी को ऑपरेट करें।
उत्तर: इस दवा के साथ शराब पीने से बचने की सलाह दी जाती है, खासकर अगर आपको लिवर की कोई बीमारी है। इस दवा को लेते समय शराब पीने से सिर घूमने और नींद आने जैसे साइड इफेक्ट्स और बदतर हो सकते हैं।
Read in English: Allegra M: Benefits, Uses, Side Effects and More!
अपने डॉक्टर से बात करें अगर
आपके डॉक्टर की सलाह के अनुसार, इस दवा को पानी की सही मात्रा के साथ साबुत (पूरा) लेना चाहिए।
एलेग्रा-ऐम की ओवरडोज़ के लक्षणों में पेट दर्द, नींद न आना, प्यास लगना, सिरदर्द, उल्टी, मानसिक स्थिति में बदलाव, नींद आना, मुंह सूखना, थकान होना और सिर घूमना शामिल हैं। अगर आपने इस दवा की बहुत ज़्यादा डोज़ ले ली है, तो फौरन अपने डॉक्टर से बात करें या नज़दीकी अस्पताल में जाएँ।
अगर आपने कोई डोज़ मिस कर दी है, तो याद आते ही इसे ले लें। अगर अगली डोज़ का समय हो गया है तो मिस की गई डोज़ न लें और अपने नियमित डोज़िंग शेड्यूल को जारी रखें। मिस हुई डोज़ की कमी पूरी करने के लिए दवा की डबल डोज़ न लें।
मॉन्टेलुकास्ट, ल्यूकोट्रिएन रिसेप्टर्स से जुड़कर एलर्जिक मेडिएटर ल्यूकोट्राईन्स को काम करने से रोकती है और एलर्जी के लक्षणों से आराम दिलाने में मदद करता है। फेक्सोफेनाडीन, एलर्जी वाली प्रतिक्रियाओं के दौरान शरीर द्वारा बनाए गए प्राकृतिक पदार्थ हिस्टामीन के एक्शन को ब्लॉक करके काम करती है।
अंगूर का रस, संतरा या सेब इस दवा के काम करने पर असर डाल सकते हैं।
उत्तर: नहीं, एलेग्रा-ऐम का उपयोग एलर्जी कंजंक्टिवाइटिस के इलाज के लिए नहीं किया जाना चाहिए। एलर्जी कंजंक्टिवाइटिस एक आम समस्या है जो पर्यावरण से एक विशेष एलर्जेन के संपर्क में आने के कारण आंख की बाहरी परत को प्रभावित करती है। इलाज के लिए कोई भी दवा लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
उत्तर: नहीं, एलेग्रा-ऐम एलर्जी का इलाज करने वाली दवा है और बैक्टीरियल इन्फेक्शन के खिलाफ बेअसर है। आपको यह दवा सिर्फ़ एलर्जी के इलाज के लिए लेनी चाहिए।
उत्तर: एलेग्रा-ऐम को खाने के साथ या खाली पेट या आपके डॉक्टर की सलाह के अनुसार लिया जा सकता है। अगर आपका पेट कमज़ोर है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें, वे आपसे इस दवा को खाने के साथ लेने के लिए कह सकते हैं।
उत्तर: हाँ, यह दवा लेने से कुछ लोगों को नींद आ सकती है। हालांकि, ज़रूरी नहीं कि इस दवा को लेने वाले हर व्यक्ति को इसी तरह का अनुभव हो। अगर यह साइड इफेक्ट आपको परेशान कर रहा है या इससे आपके रोज़मर्रा के काम-काज में समस्या हो रही है, तो अपने डॉक्टर से बात करें।
उत्तर: नहीं, एलेग्रा-ऐम एलर्जी का इलाज करने वाली दवा है, यह सूखी खांसी के इलाज के लिए बेअसर है। सूखी खांसी एक ऐसी स्थिति है जिसे बिना बलगम वाली खांसी के रूप में भी जाना जाता है, इसमें इतनी मात्रा में कफ नहीं बनता है जो आपके फेफड़ों के वायुमार्ग, गले या छाती में दर्द करे।
उत्तर: एलेग्रा-ऐम को खाने के साथ या खाली पेट या आपके डॉक्टर की सलाह के अनुसार लिया जा सकता है। आपके डॉक्टर तय करते है कि आपको कितनी गोलियां लेनी चाहिए और आपको यह दवा कब लेनी चाहिए।
उत्तर: एलेग्रा-ऐम अस्थमा के दौरे में इस्तेमाल के लिए नहीं है। इस दवा को अपने डॉक्टर द्वारा बताई गई स्थिति के अलावा किसी अन्य स्थिति के लिए उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है। अपना इलाज खुद करने की ग़लती न करें।
उत्तर: इस दवा को अंगूर के रस के साथ न लें। इसे सेब और संतरे के साथ भी न लें।
उत्तर: हां, अगर डॉक्टर ने इसे लेने की सलाह दी है तो इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। प्रेग्नेंसी में इसकी सुरक्षा के बारे में सीमित सुरक्षा जानकारी उपलब्ध है, इसलिए अपना इलाज खुद करने की ग़लती न करें।
उत्तर: नहीं, आपको इस दवा को अपने डॉक्टर द्वारा तय किए समय तक के लिए लेना चाहिए, इलाज के बीच में यह दवा लेना बंद करने से एलर्जी के लक्षण वापस आ सकते हैं।
उत्तर: एलेग्रा-ऐम का उपयोग एलर्जिक राइनाइटिस या हे फीवर के लक्षणों जैसेकि नाक बहने और नाक बंद होने, फेफड़ों के वायुमार्ग में रुकावट, छींक आने, खुजली, आंखों में पानी आने और एलर्जी के अन्य लक्षणों की रोकथाम के लिए किया जाता है।
उत्तर: मोंटेयर एलसी और एलेग्रा-ऐम दोनों एलर्जी का इलाज करने वाली दवाएं हैं जो एलर्जिक राइनाइटिस के लक्षणों की रोकथाम के लिए उपयोग की जाती हैं। इनकी कम्पोज़ीशन में अन्तर है। मोंटेर एलसी में मोंटेलुकास्ट और लेवोसेटिरिज़िन का कॉम्बिनेशन होता है जबकि एलेग्रा-ऐम में मोंटेलुकास्ट और फेक्सोफेनाडीन का कॉम्बिनेशन होता है। आपकी बीमारी की स्थिति देखने के बाद आपके डॉक्टर तय करेंगे कि आपको कौन सी दवा देनी है।
उत्तर: नहीं, इस टैबलेट के कंपोनेंट में स्टेरॉय्ड नहीं होता। वे एलर्जी का इलाज करने वाली दवाएं हैं और एलर्जी वाली प्रतिक्रियाओं जैसे नाक बहना, छींकना, खुजली आदि को कम करती हैं।
उत्तर: नहीं, इस टैबलेट के कंपोनेंट में एंटीबायोटिक्स नहीं होते।
उत्तर: नहीं, यह खांसी के लिए बेअसर है। खांसी अलग-अलग कारणों से हो सकती है और इसलिए खांसी के इलाज के लिए कोई भी दवा लेने से पहले बेहतर होगा कि आप डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।
उत्तर: लक्षण दिखने पर आप एलेग्रा-ऐम ले सकते हैं। अगर आपको बेहतर महसूस न हो तो डॉक्टर को इसके बारे में बताएं। बिना डॉक्टर की सलाह के इसे लगातार न लेते रहें।
उत्तर: नहीं, आपको बिना डॉक्टर की सलाह के कोविड-19 के इलाज या रोकथाम के लिए कोई दवा नहीं लेनी चाहिए। अगर कोविड-19 के लिए आपका टैस्ट रिज़ल्ट पॉज़िटिव आया है, तो तुरंत अपने डॉक्टर को इसकी जानकारी दें। आपकी स्थिति और मेडिकल हिस्ट्री की गंभीरता के आधार पर डॉक्टर आपको ज़रूरी दवा लिखेंगे।
उत्तर: एलेग्रा-ऐम टैबलेट एलर्जी का इलाज करने वाली दवा है जिसका उपयोग एलर्जिक राइनाइटिस के लक्षणों की रोकथाम के लिए किया जाता है। इसलिए, अस्थमा के इलाज के लिए कोई भी दवा लेने से पहले बेहतर होगा कि आप डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें। अपना इलाज खुद करने की ग़लती न करें।
उत्तर: एलेग्रा-ऐम टैबलेट लेने के बाद आपको इसके साइड इफेक्ट्स के रूप में नींद आने जैसा अनुभव हो सकता है।
उत्तर: एलेग्रा-ऐम टैबलेट की आदत नहीं पड़ती है।
उत्तर: हालांकि दोनों दवाएं एलर्जी का इलाज करने वाली दवाएं हैं लेकिन इनके एक्टिव इंग्रेडिएंट अलग-अलग हैं। एलेग्रा-ऐम टैबलेट में मोंटेलुकास्ट और फेक्सोफेनाडीन का कॉम्बिनेशन होता है, जबकि एलेग्रा में एक्टिव इंग्रेडिएंट के रूप में केवल फेक्सोफेनाडीन होता है। रोग के कारण और आपकी मेडिकल हिस्ट्री के आधार पर, आपके डॉक्टर इन दवाओं में से कोई एक दवा लिखकर देंगे।
उत्तर: इस दवा को लेने के साइड इफेक्ट्स के रूप में कभी-कभी आपको नींद आने या सिर घूमने जैसा अनुभव हो सकता है। हालांकि, यह लक्षण आमतौर पर हल्का होता है और अपने-आप ठीक हो जाता है। हालांकि, ज़रूरी नहीं कि इस दवा को लेने वाले हर व्यक्ति को इसी तरह का अनुभव हो।
उत्तर: हां, एलेग्रा-ऐम का उपयोग आम सर्दी-ज़ुकाम या एलर्जी के लक्षणों जैसे नाक बहने, नाक बंद होने, छींकने, आंखों में पानी आने आदि लक्षणों की रोकथाम या इलाज के लिए किया जा सकता है। हालांकि, इसका उपयोग केवल डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही किया जाना चाहिए।
उत्तर: एलेग्रा-ऐम में इंग्रेडिएंट के रूप में मोंटेलुकास्ट और फेक्सोफेनाडीन का कॉम्बिनेशन मौजूद है।
उत्तर: नहीं, आपको इस दवा के साथ शराब पीने से बचना चाहिए, खासकर अगर आपको लिवर की कोई बीमारी है। इस दवा को लेते समय शराब पीने से सिर घूमने और नींद आने जैसे साइड इफेक्ट्स और बदतर हो सकते हैं।
उत्तर: एलर्जिक राइनाइटिस या एलर्जी के कारण बंद नाक और भरी नाक के इलाज के लिए एलेग्रा-ऐम टैबलेट का उपयोग किया जा सकता है। हालांकि, यह दवा केवल तभी लेनी चाहिए जब आपके डॉक्टर द्वारा ऐसा करने की सलाह दी गई हो।
उत्तर: एलर्जी वाली प्रतिक्रिया के कारण बने बलगम को कम करने के लिए एलेग्रा-ऐम टैबलेट का उपयोग किया जा सकता है। हालांकि, इस दवा को केवल डॉक्टर की सलाह से ही लिया जाना चाहिए।
उत्तर: एलर्जिक राइनाइटिस के कारण होने वाली स्किन एलर्जी या अर्टिकेरिया (हाइव्स) के इलाज के लिए एलेग्रा-ऐम टैबलेट का उपयोग किया जा सकता है। हालांकि, इस दवा को केवल तभी लें जब आपके डॉक्टर ने आपको ऐसा करने की सलाह दी हो। अपना इलाज खुद करने की ग़लती न करें।
उत्तर: एलेग्रा-ऐम टैबलेट के उपयोग से कुछ व्यक्तियों को ददोरे पड़ने या सीने में जकड़न का अनुभव हो सकता है। हालांकि, हर कोई इन प्रभावों का अनुभव नहीं करता है और वे आमतौर पर समय के साथ चले जाते हैं। हालांकि, अगर ये प्रभाव बने रहते हैं या बिगड़ जाते हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें।
Disclaimer
The information provided herein is supplied to the best of our abilities to make it accurate and reliable as it is published after a review by a team of professionals. This information is solely intended to provide a general overview on the product and must be used for informational purposes only. You should not use the information provided herein to diagnose, prevent, or cure a health problem. Nothing contained on this page is intended to create a doctor-patient relationship, replace or be a substitute for a registered medical practitioner’s medical treatment/advice or consultation. The absence of any information or warning to any medicine shall not be considered and assumed as an implied assurance. We highly recommend that you consult your registered medical practitioner for all queries or doubts related to your medical condition. You hereby agree that you shall not make any health or medical-related decision based in whole or in part on anything contained in the Site. Please click here for detailed T&C.
।
मोंटेक एलसी टैबलेट एलर्जी का इलाज करने वाली दवा है। इसका उपयोग एलर्जिक राइनाइटिस के लक्षणों, जैसे नाक बहना और नाक बंद होना, फेफड़ों के वायुमार्ग में रुकावट, छींक आना, खुजली होना, आंखों में पानी आना और एलर्जी वाले अन्य लक्षणों को दूर करने के लिए किया जाता है। इस दवा में मोंटेलुकास्ट और लेवोसेटिरिज़िन का कॉम्बिनेशन होता है। मोंटेक एलसी एलर्जी पैदा करने वाले केमिकल्स को बनने से रोकती है। इससे फेफड़ों के वायुमार्ग की सूजन को कम करके सांस लेने में मदद मिलती है। मोंटेक एलसी लेने के बाद आपको सिरदर्द, मुंह सूखने और सिर घूमने का अनुभव हो सकता है। हालांकि, ये साइड इफेक्ट्स कुछ समय के लिए ही रहते हैं और अपने-आप ठीक हो जाते हैं। अगर ये साइड इफेक्ट्स बिगड़ते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। मोंटेक एलसी टैबलेट को डॉक्टर की सलाह के अनुसार, सही डोज़ में और तय समय तक के लिए लिया जाना चाहिए। इसे खाने के साथ या खाली पेट, एक गिलास पानी के साथ निगल लें। आपके डॉक्टर आपको मोंटेक एलसी टैबलेट लेने की सलाह दे सकते हैं, खासकर सोने से पहले। अगर आप गर्भवती हैं, गर्भवती होने के बारे में सोच रही हैं या ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं, तो इस दवा को शुरू करने से पहले अपने द्वारा ली जाने वाली सभी दवाओं और सप्लीमेंट्स और उन सभी स्वास्थ्य स्थितियों या बीमारियों के बारे में अपने डॉक्टर को इसकी जानकारी दें जिनसे आप पीड़ित हैं।
मोंटेक एलसी टैबलेट का उपयोग एलर्जिक राइनाइटिस (नाक बहना, फेफड़ों के वायुमार्ग में रुकावट, छींक आना, छाती में जकड़न, खुजली, आंखों में पानी और बंद नाक) के लक्षणों से आराम पाने के लिए किया जाता है।
उत्तर: प्रेग्नेंसी के दौरान मोंटेक एलसी टैबलेट की सुरक्षा के बारे में बहुत सीमित जानकारी उपलब्ध है। अपने डॉक्टर की सलाह के बिना इस दवा का उपयोग न करें।
उत्तर: मोंटेक एलसी टैबलेट के कंपोनेंट ब्रेस्ट मिल्क में जाकर मिल सकते हैं और ब्रेस्टफीडिंग करने वाले बच्चे में नींद आने जैसी स्थिति बन सकती है। इसलिए, इस दवा का उपयोग ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिला को नहीं करना चाहिए।
ड्राइविंग
उत्तर: मोंटेक एलसी टैबलेट लेने से सिर घूमने या नींद आने जैसी स्थिति बन सकती है और मानसिक चेतना पर असर पड़ सकता है। अगर आप किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं, तो गाड़ी या मशीनें न चलाएँ।
शराब
उत्तर: मोंटेक एलसी टैबलेट लेते समय शराब न पीने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे आपकी मानसिक चेतना पर असर पड़ सकता है और साइड इफेक्ट्स ज़्यादा बिगड़ सकते हैं।
Read in English: Montek Lc: Benefits, Uses, Side Effects and More!
अपने डॉक्टर से बात करें अगर
मोंटेक एलसी को अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही लें। इसे एक गिलास पानी के साथ साबुत (पूरा) निगल लें, दवा को तोड़ें, काटें या चबाएं नहीं। इसे खाने के साथ या खाली पेट लिया जा सकता है।
मोंटेक एलसी टैबलेट की ओवरडोज़ के लक्षणों में नींद आना, गुस्सा आना, बेचैनी, प्यास लगना और सिरदर्द होना शामिल हैं। अगर आपने इस दवा की बहुत ज़्यादा डोज़ ले ली है, तो फौरन अपने डॉक्टर से बात करें या नज़दीकी अस्पताल में जाएँ।
अगर आपने मोंटेक एलसी की कोई डोज़ मिस कर दी है, तो याद आते ही इसे ले लें। अगर अगली डोज़ का समय हो गया है तो मिस की गई डोज़ न लें और अपने नियमित डोज़िंग शेड्यूल को जारी रखें। मिस हुई डोज़ की कमी पूरी करने के लिए दवा की डबल डोज़ न लें।
यह कैसे काम करती है?
अन्य दवाओं के साथ इंटरैक्शन
उत्तर: नहीं, अस्थमा का तेज़ दौरा पड़ने पर यह दवा मदद नहीं करेगी। अस्थमा का दौरा पड़ने पर आपके डॉक्टर द्वारा दी गई रेस्क्यू मेडिसिन, जैसे कि इन्हेलर, लेने की सलाह दी जाती है। इस दवा को भी लेते रहें और इसे लेना अचानक बंद न करें।
उत्तर: प्रेग्नेंसी में मोंटेक एलसी की सुरक्षा के बारे में सीमित सुरक्षा जानकारी उपलब्ध है। इसलिए, डॉक्टर की सलाह लेकर ही इसका उपयोग किया जाना चाहिए। आपको प्रेग्नेंसी के दौरान यह दवा या कोई भी दवा लेने से बचना चाहिए।
उत्तर: नहीं, आपको इस दवा को अपने डॉक्टर द्वारा तय समय तक के लिए लेना चाहिए। इलाज के बीच में इस दवा को रोकने से एलर्जी के लक्षण वापस आ सकते हैं।
उत्तर: नहीं, यह एंटीबायोटिक नहीं है। मोंटेक एलसी एलर्जी का इलाज करने वाली दवा है।
उत्तर: इसके साइड इफेक्ट्स में से एक के रूप में, कुछ लोगों में नींद आने और सिर घूमने जैसी स्थिति बन सकती है। हालांकि, इसका उपयोग नींद न आने या नींद की कमी के इलाज के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
उत्तर: मोंटेक एलसी टैबलेट और टेलीकास्ट एल टैबलेट की कंपोज़ीशन एक जैसी है, दोनों में ही मोंटेलुकास्ट और लेवोसेटिरिज़िन है। इन दवाओं का उपयोग एलर्जिक राइनाइटिस (नाक बहना और बंद होना, फेफड़ों के वायुमार्ग में रुकावट, छींक, खुजली और आंखों में पानी के लक्षण) के इलाज के लिए किया जाता है। आपकी एलर्जी के कारण और आपके मेडिकल हिस्ट्री के आधार पर, आपके डॉक्टर आपके लिए सही दवा लिखकर देंगे। किसी भी स्थिति में अपना इलाज खुद करने की ग़लती न करें और हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह का पालन करें।
उत्तर: मोंटेक एलसी टैबलेट दो एंटीएलर्जिक दवाओं का का कॉम्बिनेशन है, यानी मोंटेलुकास्ट और लेवोसेटिरिज़िन और इन्हें आमतौर पर एलर्जिक राइनाइटिस के इलाज में उपयोग किया जाता है। मोंटेक एबी टैबलेट में मोंटेलुकास्ट और ऐसिब्रोफाइलिन का कॉम्बिनेशन होता है और इसे आमतौर पर क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिज़ीज़ (सीओपीडी) और अस्थमा के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। अपना इलाज खुद न करने और अपने डॉक्टर की लिखी दवा का उपयोग करने की सलाह दी जाती है।
उत्तर: नहीं, मोंटेक एलसी टैबलेट एलर्जी का इलाज करने वाली दवा है, यह सिरदर्द को कम करने में बेअसर है।
उत्तर: नहीं, मोंटेक एलसी टैबलेट लेने से रक्तचाप पर कोई असर पड़ने के बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है। हालांकि, एलर्जी होने की स्थिति में, आपका रक्तचाप गिर सकता है।
उत्तर: नहीं, स्वाइन फ्लू के इलाज के लिए मोंटेक एलसी टैबलेट का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
उत्तर: आपको मोंटेक एलसी केवल उन्हीं दिनों पर लेनी चाहिए जब आपमें कोई लक्षण मौजूद हों या आवश्यकता के अनुसार। हालांकि, इस दवा को डॉक्टर द्वारा बताई गई तय डोज़ और फ्रीक्वेंसी पर लेने की सलाह दी जाती है। आपके द्वारा ली जाने वाली डोज़ और समय-सीमा, डॉक्टर द्वारा बताई गई डोज़ और समय-सीमा से ज़्यादा नहीं होनी चाहिए।
उत्तर: आप मोंटेक एलसी को खाने से पहले या बाद में या डॉक्टर के बताए अनुसार ले सकते हैं।
उत्तर: मोंटेक एलसी की कंपोज़ीशन में मोंटेलुकास्ट और लेवोसेटिरिज़िन शामिल हैं, जो एक एंटीएलर्जिक दवा है जो एलर्जी के लक्षणों जैसे कि नाक बहने, छींकने, आँखों में पानी, खांसी या एलर्जी के अन्य लक्षणों से छुटकारा पाने में मदद करती है।
उत्तर: मोंटेक एलसी टैबलेट एक एंटीएलर्जिक दवा है जो एलर्जी की अलग-अलग स्थितियों के इलाज में असरदार है। हालांकि, हो सकता है कि यह दवा इन्फेक्शन करने वाले कई जीवों के कारण होने वाले गले के इन्फेक्शन का असरदार ढंग से इलाज न कर पाए।
उत्तर: अच्छे प्रभावों के साथ-साथ, इस दवा के साइड इफेक्ट्स भी हैं। हालांकि, ये साइड इफेक्ट्स हर किसी को नहीं होते हैं। हां, नींद आना मोंटेक एलसी का एक आम साइड इफेक्ट्स है। अगर नींद आने से आपकी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में समस्या आने लगे, तो अपने डॉक्टर से सलाह लें, जो आपको कोई दूसरी एंटी-एलर्जिक दवा लेने का सुझाव दे सकते हैं जिससे नींद न आती हो।
उत्तर: नहीं, मोंटेक एलसी स्टेरॉय्ड नहीं है। यह एक एंटीएलर्जिक दवा है जिसका उपयोग एलर्जिक राइनाइटिस के लक्षणों जैसे कि बहती और बंद नाक, फेफड़ों के वायुमार्ग में रुकावट, छींकने, खुजली, आँखों में पानी आने और एलर्जी के अन्य लक्षणों से आराम देने के लिए किया जाता है।
उत्तर: आप इन दोनों दवाओं को एक साथ तभी ले सकते हैं जब आपके डॉक्टर ने आपको ऐसी सलाह दी हो। अपना इलाज खुद करने की ग़लती न करें।
उत्तर: आप इन दोनों दवाओं को एक साथ तभी ले सकते हैं जब आपके डॉक्टर ने आपको ऐसी सलाह दी हो। अपना इलाज खुद करने की ग़लती न करें।
अगर आपको गुर्दे की बीमारी है या आप डायलिसिस पर हैं तो आपको मोंटेक एलसी टैबलेट का उपयोग नहीं करना चाहिए।
Disclaimer
The information provided herein is supplied to the best of our abilities to make it accurate and reliable as it is published after a review by a team of professionals. This information is solely intended to provide a general overview on the product and must be used for informational purposes only. You should not use the information provided herein to diagnose, prevent, or cure a health problem. Nothing contained on this page is intended to create a doctor-patient relationship, replace or be a substitute for a registered medical practitioner’s medical treatment/advice or consultation. The absence of any information or warning to any medicine shall not be considered and assumed as an implied assurance. We highly recommend that you consult your registered medical practitioner for all queries or doubts related to your medical condition. You hereby agree that you shall not make any health or medical-related decision based in whole or in part on anything contained in the Site. Please click here for detailed T&C.
क्लेवम 625 टैबलेट एक एंटीबायोटिक दवा है। इसका उपयोग बैक्टीरिया के कारण होने वाले विभिन्न प्रकार के संक्रमणों (इन्फेक्शन) के इलाज के लिए किया जाता है। इसका इस्तेमाल फेफड़ों, वायुमार्ग (एयरवे), कान, यूरिनरी ट्रैक्ट (मूत्रपथ), त्वचा, हड्डियों और जोड़ों सहित मुलायम ऊतकों (सॉफ्ट टिश्यू) और दांतों के इन्फेक्शन के इलाज में किया जाता है। क्लेवम 625 टैबलेट एक कॉम्बिनेशन दवा है, जिसमें इसके सक्रिय घटक के रूप में एमोक्सिसिलिन और क्लेवुलानिक एसिड होता है। यह इन्फेक्शन के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया को मारकर काम करती है। इस दवा को डॉक्टर के बताए अनुसार ही लेना चाहिए। इस दवा के साथ इलाज की डोज़ और अवधि आपके डॉक्टर द्वारा तय की जाएगी। डोज़ और अवधि आपके इन्फेक्शन की गंभीरता और कुछ व्यक्तिगत मापदंडों के आधार पर अलग-अलग हो सकती हैं। अगर आपको कुछ दिनों के बाद बेहतर महसूस होने लग जाए, तो भी आपको दवा लेनी बंद नहीं करनी है। क्लेवम 625 टैबलेट या किसी भी एंटीबायोटिक का उपयोग तब नहीं किया जाना चाहिए जब तक आपको पूरी तरह से पता नहीं हो कि यह इन्फेक्शन बैक्टीरिया (जीवाणु) के कारण ही हुआ है। बिना कारण के एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग, भविष्य के इलाज के लिए उनका असर कम कर देता है। डॉक्टर द्वारा दिया गया एंटीबायोटिक दवाओं का कोर्स पूरा करें, वरना इन्फेक्शन फिर से हो सकता है या वापस आ सकता है। अगर आप प्रेग्नेंट (गर्भवती) हैं, प्रेग्नेंसी (गर्भावस्था) प्लान कर रही हैं, या ब्रेस्टफीडिंग (स्तनपान) करवाती हैं, तो इस दवा से इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर को इस बारे में बताएं, साथ ही उन्हें अपनी पूरी मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी भी दें।
क्लेवम 625 टैबलेट का उपयोग बैक्टीरिया के कारण होने वाले इन्फेक्शन के इलाज के लिए किया जाता है, जैसे साइनस के इन्फेक्शन, रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट (श्वसन मार्ग) के इन्फेक्शन, यूरिनरी ट्रैक्ट (मूत्रपथ), हड्डियों, दांतों और जोड़ों के इन्फेक्शन आदि।
उत्तर: जब तक आपका डॉक्टर आपको यह टैबलेट लेने की सलाह नहीं देता है, तब तक आपको प्रेग्नेंसी (गर्भावस्था) के दौरान क्लेवम 625 टैबलेट नहीं लेनी चाहिए। अगर आप प्रेग्नेंट हैं, या आपको लगता है कि आप प्रेग्नेंट हो सकती हैं, या आप बच्चा प्लान कर रही हैं, तो आपको अपने डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।
उत्तर: जब आप क्लेवम 625 टैबलेट ले रहे हों तो स्तनपान न कराने की सलाह दी जाती है। इस दवा के कुछ घटक मां के दूध में आ जाते हैं, जिससे आपके बच्चे के मुंह में फंगल इन्फेक्शन होने और दस्त लगने का खतरा बढ़ जाता है।
उत्तर: क्लेवम 625 टैबलेट से किसी व्यक्ति की ड्राइविंग करने की क्षमताओं पर कोई असर नहीं देखा गया है।
उत्तर: इस दवा से इलाज के दौरान आपको शराब नहीं पीनी चाहिए, क्योंकि इससे चक्कर आने और दौरे पड़ने जैसे साइड इफेक्ट और भी बिगड़ सकते हैं।
Read in English: Clavam 625mg: Benefits, Uses, Side Effects and More!
अपने डॉक्टर से बात करें, अगर
पर्याप्त मात्रा में पानी के साथ क्लेवम 625 टैबलेट को पूरा निगल लें। टैबलेट को तोड़ना, कुचलना या चबाना नहीं है। क्लेवम 625 टैबलेट को खाना खाने के बाद ही लें, ताकि आपको पेट से जुड़ी समस्याएं न आएं।
क्लेवम 625 टैबलेट की ज्यादा डोज़ ले लेने पर पेट में गड़बड़ी, उल्टी, दस्त, उनींदेपन और फ्ल्युइड रिटेंशन की समस्या आ सकती है। अगर आपको लगता है कि आपने यह दवा बहुत अधिक मात्रा में ले ली है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें या नजदीकी अस्पताल में जाएं।
एंटीबायोटिक दवाओं के मामले में आपको कोई भी डोज़ छोड़नी नहीं चाहिए, क्योंकि इससे इलाज असफल हो सकता है। अगर आप दवा की कोई डोज़ लेना भूल गए हैं, तो याद आने पर इसे जल्द से जल्द लें। अगर आपकी अगली डोज़ का टाइम हो गया है, तो छूटी हुई डोज़ को छोड़ दें और अपने रेगुलर डोज़िंग शिड्यूल का पालन करें। छूटी हुई डोज़ की भरपाई के लिए दवा की डबल डोज़ न लें।
क्लेवम 625 टैबलेट इन्फेक्शन के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया को मारकर काम करती है। हालांकि, बैक्टीरिया एक एंजाइम (बीटा-लैक्टामेस) बनाते हैं जो एमोक्सिसिलिन को नष्ट कर सकता है। क्लेवुलानिक एसिड इस एंजाइम को निष्क्रिय (इनएक्टिव) कर देता है और एमोक्सिसिलिन को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करता है।
उत्तर: क्लेवम 625 टैबलेट एक एंटीबायोटिक है और इसका उपयोग केवल आपके डॉक्टर से कंसल्ट करने के बाद ही किया जाना चाहिए। अपनी मर्जी से दवा न लें और अपने डॉक्टर से कंसल्ट करें।
उत्तर: नहीं, मुहांसों के लिए क्लेवम 625 का उपयोग नहीं करना चाहिए। आपको डर्मेटोलॉजिस्ट के पास जाकर पहले समस्या का सही डायग्नोसिस और फिर इलाज करवाना चाहिए।
त्तर: हां, क्लेवम 625 गले के संक्रमण के इलाज के लिए डॉक्टर द्वारा प्रेस्क्राइब की जाती है। एंटीबायोटिक दवाओं को अपनी मर्जी से न लें। इनका उपयोग केवल आपके डॉक्टर द्वारा प्रेस्क्राइब किए जाने पर ही करें।
उत्तर: नहीं, क्लेवम 625 एक एंटीबायोटिक दवा है और यह वायरल बुखार में काम नहीं करती है।
उत्तर: नहीं, क्लेवम 625 बवासीर के इलाज में काम नहीं आती है। पाइल्स या बवासीर एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपकी गुदा के आस-पास की ब्लड वेसल्स में सूजन आ जाती है। यह समस्या अक्सर मल त्याग करते समय बहुत ज्यादा जोर लगाने, मोटापे और प्रेग्नेंसी के दौरान हो सकती है।
उत्तर: हां, इलाज के दौरान अक्सर दस्त लग सकते हैं। लेकिन अगर आपके दस्त में खून और म्यूकस आ रहा है और साथ में बुखार और पेटदर्द है, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। यह बड़ी आंत की सूजन का संकेत हो सकता है।
उत्तर: अगर आपको पेनिसिलिन से एलर्जी है तो इस दवा को कभी न लें। इसके कारण गंभीर साइड इफेक्ट (दुष्प्रभाव) हो सकते हैं। अगर आपको किसी भी दवा से एलर्जी है, तो इस बारे में अपने डॉक्टर को जरूर बताएं।
उत्तर: हां, आपके डॉक्टर की देखरेख में लेने पर क्लेवम 625 टैबलेट का उपयोग करना सुरक्षित है। हालांकि, कुछ मरीजों में जी मिचलाने, उल्टी और दस्त जैसे साइड इफेक्ट हो सकते हैं।
उत्तर: इस टैबलेट को कितनी बार लेना है, यह आपके इन्फेक्शन और बीमारी पर निर्भर करता है। आपका डॉक्टर समस्या की जांच करने के बाद इसका फैसला करेगा। इस दवा को अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार लें, कृपया किसी भी एंटीबायोटिक को अपनी मर्जी से न लें, न ही इसकी डोज़ ऊपर-नीचे करें।
उत्तर: क्लेवम 625 टैबलेट इसे लेने के लगभग 1 घंटे बाद अपना असर दिखाना शुरू कर सकती है। हालांकि यह अवधि हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग होती है, जिसका कारण हर व्यक्ति की फिजियोलॉजी और संक्रमण की गंभीरता अलग-अलग होना है। चूंकि यह एक एंटीबायोटिक दवा है, इसलिए एंटीबायोटिक का कोर्स पूरा हो जाने पर ही इसका पूरा असर दिखाई पड़ेगा।
उत्तर: क्लेवम एक्सआर टैबलेट और क्लेवम 625 टैबलेट दोनों में दो एंटीबायोटिक्स एमोक्सिसिलिन और क्लेवुलानिक एसिड का संयोजन (कॉम्बिनेशन) होता है। दोनों में बस एक अंतर यह है कि क्लेवम एक्सआर एक अधिक शक्तिशाली संयोजन (कॉम्बिनेशन) है। एंटीबायोटिक दवाओं के मामले में आपको अपनी मर्जी से दवा नहीं लेनी चाहिए और अपने डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।
उत्तर: दोनों दवाओं का कम्पोजिशन एक जैसा ही होता है। दोनों में एमोक्सिसिलिन और क्लेवुलानिक एसिड का संयोजन पाया जाता है। हालांकि, आपको सलाह दी जाती है कि अपनी मर्जी से दवा न लें और दवा लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।
उत्तर: क्लेवम 625 टैबलेट आपको पूरी टैबलेट पानी के साथ लेनी चाहिए, जहां तक संभव हो इसे खाने के साथ लें ताकि आप पेट की गड़बड़ी से बच सकें। इसे रोजाना एक निश्चित समय पर ही लें या अपने डॉक्टर द्वारा बताए गए शिड्यूल के अनुसार लें। रोजाना इसे एक निर्धारित समय पर लेने से डोज़ छूट जाने की संभावनाएं कम हो जाएंगी और आपको बेहतर परिणाम मिलेंगे।
उत्तर: एंटीबायोटिक दवा लेने की डोज़ और फ्रीक्वेंसी (कितने समय बाद दवा दोबारा लेनी है) आम तौर पर इन्फेक्शन के प्रकार और गंभीरता पर निर्भर करती है। आपको प्रेस्क्राइब की गई डोज़ और अवधि से अधिक दवा न लें। इसके अलावा, इसे आपके डॉक्टर द्वारा निर्धारित शिड्यूल के अनुसार, समान इंटरवल पर, नियमित रूप से लिया जाना चाहिए। दवा को नियमित रूप से सही समय पर लेने से इसका असर बढ़ जाता है।
प्रेग्नेंसी में क्लेवम 625 टैबलेट के सुरक्षित होने या न होने के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। इसलिए आपको प्रेग्नेंसी में यह दवा लेने से बचना चाहिए। हालांकि, अगर इलाज करने वाले डॉक्टर इसे आपके लिए जरूरी मानता है, तो आप यह दवा ले सकती हैं। अगर आप प्रेग्नेंट हैं, या प्रेग्नेंसी प्लान कर रही हैं, तो दवा लिख रहे डॉक्टर को इस बारे में जानकारी दें।
उत्तर: हां, क्लेवम 625 पेनिसिलिन वर्ग की एक एंटीबायोटिक है। यह बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमण के इलाज में सहायक है।
उत्तर: अगर खांसी बैक्टीरिया के संक्रमण के कारण हो रही है, तो ही क्लेवम 625 इसमें मदद कर सकती है। इसलिए डॉक्टर से सलाह लें और डॉक्टर की सलाह के बाद ही इस दवा का सेवन करें।
उत्तर: जब आप क्लेवम 625 टैबलेट ले रही हों, तो आपको ब्रेस्टफीडिंग (स्तनपान) न करवाने की सलाह दी जाती है। इस दवा के कुछ घटक मां के दूध में आ जाते हैं, जिससे आपके बच्चे के मुंह में फंगल इन्फेक्शन होने और दस्त लगने का खतरा बढ़ जाता है।
उत्तर: स्थिति की गंभीरता के आधार पर डॉक्टर एक विशिष्ट अवधि के लिए विशिष्ट डोज़ तय करेगा। बिना डॉक्टर की सलाह अपनी मर्जी से इस दवा को लेना जारी न रखें।
उत्तर: जब तक किसी बीमारी के लिए क्लेवम 625 प्रेस्क्राइब न की जाए, तब तक यह दवा न लें। डॉक्टर आपके डायग्नोसिस (निदान) के आधार पर आपके लिए दवा लिखेगा। बिना डॉक्टर की सलाह के अपनी मर्जी से दवा न लें।
उत्तर: आपको किडनी के इन्फेक्शन के लिए यह दवा डॉक्टर द्वारा लिखे जाने पर ही लेनी चाहिए। बिना डॉक्टर की सलाह के अपनी मर्जी से दवा न लें। क्योंकि एंटीबायोटिक दवाओं के अनुचित उपयोग से एंटीबायोटिक प्रतिरोध (रेजिस्टेंस) विकसित हो सकता है और इलाज असफल हो सकता है।
उत्तर: नहीं, टाइफाइड के लिए कोई भी एंटीबायोटिक दवा बिना डॉक्टर की सलाह के न लें।
उत्तर: त्वचा रोग विशेषज्ञ (डर्मेटोलॉजिस्ट) से कंसल्ट किए बिना दवा न लें। आपकी बीमारी और मेडिकल हिस्ट्री के आधार पर डॉक्टर आपके लिए सबसे उपयुक्त दवा लिखेगा। क्लेवम 625 या कोई भी दूसरी एंटीबायोटिक दवा अपनी मर्जी से डॉक्टर की सलाह के बिना न लें।
उत्तर: क्लेवम 625 टैबलेट बैक्टीरिया से होने वाले इन्फेक्शन के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली एंटीबायोटिक दवा है। अगर दांतों में दर्द बैक्टीरिया के इन्फेक्शन के कारण हो रहा है, तो क्लेवम 625 का इस्तेमाल डॉक्टर की देखरेख में किया जा सकता है।
उत्तर: आंखों में इंफेक्शन होने के कई कारण हो सकते हैं, आंखों के लिए कोई भी दवा बिना डॉक्टर की सलाह के इस्तेमाल न करें।
Disclaimer
The information provided herein is supplied to the best of our abilities to make it accurate and reliable as it is published after a review by a team of professionals. This information is solely intended to provide a general overview on the product and must be used for informational purposes only. You should not use the information provided herein to diagnose, prevent, or cure a health problem. Nothing contained on this page is intended to create a doctor-patient relationship, replace or be a substitute for a registered medical practitioner’s medical treatment/advice or consultation. The absence of any information or warning to any medicine shall not be considered and assumed as an implied assurance. We highly recommend that you consult your registered medical practitioner for all queries or doubts related to your medical condition. You hereby agree that you shall not make any health or medical-related decision based in whole or in part on anything contained in the Site. Please click here for detailed T&C.
ओमेज़ कैप्सूल का उपयोग हार्टबर्न (सीने में जलन) और पेट और आंतों के अल्सर के इलाज के लिए किया जाता है। इसमें सक्रिय घटक (एक्टिव इनग्रेडिएंट) के रूप में ओमेप्राज़ोल होता है। यह कैप्सूल पेट में बनने वाले एसिड की मात्रा को कम करके काम करता है। इसलिए इसका उपयोग ज़ोलिंगर-एलिसन सिंड्रोम और पेट के एसिड रिफ्लक्स रोग के कारण होने वाले सीने में दर्द के इलाज के लिए भी किया जाता है। ओमेज़ का उपयोग डॉक्टर के पर्चे (मेडिकल प्रेस्क्रिप्शन) के तहत बताई गई अवधि तक ही किया जाना चाहिए। इसे खाने के बिना लिया जाना चाहिए। ओमेज़ 20 कैप्सूल के कारण जी-मिचलाने, दस्त लगने, सिरदर्द आदि जैसे कुछ साइड इफेक्ट (दुष्प्रभाव) आ सकते हैं। आमतौर पर ये साइड इफेक्ट समय के साथ अपने आप ठीक हो जाते हैं, लेकिन अगर आपकी स्थिति बिगड़ रही है तो आपको डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए या अस्पताल जाना चाहिए।
उत्तर: गर्भावस्था (प्रेग्नेंसी) के दौरान ओमेज़ कैप्सूल लिया जा सकता है। गर्भावस्था (प्रेग्नेंसी) के दौरान कोई भी दवा शुरू करने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट करना बहुत जरूरी होता है।
उत्तर: ओमेप्राज़ोल मां के दूध में आता है, लेकिन इसकी मात्रा बहुत कम होती है, इसलिए यह बच्चे को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है। इसलिए आप ब्रेस्टफीडिंग (स्तनपान) करवाने के दौरान ओमेज़ कैप्सूल ले सकती हैं।
उत्तर: ओमेज़ कैप्सूल से आपको चक्कर आ सकते हैं और नींद आ सकती है, इसलिए अगर आपको अच्छा महसूस नहीं हो रहा है, तो ड्राइविंग न करें।
उत्तर: आपको बहुत अधिक मात्रा में शराब नहीं पीनी चाहिए, क्योंकि इसके कारण पेट में एसिडिटी की समस्या बढ़ सकती है, जिससे आपके पेट की बीमारी की स्थिति और भी बिगड़ सकती है।
Read in English: Omez 20: Benefits, Uses, Side Effects and More!
अपने डॉक्टर से बात करें, अगर
इस दवा को अधिक मात्रा में लेने पर जी मिचलाने, उल्टी होने, चक्कर आने, पेटदर्द, दस्त, सिरदर्द, डिप्रेशन (अवसाद) और भ्रम जैसी समस्याएं आ सकती हैं। अगर आपको भी इनमें से कोई लक्षण आ रहा है, या आपको लग रहा है कि आपने बहुत अधिक दवा ले ली है, तो तुरंत मेडिकल सहायता लें (डॉक्टर से संपर्क करें)।
अगर आप दवा की कोई डोज़ लेना भूल गए हैं, तो याद आने पर इसे जल्द से जल्द लें। अगर आपकी अगली डोज़ का टाइम हो गया है, तो छूटी हुई डोज़ को छोड़ दें और अपने रेगुलर डोज़िंग शिड्यूल का पालन करें। छूटी हुई डोज़ की भरपाई के लिए दवा की डबल डोज़ न लें।
यह दवा कैसे काम करती है?
ओमेप्राज़ोल, प्रोटॉन पंप इनहिबिटर नामक दवाओं के वर्ग से संबंध रखता है। पेट की लाइनिंग कुछ विशेष प्रक्रियाओं की मदद से एसिड बनाती और रिलीज़ करती है, इन प्रक्रियाओं में कोशिकाओं (सेल्स) से प्रोटोन पंप के जरिए आयन लेना शामिल होता है। ओमेप्राज़ोल पेट की कोशिकाओं में इन आयनों का आना कम कर देता है। चूंकि ये आयन पेट में पाचन के लिए एसिड बनाने का काम करते हैं, इस कारण से एसिड बनना कम हो जाता है।
दूसरी दवाओं के साथ इंटरैक्शन
उत्तर: पेट और भोजन नली (फूड पाइप) के बीच में एक वाल्व जैसी संरचना होती है, जो खाने को भोजन नली से पेट में आने देती है। गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल रिफ्लेक्स डिसऑर्डर (GERD) के मरीजों में, पेट में बना हुआ एसिड ऊपर की ओर फूड पाइप में वापस चला जाता है। इस एसिड के कारण सीने में बैचेनी, दर्द, डकार और फूड पाइप को नुकसान पहुंचने जैसी समस्याएं आ सकती हैं।
उत्तर: ज़ोलिंगर-एलिसन सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है जिसमें पेट में ट्यूमर के कारण एसिड अधिक मात्रा में बनने लग जाता है।
उत्तर: प्रोटॉन पंप इनहिबिटर्स (पीपीआई), एसिड रिफ्लक्स के लिए सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं हैं। ओमेप्राज़ोल, एसोमेप्राज़ोल, रैबेप्राज़ोल और पैंटोप्राज़ोल आदि प्रोटोन पंप इनहिबिटर्स के कुछ उदाहरण हैं। हालांकि, इन दवाओं का इस्तेमाल डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही किया जाना चाहिए।
उत्तर: सीने में जलन और पेट दर्द के कई कारण हो सकते हैं। सबसे पहले यह देखने की कोशिश करें कि आपके खान-पान की किसी चीज के कारण तो यह समस्या नहीं आ रही है, अगर ऐसा है तो उस चीज से परहेज करें। इसके साथ ही ज्यादा तेल वाला और तला-भुना खाना न खाएं। अगर इसके बाद भी समस्या बनी रहती है तो डॉक्टर से सलाह लें और उचित इलाज करवाएं। बिना डॉक्टर की सलाह के अपनी मर्जी से दवा न लें।
उत्तर: ओमेज़ कैप्सूल का इस्तेमाल पेट में बनने वाले एसिड के कारण होने वाली सीने में जलन और दर्द के इलाज के लिए किया जाता है। इसका इस्तेमाल पेट के कई प्रकार के अल्सर और पेट में बहुत ज्यादा एसिड बनने जैसी स्थितियों का इलाज करने के लिए किया जाता है।
उत्तर: हां, आपको यह दवा खाने से कम से कम 40 मिनट पहले लेनी चाहिए, जहां तक हो सके इसे सुबह नाश्ते से पहले लिया जाना चाहिए।
उत्तर: ओमेज़ 20 मि.ग्रा. लेने के बाद आपको जी मिचलाने, दस्त, कब्ज, सरदर्द, पेट में आफरा आना, आदि जैसी समस्याएं आ सकती हैं।
उत्तर: हां, आप गर्भावस्था (प्रेग्नेंसी) के दौरान ओमेज़ 20 ले सकती हैं। हालांकि, गर्भावस्था (प्रेग्नेंसी) के दौरान कोई भी दवा शुरू करने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट करना बहुत जरूरी होता है।
उत्तर: आपको यह दवा खाने से कम से कम 40 मिनट पहले लेनी चाहिए, जहां तक हो सके इसे सुबह नाश्ते से पहले लिया जाना चाहिए। इसे एक गिलास पानी के साथ पूरा निगल लेना चाहिए। इसे तोड़े, चबाएं या काटें नहीं।
उत्तर: नहीं ओमेज़ एक एंटीबायोटिक दवा नहीं है। यह एक एंटी-रिफ्लक्स दवा है जिसका उपयोग सीने में जलन (हार्टबर्न), पेट और आंतों के अल्सर, ज़ोलिंगर-एलिसन सिंड्रोम और पेट के एसिड रिफ्लक्स रोग के कारण सीने में दर्द के इलाज के लिए किया जाता है।
उत्तर: ओमेज़ 20, इस दवा को लेने के 1-2 घंटे के भीतर अपना अधिकतम असर दिखाना शुरू कर देता है। इसे पूरी तरह से असर दिखाने और आपके लक्षणों को कंट्रोल करने में 2 से 3 दिन का समय लग सकता है, इस अवधि के बाद आपको अच्छा महसूस होना शुरू हो जाना चाहिए। अगर आपको कुछ दिनों में कोई सुधार महसूस न हो तो डॉक्टर से कंसल्ट करें। डॉक्टर आपको कोई दूसरी दवा दे सकता है।
उत्तर: हां, ओमेज़ एसिडिटी को कम करने में मदद करती है। इसका उपयोग पेट और आंतों के अल्सर, हार्टबर्न (सीने में जलन), GERD और अधिक एसिड बनने के कारण होने वाली दूसरी समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है।
उत्तर: ओमेज़ को डॉक्टर द्वारा बताई गई डोज़ और फ्रीक्वेंसी के अनुसार ही लिया जाना चाहिए। इसे प्रेस्क्रिप्शन (डॉक्टर के पर्चे) के अनुसार ही लें।
उत्तर: ओमेज़ इसे ले रहे मरीजों में न तो नींद आने का कारण बनता है, न ही नींद में परिवर्तन करता है।
उत्तर: ओमेज़ कैप्सूल को आपके डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही लिया जाना चाहिए। प्रेस्क्राइब की गई डोज़ से अधिक दवा न लें।
उत्तर: ओमेज़ कैप्सूल शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर को अन्य सभी दवाओं और बीमारियों के बारे में बताना और इस पर चर्चा करना बहुत जरूरी है।
उत्तर: ओमेज़ कैप्सूल को आपके डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही लिया जाना चाहिए। अपने डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।
उत्तर:
अगर आप वर्तमान में कोई दवा या सप्लीमेंट ले रहे हैं, तो अपने डॉक्टर को इस बारे में जानकारी दें। साथ ही, अगर आपको इनमें से कोई समस्या है, तो उस बारे में भी डॉक्टर को बताएं:
पेट के कैंसर की पर्सनल/फैमिली हिस्ट्री, संक्रमण (इन्फेक्शन) की हिस्ट्री, लिवर सिरोसिस या दूसरी कोई गंभीर बीमारी आदि।
Disclaimer
The information provided herein is supplied to the best of our abilities to make it accurate and reliable as it is published after a review by a team of professionals. This information is solely intended to provide a general overview on the product and must be used for informational purposes only. You should not use the information provided herein to diagnose, prevent, or cure a health problem. Nothing contained on this page is intended to create a doctor-patient relationship, replace or be a substitute for a registered medical practitioner’s medical treatment/advice or consultation. The absence of any information or warning to any medicine shall not be considered and assumed as an implied assurance. We highly recommend that you consult your registered medical practitioner for all queries or doubts related to your medical condition. You hereby agree that you shall not make any health or medical-related decision based in whole or in part on anything contained in the Site. Please click here for detailed T&C.
फोरडर्म क्रीम एक टॉपिकल (स्किन के ऊपर लगाए जाने वाली) एंटी-माइक्रोबियल और स्टेरॉयड दवा है। इसका उपयोग त्वचा (स्किन) के इन्फेक्शन के इलाज के लिए किया जाता है। यह त्वचा (स्किन) के बैक्टीरिया, फंगस आदि से होने वाले संक्रमणों या मिक्स्ड संक्रमणों के इलाज के लिए भी असरदार हो सकती है। इस दवा में सक्रिय घटक (एक्टिव सबस्टेंस) के रूप में क्लोबेटासोल, नियोमाइसिन, मिकोनाज़ोल और क्लोरहेक्सिडिन का कॉम्बिनेशन होता है। फोरडर्म क्रीम अपने अलग-अलग घटकों के मिले-जुले एक्शन के कारण काम करती है। क्लोबेटासोल एक स्टेरॉयड है और इसमें इन्फ्लेमेशन को कम करने वाले (सूजन रोधी) गुण होते हैं। नियोमाइसिन और क्लोरहेक्सिडिन में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, और मिकोनाज़ोल एक एंटीफंगल एजेंट है। फोरडर्म क्रीम लालपन, सूजन और खुजली जैसे लक्षणों को कम करने का काम करती है। फोरडर्म क्रीम को अपने डॉक्टर के बताए अनुसार ही लगाएं। यह केवल बाहर से लगाने के लिए ही है। इसे खाएं या निगले नहीं। इस क्रीम को त्वचा (स्किन) की सतह पर लगाएं, जहां किसी भी तरह का कट या घाव न हो, और फिर प्रभावित हिस्से को कवर करने के लिए धीरे-धीरे उस हिस्से पर फैलाएं। इस क्रीम को स्किन के एक बड़े हिस्से पर बहुत लंबी अवधि तक न लगाएं या फिर डॉक्टर द्वारा बताई गई अवधि से अधिक समय तक न लगाएं। अगर आप प्रेग्नेंट (गर्भवती) हैं, प्रेग्नेंसी (गर्भावस्था) प्लान कर रही हैं, या ब्रेस्टफीडिंग (स्तनपान) करवाती हैं, तो फोरडर्म क्रीम से इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर को इस बारे में बताएं, साथ ही उन्हें अपनी पूरी मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी भी दें। साथ ही अगर आप किसी दूसरी टॉपिकल दवा (लगाने वाली दवा) का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो इस बारे में भी अपने डॉक्टर को बताएं। अगर आपको 15 दिन के बाद भी अपनी स्थिति में कोई सुधार नहीं दिखता है, तो अपने डॉक्टर से कंसल्ट करें।
उत्तर: इंसानों में प्रेग्नेंसी (गर्भावस्था) के दौरान फोरडर्म क्रीम के सुरक्षित होने या न होने के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। अगर आपको यह क्रीम प्रेस्क्राइब की गई है, तो इसे लंबी अवधि के लिए स्किन के बहुत बड़े हिस्से पर लगातार लगाने से बचें।
उत्तर: अगर डॉक्टर ने प्रेस्क्राइब किया हो, तो ब्रेस्ट फीडिंग (स्तनपान) करवाने वाली महिलाएं फोरडर्म क्रीम लगा सकती हैं। इस क्रीम को स्तनपान करवाने वाली महिला के स्तन (ब्रेस्ट), स्तन के आस-पास के हिस्सों पर नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि इससे इसके दूध पीने वाले बच्चे के पेट में चले जाने का खतरा बढ़ जाता है। त्वचा (स्किन) के बड़े हिस्सों पर या लंबे समय तक इसका इस्तेमाल करने से बचें।
उत्तर: फोरडर्म क्रीम बाहर से लगाई जाती है, इससे आपकी ड्राइविंग करने की क्षमता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
उत्तर: शराब और फोरडर्म क्रीम में कोई सीधी इंटरैक्शन नहीं देखी गई है। हालांकि आपको शराब नहीं पीनी चाहिए, क्योंकि इससे इन्फेक्शन के लक्षण बिगड़ सकते हैं और घाव भरने में देरी हो सकती है।
Read in English: Fourderm Cream 20gm: Benefits, Uses, Side Effects and More!
अपने डॉक्टर से बात करें, अगर
यह दवा कैसे काम करती है?
दूसरी दवाओं के साथ इंटरैक्शन
उत्तर: अगर आप गलती से फोरडर्म क्रीम खा लेते हैं, तो आपको पेट में परेशानी हो सकती है। ऐसी स्थिति में तुरंत अपने डॉक्टर से बात करें। इस क्रीम के घटकों के कारण पेट में जलन हो सकती है। ऐसी स्थिति में जबरदस्ती उल्टी करके क्रीम बाहर निकालने की कोशिश न करें क्योंकि ऐसा करने से खाने की नली में जलन हो सकती है।
उत्तर: बच्चों को फोरडर्म क्रीम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। वयस्कों की तुलना में बच्चों की त्वचा (स्किन) बहुत नाजुक और पतली होती है और इस क्रीम की अधिक मात्रा को अवशोषित कर सकती है जिससे दुष्प्रभाव (साइड-इफेक्ट) हो सकते हैं। साथ ही, इस दवा में स्टेरॉयड होते हैं जो बच्चों के विकास में बाधा डाल सकते हैं।
उत्तर: नहीं, फोरडर्म क्रीम का इस्तेमाल केवल उसी स्थिति के लिए किया जाना चाहिए, जिसके लिए डॉक्टर ने यह क्रीम प्रेस्क्राइब की है। खासतौर पर आपको इसे चेहरे पर इस्तेमाल करने से बचना चाहिए क्योंकि आपके चेहरे की त्वचा (स्किन) बहुत ही नाजुक और संवेदनशील (सेंसेटिव) होती है।
उत्तर: हां, फोरडर्म क्रीम में क्लोबेटासोल होता है जो एक स्टेरॉयड है और इन्फ्लेमेशन और सूजन के खिलाफ प्रभावी है।
उत्तर: नहीं, इसका उपयोग नाक के अंदर या भीतरी स्किन पर या म्यूकस मेंब्रेन पर नहीं किया जाना चाहिए।
उत्तर: नहीं, इसका उपयोग योनि, गुदा क्षेत्र या आपके जननांगों (प्राइवेट पार्ट्स) के आस-पास के हिस्सों पर नहीं किया जाना चाहिए। अपने शरीर के किसी भी संवेदनशील (सेंसेटिव) हिस्से के किसी भी इन्फेक्शन के लिए किसी भी क्रीम का इस्तेमाल करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से कंसल्ट जरूर कर लें। इस क्रीम को भीतरी त्वचा (इंटरनल स्किन) या श्लेष्मा झिल्ली (म्यूकस मेंब्रेन) पर न लगाएं।
उत्तर: हां, फोरडर्म क्रीम लगाने के बाद आपको त्वचा (स्किन) में जलन, खुजली और रैशेज हो सकते हैं। हालांकि ये साइड इफेक्ट हर किसी को प्रभावित नहीं करते हैं। अगर ये लोकल साइड इफेक्ट 3 दिन से अधिक समय तक बने रहते हैं, तो अपने डॉक्टर से कंसल्ट करें। आपको इस क्रीम के किसी घटक से एलर्जी हो सकती है।
उत्तर: हां, फोरडर्म दाद और बैक्टीरिया या फंगल संक्रमण के कारण होने वाले विभिन्न स्किन के संक्रमणों को ठीक करने में प्रभावी है। हालांकि आपको इस क्रीम का इस्तेमाल डॉक्टर द्वारा प्रेस्क्राइब किए जाने पर ही करना चाहिए।
उत्तर: चेहरे की त्वचा (स्किन) संवेदनशील और पतली होती है, इसलिए जब तक आपका डॉक्टर विशेष रूप से ऐसा करने के लिए नहीं कहे, तब तक आपको चेहरे पर फोरडर्म क्रीम नहीं लगानी चाहिए। यह आपके आंखों और मुंह के संपर्क में भी नहीं आनी चाहिए। फोरडर्म क्रीम का इस्तेमाल केवल उस स्थिति के लिए किया जाना चाहिए जिसके लिए इसे प्रेस्क्राइब किया गया है।
उत्तर: नहीं, फोरडर्म क्रीम को प्राइवेट पार्ट्स पर नहीं लगाना चाहिए। यह केवल बाहरी उपयोग के लिए है। ध्यान रखें कि यह आपके मुंह, योनि या आंखों में न जाए। आपको इसे केवल अपने डॉक्टर को दिखाए गए संक्रमित त्वचा (स्किन) वाले हिस्से पर ही इस्तेमाल करना चाहिए और डॉक्टर द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का पालन करना चाहिए।
उत्तर: फोरडर्म क्रीम के कारण क्रीम लगाने की जगह पर जलन, इरिटेशन, खुजली, एलर्जी, त्वचा (स्किन) का पतला होना, सूखापन या लालपन आदि जैसे कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं। हालांकि, ये लक्षण हल्के और थोड़े समय के लिए होते हैं।
उत्तर: फोरडर्म क्रीम का उपयोग बैक्टीरिया या फंगल संक्रमण के कारण होने वाले स्किन के विभिन्न संक्रमण और इन्फ्लेमेशन (सूजन) के इलाज के लिए किया जाता है। यह क्रीम त्वचा (स्किन) के संक्रमण के कारण होने वाले लक्षणों जैसे खुजली आना, लाल घाव बनना, स्क्रैंचिंग, चकत्तों आदि से राहत देने में मदद करती है।
उत्तर: हां, फोरडर्म क्रीम फंगस के कारण होने वाले संक्रमणों के लिए प्रभावी है। हालांकि, इसका इस्तेमाल केवल आपके डॉक्टर की सलाह पर ही किया जाना चाहिए।
उत्तर: नहीं, आपको अपने स्कैल्प या नाखून पर फोरडर्म क्रीम नहीं लगानी चाहिए। इन जगहों की स्किन दूसरी जगहों की स्किन के मुकाबले पतली होती है, ऐसे में अगर आप यह क्रीम इन जगहों पर लगाते हैं, तो जलन की समस्या आ सकती है।
उत्तर: हां, फोरडर्म त्वचा (स्किन) के लिए अच्छी है। यह क्रीम त्वचा (स्किन) की उस समस्या के इलाज के लिए दी जाती है जो आपने अपने डॉक्टर को दिखाई थी। यह क्रीम स्किन पर केवल बाहर से लगाए जाने के लिए है और आपको इसका उपयोग डॉक्टर के निर्देशों के अनुसार ही करना चाहिए।
उत्तर: घावों के लिए फोरडर्म का उपयोग डॉक्टर द्वारा प्रेस्क्राइब किए जाने पर ही किया जाना चाहिए। डॉक्टर पहले स्किन की स्थिति और इन्फेक्शन की जांच करेंगे और फिर आपके लिए सही दवा लिखेंगे। बिना डॉक्टर की सलाह के अपनी मर्जी से दवा न लगाएं।
उत्तर: नहीं, इसे होठों पर या मुंह के आसपास तब तक नहीं लगाना चाहिए जब तक आपका डॉक्टर ऐसा करने की सलाह न दें। यह केवल बाहर से लगाने के लिए होती है और इसका उपयोग डॉक्टर के बताए अनुसार ही किया जाना चाहिए।
उत्तर: जॉक ईच के लिए या फिर प्राइवेट पार्ट्स में इन्फेक्शन के लिए इस क्रीम का इस्तेमाल केवल डॉक्टर द्वारा लिखे जाने पर ही किया जाना चाहिए।
उत्तर: यह क्रीम त्वचा (स्किन) की उस समस्या के इलाज के लिए दी जाती है जो आपने अपने डॉक्टर को दिखाई थी। डॉक्टर आपकी स्किन की स्थिति की जांच करते हैं और उसके बाद आपके लिए उपयुक्त दवा लिखते हैं।
Disclaimer
The information provided herein is supplied to the best of our abilities to make it accurate and reliable as it is published after a review by a team of professionals. This information is solely intended to provide a general overview on the product and must be used for informational purposes only. You should not use the information provided herein to diagnose, prevent, or cure a health problem. Nothing contained on this page is intended to create a doctor-patient relationship, replace or be a substitute for a registered medical practitioner’s medical treatment/advice or consultation. The absence of any information or warning to any medicine shall not be considered and assumed as an implied assurance. We highly recommend that you consult your registered medical practitioner for all queries or doubts related to your medical condition. You hereby agree that you shall not make any health or medical-related decision based in whole or in part on anything contained in the Site. Please click here for detailed T&C.
Next Page »